विश्व मलेरिया दिवस पर निकाली गयी जागरूकता रैली, लोगों को मलेरिया से बचाव के लिए दी गयी जानकारी
गया : विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर जिला में जागरूकता रैली निकाली गयी. इसके माध्यम से लोगों को मलेरिया से बचाव के प्रति जानकारी दी गयी. लोगों को मलेरिया होने के कारण बताये गये तथा बुखार आने पर मलेरिया जांच आवश्यक रूप से कराने की बात कही गयी.
मलेरिया दिवस को लेकर शहर के जयप्रकाश नारायण अस्पताल परिसर में वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक के नेतृत्व में एक रैली निकाल कर मलेरिया रोग के बारे में जानकारी दी गयी.
डॉ हक ने बताया कि मलेरिया मच्छर जनित रोग है. इस रोग को नियंत्रित करने के लिए काफी काम किया गया है. देश में मलेरिया सबसे अधिक नियंत्रित की जा चुकी बीमारी है.
उन्होंने बताया कि सभी प्रखंडों में मलेरिया की जांच और ईलाज की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध है।
लंबे समय तक मलेरिया खतरनाक
बताया कि मलेरिया का लंबे समय तक असर रहना खतरनाक होता है. मलेरिया रोगी को सर्दी सिरदर्द के साथ बार-बार बुखार आता है. गंभीर मामलों में रोगी बेहोश हो जाता है या उसकी मौत भी हो सकती है.
मलेरिया मादा एनोफिलिज मच्छर के काटने से होता है. बताया कि मार्च 2023 में 1151 लोगों की जांच में पांच लोग मलेरिया पॉजिटिव पाये गए। बताया कि 2022 में 15 हजार 76 बुखार के मामले सामने आये। इसमें 26 मामले मलेरिया के थे.
मच्छर से ऐसे करें बचाव
लोगों को जानकारी दी गयी कि अपने घर के आसपास मच्छर को पनपने नहीं दें. मच्छरों से बचाव के लिए घर एवं घर के आस -पास बने गड्ढों, नालियों, बेकार पड़े खाली डब्बों, पानी की टंकियों, गमलों, ट्यूब में पानी एकत्रित न होने दें. ऐसे में वहां पर डीडीटी छिड़काव करें. अन्यथा किरासन तेल डाले. इससे लार्वा पनप नहीं पाते हैं. यदि किसी को बुखार आता है तो उसे मलेरिया जांच अवश्य करानी चाहिए. रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें. मलेरिया से बचने की सलाह देते हुए कहा कि पूरे बदन को ढकने वाले कपड़े पहनें. मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में सरकार की तरफ से डीडीटी का छिड़काव कराया जाता है. यदि मलेरिया के मामले नजर आते हैं तो इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें ताकि इसकी रोकथाम के लिए छड़काव किया जा सके.
Apr 25 2023, 18:48