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पीएम मोदी ने 'गाजा पीस प्लान' पर ट्रंप को सराहा, बोले-भारत शांति के साथ है

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हमास और इजरायल के बीच जारी जंग अब खत्म होने को है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में गाजा के लिए पीस प्लान चलाया जा रहा है। इसके तहत हमास सभी इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान के लिए हमास के राजी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी सराहना की है।पीएम मोदी ने गाजा में शांति प्रयासों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार जताया और कहा कि बंधकों की रिहाई शांति की दिशा में अहम कदम है।

पीएम मोदी ने किया समर्थन

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने समर्थन का इजहार किया है। पीएम मोदी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि गाजा में शांति प्रयासों में निर्णायक प्रगति के बीच हम राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं। बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम हैं। भारत स्थायी और न्यायसंगत शांति की दिशा में सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा।

ट्रंप का 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और हमास के बीच दो वर्ष से जारी युद्ध को समाप्त कराने की एक शांति योजना पेश की थी। ट्रंप ने गाजा में संघर्षविराम के लिए एक 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव तैयार किया। जिसे इस्राइल ने स्वीकार कर लिया। हमास ने भी बंधकों की रिहाई और गाजा की सत्ता अन्य फलस्तीनियों को सौंपने की बात मान ली है। हालांकि शांति प्रस्ताव के कई अन्य बिंदुओं पर अभी हमास ने चर्चा के बाद फैसला लेने की बात कही है।

ट्रंप की धमकी के आगे झुका हमास

बता दें कि ट्रंप ने हमास को शांति प्रस्ताव पर फैसला लेने के लिए रविवार शाम छह बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। ट्रंप की धमकी के बाद ही हमास को बंधकों की रिहाई के लिए सहमति देने पर मजबूर होना पड़ा। ट्रंप ने अपनी धमकी में कहा है कि अगर हमास ने रविवार शाम 6 बजे तक इजरायल के साथ शांति समझौता नहीं किया तो सब कुछ बिगड़ जाएगा। ट्रंप ने आगे कहा कि हमास को शांति योजना स्वीकार करने का यह आखिरी मौका दिया जा रहा है। ट्रंप की सीधी धमकी के बाद हमास ने ऐलान कर दिया कि वह शांति समझौते के लिए तैयार है। हमास ने कहा कि वह सभी इजरायली बंधकों अपने पास से रिहा कर देगा, चाहे वह जीवित हों या फिर मर चुके हों।

बीसीसीआई के नए अध्यक्ष चुने गए मिथुन मन्हास, विराट कोहली से है खास कनेक्शन

#mithunmanhaselectedbccipresident

पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के अध्यक्ष बन गए है। वे 37वें बीसीसीआई अध्यक्ष बने हैं। इसका ऐलान रविवार को मुंबई में बीसीसीआई ऑफिस में हुई एनुअल जरनल मीटिंग के बाद हुआ। मन्हास इस पद पर निर्विरोध चुने गए। मन्हास इस अहम पद पर चुने जाने वाले लगातार तीसरे क्रिकेटर बने हैं। उनसे पहले सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी यह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर मिथुन मन्हास को बधाई दी है। जितेंद्र सिंह ने लिखा, 'मिथुन मनहास को आधिकारिक तौर पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का नया अध्यक्ष घोषित किया गया है। जम्मू और कश्मीर के सबसे दूरदराज़ जिलों में से एक, डोडा के लिए यह दिन कितनी बड़ी उपलब्धि है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है

कौन हैं मिथुन मन्हास?

जम्मू और कश्मीर में जन्मे मिथुन मन्हास ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में खुद को एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया, भले ही उन्होंने कभी अंतरराष्ट्रईय क्रिकेट नहीं खेला। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाने जाने वाले मन्हास दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर भी। जब कई सीनियर खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय ड्यूटी पर रहने के कारण मौजूद नहीं होते थे, तब मन्हास ने अक्सर दिल्ली की कप्तानी की, जिससे टीम को महत्वपूर्ण सत्रों में मार्गदर्शन मिला। विशेष रूप से, उन्होंने दिल्ली का नेतृत्व तब किया जब युवा विराट कोहली ने पदार्पण किया, जिससे भविष्य के स्टार के साथ एक मजबूत बंधन बना।

मन्हास का खेल सफर

18 साल के प्रथम श्रेणी करियर में, मन्हास ने 157 मैच खेले, जिसमें 9,714 रन बनाए। उन्होंने 49 अर्धशतक और 27 शतक लगाए, जिसमें उनका सबसे शानदार सत्र 2007-08 में आया। उस वर्ष, उन्होंने दिल्ली को लंबे समय से प्रतीक्षित रणजी ट्रॉफी में जीत दिलाई, व्यक्तिगत रूप से 57.56 के प्रभावशाली औसत से 921 रन बनाए, जिससे भारतीय घरेलू क्रिकेट में उनकी पकड़ अच्छी बनी। रणजी में अच्छा परफॉरमेंस देने के चलते मन्हास का सिलेक्शन आईपीएल के पहले सीजन में हो गया। उन्होंने 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स से आईपीएल डेब्यू किया। फिर साल 2011 में आईपीएल में पुणे वॉरियर्स इंडिया से जुड़े। 2015 में चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा बने।

75 के हुए पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी बधाई, ट्रंप ने भी किया फोन

#pmmodibirthdaywishespresidentdroupadimurmu

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 75 साल के हो गए। 17 सितंबर यानी आज पीएम मोदी अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्हें जन्मदिन के मौके पर देश और दुनिया के तमाम दिग्गजों से बधाई संदेश मिल रहे हैं। भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित देश-दुनिया से बधाइयों का तांता लगा है। पीएम मोदी 75वें जन्मदिन पर देशभर में उनकी लंबी आयु और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना सभाएं आयोजित की गई हैं। वहीं केंद्र सरकार, भारतीय जनता पार्टी और बीजेपी नीत राज्य सरकारें मिलकर इस खास मौके पर कई बड़ी योजनाओं का शुभारंभ करेंगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुभकामनाएं दीं

