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दिल्‍ली के दंगल में राहुल गांधी की एंट्री, सीलमपुर से आज फूंकेंगे चुनावी बिगुल

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दिल्ली में कांग्रेस अपनी खोई हुई सियासी जमीन को वापस पाने लकी कोशिश में है। कांग्रेस दिल्ली में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कश्मकश में उलझी हुई है। दिल्ली विधानसभा के चुनाव को त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। राहुल गांधी और उनकी पार्टी अबतक दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में सुस्‍त नजर आ रही थी। हालांकि आज लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी उत्‍तरी-पूर्वी दिल्‍ली के सीलमपुर इलाके में बड़ी रैली करने जा रहे हैं।

राहुल गांधी की दिल्ली में पहली जनसभा उस क्षेत्र में रखी गई है, जहां पर कांग्रेस के वोट बैंक का अपना सियासी आधार है और चुनावी मुकाबला सीधे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से है। ऐसे में दिल्ली के कांग्रेसी नेताओं को उम्मीद है कि राहुल गांधी अपनी पहली जनसभा में अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी 10 साल के शासन की विफलताओं को लेकर आक्रामक रुख अपनाएंगे।

राहुल गांधी के प्रचार अभियान की रणनीति और भागीदारी की इसमें सबसे निर्णायक भूमिका रहेगी, क्योंकि पार्टी के राजनीतिक फैसलों में उनकी राय ही अंतिम मानी जाती है। कांग्रेस दिल्ली चुनाव में भले बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों के खिलाफ लड़ रही है, लेकिन सत्ता पर केजरीवाल की पार्टी का कब्जा है। इसीलिए दिल्ली कांग्रेस के नेताओं और पार्टी के चुनावी रणनीतिकारों का दावा है कि राहुल गांधी न केवल बीजेपी बल्कि आम आदमी पार्टी के दस साल की विफलताओं पर हमला करने में कोई रियायत नहीं बरतेंगे।

दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के अब तक के आक्रामक तेवरों को पार्टी नेतृत्व ने अगले पायदान पर ले जाने का जज्बा दिखाया तो यह चुनाव बेहद रोचक मोड़ ले सकता है। दिल्ली के चुनावी मुकाबले में प्रासंगिक बने रहने के साथ ही कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं के मद्देनजर राहुल गांधी की सीलमपुर में सोमवार को हो रही पहली जनसभा बेहद महत्वपूर्ण है।

बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायुक्त को क्यों किया तलब, भारत के साथ नया विवाद

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भारत-बांग्लादेश के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है। शेख हसीना के तख्तापल के बाद बांग्लादेश में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मो. यूनुस की अंतरिम सरकार बनी। यूनुस के सत्ता आने के बाद से बांग्लादेश में भारत विरोधी लहर बनी हुई है। इस बीच रविवार को बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया है, यह कदम दोनों देशों के बीच सीमा तनाव के बढ़ने के बीच उठाया गया है।

सरकारी समाचार एजेंसी 'बीएसएस' ने पहले अपनी खबर में बताया था कि प्रणय वर्मा को विदेश मंत्रालय ने सीमा पर बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए ''तलब'' किया था। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य में हालांकि इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ''विदेश सचिव राजदूत मोहम्मद जशीम उद्दीन ने आज विदेश मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के समक्ष बांग्लादेश-भारत सीमा पर भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की हाल की गतिविधियों को लेकर बांग्लादेश सरकार की ओर से गहरी चिंता जताई।'' बीएसएस की खबर के अनुसार वर्मा लगभग तीन बजे (स्थानीय समयानुसार) विदेश मंत्रालय पहुंचे। विदेश सचिव के साथ उनकी मुलाकात लगभग 45 मिनट तक चली।

भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने बैठक के बाद मीडिया से कहा, ''मैंने विदेश सचिव से मुलाकात कर अपराध मुक्त सीमा सुनिश्चित करने, तस्करी, अपराधियों की आवाजाही और मानव तस्करी की चुनौतियों से प्रभावी तरीके से निपटने संबंधी भारत की प्रतिबद्धता पर चर्चा की।'' उन्होंने कहा, ''सुरक्षा के लिए सीमा पर बाड़ लगाने के संबंध में हमारे बीच आपसी सहमति है। इस संबंध में बीएसएफ और बीजीबी (सीमा सुरक्षा बल और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश) के बीच बातचीत जारी है। हम उम्मीद करते हैं कि आपसी सहमति को लागू किया जायेगा और अपराध से निपटने के लिए सहयोगपूर्ण दृष्टिकोण अपनाया जायेगा।''

बांग्लादेश-भारत सीमा पर बाड़े के निर्माण को लेकर दोनों देशों में विवाद उपजा है। भारत उस पार से लगातार हो रहे घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा पर बाड़ का बना रहा है, लेकिन न केवल सीमा पर बने गांव बल्कि बांग्लादेशी सरकार की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई है।

भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में खटास साफ नजर आ रही है। रिश्तों की ये खटास शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद से उपजी है। पिछले साल 5 अगस्त को बांग्लादेश से पदस्थापित होने के बाद से पूर्व पीएम शेख हसीना भारत में रह रही हैं। उनके बाद बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार बनी। यूनुस के सत्ता आने के बाद से बांग्लादेश में भारत विरोधी लहर बनी हुई है।

यूके की महिला मंत्री के पीछे क्यों पड़ी बांग्लादेश की यूनुस सरकार, शेख हसीना से है कनेक्शन
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* भारत को अकड़ दिकान के बाद अब बांग्‍लादेश की मोहम्‍मद यूनुस सरकार ने ब्रिटेन की कीर स्टारमर सरकार पर निशाना साधा है। इसकी वजह हैं ब्रिटेन की श्रम मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं। बांग्‍लादेश ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्‍टार्मर से मांग की है कि वो ट्यूलिप सिद्दीक को हटाएं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुश ने ब्रिटिश मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया कि ट्यूलिप ने अपनी चाची और पूर्व बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान संपत्तियां हासिल की थी। मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश को संपत्तियां लौटाने की मांग की। एक साक्षात्कार में उन्होंने शेख हसीना के पीएम पद से हटने के बाद भी सिद्दीक और उनके परिवार द्वार संपत्तियों के इस्सेमाल पर निंदा की। साक्षात्कार में मोहम्मद युनूस ने कहा, "यह एक सीधी डकैती के बारे में है। इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर फर्जी तरीके से धन का गबन करने का आरोप लगाया।" बता दें कि सिद्दीक ब्रिटेन लेबर कैबिनेट के सदस्य हैं, जो ट्रेजरी और सिटी मंत्री के आर्थिक सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। यूनुस ने द संडे टाइम्स को बताया कि वह चाहते हैं कि ब्रिटेन का भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) शेख हसीना की भतीजी की संपत्तियों की जांच करे। हसीना की अवामी लीग के सहयोगियों द्वारा ब्रिटेन में खरीदी गई संपत्तियां बांग्लादेश को वापस कर दी जानी चाहिए। यूनुस ने अखबार से कहा, “अंतरिम सरकार की यही मंशा है। उन्हें कैसे वापस लाया जाए।” *शेख हसीना की भतीजी पर क्‍या है आरोप?* संडे टाइम्स ने खुलासा किया था कि दो बांग्लादेशी बिजनेसमैन ने साल 2005 में शेख हसीना की सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मोइन गनी को ब्रिटेन के हैम्पस्टेड में एक फ्लैट गिफ्ट किया था। गनी ने इसे 2009 में सिद्दीक की बहन अजमीना को गिफ्ट कर दिया। बाद में खुद यूके की मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक उसमें रहने लगी। उनके पास ब्रिटेन के किंग्स क्रॉस में एक फ्लैट भी है जो उन्हें 2004 में अब्दुल मोतालिफ ने दिया था। उनका संबंध भी शेख हसीना की आवामी लीग पार्टी से है। उन्‍होंने यह घर किराए पर दिया हुआ है। दावा किया गया कि सिद्दीक की मां रेहाना लंदन में 1.4 मिलियन पाउंड यानी 15 करोड़ रुपये के घर में रह रही थी। यह घर बांग्लादेश के एक बिजनेसमैन सलमान एफ रहमान के परिवार का था। वो भी हसीना सरकार में मंत्री रह चुके हैं। *शेख हसीना की भतीजी हैं सिद्दीक* बता दें कि ट्यूलिप सिद्दीक पूर्व बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना की भतीजी हैं और लेबर पार्टी की श्रम मंत्री है। सिद्दीक ट्रेजरी की आर्थिक सचिव हैं और वे ब्रिटेन में वित्तीय बाजारों में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियानों में शामिल रही हैं।
यूके की महिला मंत्री के पीछे क्यों पड़ी बांग्लादेश की यूनुस सरकार, शेख हसीना से है कनेक्शन

