जनपद के 150 गाँव में मोबाइल वैन करेगी परिवार नियोजन पर प्रचार-प्रसार
गोण्डा, 21 नवम्बर 2025। – उम्मीद परियोजना के तहत जिला चिकित्सालय सभागार में डिस्ट्रिक्ट वर्किंग ग्रुप की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. रश्मि वर्मा ने की। बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, आईसीडीएस, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, एनआरएलएम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा मोबियस फाउंडेशन के सहयोग से संचालित एसबीसीसी कैंपेन ‘इतनी भी क्या जल्दी है?!!!’ का औपचारिक शुभारंभ किया गया।
सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सामाजिक व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से परिवार नियोजन के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना है। पोस्टर्स, लघु फिल्मों, जिंगल्स और अन्य माध्यमों से सही उम्र में विवाह, पहला बच्चा देरी से, दो बच्चों के जन्म में अंतर और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली के सही उपयोग जैसे संदेशों का प्रसार किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान अभियान से जुड़े पोस्टर्स, फिल्मों और जिंगल्स का विमोचन भी किया गया।
इस मौके पर जनपद के कटरा बाजार, मनकापुर और करनैलगंज ब्लॉक के 150 गाँवों में जागरूकता फैलाने हेतु मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह वैन नवंबर 2025 से फरवरी 2026 तक गांवों में फिल्म प्रदर्शन, जिंगल प्रसारण और हैण्डबिल वितरण के माध्यम से परिवार नियोजन पर जागरूकता फैलाएगी। आशाओं के माध्यम से फिल्म प्रदर्शन के दिन परिवार नियोजन साधनों का वितरण भी किया जाएगा, जबकि वैन में तैनात काउंसलर द्वारा परामर्श सेवाएँ दी जाएँगी। सही उत्तर देने वाले ग्रामीणों को पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आदित्य वर्मा ने अवगत कराया कि ऑनलाइन माध्यम—इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर, फेसबुक—साथ ही ऑफलाइन माध्यम से भी अभियान की संदेश सामग्री व्यापक रूप से प्रसारित की जाएगी। इसके अलावा जरवल ब्लॉक में लंबे समय तक परिवार नियोजन साधनों को अपनाने वाले उपयोगकर्ताओं और बेहतर कार्य करने वाले ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत में पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राज्य प्रतिनिधि बी. के. जैन ने उम्मीद परियोजना के सात जनपदों में चल रहे कार्यों, काउंसलिंग कॉर्नर स्थापना, आशा-एएनएम प्रशिक्षण और अंतर्विभागीय समन्वय की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि परियोजना का मुख्य उद्देश्य परिवार कल्याण सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाना है।
इस अवसर पर डॉ. आर. पी. सिंह, डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर, ने समुदाय स्तरीय सेवाप्रदाताओं और प्रधानों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। वहीं मोबियस फाउंडेशन के प्रतिनिधि प्रभात कुमार ने संसाधनों के संतुलित उपयोग के लिए परिवार नियोजन को आवश्यक बताया।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग सहित पंचायती राज, शिक्षा, ग्राम्य विकास, आईसीडीएस, महिला एवं बाल विकास, एनआरएलएम एवं सहभागी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की सक्रिय उपस्थिति रही।













5 hours ago
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