/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png StreetBuzz खेत में लगी प्याज की फसल बचाने गए दंपति पर गिरी आकाशीय बिजली, मौके पर हुई मौत Raipur
खेत में लगी प्याज की फसल बचाने गए दंपति पर गिरी आकाशीय बिजली, मौके पर हुई मौत

कवर्धा- छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में रविवार को तेज आंधी, गरज और झमाझम बारिश के बीच एक दर्दनाक हादसा हो गया. आकाशीय बिजली की चपेट में आकर दोनों पति-पत्नी की मौत हो गई. मृतक की पहचान सिंगारपुर गांव निवासी हेमलाल पटेल (32 वर्ष) और उनकी पत्नी चैती पटेल के रूप में हुई है. घटना के बाद परिजनों में मातम पसर गया है.

जानकारी के अनुसार, लोहारा थाना क्षेत्र के सिंगारपुर गांव में हेमलाल और चैती प्याज की खेती करते थे. बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल खेती खराब होने का डर था. इसीलिए दोनों कल प्याज को तिरपाल से ढकने के लिए खेत गए हुए थे. इसी बीच आसमन से बिजली मौत बनाकर गिरी.

बिजली गिरने की तेज आवाज सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे अन्य किसान तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक दोनों की जान जा चुकी थी. घटना की सूचना मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई.

सूचना पर पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की. पंचनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए गए.

हृदय स्थल जयस्तंभ चौक की LED हुई चकनाचूर, रिफ्लेक्शन से दुर्घटना की आशंका

रायपुर-  राजधानी रायपुर का ह्रदयस्थल कहे जाने वाला जयस्तंभ चौक इन दिनों बदहाल स्थिति में है. चौक पर चारों ओर लगाई गई एलईडी स्क्रीनें टूट चुकी हैं और कांच चकनाचूर होकर बिखरा पड़ा है. इन एलईडी में महात्मा गांधी, सुभाषचन्द्र बोस, शहीद वीर नारायण सिंह जैसे महापुरुष की तस्वीर दिखती थी. स्थिति ये है कि एलईडी टूटने के बाद किसी जनप्रतिनिधि का इसमें ध्यान नहीं जा रहा है.

बता दें कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने राजधानी रायपुर के जयस्तंभ चौक के सौंदयींकरण में लाखों रुपए खर्च किए गए थे. रायपुर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चौक के चारों ओर एलईडी लाइटें और डिजिटल स्क्रीन लगाई गई थीं, जिनका उद्देश्य चौक को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाना था.

विधायक चंद्राकर ने विधानसभा में जताई थी आपत्ति

पिछले दिनों विधायक अजय चंद्राकर ने विधानसभा में आपत्ति जताते हुए सवाल उठाया था कि ऐतिहासिक जयस्तंभ चौक को प्रचार का माध्यम क्यों बनाया जा रहा है? तब सरकार ने सौंदर्याकरण और महापुरुषों की तस्वीरों का हवाला दिया था.

हादसे की आशंका

वर्तमान में इन एलईडी लाइटें उखड़ चुकी हैं. टूटे कांच और लाइट रिफ्लेक्शन के कारण हादसे की आशंका भी बनी हुई है. इसके बावजूद न तो किसी जनप्रतिनिधि और न ही प्रशासन की ओर से इस ओर कोई ध्यान दिया जा रहा है. जबकि पिछले पखवाड़े भर से यहां विभिन्न आयोजन हो रहे हैं.

PM आवास योजना में फर्जी जियो टैगिंग का खेल, रिपोर्ट में 1366 आवासों को दिखाया पूर्ण, लेकिन 400 से ज्यादा मकानों की स्थिति संदिग्ध, सीईओ बोले-

गरियाबंद-  छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पीएम आवास योजना के तहत बनाए जा रहे मकानों की फर्जी जियो टैगिंग कर गलत रिपोर्ट देने का मामला सामने आया है. देवभोग और मैनपुर जनपद क्षेत्र में मैदानी कर्मियों ने कई अधूरे मकानों का काम पूरा दिखाकर ऑनलाइन जियो टैगिंग कर दी. दरअसल, बीते 15 दिनों में 1366 आवासों को पूर्ण बताया गया, जबकि इनमे से 400 से ज्यादा आवासों की स्थिति पर संदेहास्पद है.

