पथरी के आपरेशन में चिकित्सक की लापरवाही से मरीज की हुई मौत,परिजनों ने किया हंगामा
लखनऊ। विवादों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले सरदार पटेल(ओपी चौधरी)अस्पताल में भर्ती मरीज की मौत पर जम कर बवाल हुआ।मृतक के परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सक पर झूठ बोल कर गुमराह करने के आरोप लगाए हैं।हंगामे के दौरान मौके पर पहुंची पीजीआई थाने की पुलिस ने किसी तरह समझा कर लोगों को शांत कराया।
राजधानी की रायबरेली रोड उतरेठिया के सरदार पटेल(ओपी चौधरी)अस्पताल में गालब्लेडर की पथरी के आप्रेशन के लिये भर्ती कराये गए सैंतीस वर्षीय अरुण कुमार सिंह की मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई।
मृतक अरुण के भाई भूपेंद्र सिंह के मुताबिक बीती 21 फरवरी को अस्पताल ने भर्ती कर लिया था अगले दिन 22 फरवरी को डा० बीएन शुक्ला ने आप्रेशन किया,इस आप्रेशन में डाक्टर की लापरवाही से कोई नस कट गई जिसे खुद डाक्टर भी नहीं समझ पाया।चौबीस फरवरी को उन्हें चिकित्सक ने अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया।घर पहुंच कर दो दिन बाद ही मृतक अरुण को झटके आने शुरू हो गए।दिक्कत बढ़ने पर एक मार्च को डा० बीएन शुक्ला ने उन्हें दोबारा भर्ती कर लिया और तीन मार्च को चिकित्सक ने दोबारा आप्रेशन कर दिया।
किसी दूसरे अस्पताल में दिखाने का नहीं दिया मौका,ऐंठ ली मोटी रकम
आरोप है कि किसी दूसरे अस्पताल या डाक्टर को दिखाने के लिये कहने पर परिजनों को मरीज की तबियत में सुधार होने की बात कह कर चिकित्सक उन्हें गुमराह करता रहा।यही नहीं किसी दूसरे डाक्टर से संपर्क करने के लिये मरीज की फाइल भी परिजनों को देने से इंकार कर दिया गया।पथरी के छोटे आप्रेशन में चिकित्सक की लापरवाही की बदौलत उन्हे दोबारा भर्ती कराना पड़ा।परिजनों को झूठ बोल कर अस्पताल प्रसाशन ने सात लाख से अधिक रकम ऐंठ ली।
दो मासूम बच्चों के सर से उठा पिता का साया,पत्नी का रोरो कर बुरा हाल
मृतक अरुण जनपद हरदोई के बखरिया पिहांनी का रहने वाला था।वर्तमान समय में न्यू डिफेंस कालोनी में किराये के मकान में रह कर चेकमेट सिक्योरिटी कंपनी में कार्यरत था।घर में पत्नी अंशिका और दो बेटे जिसमें सात वर्ष का उत्कर्ष और ग्यारह वर्ष का आकर्ष हैं।पत्नी रह रह कर बेहोश हो रही थी वहीं मासूम बच्चे भी आंखों में आंसू लिये अपने पापा के शव का अस्पताल के बाहर आने का इंतजार कर रहे थे। भाई की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा, पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया शव
माहौल और बिगड़ता उससे पहले मौके पर पहुंची पीजीआई थाने की पुलिस ने परिजनों और शुभचिंतकों को शान्त कराया।मृतक अरुण के भाई भूपेंद्र ने पीजीआई थाने में चिकित्सक और अस्पताल प्रसाशन के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई है।पीजीआई पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
परिजनों द्वारा आरोपी बनाए गए डाक्टर बीएन शुक्ला का कहना है कि मरीज ने किसी दूसरे अस्पताल में सीबीडी शिफ्टिंग करवाई थी इसके तीन महीने के अंदर ही आप्रेशन करवाना होता है। मरीज आठ महीने बाद मेरे पास आया तबतक अंदर इंफेक्शन काफी फैल चुका था।
Mar 14 2023, 19:25