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भू-विस्थापितों की हड़ताल से कुसमुंडा खदान से कोयला परिवहन ठप, जानिए क्या हैं उनकी मांगें…

कोरबा-  छत्तीसगढ़ किसान सभा और भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के बैनर तले भू-विस्थापितों ने कुसमुंडा खदान में हड़ताल शुरू किया है. भू-विस्थापितों में एसईसीएल के कुसमुंडा, गेवरा, दीपका और कोरबा क्षेत्र के प्रभावित गांव के किसान शामिल हैं. हड़ताल की वजह से सुबह 6 बजे से खदान में कोयला परिवहन बंद है.

भू-विस्थापितों की मांगें हैं कि लंबित रोजगार प्रकरणों का तत्काल निराकरण किया जाए, खम्हरिया की जमीन किसानों को वापस की जाए, आउटसोर्सिंग कार्यों में प्रभावित भू-विस्थापितों को रोजगार प्रदान किया जाए, नए पुराने नाम पर मुआवजा कटौती बंद किया जाए, विस्थापित सभी परिवार को बसावट देना और बसावट गांव में मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना शामिल है. हड़ताल की सूचना पर मौके पर एसईसीएल के अधिकारी-कर्मचारी के अलावा सुरक्षाकर्मी और पुलिस बल तैनात हैं.

छत्तीसगढ़ में गर्मी का कहर, चलेगी लू, रायपुर में पारा 44 डिग्री तक पहुंचने की संभावना

रायपुर- छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. दिन और रात घरों में कूलर-एसी चल रहे हैं. आने वाले दिनों में लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग ने तापमान में लगातार वृद्धि होने की संभावना जताई है. अगले 48 घंटों में 1-2 डिग्री की वृद्धि हो सकती है. मौसम विभाग ने इस मौसम के बदलाव के पीछे पश्चिमी विक्षोभ और द्रोणिकाओं का प्रभाव होना बताया है.  

पिछले 24 घंटों में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हुई. वहीं उत्तरी छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर लू चली. सोमवार को प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस रायपुर में दर्ज किया गया. सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस जगदलपुर में दर्ज किया गया. 

मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पाकिस्तान और उसके आसपास चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के रूप में 3.1 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. वहीं एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका उत्तर-पश्चिम राजस्थान से पूर्वी बांग्लादेश तक फैली हुई है, जो हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड और गंगा के मैदान वाले पश्चिम बंगाल से होकर गुजरती है. यह द्रोणिका समुद्र तल से लगभग 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई तक विस्तारित है. इसके अलावा एक उत्तर दक्षिण द्रोणिका उत्तर छत्तीसगढ़ से मन्नार के खड़ी तक तेलंगाना रायल सीमा और तमिलनाडु होते हुए 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. 

प्रदेश में आज मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना जताई गई है. प्रदेश में उत्तर पश्चिमी हवाओं के प्रभाव के कारण मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ में अधिकतम तापमान में वृद्धि संभावित है. इसके कारण उत्तर छत्तीसगढ़ और उससे लगे जिलों में ग्रीष्म लहर चलने और मध्य छत्तीसगढ़ में ग्रीष्म लहर जैसी स्थिति बने रहने की संभावना है. 

अगले 5 दिनों में और बढ़ेगी गर्मीमध्य छत्तीसगढ़ में अगले 5 दिनों तक अधिकतम तापमान 42-44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है. अगले 4 दिनों तक उत्तरी छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर लू चलने की संभावना है तथा 23 अप्रैल से 25 अप्रैल तक मध्य छत्तीसगढ़ के एक-दो स्थानों पर लू चलने की संभावना है. 

रायपुर में आज का मौसम 

रायपुर शहर में आज आकाश मुख्यतः साफ रहने की संभावना है. अधिकतम तापमान लगभग 44°C और न्यूनतम तापमान करीब 28°C रहने की उम्मीद है. 

खैरागढ़ कांग्रेस में फूटा अंदरूनी गुटबाजी का ज्वालामुखी, जिला अध्यक्ष गजेंद्र ठाकरे ने दिया इस्तीफा

खैरागढ़- राजनीति में ‘अंदर की बात’ अक्सर बाहर देर से आती है, लेकिन खैरागढ़ में कांग्रेस की अंदरूनी कलह अब किसी पर्दे में नहीं रही. कांग्रेस जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ठाकरे ने पद से इस्तीफा देकर उस वर्चस्व की लड़ाई पर मुहर लगा दी है, जिसकी सुगबुगाहट राजनीतिक गलियारों में लंबे समय से थी.