जिसकी छत की ढलाई नहीं हुई उसे भी पूर्ण बताया

झाखरपारा के सुंदरसिंह, दहीगांव के परमेश्वर सिंह जैसे इस तिथि के बाद पूर्ण बताए गए 20 से ज्यादा हितग्राही के आवास की छत की ढलाई तक नहीं हुई पर इनके आवास को 15 मई तक पूर्ण बताया कर ऑनलाइन जियो टैग कर दिया गया. दहीगांव के यादराम का मकान तो डोर लेबल तक भी नहीं पहुंचा पर उसकी तस्वीर दूसरे के मकान में खड़ा कर पूर्ण दर्शाया गया है, जिससे प्रशासन को गुमराह किया जा सके.

एक ही मकान, दो हितग्राही

जांच में सामने आया है कि एक ही मकान को दो हितग्राहियों के नाम पर दिखाया गया. उदाहरण के तौर पर पुरनापानी गांव में चूमन लाल और जय सिंह की जियो टैगिंग एक ही आवास में की गई. ऐसा करीब 30 हितग्राहियों के रिपोर्ट में दर्शाया. इसी तरह, झाखरपारा में भी एक मकान को अलग-अलग एंगल से फोटो लेकर दो अलग हितग्राहियों का बताया गया. पिछले 15 दिनों के प्रगति बताने वाले ज्यादातर रिपोर्ट में इसी तरह से पर्दा डालने का काम किया गया है.

कार्रवाई से बचने आंकड़ों में हेराफेरी

सीएम के सख्त निर्देश के बाद, जिला प्रशासन ने आवास प्रगति पर निगरानी बढ़ा दी थी. शो-कॉज नोटिस के डर से कई मैदानी कर्मचारियों ने प्रगति की बोगस रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत की. रिपोर्ट के अनुसार, 1 मई को देवभोग ब्लॉक में 2700 मकान अप्रारंभ थे, जो 15 मई तक घटकर 2157 हो गए. वहीं पूर्ण आवास 1200 से बढ़कर 1658 हो गए. द्वितीय और तृतीय किश्त जारी आंकड़ों में भी इजाफा हुआ. मगर जमीनी हकीकत इससे अलग है.

तेजी से बढ़ा प्रतिशत

प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के मुताबिक, 17 अप्रैल की स्थिति में जिले में स्वीकृत 34138 आवास में केवल 5339 पूर्ण थे, लेकिन 15 मई की स्थिति में 7214 हो गया। ब्लॉक वार पूर्णता का प्रतिशत देखें तो उपरोक्त अवधि में छुरा की प्रगति 18.67% थी, जो 24.24 हुआ। देवभोग में 17% से बढ़कर 23.09%, फिंगेश्वर में 24.85 % था, जो बढ़ कर 32.43 हो गया।सबसे कम प्रगति देने वाले गरियाबंद ब्लॉक में 13.6% से बढ़कर आंकड़ा 16.46 प्रतिशत हुआ और सबसे कमजोर मैंनपुर ब्लॉक में 8.82 प्रतिशत से बढ़कर प्रगति को 12.62 प्रतिशत बढ़ाया गया.

जिलास्तर पर तेजी से जांच

जिला पंचायत सीईओ जीआर मरकाम ने कहा कि एक ही परिवार के दो हितग्राही यदि साथ मकान बना रहे हों, और मकान की लंबाई-चौड़ाई मानक से अधिक हो, तो संभव है कि एक मकान पर दो जियो टैगिंग हुई हो. लेकिन यदि जानबूझकर गलत रिपोर्ट तैयार की गई है, तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

अब तक कितनों पर हुई कार्रवाई?

प्रत्येक जनपद को सेक्टर में बांटे गए आवास के निर्माण में गति लाने तकनीकी सहायक, पंचायत सचिव से लेकर आवास मित्र को जवाबदार बनाया गया. 15 दिन पहले सीएम ने कलेक्टरों की बैठक लेकर पीएम आवास में तेजी लाने कमजोर कड़ियों पर कार्रवाई निर्देश दे दिया. प्रशासन का फोकस आवास योजना पर केंद्रीत हुआ. कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ लगातार ब्लॉक में बैठक लेकर प्रगति की समीक्षा करते रहे. जिस सेक्टर में 10 प्रतिशत से कम प्रगति आई, वहां के जवाबदारों को शो काज नोटिस थमाया गया.