पीएम मोदी के जन्मदिन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। परिश्रम की पराकाष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने असाधारण नेतृत्व से आपने देश में बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने की संस्कृति का संचार किया है। आज विश्व समुदाय भी आपके मार्गदर्शन में अपना विश्वास प्रकट कर रहा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि आप सदा स्वस्थ और सानंद रहें तथा अपने अद्वितीय नेतृत्व से राष्ट्र को प्रगति के नए शिखरों पर पहुंचाएं।'

राजनाथ सिंह ने गिनाए पीएम मोदी के गुण

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, कुछ अनुभव ऐसे होते हैं जो इतिहास की दिशा तय कर देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ा मेरा पहला अनुभव भी ऐसा ही था। झाँसी में उनके भाषण में मैंने भविष्य के नेतृत्व की चमक देखी थी। अनुशासन, संगठन के प्रति समर्पण, गहन ज्ञान और हर चुनौती को स्वीकार करने का साहस, यही गुण हैं जिन्होंने उन्हें भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला नेता बनाया।

अपने जन्मदिन पर पीएम करेंगे एमपी के धार ज़िले का दौरा

वहीं, पीएम मोदी आज अपने 75वें जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश के धार ज़िले का दौरा करेंगे। यहां वह ‘स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार’ और ‘8वां राष्ट्रीय पोषण माह’ अभियान की शुरुआत करेंगे। ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ के तहत पीएम मोदी 75,000 हेल्थ कैंप्स की शुरुआत करेंगे, जो 2 अक्टूबर तक चलेंगे और महिलाओं-बच्चों के पोषण, जागरूकता और स्वास्थ्य पर फोकस करेंगे। मध्य प्रदेश के धार जिले में पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क का भूमि पूजन भी होगा, जो 2,158 एकड़ में फैला होगा और इसे विश्वस्तरीय कपड़ा निर्माण केंद्र बनाया जाएगा।

बीजेपी मनाएगी सेवा पखवाड़ा

इधर प्रधानमंत्री के जन्मदिन को बीजेपी सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाएगी। इस दौरान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशभर में रक्तदान, स्वच्छता अभियान और ‘नमो युवा रन’ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इसके अलावा ‘सुमन सखी’ चैटबॉट और ‘एक बग़ीचा मां के नाम’ पौधारोपण अभियान की शुरुआत भी होगी। इसके साथ ही एक करोड़ सिकल सेल कार्ड वितरित किए जाएंगे और ‘स्वदेशी पखवाड़ा’ में देशी उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा। राज्य स्तर पर भी खास कार्यक्रम होंगे, जैसे ओडिशा में 75 लाख पौधे लगेंगे और महाराष्ट्र में 75,000 युवाओं को रोबोटिक्स और AI जैसी स्किल्स की ट्रेनिंग दी जाएगी।

*Sourav Ganguly filing his nomination for the post of CAB President*

 Khabar kolkata sports Desk: India cricket legend and former BCCI President Sourav Ganguly after filing his nomination for the post of CAB President unopposed today said taking Bengal cricket to new heights will be the primary goal. 

“I would like to thank everyone for their support. At CAB, there is no opposition, everyone is a part of this Association. We will all work together to take CAB & Bengal cricket ahead. There are important events coming up- Eden Gardens India’s Test match against South Africa, T20 World Cup, Bengal Pro T20 League. I will try and do my best,” Ganguly said.  

The unopposed panel that filed nominations today were Sourav Ganguly (President), Nitish Ranjan Dutta (Vice President), Bablu Koley (Secretary), Madan Mohan Ghosh (Joint Secretary), Sanjay Das (Treasurer). 

Speaking about his team, Ganguly said, “Bablu Koley is very experienced. It’s important to have someone with his experience and knowledge. Nitish Ranjan Dutta, Madan Mohan Ghosh and Sanjay Das are also experienced and are in this field for a long time. All their experience will be immensely helpful for Bengal cricket.”

 Pic : Sanjay Hazra

देश के 15वें उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन, राष्ट्रपति मुर्मु ने दिलाई शपथ

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देश को 15वें उपराष्ट्रपति मिल चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीपी राधाकृष्णन को 15वें उपराष्ट्रपति का शपथ दिलायी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में 67 वर्षीय राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। राजग उम्मीदवार राधाकृष्णन ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को हराकर उपराष्ट्रपति पद का चुनाव जीत था। 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद 9 सितंबर को नए उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव हुआ था।

जगदीप धनखड़ भी समारोह में नजर आए

शुक्रवार को हुए शपथग्रहण समारोह में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कैबिनेट के कई बड़े मंत्री मौजूद रहे। खास बात ये रही कि समारोह के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। वह पहली कतार में दो अन्य पूर्व उपराष्ट्रपतियों वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी के साथ बैठे थे। उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देने के बाद यह पहला मौका था जब जगदीप धनखड़ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए।

सीपी राधाकृष्णन ने 152 मतो से जीता था चुनाव

एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया। मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति पद चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने विपक्ष के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी को 152 प्रथम वरीयता के मतों से हरा कर उपराष्ट्रपति का चुनाव जीता था। सुदर्शन रेड्डी को 300 प्रथम वरीयता के मत मिले, जबकि सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में 452 वोट पड़े।

जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हुए चुनाव

जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अचानक इस्तीफा दे दिया था। संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उनका कार्यकाल दो साल बचा हुआ था। उनके इस्तीफे के कारण मध्यावधि चुनाव कराया गया।

सीपी राधाकृष्णन बने देश के अगले उपराष्ट्रपति, चुनाव में 15 वोट इनवैलिड, जानें मतदान का पूरा गणित

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भारत के 15वें उपराष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को चुनाव हुआ। इस चुनाव एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने 452 वोट हासिल कर अपने प्रतिद्वंद्वी बी सुदर्शन रेड्डी को शिकस्त दी। सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। एनडीए ने दो-तिहाई वोट हासिल कर जीत दर्ज की।

मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में 767 सांसदों ने वोट डाले, जिसमें से 15 वोट अमान्य घोषित कर दिया है। राज्यसभा सचिवालय के अनुसार, कुल 781 सांसद इस चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा थे। इनमें से 767 सांसदों ने मतदान किया। 14 सांसदों ने मतदान से परहेज किया, इसमें बीजू जनता दल (7 सांसद), भारत राष्ट्र समिति (4 सांसद), शिरोमणि अकाली दल (1 सांसद) और पंजाब के दो निर्दलीय सांसद शामिल थे।

बीजेपी का दावा है कि 14 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है। सूत्रों के मुताबिक उपराष्ट्रपति चुनाव में महाराष्ट्र और झारखंड के राजनीतिक दलों के कुछ सांसदों ने क्रॉस वोटिंग में भी हिस्सा लिया। दरअसल, सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। इससे पहले झारखंड के राज्यपाल थे। इस आधार पर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने दोनों राज्यों के राजनीतिक दलों को एनडीए के उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग डालने का आग्रह किया। राजस्थान के भी कुछ सांसदों के क्रॉस वोटिंग में शामिल होने की संभावना है।

नेपाल में प्रदर्शनकारियों का राष्ट्रपति-पीएम के घर में आगजनी, ओली ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

#nepalprotestersburntdownhousesofprimeministerand_president 

नेपाल में आक्रोश की आग भड़कती ही जा रही है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के आवास को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया है। वहीं इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सूचना एवं संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास में भी आग लगा दी। पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड के घर के बाहर पुलिस चौकी में भी आग लगा दी गई। 

सड़कें युद्धक्षेत्र बनी

सोमवार को शुरू हुआ छात्रों का ये प्रदर्शन मंगलवार को पूरे देश में फैल गया है। काठमांडू में प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ ने बवाल मचा रखा है। शहर की सड़कें युद्धक्षेत्र जैसी नजर आ रही हैं। काठमांडू में प्रदर्शनकारियों ने सीपीएन-एमसी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल, संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग, पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक सहित अन्य के आवास पर पथराव किया और आगजनी की। मकवानपुर में, हेटौडा और पूर्वी मनहारी बाज़ार में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए, जहां प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर पूर्व-पश्चिम राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात बाधित हुआ। पुलिस ने अशांति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं।

राष्ट्रपति- प्रधानमंत्री का घर आग के हवाले

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के आवास को आग के हवाले दिया है। ओली के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास को जला दिया है। प्रदर्शनकारियों ने बालकोट स्थित प्रधानमंत्री ओली के आवास में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा समूह परिसर में घुसने और घर के कुछ हिस्सों में आग लगाने से पहले, घर में मौजूद सामानों को बाहर निकाल लिया था। आग फैलने पर आवास से धुएं का घना गुबार उठता देखा गया। वहीं, देश के ऊर्जा मंत्री और राष्ट्रपति के घर को भी प्रदर्शनकारियों ने जला दिया है। प्रदर्शनकारियों ने "केपी चोर, देश छोड़" , "भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करो" जैसे नारे लगा रहे हैं। 

सेना ने पीएम केपी ओली से इस्तीफा मांगा

नेपाल में दो दिन से चल रहे बवाल के बाद सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। विकट होते हालात को देखते हुए सेना ने पीएम केपी ओली से इस्तीफा मांगा है। नेपाली आर्मी चीफ ने कहा है कि पीएम ओली अब गद्दी छोड़ देंष

नेपाल में कई जगहों पर लगा कर्फ्यू

काठमांडू में गृह मंत्रालय के अधीन तीन जिला प्रशासन कार्यालयों (डीएओ) ने अलग-अलग नोटिस जारी करके कई स्थानों पर कर्फ्यू लगा दिया, जिसमें शहर के प्रमुख एंट्री प्वाइंट शामिल हैं. काठमांडू डीएओ ने मंगलवार को राजधानी में अनिश्चितकाल तक के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया, जिसमें लोगों को आवाजाही, प्रदर्शन, सभाएं या धरने पर रोक है. कर्फ्यू के दौरान जरूरी सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, अग्निशमन वाहन, शव वाहन, स्वास्थ्यकर्मियों, पत्रकारों, पर्यटक वाहनों, हवाई यात्रियों और मानवाधिकार व राजनयिक मिशनों के वाहनों की आवाजाही की अनुमति होगी.

केपी शर्मा ओली ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

देश के बिगड़े हालात के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने आज शाम एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। मैं स्थिति का आकलन करने और एक सार्थक निष्कर्ष निकालने के लिए संबंधित पक्षों के साथ बातचीत कर रहा हूं। इसके लिए, मैंने आज शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। मैं सभी भाइयों और बहनों से विनम्र अनुरोध करता हूं कि इस कठिन परिस्थिति में धैर्य बनाए रखें।

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, पीएम मोदी ने डाला वोट, जानें क्या कहता है वोटों का गणित?

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उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करने संसद भवन पहुंचे। इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का मुकाबला विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी से है। मतगणना शाम में होगी।

इस चुनाव में सत्तापक्ष यानी एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन हैं तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन की ओर से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी हैं। इन दोनों के बीच में ही टक्कर है और जो जीतेगा उसे उपराष्ट्रपति की गद्दी पर बैठाया जाएगा। चुनाव से पहले जानते हैं वोटों का गणित।

जीत के लिए कुल 386 वोटों की जरूरत

लोकसभा में सांसदों की संख्या 542 है जबकि राज्यसभा में 239 सांसद हैं। दोनों सदनों को मिलाकर कुल वोट करने वाले सांसदों की संख्या 781 होती है। कुल सांसदों के हिसाब से जीत के लिए किसी भी प्रत्याशी को कुल 391 वोटों की जरूरत पड़ेगी। इसी बीच नवीन पटनायक की बीजेडी, चंद्रशेखर राव की बीआरएस और शिरोमणि अकाली दल ने मतदान से अलग रहने की घोषणा कर दी है, जिससे अब जीत के आंकड़ें में थोड़ा फेरबदल होगा। नवीन पटनायक की बीजेडी, शिरोमणि अकाली दल और तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव की बीआरएस को हटा दें तो वोट करने वाले बचे कुल सांसदों की संख्या 770 पर आ जाती है। इन दोनों ने खुद को चुनाव से बाहर रखने का फैसला किया है। इस हिसाब से एक उम्मीदवार को जीत के लिए 386 वोट चाहिए।