ठाकरे ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को भेजे पत्र में ‘व्यक्तिगत एवं पारिवारिक कारणों’ का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है. जानकारों का कहना है कि यह सिर्फ दिखावटी कारण हैं. असल वजह पार्टी के भीतर चल रही रस्साकशी और अहम की जंग है, जिसने संगठन को भीतर से खोखला कर दिया.

छुईखदान निवासी ठाकरे को जब खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी, तब से ही संगठन में दरारें दिखाई देने लगी थीं. विरोध की फुसफुसाहट कभी बैठक से बाहर नहीं आई, लेकिन अंदर ही अंदर असंतोष की आग सुलगती रही. ठाकरे ने हरसंभव कोशिश की कि तीनों क्षेत्रों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाया जाए, लेकिन ‘ईगो’ की दीवारें न टूट सकीं.

सूत्रों के अनुसार, हाल ही में एक विवाह समारोह में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई मारपीट ने आग में घी डालने का काम किया. तभी से ठाकरे के मन में इस्तीफे का विचार और मजबूत हो गया था, जो अब जाकर सामने आया है.

ठाकरे का इस्तीफा कांग्रेस संगठन के लिए सिर्फ एक पद खाली होने की खबर नहीं है, बल्कि यह उस गहरे संकट का संकेत है, जिसमें खैरागढ़ की कांग्रेस डूबी हुई है. अब देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व इस संकट से निपटने के लिए क्या कदम उठाता है – संगठन को बचाने की कोई ठोस रणनीति आएगी या फिर अंदरूनी लड़ाइयों में पार्टी और नीचे गिरती जाएगी.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएँ

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ देते हुए धरती के संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए जन-सहभागिता का आह्वान किया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक विविधता से भरपूर प्रदेश है। यहाँ की संस्कृति, आजीविका और जीवनशैली सीधे तौर पर प्रकृति से जुड़ी है। इसी भावना के साथ राज्य सरकार वृक्षारोपण, जल-संरक्षण, नदी-नालों का पुनर्जीवन, सामुदायिक वन प्रबंधन और पर्यावरणीय रूप से संतुलित औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दे रही है।

उन्होंने बताया कि सरकार की योजनाओं में पर्यावरण संरक्षण को एक केन्द्रीय तत्व बनाया गया है, ताकि प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाते हुए आर्थिक प्रगति को सुनिश्चित किया जा सके। स्थानीय समुदायों को भी इन प्रयासों से जोड़ा जा रहा है, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरे और प्राकृतिक धरोहरें भी सुरक्षित रहें।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि हर व्यक्ति एक वृक्ष लगाए, उसकी देखभाल करे और अपने आसपास के पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संकल्प ले। जल और ऊर्जा जैसे संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करें तथा हरसंभव अक्षय ऊर्जा का प्रयोग कर पृथ्वी को प्रदूषण-मुक्त बनाने में योगदान दें।

कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान पर कैलाश विजयर्गीय का पलटवार, कहा- संविधान का जितना मजाक इन्होंने उड़ाया, किसी और ने नहीं…

रायपुर- मध्यप्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान पर कहा कि संविधान का उपयोग कांग्रेस राजनीति के लिए कर रही है. अगर कांग्रेस संविधान के अनुरूप चली होती तो ये दुर्दशा नहीं होती. संविधान का जितना मजाक कांग्रेस ने उड़ाया, उतना किसी ने नहीं किया.

भारत रत्न भीमराम अंबेडकर के सम्मान में आयोजित राजनांदगांव में आयोजित भाजपा के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे रायपुर पहुंचे कैलाश विजयवर्गीय ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा में कहा कि संविधान बचाओ अभियान के लिए कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जो अपनी जेब में संविधान की किताब लेकर घूम रहे हैं, मूल उसमें है क्या?

उन्होंने कहा कि संविधान की धज्जियां कांग्रेस ने उड़ाई है, आपातकाल लगाया, और जब यूपीए की सरकार थी तब उनके नेता ने बिल की कॉपी फाड़ी थी. अब वहीं नेता देश के संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ विदेश में बयान दे रहे हैं. इससे क्या देश का सम्मान बढ़ेगा.

