उप विकास आयुक्त ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पदाधिकारियों के साथ की बैठक, जल संकट पर चर्चा
गया। शहर के समाहरणालय सभाकक्ष में उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी तथा पीएचइडी के अभियंतागण के साथ बैठक कर वर्तमान समय में जल संकट की क्या स्थिति है, इसकी जानकारी ली गई।
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से जानकारी लिया कि अपने क्षेत्र के किसी भी टोले/ कस्बे/ पंचायत/ वार्ड/ बसावट में पानी की समस्या है या नहीं। बैठक में कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने बताया कि वर्तमान समय में गया जिला में औसतन 33 फीट भूगर्भ जल स्तर है। पेयजल की कोई विशेष समस्या किसी भी प्रखंड से अब तक सामने नहीं आई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में हर दिन 100 से 110 चापाकल मरम्मत करवाया जा रहा है। अब तक कुल 2790 सार्वजनिक चापाकल को मरम्मत की गई है। उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि चापाकल मरम्मत गैंग की संख्या बढ़ाकर चापाकल मरम्मत में तेजी लावे।
पानी टैंकर को पूरी फंक्शनल रखें यदि किसी क्षेत्र से टैंकर की मांग आने पर त्वरित गति से टैंकर मुहैया करावे। उप विकास आयुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि नल जल योजना के तहत छूटा हुआ टोला में पानी की समस्या ना मिले, इसे लेकर वर्तमान समय में बोरिंग कराते हुए स्टैंड पोस्ट के माध्यम से पानी पहुंचाएं ताकि गर्मी को देखते हुए छुटे हुए टोले के प्रभावित व्यक्ति को पानी मिल सके। उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को नल जल योजना को दुरुस्त रखने के लिए मेंटेनेंस फंड के अंतर्गत प्रत्येक योजनावार डब्ल्यू आई एम सी के तहत ₹12000 दी गई है। इसके साथ ही 15वी वित्त के तहत डब्ल्यू आई एन जी द्वारा सभी मुखिया के फंड को नल जल योजना के मरम्मत के लिए ₹12000 दी गई है। इस प्रकार कुल सभी प्रखंडों में नल जल योजनावार ₹24000 मेंटेनेंस हेतु दी गई है। उन्होंने निर्देश दिया कि छोटे-मोटे मरम्मत के अभाव में कोई भी नल जल योजना बंद ना रहे, इसे सुनिश्चित करावे। मेंटेनेंस फंड के तहत उपलब्ध कराए गए राशि से 48 घंटे के अंदर बंद पड़े नल जल योजना को चालू करवाएं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उन्होंने निर्देश दिया कि आपके क्षेत्र के वैसे महादलित टोला जहां अब तक नल जल योजना का कार्य नहीं हुआ है तथा वहां कोई सार्वजनिक चापाकल भी नहीं है, वैसे टोलो को स्थानीय मुखिया के माध्यम से जानकारी लेते हुए सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, जिला स्तर पर उन महादलित टोला की सूची उपलब्ध करावे, ताकि वहां पेयजल उपलब्ध कराने हेतु तत्काल कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जा सके। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने प्रखंड में जल संकट की स्थिति में नोडल पदाधिकारी हैं। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी का दायित्व है कि अपने क्षेत्र में जल संकट पर पूरी नजर जमाए रखें कहीं भी किसी क्षेत्र में जल संकट की समस्या आने पर तुरंत रिस्पॉन्ड करते हुए वैकल्पिक व्यवस्था सुचारू करावे।
उन्होंने निर्देश दिया कि वर्ष 2019 के गर्मी के मौसम में जिन जिन स्थानों पर जल संकट के दौरान वाटर टैंकर भेजे गए थे उन क्षेत्रों में वर्तमान समय में पेयजल की क्या स्थिति है। इसका आकलन सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी स्वयं उस संबंधित टोला में जाकर करना सुनिश्चित करें। उप विकास आयुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बांके बाजार के प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा सभी पंचायत के सार्वजनिक स्थानों पर पंचायत स्वच्छता समिति के राशि से गर्मी से राहत देने के उद्देश्य से प्याऊ लगवाया गया है। उसी रोल मॉडल के आधार पर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने प्रखंड के सभी पंचायतों के सार्वजनिक स्थानों यथा मार्केट, बस स्टैंड, विद्यालय के बाहर इत्यादि स्थानों पर प्याऊ का अधिष्ठापन 2 दिनों के अंदर करवाएं।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Apr 11 2023, 20:46