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भारत को अकड़ दिकान के बाद अब बांग्‍लादेश की मोहम्‍मद यूनुस सरकार ने ब्रिटेन की कीर स्टारमर सरकार पर निशाना साधा है। इसकी वजह हैं ब्रिटेन की श्रम मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं। बांग्‍लादेश ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्‍टार्मर से मांग की है कि वो ट्यूलिप सिद्दीक को हटाएं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुश ने ब्रिटिश मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया कि ट्यूलिप ने अपनी चाची और पूर्व बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान संपत्तियां हासिल की थी। मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश को संपत्तियां लौटाने की मांग की।

एक साक्षात्कार में उन्होंने शेख हसीना के पीएम पद से हटने के बाद भी सिद्दीक और उनके परिवार द्वार संपत्तियों के इस्सेमाल पर निंदा की। साक्षात्कार में मोहम्मद युनूस ने कहा, "यह एक सीधी डकैती के बारे में है। इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर फर्जी तरीके से धन का गबन करने का आरोप लगाया।" बता दें कि सिद्दीक ब्रिटेन लेबर कैबिनेट के सदस्य हैं, जो ट्रेजरी और सिटी मंत्री के आर्थिक सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं।

यूनुस ने द संडे टाइम्स को बताया कि वह चाहते हैं कि ब्रिटेन का भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) शेख हसीना की भतीजी की संपत्तियों की जांच करे। हसीना की अवामी लीग के सहयोगियों द्वारा ब्रिटेन में खरीदी गई संपत्तियां बांग्लादेश को वापस कर दी जानी चाहिए। यूनुस ने अखबार से कहा, “अंतरिम सरकार की यही मंशा है। उन्हें कैसे वापस लाया जाए।”

शेख हसीना की भतीजी पर क्‍या है आरोप?

संडे टाइम्स ने खुलासा किया था कि दो बांग्लादेशी बिजनेसमैन ने साल 2005 में शेख हसीना की सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मोइन गनी को ब्रिटेन के हैम्पस्टेड में एक फ्लैट गिफ्ट किया था। गनी ने इसे 2009 में सिद्दीक की बहन अजमीना को गिफ्ट कर दिया। बाद में खुद यूके की मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक उसमें रहने लगी। उनके पास ब्रिटेन के किंग्स क्रॉस में एक फ्लैट भी है जो उन्हें 2004 में अब्दुल मोतालिफ ने दिया था। उनका संबंध भी शेख हसीना की आवामी लीग पार्टी से है। उन्‍होंने यह घर किराए पर दिया हुआ है। दावा किया गया कि सिद्दीक की मां रेहाना लंदन में 1.4 मिलियन पाउंड यानी 15 करोड़ रुपये के घर में रह रही थी। यह घर बांग्लादेश के एक बिजनेसमैन सलमान एफ रहमान के परिवार का था। वो भी हसीना सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