चुनाव पर कांग्रेस का दोहरा चरित्र

चुनाव प्रणाली पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के सवाल उठाए जाने पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जहां जीत होती है, वहां सवाल नहीं है. जहां हारे वहां सवाल उठाना है. कांग्रेस का दोहरा चरित्र है, जनता इसे समझ रही है. इसलिए कांग्रेस को हर जगह नकार रही है. वहीं एक देश, एक चुनाव पर JPC की बैठक को लेकर कहा कि यह सिस्टम बहुत जरूरी है. इससे देश का पैसा बचेगा, समय बचेगा. देश का विकास होगा, हम सभी चाहते है एक साथ चुनाव हो.

किस गांधी की बात कर रहे बैज

वहीं ‘प्रदेश में चल रही गांधी की आंधी’ बयान पर वाले पीसीसी चीफ दीपक बैज को घेरते हुए विजय वर्गीय ने कहा कि कौन से गांधी की बात कर रहे हैं? जो ठीक तरीके से हिंदी में गांधी भी नहीं लिख पाते, या उस गांधी की, जिन्होंने देश के गरीबों की व्यथा को समझा. उस गांधी की, जो छुट्टी मनाने थाईलैंड जाते हैं, या उस गांधी की, जो गाय की सेवा करते थे. यह गांधी तो बीफ खाते हैं.

बताएंगे कैसे बाबा साहब के साथ धोखा हुआ

वहीं भाजपा के अंबेडकर के सम्मान में 10 दिवसीय कार्यक्रम को लेकर कहा कि मैं राजनांदगांव जा रहा हूं. देश में सभी नेता अलग-अलग स्थान पर जा रहे हैं. वहां पर लोगों के सामने ये सच लाएंगे कि कैसे कांग्रेस ने बाबा साहब के साथ धोखा किया है.

नहीं रहा कानन पेंडारी का शान, हार्ट अटैक से हुई ‘आकाश’ की मौत

बिलासपुर- कानन पेंडारी चिड़ियाघर की शान सफेद शेर ‘आकाश’ की सोमवार सुबह टहलते समय मौत हो गई. असमय मौत के पीछे कार्डियक अरेस्ट को वजह बताया जा रहा है. चिड़ियाघर प्रबंधन ने शव का पोस्ट मार्टम कर अंतिम संस्कार किया.

बताया जा रहा है कि सुबह पिंजड़े की सफाई के लिए पहुंचे जू कीपर ने पानी डाला तो आकाश के शरीर में किसी तरह की हलचल नहीं हुई. उसने तत्काल इसकी जानकारी अधिकारियों को दी. इस पर कानन के वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. पीके चंदन पहुंचे. जांच के बाद उन्होंने शेर को मृत घोषित कर दिया.

मौत की वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें हार्ट अटैक की पुष्टि हुई. इसके बाद मृत बाघ का अंतिम संस्कार किया गया. सफेद शेर आकाश जू में आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र हुआ करता था. उसकी मौत से वन्य प्रेमियों में शोक का माहौल है.

सफेद शेरों की संख्या फिर तीन हुई

बता दें कि आकाश की मौत से कानन पेंडारी चिड़ियाघर में वर्तमान में सफेद शेरों की संख्या फिर से तीन हो गई है. हाल ही में ग्वालियर जू से एक नया सफेद शेर लाया गया था, जिससे कुल संख्या चार हो गई थी. लेकिन अब आकाश की मौत से संख्या फिर से तीन पर पहुंच गई है.

वन्य जीवों की लगभग 70 प्रजातियां

कानन पेंडारी चिड़ियाघर लगभग 114.636 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है. यहाँ लगभग 70 प्रजातियों के वन्यजीव हैं, जिनमें सफेद बाघ, रॉयल बंगाल टाइगर, शेर, तेंदुआ, दरियाई घोड़ा, गैंडा, भालू, हिरण, इमू, शाही, विभिन्न पक्षी, मछलियाँ और सर्प शामिल हैं.

नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का बयान, कहा- देश में झूठ बोलने का ट्रेंड चल रहा, इसलिए

रायपुर- आजकल देश में झूठ बोलने का ट्रेंड चल पड़ा है. जोर-जोर से झूठ बोला जा रहा है, इसलिए अब सच बोलने के लिए भी उतनी ही जोर से हुंकार भरने की ज़रूरत है. यह बात नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस का पक्ष रखने रायपुर पहुंची पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कही.

रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा के दौरान राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बताया कि नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर देशभर में कांग्रेस द्वारा प्रेस वार्ता की जा रही हैं, जिससे सच को जनता के सामने रखा जा सके. 

सुप्रिया श्रीनेत ने चर्चा के दौरान प्रदेश की भाजपा सरकार पर भी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर घंटे औसतन पांच नाबालिगों के साथ दुराचार की घटनाएं सामने आ रही हैं, जो बेहद चिंता का विषय है. वहीं साय मंत्रिमंडल के विस्तार पर कहा कि यह भाजपा नेताओं का आपसी मामला हो सकता है, लेकिन इसका असर साफ तौर पर प्रशासनिक व्यवस्था पर दिखाई दे रहा है, जो पूरी तरह ठप नजर आ रही है.

मुंबई में टेक्सटाइल और स्टील उद्योग के राष्ट्रीय कार्यक्रमों में CM विष्णुदेव साय होंगे शामिल

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 23 और 24 अप्रैल को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में आयोजित वस्त्र एवं इस्पात उद्योग के दो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय आयोजनों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री साय इन अवसरों पर राज्य की नई औद्योगिक नीति, निवेश की संभावनाएँ और अधोसंरचना विकास के विजन को देशभर के उद्योगपतियों एवं नीति निर्माताओं के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। ये आयोजन मुंबई के गोरेगांव स्थित बॉम्बे एग्ज़िबिशन सेंटर में होंगे।

पहला दिन: टेक्सटाइल सेक्टर के निवेशकों से संवाद – 23 अप्रैल

मुख्यमंत्री श्री साय 23 अप्रैल को CMAI Fab Show में भाग लेंगे, जिसे क्लोथिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CMAI) द्वारा आयोजित किया गया है। यह शो देश के वस्त्र उद्योग से जुड़े दिग्गजों का प्रमुख प्लेटफॉर्म है, जहाँ उत्पादन, निर्यात और ब्रांडिंग से जुड़े प्रतिष्ठित प्रतिनिधि शामिल होते हैं। मुख्यमंत्री इस मंच से छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति में वस्त्र उद्योग के लिए उपलब्ध विशेष सुविधाओं, प्रोत्साहनों और निवेश के अवसरों की जानकारी साझा करेंगे। इस दौरान कुछ प्रमुख कंपनियों के साथ निवेश समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर की भी संभावना है।

दूसरा दिन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में होगा छत्तीसगढ़ का प्रस्तुतीकरण – 24 अप्रैल

मुख्यमंत्री श्री साय 24 अप्रैल को इंडिया स्टील 2025 के उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति के तहत इस्पात उद्योग के लिए विकसित अधोसंरचना, नवाचार, और दीर्घकालिक योजनाओं पर प्रकाश डालेंगे।

इसी दिन छत्तीसगढ़ राउंड टेबल मीटिंग का आयोजन भी होगा, जिसमें मुख्यमंत्री संभावित निवेशकों के साथ सीधी बातचीत करेंगे। इस बैठक में औद्योगिक क्लस्टर्स, लॉजिस्टिक सपोर्ट, सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम, और अनुकूल श्रमिक नीति जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

राज्य पवेलियन में झलकेगा नया छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री श्री साय छत्तीसगढ़ स्टेट पवेलियन का भी भ्रमण करेंगे, जहाँ राज्य की औद्योगिक अधोसंरचना, नीतिगत प्रोत्साहन, और निवेश के बहुआयामी अवसरों की जानकारी मिलेगी। यह पवेलियन निवेशकों को छत्तीसगढ़ की ओर आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

मीडिया से संवाद – बॉम्बे एग्ज़िबिशन सेंटर में

मुख्यमंत्री श्री साय 23 और 24 अप्रैल को दोपहर 1 बजे बॉम्बे एग्ज़िबिशन सेंटर में मीडिया से संवाद करेंगे। वे इस दौरे के प्रमुख उद्देश्यों, राज्य की नई औद्योगिक नीति की विशेषताओं और निवेश को आकर्षित करने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा करेंगे।

कांग्रेस का मुख्यमंत्री निवास घेराव : सीएम साय ने कसा तंज, कहा- कुछ न कुछ तो करते रहना पड़ेगा कांग्रेस को, नहीं तो …

रायपुर- छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध को लेकर पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में कांग्रेस ने आज मुख्यमंत्री निवास का घेराव के लिए कूच किया. इस प्रदर्शन में प्रदेशभर से कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए. कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन पर सीएम विष्णुदेव साय ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कुछ न कुछ तो करते रहना पड़ेगा, नहीं तो थोड़ा बहुत जो बचे हैं, वह भी कहां जुड़े रहेंगे.