एनडीए के पास कुल सांसदों की संख्या 425

एनडीए के पास कुल सांसदों की संख्या 425 है। इसके अलावा जगन रेड्डी के दल का समर्थन (11 सांसद) भी जोड़ लेते हैं तो यह संख्या 436 पहुंच जाती है। दूसरी ओर इंडिया ब्लॉक के पास सांसदों की संख्या 324 है। यानी दोनों के बीच कुल 112 वोटों का अंतर है। यहां यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि फिलहाल निर्दलीय और स्वाति मालीवाल, गिरधारी लाल यादव जैसे अपने दल से अलग थलग सांसदों को मिलाकर 10 ऐसे हैं जिनका वोट किस तरफ जाएगा या वो वोट करेंगे या नहीं करेंगे ये साफ नहीं है। कुल मिलाकर आकंड़ों के लिहाज से एनडीए उम्मीदवार की जीत महज औपचारिकता ही दिखती है।

राधाकृष्णन या सुदर्शन...कौन बनेगा भारत का अगला उपराष्ट्रपति? जानें एनडीए और इंडिया में किसका पड़ला भारी

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उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए कल यानी 9 सितंबर को वोटिंग होनी है। सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी। वहीं, 6 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। नतीजा भी देर शाम तक सामने आ जाएगा। एनडीए ने मैदान में सी पी राधाकृष्णन को उतारा है तो इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। एनडीए और इंडिया ब्लॉक दोनों जीत का दावा कर रहे हैं।

जानकारों का मानना है कि इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन जीत सकते हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य वोटिंग करते हैं। इस लिहाज से एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के पास सांसदों की संख्या ज्यादा है और 'इंडिया' ब्लॉक के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी उनसे पिछड़ सकते हैं। दरअसल, लोकसभा और राज्यसभा में कुल मिलाकर 781 सदस्य हैं। इसमें एनडीए को सपोर्ट करने वाले सदस्यों की संख्या 439 है और इंडिया गठबंधन को सपोर्ट करने वाले सदस्यों की संख्या 327 है। हालांकि, जीत का अंतर पिछले चुनावों जितना बड़ा होना मुश्किल लग रहा है।

उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट डालते हैं। इसमें राज्यसभा के मनोनीत सांसद भी वोट डालते हैं। इसके लिए व्हिप जारी नहीं होता और गुप्त मतदान होता है। यानी सांसद अपनी मर्जी के हिसाब से वोट डालने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन, मोटे तौर पर पार्टी लाइन के हिसाब से ही वोट डाले जाते हैं। हालांकि, पहले के चुनावों में क्रॉस वोटिंग होती आई है और इस बार भी इसकी संभावना है।

बता दें कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने के बाद यह चुनाव आवश्यक हो गया था। वराहगिरि वेंकट गिरि और रामास्वामी वेंकटरमन के बाद धनखड़ मध्यावधि में इस्तीफा देने वाले तीसरे उपराष्ट्रपति हैं। इतिहास में यह पहली बार है कि दोनों प्रमुख उम्मीदवार दक्षिणी राज्यों से हैं, क्योंकि राधाकृष्णन तमिलनाडु से हैं जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं।

क्या नागरिकता मिलने से पहले वोटर लिस्ट में जुड़ गया था सोनिया गांधी का नाम? कोर्ट से एफआईआर की मांग

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कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ राउज एवेन्यू कोर्ट में एक आपराधिक शिकायत दायर की गई है, जिसमें उनके भारतीय नागरिक बनने से तीन साल पहले मतदाता सूची में नाम शामिल होने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। राउज एवेन्यू कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 10 सितंबर को इस मामले में सुनवाई की तारीख तय की है।

नागरिक बनने से पहले वोटर लिस्ट में नाम शामिल

वकील विकास त्रिपाठी ने यह शिकायत दर्ज कराई है। वकील विकास त्रिपाठी का कहना है कि सोनिया गांधी का नाम 1980 में नई दिल्ली की मतदाता सूची में था। जबकि उन्हें भारतीय नागरिकता 30 अप्रैल 1983 को मिली थी। त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि गांधी का नाम 1980 में मतदाता सूची में शामिल किया गया था, 1982 में हटाया गया और फिर 1983 में फिर से जोड़ा गया। त्रिपाठी के वकील ने कहा कि उनका भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी अप्रैल 1983 का है। 1980 में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में उनका नाम कैसे शामिल हुआ, जिसे फिर 1982 में हटाया गया और 1983 में फिर से दर्ज किया गया।

जाली दस्तावेज के इस्तेमाल का गंभीर आरोप

वकील ने आरोप लगाया कि तीन साल पहले यानी 1980 में मतदाता सूची में सोनिया गांधी का नाम शामिल होने का मतलब है कि उनके द्वारा कुछ जाली डॉक्यूमेंट दिए गए होंगे। वकील ने कहा कि इस तरह से जाली डॉक्यूमेंट बनवाकर मतदाता सूची में अपना नाम शामिल करवाना एक संज्ञेय अपराध के बराबर है।

230 पेज की शिकायत, सुनवाई की तारीख तय

अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 230 पेज की शिकायत देखने के बाद सुनवाई की तारीख तय की। शिकायत में सोनिया गांधी और आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन के एसएचओ को भी शामिल किया गया है। त्रिपाठी की तरफ से वकील ने दलीलें पूरी करने के बाद अदालत ने कहा कि मामले पर अगले सप्ताह फिर से विचार किया जाएगा। हालांकि, गांधी या दिल्ली पुलिस को अभी तक कोई औपचारिक नोटिस जारी नहीं किया गया है।

