बिहार की दुलारी देवी देवी भेंट की हुई साड़ी पहन बजट पेश कर रही है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बिहार को दी यह बड़ा तोहफा
डेस्क : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शनिवार को संसद में बजट पेश कर रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय संस्कृति और पारंपरिक कारीगरी को सम्मान देते हुए, वित्त मंत्री ने क्रीम रंग की साड़ी पहनी है, जो इस बार भी बुनकरों के श्रम और हुनर का प्रतीक है। वित्त मंत्री ने मधुबनी कला को प्रस्तुत करने वाली साड़ी पहनी हैं।
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दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मधुबनी कला और पद्म पुरस्कार विजेता दुलारी देवी के कौशल को श्रद्धांजलि देने के लिए साड़ी पहन रही हैं। दुलारी देवी 2021 की पद्म श्री पुरस्कार विजेता हैं। जब वित्त मंत्री मिथिला कला संस्थान में क्रेडिट आउटरीच गतिविधि के लिए मधुबनी गईं, तो उनकी मुलाकात दुलारी देवी से हुई और बिहार में मधुबनी कला पर उनके साथ विचारों का सौहार्दपूर्ण आदान-प्रदान हुआ। दुलारी देवी ने वित्त मंत्री को साड़ी भेंट की और बजट के दिन इसे पहनने के लिए कहा था।
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वहीं आज सुबह 11 बजे जैसे ही वित्त मंत्री ने बजट पेश करने की प्रक्रिया शुरू की विपक्ष के सदस्यों ने भारी हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को सख्त संदेश दिया कि यह सदन की परम्परा नहीं रही है। बजट भाषण को व्यवधान रहित बनाने में सबका सहयोग होना चाहिए। उन्होंने विपक्ष के सदस्यों को अपनी जगह जाने की अपील की और वित्त मंत्री को बजट पेश करने कहा।
वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रही है। पिछले 10 वर्षों के हमारे विकास ट्रैक रिकॉर्ड और संरचनात्मक सुधारों ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है। इस अवधि में भारत की क्षमता और संभावनाओं पर विश्वास और बढ़ा है। हम अगले 5 वर्षों को सबका विकास को साकार करने और सभी क्षेत्रों के संतुलित विकास को प्रोत्साहित करने के एक अनूठे अवसर के रूप में देखते हैं।
उन्होंने बिहार को बड़ा तोहफा देते हुए बिहार में मखाने बोर्ड बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा, बिहार के मखाने की उत्पादन को लेकर केंद्र सरकार मखाना बोर्ड बनाएगी। बिहार में मखाना बोर्ड बनाया जाएगा। इनको FPO के तहद रखा जाएगा। जिस से मखाना की खेती में लगे लोगों को फायदा होगा और लोगों को इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इससे सीधा फायदा बिहार के उन किसानो को होगा जो मखाने की खेती करते है।
Feb 01 2025, 13:19