शो-कॉज नोटिस अब तक :-

फिंगेश्वर – 18

छुरा – 13

गरियाबंद – 16

मैनपुर – 34

देवभोग – 25

इन जिम्मेदारों के साथ जनपद सीईओ और पीओ को भी जवाबदेह ठहराया गया है. यदि जांच में फर्जीवाड़ा सिद्ध होता है, तो निलंबन की कार्रवाई तय मानी जा रही है.

खेत में काम के दौरान बड़ा हादसा, 11kV तार की चपेट में आने से बुरी तरह झुलसे हार्वेस्टर चालक समेत तीन लोग, इलाज जारी

बिलासपुर-  रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम गढ़वट में खेत में काम के दौरान बड़ा हादसा हो गया. हार्वेस्टर मशीन में डीजल भरने के दौरान पंजाब के हार्वेस्टर चालक समेत तीन लोग करंट की चपेट में आ गए, जिससे सभी बुरी तरह झुलस गए. तीनों घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर के सिम्स अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनका इलाज जारी है. डॉक्टरों के अनुसार सभी की हालत फिलहाल स्थिर है.

जानकारी के अनुसार, गढ़वट गांव में पंजाब से आया हार्वेस्टर चालक निर्मल सिंह खेत में डीजल भर रहा था, साथ में उसका साथी सुखदेव सिंह और प्रदीप कुमार भी मौजूद थे. इसी दौरान मशीन के पास से हाई वोल्टेज लाइन गुजर रही थी. ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज लाइन से अचानक करंट फैल गया. सभी करंट की चपेट में आने से झुलस गए. 

मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें फौरन रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां से उन्हें बिलासपुर रेफर किया गया. तीनों घायलों की हालत फिलहाल स्थिर है. हादसे के बाद ग्रामीणों में आक्रोश देखा गया. उन्होंने खेत के ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन को दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया और बिजली विभाग से इसे हटाने की मांग की है.

राजधानी के दो होटलों में चल रहा था जिस्मफरोशी का धंधा, पुलिस ने मारा छापा, महिला मैनेजर समेत 6 आरोपी गिरफ्तार, संचालक फरार

रायपुर- राजधानी रायपुर के होटल आदित्य गैस्ट हाउस और होटल गगन ग्रैंड में देह व्यापार का धंधा चलाया जा रहा था, जिसका पुलिस ने छापेमार कार्रवाई कर भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने दो महिला मैनेजर समेत कुल 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं दोनों होटलों के संचालक कुणाल बाग और भागीदार सुमित फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। यह मामला गंज थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार, गोपनीय सूचना के आधार पर गंज थाना और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने प्वाइंटर के माध्यम से सौदा तय कराया और संकेत मिलते ही दोनों होटलों में एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की। रेड के दौरान होटल आदित्य गैस्ट हाउस की महिला मैनेजर रेवती साहू और होटल गगन ग्रैंड के मैनेजर सुब्रत सेठी, महिला रिसेप्शनिस्ट निशामणी बेहरा और अन्य स्टाफ को मौके से पकड़ा गया। साथ ही संदिग्ध अवस्था में मिले मनोज वैष्णव और तेजेश्वर डडसेना को भी गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने आरोपियों के पास से 4 मोबाइल, नगदी रकम जब्त की है। इनके खिलाफ थाना गंज में अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम 1956 की धारा 3, 4, 5, 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

होटल के संचालक कुणाल बाग और उसका सहयोगी सुमित इस पूरे नेटवर्क के प्रमुख बताये जा रहे हैं, जो फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने उनकी तलाश में जुटी हुई है।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम

सुब्रत सेठी (32 वर्ष), मैनेजर, होटल गगन ग्रैंड, मूल निवासी ओडिशा

रेवती साहू (30 वर्ष), मैनेजर, होटल आदित्य गैस्ट हाउस, निवासी खैरागढ़

नीलाबर बाग (29 वर्ष), निवासी बलांगीर, ओडिशा

निशामणी बेहरा (27 वर्ष), पत्नी सुब्रत सेठी, निवासी उड़ीसा

मनोज कुमार वैष्णव (40 वर्ष), निवासी कांकेर

तेजेश्वर डडसेना (35 वर्ष), निवासी महासमुंद।

एनिकट का गेट खुलने से बहा नदी में स्टोर किया गया पानी, जल संकट की आशंका

बलरामपुर-  रामानुजगंज शहर के लिए जीवनदायिनी मानी जाने वाली कनहर नदी में बने एनिकट का गेट अचानक खुल गया, जिससे स्टोर किया गया पानी बहकर निकल गया. इस घटना के बाद शहर में जल संकट गहराने की आशंका जताई जा रही है. दरअसल, करीब 25 हजार की आबादी को पेयजल आपूर्ति इसी स्रोत से की जाती है.

