*वट सावित्री व्रत में महिलाओं ने की बरगद की पूजा:पति की लंबी आयु के लिए की पूजा, सामूहिक रूप से हुआ आयोजन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। महिलाओं के सशक्तिकरण और आस्था का पर्व वट सावित्री व्रत सोमवार को घर-घर में मनाया गया। व्रती महिलाओं द्वारा बरगद के पेड़ की आस्था पूर्वक पूजा अर्चना की गई। कई जगहों पर सामूहिक रूप से महिलाओं ने पूजा अर्चना में भाग लिया। महिलाओं का कहना है कि यह व्रत अपने पति के लंबी आयु के लिए किया जाता है ।वट सावित्री व्रत में बरगद के पेड़ की पूजा की गई। बताया जाता है कि हिंदू धर्म में बरगद का वृक्ष पूजनीय माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इस वृक्ष की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि इस दिन बरगद के पेड़ की पूजा शुभ मानी जाती है।
वट सावित्री व्रत की पूजन सामग्री में सावित्री-सत्यवान की मूर्तियां, धूप, दीप, घी, बांस का पंखा, लाल कलावा, सुहाग का समान, कच्चा सूत, चना (भिगोया हुआ), बरगद का फल, जल से भरा कलश आदि शामिल किया गया। व्रतियों ने सावित्री और सत्यवान की पूजा करते हुए बड़ की जड़ में पानी दिया। पूजा में जल, मौली, रोली, कच्चा सूत, भिगोया हुआ चना, फूल तथा धूप का प्रयोग किया गया। जल से वटवृक्ष को सींचकर उसके तने के चारों ओर कच्चा धागा लपेटकर तीन बार परिक्रमा किया। बड़ के पत्तों के गहने पहनकर वट सावित्री की कथा सुना। भीगे हुए चनों का बायना निकालकर, नकद रुपए रखकर अपनी सास के पैर छूकर उनका आशीष प्राप्त किया।
May 26 2025, 18:00