पीएम मोदी ने 'गाजा पीस प्लान' पर ट्रंप को सराहा, बोले-भारत शांति के साथ है

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हमास और इजरायल के बीच जारी जंग अब खत्म होने को है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में गाजा के लिए पीस प्लान चलाया जा रहा है। इसके तहत हमास सभी इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। डोनाल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान के लिए हमास के राजी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी सराहना की है।पीएम मोदी ने गाजा में शांति प्रयासों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार जताया और कहा कि बंधकों की रिहाई शांति की दिशा में अहम कदम है।

पीएम मोदी ने किया समर्थन

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने समर्थन का इजहार किया है। पीएम मोदी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि गाजा में शांति प्रयासों में निर्णायक प्रगति के बीच हम राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं। बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम हैं। भारत स्थायी और न्यायसंगत शांति की दिशा में सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा।

ट्रंप का 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और हमास के बीच दो वर्ष से जारी युद्ध को समाप्त कराने की एक शांति योजना पेश की थी। ट्रंप ने गाजा में संघर्षविराम के लिए एक 20 सूत्रीय शांति प्रस्ताव तैयार किया। जिसे इस्राइल ने स्वीकार कर लिया। हमास ने भी बंधकों की रिहाई और गाजा की सत्ता अन्य फलस्तीनियों को सौंपने की बात मान ली है। हालांकि शांति प्रस्ताव के कई अन्य बिंदुओं पर अभी हमास ने चर्चा के बाद फैसला लेने की बात कही है।

ट्रंप की धमकी के आगे झुका हमास

बता दें कि ट्रंप ने हमास को शांति प्रस्ताव पर फैसला लेने के लिए रविवार शाम छह बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। ट्रंप की धमकी के बाद ही हमास को बंधकों की रिहाई के लिए सहमति देने पर मजबूर होना पड़ा। ट्रंप ने अपनी धमकी में कहा है कि अगर हमास ने रविवार शाम 6 बजे तक इजरायल के साथ शांति समझौता नहीं किया तो सब कुछ बिगड़ जाएगा। ट्रंप ने आगे कहा कि हमास को शांति योजना स्वीकार करने का यह आखिरी मौका दिया जा रहा है। ट्रंप की सीधी धमकी के बाद हमास ने ऐलान कर दिया कि वह शांति समझौते के लिए तैयार है। हमास ने कहा कि वह सभी इजरायली बंधकों अपने पास से रिहा कर देगा, चाहे वह जीवित हों या फिर मर चुके हों।

बीसीसीआई के नए अध्यक्ष चुने गए मिथुन मन्हास, विराट कोहली से है खास कनेक्शन

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पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के अध्यक्ष बन गए है। वे 37वें बीसीसीआई अध्यक्ष बने हैं। इसका ऐलान रविवार को मुंबई में बीसीसीआई ऑफिस में हुई एनुअल जरनल मीटिंग के बाद हुआ। मन्हास इस पद पर निर्विरोध चुने गए। मन्हास इस अहम पद पर चुने जाने वाले लगातार तीसरे क्रिकेटर बने हैं। उनसे पहले सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी यह जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर मिथुन मन्हास को बधाई दी है। जितेंद्र सिंह ने लिखा, 'मिथुन मनहास को आधिकारिक तौर पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का नया अध्यक्ष घोषित किया गया है। जम्मू और कश्मीर के सबसे दूरदराज़ जिलों में से एक, डोडा के लिए यह दिन कितनी बड़ी उपलब्धि है, इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है

कौन हैं मिथुन मन्हास?

जम्मू और कश्मीर में जन्मे मिथुन मन्हास ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में खुद को एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया, भले ही उन्होंने कभी अंतरराष्ट्रईय क्रिकेट नहीं खेला। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाने जाने वाले मन्हास दाएं हाथ के बल्लेबाज थे और पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर भी। जब कई सीनियर खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय ड्यूटी पर रहने के कारण मौजूद नहीं होते थे, तब मन्हास ने अक्सर दिल्ली की कप्तानी की, जिससे टीम को महत्वपूर्ण सत्रों में मार्गदर्शन मिला। विशेष रूप से, उन्होंने दिल्ली का नेतृत्व तब किया जब युवा विराट कोहली ने पदार्पण किया, जिससे भविष्य के स्टार के साथ एक मजबूत बंधन बना।

मन्हास का खेल सफर

18 साल के प्रथम श्रेणी करियर में, मन्हास ने 157 मैच खेले, जिसमें 9,714 रन बनाए। उन्होंने 49 अर्धशतक और 27 शतक लगाए, जिसमें उनका सबसे शानदार सत्र 2007-08 में आया। उस वर्ष, उन्होंने दिल्ली को लंबे समय से प्रतीक्षित रणजी ट्रॉफी में जीत दिलाई, व्यक्तिगत रूप से 57.56 के प्रभावशाली औसत से 921 रन बनाए, जिससे भारतीय घरेलू क्रिकेट में उनकी पकड़ अच्छी बनी। रणजी में अच्छा परफॉरमेंस देने के चलते मन्हास का सिलेक्शन आईपीएल के पहले सीजन में हो गया। उन्होंने 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स से आईपीएल डेब्यू किया। फिर साल 2011 में आईपीएल में पुणे वॉरियर्स इंडिया से जुड़े। 2015 में चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा बने।

75 के हुए पीएम मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी बधाई, ट्रंप ने भी किया फोन

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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 75 साल के हो गए। 17 सितंबर यानी आज पीएम मोदी अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्हें जन्मदिन के मौके पर देश और दुनिया के तमाम दिग्गजों से बधाई संदेश मिल रहे हैं। भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित देश-दुनिया से बधाइयों का तांता लगा है। पीएम मोदी 75वें जन्मदिन पर देशभर में उनकी लंबी आयु और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना सभाएं आयोजित की गई हैं। वहीं केंद्र सरकार, भारतीय जनता पार्टी और बीजेपी नीत राज्य सरकारें मिलकर इस खास मौके पर कई बड़ी योजनाओं का शुभारंभ करेंगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुभकामनाएं दीं