दरअसल, कनहर नदी का ही पानी फिल्टर होने के बाद लोगों के घर तक पहुंचता है. लेकिन एनिकट से पानी का बह जाना लोगों के लिए चिंता का विषय बन गया है. लोगों को जैसे ही पानी खाली होने की जानकारी मिली, तो बड़ी संख्या में मछली पकड़ने वालों की भीड़ वहां उमड़ पड़ी.

सबसे हैरानी की बात यह है कि एनिकट का गेट कैसे खुला, इसकी किसी के पास कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. इस घटना ने लोगो की चिंता और अधिक बढ़ गई है.

कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने कहा- ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिका की भूमिका पर सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए

रायपुर- आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को लेकर देश में सियासत गरमाई हुई है. विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ओर से पूछे गए सवाल के बाद अब कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने भी कहा कि केंद्र सरकार को सारी जानकारी स्पष्ट रूप से देनी चाहिए. कांग्रेस सहित देश के सभी दलों ने आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्र सरकार समर्थन किया है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद जो कार्रवाई सेना के माध्यम से हुई वह गौरवपूर्ण है. देश की जनता हर मोर्चे पर जाकर लड़ने के लिए तैयार खड़ी थी. सेना के साथ पूरा देश एकजुट था. लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ कि अमेरिका की ओर से यह जानकारी पहले दी जाती है कि सीजफायर हो गया है ? सवाल यही है कि भारत और पाक के बीच अमेरिका की भूमिका क्या रही है ? क्या ट्रंप ने कोई मध्यस्थता की है ? क्या वाकई व्यापार का डर दोनों देशों को दिखाया गया ? आखिर हुआ क्या-क्या इसका जवाब तो देना ही चाहिए. इसीलिए तो हम संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं. विशेष सत्र आहूत कर सरकार को आतंकवाद के मुद्दे पर अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए. पाकिस्तान आगे सीजफायर का उल्लंघन नहीं करेगा, पाक से आतंकी हमले नहीं होंगे, आतंकवाद को मदद पाक से नहीं मिलेगा ? इन सारे सवालों का जवाब स्पष्ट रूप से मिलना चाहिए. क्योंकि पाकिस्तान की हरकतों को लेकर संदेह हमेशा बना रहेगा. देश इस उम्मीद में है कि आगे किसी भी तरह कोई आंतकी हमला नहीं होगा यह भरोसा सरकार सीधे तौर पर दिलाना चाहिए. पायलट ने यह तमाम बातें रायपुर में दिवंगत दिनेश मिरानिया के परिजनों से मुलाकात के बाद मीडिया से चर्चा में कही.

नक्सलवाद मोर्चे पर भी कांग्रेस सरकार के साथ

वहीं सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस आतंकवाद हो या नक्सलवाद हर मोर्चे पर सरकार के साथ खड़ी है. तेलंगाना सरकार का समर्थन छत्तीसगढ़ सरकार को नहीं मिलने की बात झूठी है. तेलंगाना राज्य भी नक्सलवाद से लड़ रहा है. नक्सलवाद की समस्या पूरी तरह से समाप्त होनी चाहिए. नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में तो कांग्रेस पार्टी ने सर्वाधिक शहादतें दी है. हमने अपने बड़े नेताओं को खोया है. बस हम यही चाहते हैं कि कोई निर्दोष आदिवासी न मारा जाए इसका ध्यान रखें.

संविधाना बचाओ रैली

सचिन पायलट ने कहा कि देश में आज संविधान को बचाना भी जरूरी हो गया है. देश के भीतर आज संवैधानिक संस्थाओं को भी निशाना बनाया जा रहा है. लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमलाे हो रहे हैं. संविधान की रक्षा करना हम सबका कर्तव्य है. कांग्रेस पार्टी ने बीते दिनों अहमदाबाद अधिवेशन में यह निर्णय लिया था कि देश भर में संविधान बचाओ रैली का आयोजन किया जाएगा. लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था. छत्तीसगढ़ के जांजगीर में आयोजित रैली से हम इसकी शुरुआत प्रदेश में करने जा रहे हैं.

