राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर सरयू राय के साथ अब भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी हमलावर
झारखंड की सियासत इनदिनों गर्म है।एक तरफ आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है तो दूसरे ओर आगामी 2024 में अपनी अपनी पार्टी की जीत को।लेकर रणनीति चल रहा है।
पिछले कुछ दिनों में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के कथित अश्लील वीडियो से जिस आरोप का दौर शुरू हुआ वह डीएनए जांच की मांग से होता हुआ अवैध हथियार तक आ पहुंचा है।
दरअसल, अब स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर आरोप लगाया जा रहा है कि उनके पास अवैध हथियार है। पहले तो पूर्वी जमशेदपुर से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री के पास प्रतिबंधित ग्लोक पिस्टल है ,वहीं अब बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि यदि स्वास्थ्य मंत्री के पास वाकई प्रतिबंधित हथियार है तो उन्हें यह पुलिस मालखाने में जमा कराना चाहिए और शिकायत दर्ज करानी चाहिए। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ऐसा नहीं करने से गलत संदेश जाएगा।
बन्ना गुप्ता पर विधायक सरयू राय का नया आरोप
पिछले कुछ दिनों सेब कथित अश्लील वीडियो प्रकरण को लेकर पहले से ही स्वास्थ्य मंत्री पर सरयू राय हमलावर हैं। अब 2 दिनों पहले नया शिगूफा छेड़ा है। सरयू राय ने बन्ना गुप्ता की एक तस्वीर जारी करते हुए आरोप लगाया है कि इसमें मंत्री जो पिस्टल हाथ में लिए हुए हैं वह दरअसल प्रतिबंधित है। सरयू राय ने बकायदा जमशेदपुर पुलिस से इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ आर्म्स एक्ट में कार्रवाई करने की मांग की है।
सरयू राय ने ट्वीट पर लिखा कि जमशेदपुर पुलिस प्रतिबंधित हथियार रखने के जुर्म में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर आर्म्स एक्ट की धारा 7 का उल्लंघन करने के लिये धारा 25A के तहत कारवाई करे। सरयू राय ने कहा कि कई लोग सवाल कर रहे हैं कि ग्लोक पिस्टल रखना क्या गैरकानूनी नहीं है। क्या लाइसेंस लेकर पिस्टल रखा जा सकता है। सरयू राय ने साथ ही हथियारों के लाइसेंस को लेकर गृह मंत्रालय की गाइडलाइन का भी जिक्र किया। उन्होंने उपायुक्त को भी चिट्ठी लिखी है।
बाबूलाल मरांडी ने भी कर दी कार्रवाई की मांग
सरयू राय के बाद अब इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी भी कूद पड़े हैं। बाबूलाल मरांडी ने भी ट्विटर पर लिखा कि "मंत्री बन्ना गुप्ता के प्रतिबंधित हथियार रखने को लेकर पिछले कई दिनों से मीडिया में आ रही खबरें देख रहा हूं। मामला एक मंत्री जैसे सार्वजनिक जीवन के महत्वपूर्ण पद पर बैठे व्यक्ति से जुड़ा है और इस बारे में पुलिस की चुप्पी से लोगों में सत्ता और पद के दुरुपयोग का ग़लत मैसेज जा रहा है।
सच क्या है? इस बारे में पुलिस को बिना विलम्ब किये जांच कर कार्रवाई का आदेश मुख्यमंत्री को देना चाहिए। मंत्री बन्ना गुप्ता को चाहिये कि अगर उन्हें किसी हथियार विक्रेता ने ग़लत हथियार थमा दिया है तो वे तुरंत इस हथियार को पुलिस माल खाने में खुद से जमा करायें और विक्रेता के खिलाफ जांच और कारवाई के लिये पुलिस में शिकायत दर्ज करायें। वर्ना इस गड़बड़ी के मामले में वे खुद भी गुनहगार माने जायेंगे।"
May 01 2023, 13:08