पीएम मोदी के जन्मदिन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। परिश्रम की पराकाष्ठा का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने असाधारण नेतृत्व से आपने देश में बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने की संस्कृति का संचार किया है। आज विश्व समुदाय भी आपके मार्गदर्शन में अपना विश्वास प्रकट कर रहा है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूँ कि आप सदा स्वस्थ और सानंद रहें तथा अपने अद्वितीय नेतृत्व से राष्ट्र को प्रगति के नए शिखरों पर पहुंचाएं।'

राजनाथ सिंह ने गिनाए पीएम मोदी के गुण

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, कुछ अनुभव ऐसे होते हैं जो इतिहास की दिशा तय कर देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ा मेरा पहला अनुभव भी ऐसा ही था। झाँसी में उनके भाषण में मैंने भविष्य के नेतृत्व की चमक देखी थी। अनुशासन, संगठन के प्रति समर्पण, गहन ज्ञान और हर चुनौती को स्वीकार करने का साहस, यही गुण हैं जिन्होंने उन्हें भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला नेता बनाया।

अपने जन्मदिन पर पीएम करेंगे एमपी के धार ज़िले का दौरा

वहीं, पीएम मोदी आज अपने 75वें जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश के धार ज़िले का दौरा करेंगे। यहां वह ‘स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार’ और ‘8वां राष्ट्रीय पोषण माह’ अभियान की शुरुआत करेंगे। ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ के तहत पीएम मोदी 75,000 हेल्थ कैंप्स की शुरुआत करेंगे, जो 2 अक्टूबर तक चलेंगे और महिलाओं-बच्चों के पोषण, जागरूकता और स्वास्थ्य पर फोकस करेंगे। मध्य प्रदेश के धार जिले में पीएम मित्रा टेक्सटाइल पार्क का भूमि पूजन भी होगा, जो 2,158 एकड़ में फैला होगा और इसे विश्वस्तरीय कपड़ा निर्माण केंद्र बनाया जाएगा।

बीजेपी मनाएगी सेवा पखवाड़ा

इधर प्रधानमंत्री के जन्मदिन को बीजेपी सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाएगी। इस दौरान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशभर में रक्तदान, स्वच्छता अभियान और ‘नमो युवा रन’ जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। इसके अलावा ‘सुमन सखी’ चैटबॉट और ‘एक बग़ीचा मां के नाम’ पौधारोपण अभियान की शुरुआत भी होगी। इसके साथ ही एक करोड़ सिकल सेल कार्ड वितरित किए जाएंगे और ‘स्वदेशी पखवाड़ा’ में देशी उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा। राज्य स्तर पर भी खास कार्यक्रम होंगे, जैसे ओडिशा में 75 लाख पौधे लगेंगे और महाराष्ट्र में 75,000 युवाओं को रोबोटिक्स और AI जैसी स्किल्स की ट्रेनिंग दी जाएगी।

*Sourav Ganguly filing his nomination for the post of CAB President*

 Khabar kolkata sports Desk: India cricket legend and former BCCI President Sourav Ganguly after filing his nomination for the post of CAB President unopposed today said taking Bengal cricket to new heights will be the primary goal. 

“I would like to thank everyone for their support. At CAB, there is no opposition, everyone is a part of this Association. We will all work together to take CAB & Bengal cricket ahead. There are important events coming up- Eden Gardens India’s Test match against South Africa, T20 World Cup, Bengal Pro T20 League. I will try and do my best,” Ganguly said.  

The unopposed panel that filed nominations today were Sourav Ganguly (President), Nitish Ranjan Dutta (Vice President), Bablu Koley (Secretary), Madan Mohan Ghosh (Joint Secretary), Sanjay Das (Treasurer). 

Speaking about his team, Ganguly said, “Bablu Koley is very experienced. It’s important to have someone with his experience and knowledge. Nitish Ranjan Dutta, Madan Mohan Ghosh and Sanjay Das are also experienced and are in this field for a long time. All their experience will be immensely helpful for Bengal cricket.”

 Pic : Sanjay Hazra

देश के 15वें उपराष्ट्रपति बने सीपी राधाकृष्णन, राष्ट्रपति मुर्मु ने दिलाई शपथ

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देश को 15वें उपराष्ट्रपति मिल चुके हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सीपी राधाकृष्णन को 15वें उपराष्ट्रपति का शपथ दिलायी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में 67 वर्षीय राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। राजग उम्मीदवार राधाकृष्णन ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को हराकर उपराष्ट्रपति पद का चुनाव जीत था। 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद 9 सितंबर को नए उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव हुआ था।

जगदीप धनखड़ भी समारोह में नजर आए

शुक्रवार को हुए शपथग्रहण समारोह में पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कैबिनेट के कई बड़े मंत्री मौजूद रहे। खास बात ये रही कि समारोह के दौरान पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। वह पहली कतार में दो अन्य पूर्व उपराष्ट्रपतियों वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी के साथ बैठे थे। उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देने के बाद यह पहला मौका था जब जगदीप धनखड़ किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए।

सीपी राधाकृष्णन ने 152 मतो से जीता था चुनाव

एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया। मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति पद चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने विपक्ष के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी को 152 प्रथम वरीयता के मतों से हरा कर उपराष्ट्रपति का चुनाव जीता था। सुदर्शन रेड्डी को 300 प्रथम वरीयता के मत मिले, जबकि सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में 452 वोट पड़े।

जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हुए चुनाव

जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को अचानक इस्तीफा दे दिया था। संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उनका कार्यकाल दो साल बचा हुआ था। उनके इस्तीफे के कारण मध्यावधि चुनाव कराया गया।

सीपी राधाकृष्णन बने देश के अगले उपराष्ट्रपति, चुनाव में 15 वोट इनवैलिड, जानें मतदान का पूरा गणित

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भारत के 15वें उपराष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को चुनाव हुआ। इस चुनाव एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने 452 वोट हासिल कर अपने प्रतिद्वंद्वी बी सुदर्शन रेड्डी को शिकस्त दी। सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। एनडीए ने दो-तिहाई वोट हासिल कर जीत दर्ज की।

मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में 767 सांसदों ने वोट डाले, जिसमें से 15 वोट अमान्य घोषित कर दिया है। राज्यसभा सचिवालय के अनुसार, कुल 781 सांसद इस चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा थे। इनमें से 767 सांसदों ने मतदान किया। 14 सांसदों ने मतदान से परहेज किया, इसमें बीजू जनता दल (7 सांसद), भारत राष्ट्र समिति (4 सांसद), शिरोमणि अकाली दल (1 सांसद) और पंजाब के दो निर्दलीय सांसद शामिल थे।

बीजेपी का दावा है कि 14 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है। सूत्रों के मुताबिक उपराष्ट्रपति चुनाव में महाराष्ट्र और झारखंड के राजनीतिक दलों के कुछ सांसदों ने क्रॉस वोटिंग में भी हिस्सा लिया। दरअसल, सीपी राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। इससे पहले झारखंड के राज्यपाल थे। इस आधार पर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने दोनों राज्यों के राजनीतिक दलों को एनडीए के उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग डालने का आग्रह किया। राजस्थान के भी कुछ सांसदों के क्रॉस वोटिंग में शामिल होने की संभावना है।

नेपाल में प्रदर्शनकारियों का राष्ट्रपति-पीएम के घर में आगजनी, ओली ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

#nepalprotestersburntdownhousesofprimeministerand_president 

नेपाल में आक्रोश की आग भड़कती ही जा रही है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के आवास को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया है। वहीं इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सूचना एवं संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास में भी आग लगा दी। पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड के घर के बाहर पुलिस चौकी में भी आग लगा दी गई। 

सड़कें युद्धक्षेत्र बनी

सोमवार को शुरू हुआ छात्रों का ये प्रदर्शन मंगलवार को पूरे देश में फैल गया है। काठमांडू में प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ ने बवाल मचा रखा है। शहर की सड़कें युद्धक्षेत्र जैसी नजर आ रही हैं। काठमांडू में प्रदर्शनकारियों ने सीपीएन-एमसी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल, संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग, पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक सहित अन्य के आवास पर पथराव किया और आगजनी की। मकवानपुर में, हेटौडा और पूर्वी मनहारी बाज़ार में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए, जहां प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर पूर्व-पश्चिम राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात बाधित हुआ। पुलिस ने अशांति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं।

राष्ट्रपति- प्रधानमंत्री का घर आग के हवाले

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के आवास को आग के हवाले दिया है। ओली के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास को जला दिया है। प्रदर्शनकारियों ने बालकोट स्थित प्रधानमंत्री ओली के आवास में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा समूह परिसर में घुसने और घर के कुछ हिस्सों में आग लगाने से पहले, घर में मौजूद सामानों को बाहर निकाल लिया था। आग फैलने पर आवास से धुएं का घना गुबार उठता देखा गया। वहीं, देश के ऊर्जा मंत्री और राष्ट्रपति के घर को भी प्रदर्शनकारियों ने जला दिया है। प्रदर्शनकारियों ने "केपी चोर, देश छोड़" , "भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करो" जैसे नारे लगा रहे हैं। 

सेना ने पीएम केपी ओली से इस्तीफा मांगा

नेपाल में दो दिन से चल रहे बवाल के बाद सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। विकट होते हालात को देखते हुए सेना ने पीएम केपी ओली से इस्तीफा मांगा है। नेपाली आर्मी चीफ ने कहा है कि पीएम ओली अब गद्दी छोड़ देंष

नेपाल में कई जगहों पर लगा कर्फ्यू

काठमांडू में गृह मंत्रालय के अधीन तीन जिला प्रशासन कार्यालयों (डीएओ) ने अलग-अलग नोटिस जारी करके कई स्थानों पर कर्फ्यू लगा दिया, जिसमें शहर के प्रमुख एंट्री प्वाइंट शामिल हैं. काठमांडू डीएओ ने मंगलवार को राजधानी में अनिश्चितकाल तक के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया, जिसमें लोगों को आवाजाही, प्रदर्शन, सभाएं या धरने पर रोक है. कर्फ्यू के दौरान जरूरी सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, अग्निशमन वाहन, शव वाहन, स्वास्थ्यकर्मियों, पत्रकारों, पर्यटक वाहनों, हवाई यात्रियों और मानवाधिकार व राजनयिक मिशनों के वाहनों की आवाजाही की अनुमति होगी.

केपी शर्मा ओली ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

देश के बिगड़े हालात के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने आज शाम एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। मैं स्थिति का आकलन करने और एक सार्थक निष्कर्ष निकालने के लिए संबंधित पक्षों के साथ बातचीत कर रहा हूं। इसके लिए, मैंने आज शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। मैं सभी भाइयों और बहनों से विनम्र अनुरोध करता हूं कि इस कठिन परिस्थिति में धैर्य बनाए रखें।

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, पीएम मोदी ने डाला वोट, जानें क्या कहता है वोटों का गणित?

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उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करने संसद भवन पहुंचे। इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन का मुकाबला विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी से है। मतगणना शाम में होगी।

इस चुनाव में सत्तापक्ष यानी एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन हैं तो दूसरी ओर इंडिया गठबंधन की ओर से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी हैं। इन दोनों के बीच में ही टक्कर है और जो जीतेगा उसे उपराष्ट्रपति की गद्दी पर बैठाया जाएगा। चुनाव से पहले जानते हैं वोटों का गणित।

जीत के लिए कुल 386 वोटों की जरूरत

लोकसभा में सांसदों की संख्या 542 है जबकि राज्यसभा में 239 सांसद हैं। दोनों सदनों को मिलाकर कुल वोट करने वाले सांसदों की संख्या 781 होती है। कुल सांसदों के हिसाब से जीत के लिए किसी भी प्रत्याशी को कुल 391 वोटों की जरूरत पड़ेगी। इसी बीच नवीन पटनायक की बीजेडी, चंद्रशेखर राव की बीआरएस और शिरोमणि अकाली दल ने मतदान से अलग रहने की घोषणा कर दी है, जिससे अब जीत के आंकड़ें में थोड़ा फेरबदल होगा। नवीन पटनायक की बीजेडी, शिरोमणि अकाली दल और तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव की बीआरएस को हटा दें तो वोट करने वाले बचे कुल सांसदों की संख्या 770 पर आ जाती है। इन दोनों ने खुद को चुनाव से बाहर रखने का फैसला किया है। इस हिसाब से एक उम्मीदवार को जीत के लिए 386 वोट चाहिए।

