राँची: बारिश के कारण हुई बज्रपात ने अलग अलग जगहों पर ले ली 7 बच्चों की जान, आधा दर्जन लोग घायल,मुख्यमंत्री ने किया दुख व्यक्त
राँची: अचानक हुए मौसम के बदलाव और बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं झारखंड में आकाशीय बिजली कहर बनकर टूट पड़ा, अलग-अलग जगहों पर हुई वज्रपात की घटनाओं में इस बारिश ने सात बच्चों की जान ले ली। वहीं आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। मृतकों में 4 बच्चे साहिबगंज व 3 बच्चे पाकुड़ के हैं। वहीं सरायकेला-खरसावां के गम्हरिया में भी ठनका की चपेट में आने से 4 युवक झुलस गए। इनका इलाज टीएमएच में चल रहा है।
आम चुनने गए 5 बच्चों में से साहिबगंज में 4 बच्चों की हुई मौत
साहिबगंज के पश्चिमी उधवा के बाबूटोला में आंधी-बारिश शुरू हुई। आंधी से आम टूटकर गिरने लगे। इसे चुनने के लिए 5 बच्चे बगीचे में गए। इसी बीच बारिश तेज होने पर पांचों आम के पेड़ के नीचे छुप गए।
तभी उसी पेड़ के पास वज्रपात हुआ। इसकी चपेट में आने से चार की मौके पर ही मौत हो गई। एक घायल हो गया।
पाकुड़ में भी हुई वज्रपात से 3 बच्चों की मौत
इसी तरह पाकुड़ में भी वज्रपात की तीन घटनाओं में तीन बच्चों की मौत हो गई है। पहली घटना हिरणपुर क्षेत्र के बीरग्राम में हुई, जहां ठनका से एक 13 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई है। दूसरी घटना महेशपुर के सिरीशतल्ला गांव में हुई, जहां लालेश हांसदा की मौके पर ही मौत हो गई। दादपुर इलाके में भी ठनका से एक बच्चे की जान चली गई। उधर, सरायकेला-खरसावां जिले के आरआईटी थाना अंतर्गत काशीडीह गांव में वज्रपात में 4 युवक झुलस गये। सभी गम्हरिया स्टेशन से सटे नीमडीह बस्ती के हैं।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर घटना पर किया दुख व्यक्त
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी वज्रपात की वजह से 7 मासूम बच्चों की मौत पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा कि साहिबगंज और पाकुड़ में ठनका से सात बच्चों की मौत की दुखद खबर मिली है। परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करे और परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति दे।
May 01 2023, 13:10