मंत्रिमंडल विस्तार पर दिया बयान

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम साय ने कहा कि इंतजार करिए, जैसे निगम मंडल और आयोग के लिए किया था, वैसे ही इसका भी परिणाम आएगा.

दरअसल, देर रात मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय दिल्ली दौरे से वापस रायपुर लौटे. इस दौरान उन्होंने दौरे समेत अन्य मुद्दों पर बयान दिया. दिल्ली में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की, जिसमें राज्य के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे. बैठक के दौरान 1 जुलाई 2024 से लागू हुए नए आपराधिक कानूनों को लेकर विस्तार से समीक्षा की गई.

सीएम साय ने बताया कि बैठक में छत्तीसगढ़ के अधिकारियों के साथ भारत सरकार के अधिकारी भी मौजूद थे. दंड संहिता को बदलकर अब न्याय संहिता लागू की गई है. इसपर करीब 1 घंटे तक समीक्षा हुई और प्रदेश की परफॉर्मेंस को लेकर संतोष जताया गया, साथ ही सराहना भी की गई.

छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स फेडरेशन ने चिकित्सा शिक्षा आयुक्त को सौंपा ज्ञापन

रायपुर- छत्तीसगढ़ में सुपरस्पेशलिटी, पीजी और एमबीबीएस डॉक्टरों को बॉन्ड पोस्टिंग, आर्थिक दवाब और प्रशासनिक विलंब जैसी कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इन मुद्दों के समाधान के लिए छत्तीसगढ़ डॉक्टर्स फेडरेशन ने आयुक्त चिकित्सा शिक्षा छत्तीसगढ़ को ज्ञापन सौंपा है.

ये हैं मुख्य समस्याएं

  1. बॉन्ड पोस्टिंग में विशेषज्ञता का उपयोग नहीं: पीजी डॉक्टरों को PHC/CHC में नियुक्त किया जा रहा है, जहां उनकी विशेषज्ञता का पूर्ण उपयोग नहीं हो पाता. इससे जिला चिकित्सालयों और मेडिकल कॉलेजों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी बनी रहती है.
  2. उच्च बॉन्ड राशि और मॉर्टगेज की बाध्यता: एमबीबीएस और पीजी डॉक्टरों को क्रमशः ₹25 लाख और ₹50 लाख की बॉन्ड राशि जमा करनी होती है, जिसमें प्रॉपर्टी मॉर्टगेज की आवश्यकता होती है. यह निम्न और मध्यम वर्गीय छात्रों के लिए आर्थिक रूप से अत्यधिक बोझिल है.
  3. बॉन्ड पोस्टिंग में विलंब: जनवरी 2025 में पीजी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले कई डॉक्टर अभी तक बॉन्ड पोस्टिंग की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिससे उनकी आजीविका और अनुभव दोनों प्रभावित हो रहे हैं.
  4. सुपरस्पेशलिटी कैडर का अभाव: राज्य में सुपरस्पेशलिटी डॉक्टरों की कमी है, जिसका मुख्य कारण कम वेतन और सुपरस्पेशलिटी कैडर का न होना है. अन्य राज्यों जैसे मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की तर्ज पर सुपरस्पेशलिटी कैडर का निर्माण आवश्यक है.

ये हैं प्रमुख मांगें

  • बॉन्ड पोस्टिंग में पीजी डॉक्टरों को उनकी विशेषज्ञता के अनुसार मेडिकल कॉलेजों या जिला चिकित्सालयों में नियुक्त किया जाए.
  • बॉन्ड राशि और मॉर्टगेज की शर्तों में शिथिलता प्रदान की जाए, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें.
  • बॉन्ड पोस्टिंग की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए, ताकि डॉक्टरों को समय पर नियुक्ति मिल सके.
  • राज्य में सुपरस्पेशलिटी कैडर का गठन किया जाए, जिससे विशेषज्ञ डॉक्टरों को उचित मान-सम्मान और वेतन मिल सके.