एनडीए के पास कुल सांसदों की संख्या 425

एनडीए के पास कुल सांसदों की संख्या 425 है। इसके अलावा जगन रेड्डी के दल का समर्थन (11 सांसद) भी जोड़ लेते हैं तो यह संख्या 436 पहुंच जाती है। दूसरी ओर इंडिया ब्लॉक के पास सांसदों की संख्या 324 है। यानी दोनों के बीच कुल 112 वोटों का अंतर है। यहां यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि फिलहाल निर्दलीय और स्वाति मालीवाल, गिरधारी लाल यादव जैसे अपने दल से अलग थलग सांसदों को मिलाकर 10 ऐसे हैं जिनका वोट किस तरफ जाएगा या वो वोट करेंगे या नहीं करेंगे ये साफ नहीं है। कुल मिलाकर आकंड़ों के लिहाज से एनडीए उम्मीदवार की जीत महज औपचारिकता ही दिखती है।

राधाकृष्णन या सुदर्शन...कौन बनेगा भारत का अगला उपराष्ट्रपति? जानें एनडीए और इंडिया में किसका पड़ला भारी

#vice_president_election_2025_who_will_become_the_next_vp

उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए कल यानी 9 सितंबर को वोटिंग होनी है। सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी। वहीं, 6 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। नतीजा भी देर शाम तक सामने आ जाएगा। एनडीए ने मैदान में सी पी राधाकृष्णन को उतारा है तो इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। एनडीए और इंडिया ब्लॉक दोनों जीत का दावा कर रहे हैं।

जानकारों का मानना है कि इस चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन जीत सकते हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य वोटिंग करते हैं। इस लिहाज से एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के पास सांसदों की संख्या ज्यादा है और 'इंडिया' ब्लॉक के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी उनसे पिछड़ सकते हैं। दरअसल, लोकसभा और राज्यसभा में कुल मिलाकर 781 सदस्य हैं। इसमें एनडीए को सपोर्ट करने वाले सदस्यों की संख्या 439 है और इंडिया गठबंधन को सपोर्ट करने वाले सदस्यों की संख्या 327 है। हालांकि, जीत का अंतर पिछले चुनावों जितना बड़ा होना मुश्किल लग रहा है।

उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद वोट डालते हैं। इसमें राज्यसभा के मनोनीत सांसद भी वोट डालते हैं। इसके लिए व्हिप जारी नहीं होता और गुप्त मतदान होता है। यानी सांसद अपनी मर्जी के हिसाब से वोट डालने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन, मोटे तौर पर पार्टी लाइन के हिसाब से ही वोट डाले जाते हैं। हालांकि, पहले के चुनावों में क्रॉस वोटिंग होती आई है और इस बार भी इसकी संभावना है।

बता दें कि स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने के बाद यह चुनाव आवश्यक हो गया था। वराहगिरि वेंकट गिरि और रामास्वामी वेंकटरमन के बाद धनखड़ मध्यावधि में इस्तीफा देने वाले तीसरे उपराष्ट्रपति हैं। इतिहास में यह पहली बार है कि दोनों प्रमुख उम्मीदवार दक्षिणी राज्यों से हैं, क्योंकि राधाकृष्णन तमिलनाडु से हैं जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं।

क्या नागरिकता मिलने से पहले वोटर लिस्ट में जुड़ गया था सोनिया गांधी का नाम? कोर्ट से एफआईआर की मांग

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कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ राउज एवेन्यू कोर्ट में एक आपराधिक शिकायत दायर की गई है, जिसमें उनके भारतीय नागरिक बनने से तीन साल पहले मतदाता सूची में नाम शामिल होने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। राउज एवेन्यू कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 10 सितंबर को इस मामले में सुनवाई की तारीख तय की है।

नागरिक बनने से पहले वोटर लिस्ट में नाम शामिल

वकील विकास त्रिपाठी ने यह शिकायत दर्ज कराई है। वकील विकास त्रिपाठी का कहना है कि सोनिया गांधी का नाम 1980 में नई दिल्ली की मतदाता सूची में था। जबकि उन्हें भारतीय नागरिकता 30 अप्रैल 1983 को मिली थी। त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि गांधी का नाम 1980 में मतदाता सूची में शामिल किया गया था, 1982 में हटाया गया और फिर 1983 में फिर से जोड़ा गया। त्रिपाठी के वकील ने कहा कि उनका भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी अप्रैल 1983 का है। 1980 में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में उनका नाम कैसे शामिल हुआ, जिसे फिर 1982 में हटाया गया और 1983 में फिर से दर्ज किया गया।

जाली दस्तावेज के इस्तेमाल का गंभीर आरोप

वकील ने आरोप लगाया कि तीन साल पहले यानी 1980 में मतदाता सूची में सोनिया गांधी का नाम शामिल होने का मतलब है कि उनके द्वारा कुछ जाली डॉक्यूमेंट दिए गए होंगे। वकील ने कहा कि इस तरह से जाली डॉक्यूमेंट बनवाकर मतदाता सूची में अपना नाम शामिल करवाना एक संज्ञेय अपराध के बराबर है।

230 पेज की शिकायत, सुनवाई की तारीख तय

अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 230 पेज की शिकायत देखने के बाद सुनवाई की तारीख तय की। शिकायत में सोनिया गांधी और आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन के एसएचओ को भी शामिल किया गया है। त्रिपाठी की तरफ से वकील ने दलीलें पूरी करने के बाद अदालत ने कहा कि मामले पर अगले सप्ताह फिर से विचार किया जाएगा। हालांकि, गांधी या दिल्ली पुलिस को अभी तक कोई औपचारिक नोटिस जारी नहीं किया गया है।