दिवंगत दिनेश मिरानिया को श्रद्धांजलि

पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए दिनेश मिरानिया को श्रद्धांजलि देने सचिन पायलट समता कॉलोनी स्थित मिरानिया निवास पहुंचे. रायपुर एयरपोर्ट से सीधे शाम 6.15 को पायलट मिरानिया निवास पहुंचे. उनके साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज सहित अन्य नेता भी रहे. पायलट ने दिवंगत दिनेश के परिजनों से मुलाकात अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर मुलेर में शुरू हुआ अमल

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा सुशासन तिहार 2025 के तहत छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अति संवेदनशील और सुदूर ग्राम मुलेर में की गई घोषणाएं अब धरातल पर उतरने लगी हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए उपस्वास्थ्य केंद्र की स्थापना, तीन सीसी सड़कों के निर्माण और डोम शेड निर्माण के लिए कुल 21.54 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री साय ने बीते दिनों सुशासन तिहार के अंतर्गत ग्राम मुलेर का औचक दौरा कर विकास शिविर का निरीक्षण किया था। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर ग्रामवासियों में विशेष उत्साह देखा गया। ग्रामीणों ने मौके पर स्वास्थ्य, सड़क और सामुदायिक सुविधा से जुड़ी अपनी प्रमुख मांगें रखीं, जिन पर मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तत्काल स्वीकृति दी और प्रशासन को निर्देशित किया कि कार्यों को प्राथमिकता से शीघ्र पूर्ण किया जाए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की इस त्वरित और जनहितैषी पहल से न केवल ग्राम मुलेर में बुनियादी सुविधाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है, बल्कि शासन की जनकल्याण के प्रति संवेदनशीलता भी देखने को मिली है। पहल शासन और आम जनता के बीच विश्वास को और अधिक मजबूत करेगी।

कुख्यात लुटेरे को एंबुश लगाकर पुलिस ने किया गिरफ्तार, बैक टू बैक तीन लूट की वारदातों को दिया था अंजाम, लूटमार के कुल 16 केस हैं दर्ज

जशपुर- जिले में लूट की वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को लगातार चकमा दे रहा कुख्यात लुटेरा रतन लकड़ा आखिरकार ऑपरेशन अंकुश के तहत पुलिस के हत्थे चढ़ गया। तीन अलग-अलग लूट की वारदातों में शामिल इस शातिर अपराधी को जशपुर पुलिस ने फिल्मी अंदाज में एंबुश लगाकर गिरफ्तार किया। आरोपी के पास से एक देशी कट्टा भी बरामद किया गया है। रतन लकड़ा के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थानों में चोरी और लूट के कुल 16 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 14 अप्रैल को थाना बगीचा क्षेत्र में एक ही दिन तीन लूट की घटनाएं सामने आई थी। पहली घटना में सराईटोली निवासी प्रकाश गुप्ता ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह मारोल साप्ताहिक बाजार में गल्ला खरीदने गया था। दोपहर करीब 1:30 बजे जब वह दुकान पर अकेला था, तभी तीन अज्ञात युवक अपाचे बाइक से आए और कट्टा दिखाकर उसका 46,700 रुपये नकद और मोबाइल लूटकर फरार हो गए।

दूसरी घटना में फिरोजपुर निवासी सतीश यादव, जो यूएस एग्रो सीड कंपनी में काम करता है, ने भी रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह कंपनी के काम से ग्राम गुरमाकोना गया था, जहां तीन अज्ञात बदमाशों ने कट्टा दिखाकर उसके पर्स में रखे 1800 रुपये और मोबाइल लूट लिए।

तीसरी घटना ग्राम अलोरी सोनक्यारी में हुई, जहां एक व्यापारी से कट्टा दिखाकर 45 हजार रुपये लूटे गए। इस घटना की रिपोर्ट सोनक्यारी चौकी में दर्ज की गई थी।

एसपी के निर्देश पर गठित हुई विशेष टीम

सिलसिलेवार तीन लूट की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए जशपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर पांच विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया था। जांच के दौरान पहले आरोपी अमेरिकन पैंकरा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, जबकि दूसरे आरोपी धनेश्वर को कोरबा पुलिस द्वारा पकड़ा गया।

रतन लकड़ा की तलाश में पुलिस को करनी पड़ी कड़ी मेहनत

तीसरे आरोपी रतन लकड़ा (26 वर्ष) की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने तीन टीमें गठित की थी। आरोपी इतना शातिर था कि लगातार अपना लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। लेकिन टेक्निकल टीम और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस को खबर मिली कि आरोपी सोनक्यारी निवासी कमल कुजूर और नारायणपुर निवासी अशोक के संपर्क में है।

