तेजस्वी प्रसाद यादव ही युवा वर्ग के कर्ण धार --राजदेव
जहानाबाद के रतनी राजद नेता सह युवाओं द्वारा मनोनीत प्रखंड राजद अध्यक्ष राजदेव प्रसाद यादव ने भाजपा पर कटाक्ष किया है।
वही बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को युवा वर्ग के कर्णधार बताया है। उन्होंने कहा है कि युवा नेता कैसे देश-प्रदेश, राजनीति, विकास और मुद्दों की दशा और दिशा बदलते है।
इसका सबसे सटीक, सार्थक, सिद्ध और प्रमाणित उदाहरण भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय युवा नेता तेजस्वी यादव है। 2020 के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी, संपूर्ण बीजेपी और केंद्र-राज्य सरकार के विरुद्ध वो अपने 10 लाख नौकरी के मुद्दे को लेकर जनता के बीच थे।
पूरे चुनाव में उन्होंने अपना एजेंडा नहीं बदला। इसी का प्रतिफल था की BJP ने 19 लाख नौकरियों का वादा किया। जबरन उन्हें बीजेपी ने चुनाव हरवाया। BJP लगभग दो वर्ष बिहार में सत्ता में रही लेकिन एक भी नौकरी नहीं दी। बल्कि बीजेपी शासित हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर था।
बीजेपी की तानाशाही और संविधान विरोधी हरकतों, जदयू समेत अन्य क्षेत्रीय दलों को समाप्त करने की साजिश, जातिगत जनगणना, अल्पसंख्यकों, पिछड़ों-दलितों, गरीबों का विरोध करने के कारण तथा बापू गांधी, लोहिया, अंबेडकर, कर्पूरी ठाकुर के समतावादी विचारों पर चलने के कारण राजद-जदयू एक हुए। तेजस्वी यादव ने देशहित त्याग का परिचय दिया। तेजस्वी यादव तो 2 वर्ष सत्ता से बाहर थे, लेकिन फिर भी बाक़ी बचे 3 वर्षों में उन्होंने अपना एजेंडा लागू किया।
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री बनने पर नौकरी देने का वादा किया था लेकिन अगस्त 2022 में उन्होंने उपमुख्यमंत्री बनने के बाद से गृह, राजस्व, स्वास्थ्य, जल संसाधन, पंचायती राज, शिक्षा, पथ निर्माण विभाग सहित अनेक विभागों में 45000 सरकारी नौकरियों के नियुक्ति पत्र वितरित किए है ,तथा शिक्षा, गृह, स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों में कैबिनेट से 3 लाख से अधिक पद सृजित करवाए है।
गृह विभाग में नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिसमें 65 हज़ार में से एक दिन में ही 27 हज़ार से अधिक सीधी भर्ती होगी। यह पूरे देश में एक रिकॉर्ड होगा। उन्होंने कहा कि एक युवा उपमुख्यमंत्री से और क्या चाहिए? अपने अधीन विभागों जैसे स्वास्थ्य, नगर विकास, पर्यटन, पथ और ग्रामीण कार्य में उन्होंने क्रांतिकारी बदलाव किए है। आपको बता दें तेजस्वी यादव ने सरकार बनने के बाद अपने अधीन विभाग का कोई प्रधान सचिव और सचिव नहीं हटाया है।
यह दर्शाता है।कि बीजेपी के मंत्री निकम्मे थे और उन्हें अधिकारियों से कार्य निकलवाना नहीं आता था। वही राजद के वरिष्ठ नेता पूर्व मुखिया नागमणी सिंह यादव ने कहा कि बिहार में विगत 9 वर्षों से शिक्षा, स्वास्थ्य, गृह विभाग में लाखों पद रिक्त थे। डॉक्टर्स, इंजीनियर्स के हज़ारों पद खाली थे। नौकरियों को लेकर कहीं कोई विमर्श और डिबेट नहीं था।लेकिन अकेले तेजस्वी यादव ने सूरत और मुद्दा ही बदल दिया। अब वही सरकार नौकरियाँ दे रही है।
जहानाबाद से बरुण कुमार
May 03 2023, 16:38