*एम्स गोरखपुर की ओर से खोराबार पीएचसी में सर्वाइकल कैंसर पर जागरूकता सत्र का आयोजन*
गोरखपुर- सर्वाइकल कैंसर जागरूकता माह के तहत खोराबार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एम्स के स्त्री व प्रसूति रोग विभाग की टीम द्वारा एक विशेष जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में एएनएम, जीएनएम नर्सिंग की छात्राओं और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को सर्वाइकल कैंसर के कारण, लक्षण और रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूक किया गया।
सत्र में विशेषज्ञों ने सर्वाइकल कैंसर की शुरुआती पहचान, नियमित जांच और एचपीवी टीकाकरण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने जोखिम कारकों को पहचानने, लक्षणों को समझने और रोकथाम संबंधी स्वास्थ्य उपायों पर विस्तार से चर्चा की। रजोनिव्रती के बाद रक्तस्राव, अनियमित माहवारी, संभोग के बाद खून आना व बदबूदार पानि का जाना, पेट दर्द मुख्य लक्षण है जिन्हे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
विशेषज्ञों ने बताया कि लक्षण न होने की स्थिति में भी हर तीन साल में एक बार जांच जरूर करना चाहिए, जिसमें कोई दर्द नहीं होता है, पर कैंसर को शुरुआती स्तर पर पकड़ लेता है। गर्भाशय मुख का कैंसर एक मात्र ऐसा कैंसर है जो एचपीवी संक्रमण से फैलता है और इसे पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है।
कार्यक्रम में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को इस महत्वपूर्ण जानकारी को फैलाने की प्रतिबद्धता के लिए शपथ दिलाई गई। उन्होंने समुदाय के लोगों को स्क्रीनिंग और एचपीवी टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक करने का संकल्प लिया।
एम्स स्त्री रोग विभाग की यह पहल खोराबार से शुरू हो कर हर शनिवार गोरखपुर के अन्य पीएचसी व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जारी रहेगी। इसका उद्देश्य स्वास्थ्यकर्मियों व नागरिकों को सर्वाइकल कैंसर के मामलों को कम करने के लिए प्रेरित करना है।
Jan 25 2025, 19:30