पुलिस ने इन दोनों पर निगरानी रखी और 17 मई को इनपुट मिला कि तीनों एक साथ मोटरसाइकिल से सोनक्यारी की ओर जा रहे हैं। तीन टीमों ने एक रणनीति के तहत घेराबंदी की। जैसे ही तीनों सोनक्यारी में कमल कुजूर के घर पहुंचे, घात लगाकर बैठी पुलिस टीम ने रतन लकड़ा को धर दबोचा। उसके पास से एक देशी कट्टा भी बरामद किया गया। आरोपी रतन लकड़ा रायगढ़ जिले के कापू थाना के चितमाड़ा का निवासी है।

पूछताछ में रतन लकड़ा ने तीनों लूट की घटनाओं में शामिल होने की बात स्वीकार की है। साथ ही उसने यह भी बताया कि ग्राम सोनक्यारी से एक पैशन प्रो मोटरसाइकिल और ग्राम मरोल में लूट में प्रयुक्त अपाचे बाइक को पत्थलगांव के कुमेकेला से चोरी किया था।

आरोपी के खिलाफ 16 आपराधिक मामले हैं दर्ज

रतन लकड़ा आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ थाना सन्ना, कोरबा, बतौली, लखनपुर और सीतापुर में चोरी व लूट के कुल 16 प्रकरण दर्ज हैं। इनमें से कुछ मामलों में वह पूर्व में जेल भी जा चुका है। अब उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।

नहीं थम रहा हादसों का कहर, बस-ट्रक की भीषण टक्कर में डेढ़ दर्जन घायल, धरमपुरा-बरेला मार्ग ‘रेड जोन’ में तब्दील

मुंगेली- मुंगेली जिले के जरहागांव थाना क्षेत्र में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को पथरिया मोड़ के पास एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ, जहां यात्री बस और ट्रक की आमने-सामने टक्कर में डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती कराए गए है। लेकिन ये हादसा अकेला नहीं है। महज 15 दिन पहले थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर रात के अंधेरे में हुए एक सड़क हादसे में 29 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी। दुर्भाग्य की बात ये है कि आज तक न आरोपी वाहन चालक व वाहन का पता चला, न ही यह साफ हो पाया कि दुर्घटना कैसे हुई। परिजनों का कहना है कि जांच की रफ्तार इतनी धीमी है कि परिजन आज भी न्याय की आस में हैं।

धरमपुरा से बरेला तक ‘रेड जोन’, लेकिन इंतजाम जीरो ?

धरमपुरा से बरेला तक की सड़क को लगातार हो रहे हादसों के कारण कथित तौर पर स्थानीय लोग ‘रेड जोन’के रूप में देख रहे है, लेकिन न सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, न बैरियर पर निगरानी व्यवस्था। जिला बॉर्डर और थानों के पास सुरक्षा कैमरे तक नहीं लगे हैं, जिससे दुर्घटनाओं के कारणों की जांच या दोषियों की पहचान मुश्किल हो जाती है। आलम ये है कि जरूरत पड़ने पर कि निजी घरो अथवा दुकानों के सीसीटीवी कैमरे पर पुलिस को निर्भर रहना पड़ता है।

क्या जान की कीमत इतनी सस्ती है?

स्थानीय लोगों का कहना है कि हर हादसे के बाद जांच और वादे तो होते हैं, लेकिन स्थायी समाधान आज तक नहीं निकला। तेज रफ्तार, लापरवाही और प्रशासन की निष्क्रियता की ये त्रासदी अब लोगों की जान लेने लगी है।

स्थानीयों की मांग

स्थानीय रहवासियों एवं राहगीरों की ये मांग है कि कथित रेड जोन में सीसीटीवी कैमरे और स्पीड मॉनिटरिंग उपकरण लगाए जाएं। बैरियर और बॉर्डर एरिया में निगरानी व्यवस्था हो। थानों को सक्रिय रूप से दुर्घटनाओं की जांच करनी चाहिए। हादसों की स्वतंत्र जांच और समयबद्ध रिपोर्ट पेश हो, क्योंकि सवाल अब सिर्फ हादसे का नहीं, व्यवस्था की संवेदनहीनता का है। क्या जिम्मेदार अब भी नही जागेंगे?