बिहार के गया में पुलिस की बड़ी कार्रवाई : समेकित जाँच चौकी डोभी पर अवैध वसूली करने वाले दो होमगार्ड जवान समेत चार गिरफ्तार
गया। बिहार के गया में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए समेकित जाँच चौकी डोभी पर अवैध वसूली करने वाले दो होमगार्ड जवान समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। इसकी जानकारी गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी है।
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि डोभी चेकपोस्ट पर प्रतिनियुक्त कर्मियों, होमगार्ड के जवान तथा प्राईवेट व्यक्तियों द्वारा अवैध राशि वसूली की शिकायत मिल रही थी। जिसके आलोक में शेरघाटी सहायक पुलिस अधीक्षक, बाराचट्टी थाना अध्यक्ष को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। जिसके बाद करवाई के क्रम में चालक निशानदेही पर दलाल राकेश कुमार, पिता अजय कुमार केसरी उर्फ अज्जु लाल ग्राम रटनी थाना बाराचट्टी को पकड़ा गया, परंतु कुछ दलाल भागने में सफल रहा। चालक के लिखित आवेदन के आधार पर बाराचट्टी थाना कांड सं0-307 / 23, दि० - 23.03.2023, धारा-341/323/386/387/ 34 भा0द0वि0 दर्ज किया गया।
जिसके बाद गिरफ्तार अभियुक्त राकेश कुमार से पूछताछ किया गया तो उन्होंने अपना अवैध वसूली की संलिप्तता को स्वीकारा और बताया की वह और उनके साथी गाड़ी को साईड लगाते हैं और चालक को चालान कटाने के लिए खिड़की पर भेजते हैं जो चालक चालान नहीं कटाना चाहते हैं। उससे नाजायज राशी वसूली करते है। नहीं देने पर रंगदारी पूर्वक मारपीट एवं धमकी देकर राशि वसूली करते है तथा इसे वहां पर काउण्टर पर डाटा ऑपरेटर सुमन कुमार एवं अन्य ऑपरेटर रखे हैं और उक्त कार्य के लिए उसे एवं अन्य लोगों को राशि देते हैं। एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि छापामारी के क्रम में दक्षिणी लेन में काउण्टर रूम में चौकी पर बिछे चादर के नीचे से 6,270 बरामद किया गया तथा काउण्टर पर कुल राशि 1,70,600 मिला जो चालान की राशि बतायी गयी, जिसे वापस कर दिया गया और इसकी जॉच जारी है।
बेड के नीचे बरामद 6,270 रूपया के विषय में डाटा ऑपरेटर सुमन कुमार के द्वारा बताया गया कि वह रूपया चालान का नहीं है। कुछ देर पहले गृहरक्षक के सिपाही ब्रजेश यादव एवं गृहरक्षक शंभुनाथ पाण्डे इस रूम आये थे और उनके द्वारा यहां पर पैसा रख दिया गया था, लेकिन इस बारे डाटा ऑपरेटर द्वारा बाराचट्टी पुलिस को सूचना नहीं दिया गया। इन्होने गृहरक्षक द्वारा पैसा रखने की बात को स्वीकार है। घटना के विषय में डाटा ऑपरेटर सुमन कुमार से पूछताछ किया गया, लेकिन इनके द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। इससे प्रतीत होता है कि इस रंगदारी एवं अवैध उगाही के घटना में इनकी भी संलिप्ता है। जिसके बाद इन लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। साथ ही इस घटना में संलिप्त लोगों की पहचान किया जा रहा है।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Mar 25 2023, 21:10