शेख हसीना की भतीजी हैं सिद्दीक

बता दें कि ट्यूलिप सिद्दीक पूर्व बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना की भतीजी हैं और लेबर पार्टी की श्रम मंत्री है। सिद्दीक ट्रेजरी की आर्थिक सचिव हैं और वे ब्रिटेन में वित्तीय बाजारों में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियानों में शामिल रही हैं।

महाकुंभ का शुभारंभ, संगम तट पर उमड़ा आस्था का जनसैलाब, पीएम मोदी-सीएम योगी ने दी बधाई

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तीर्थराज प्रयागराज महाकुंभ की शुरुआत हो रही है। ऐसे में महाकुंभ के पहले दिन श्रद्धालुओं में संगम में डुबकी लगाने को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। पौष पूर्णिमा का आज स्नान है। सुबह से ही श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा रहे हैं। अभी तक 50 लाख लोग डुबकी लगा चुके हैं। देश-विदेश से आए श्रद्धालु डुबकी लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि आज करीब 1 करोड़ श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाएंगे। महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा।

पीएम मोदी ने दी श्रदालुओं को शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पौष पूर्णिमा के मौके पर अपने आधिकारिक एक्स पर पोस्ट साझा कर लिखा कि पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं। भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे, यही कामना है।

सीएम योगी ने दी पौष पूर्णिमा की बधाई

महाकुंभ शुरू होने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौष पूर्णिमा की बधाई दी है। एक्स पर सीएम योगी ने लिखा कि विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम 'महाकुम्भ' का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है। अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। मां गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें। महाकुम्भ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व।

प्रयागराज में महाकुंभ का सबसे बड़ा आकर्षण होता है अखाड़े और नागा संन्यासी। इन अखाड़ों में भी सबसे बड़ा आकर्षण होता है शाही स्नान, जिसे इस बार अमृत स्नान का नाम दिया गया है। कुंभ मेला प्रशासन की तरफ से सभी 13 अखाड़ों को अमृत स्नान संबंधी समय सूची जारी की गई है।

महाकुम्भ मेला 2025 में अखाड़ों के परम्परागत पूर्व से निर्धारित कम के अनुसार अमृत स्नान की तिथियों और उनके स्नान क्रम की सूचना अखाड़ों को मिल चुकी है। पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव महंत जमुना पुरी बताते हैं कि मकर संक्रान्ति यानी 14 जनवरी को श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी सबसे पहले अमृत स्नान करेगा, जिसके साथ श्री शम्भू पंचायती अटल अखाड़ा भी होगा। यह अखाड़ा 5.15 पर शिविर से प्रस्थान करेगा और 6.15 पर घाट पहुंचेगा. इसे 40 मिनट का समय स्नान के लिए दिया गया है। यह 6.55 पर घाट से वापस शिविर के लिए रवाना होगा और 7.55 पर शिविर पहुंचेगा।

अमृत स्नान में दूसरे स्थान पर श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा, एवं श्री पंचायती अखाड़ा आनन्द है। तीसरे स्थान पर तीन संन्यासी अखाड़े अमृत स्नान करेंगे।तीन बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाडा 09.40 पर शिविर से चलेगा।

भारत-बांग्लादेश के बीच सीमा पर बढ़ी तनातनी, ढाका ने भारतीय उच्चायुक्त को किया तलब

डेस्क : भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेक हसीना के अपदस्थ होते ही दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हो चुके हैं। अब पहली बार भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर भी तनातनी देखी गई है। बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोकने के लिए भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सुरक्षा को सख्त कर दिया है। इससे कोई भी बांग्लादेशी घुसपैठिया भारत में प्रवेश नहीं कर पा रहा है। बीएसएफ के अधिकारी हर बांग्लादेशी संदिग्ध से सीमा पर कड़ाई से पूछताछ कर रहे हैं। इससे बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस की सरकार बौखला गई है।

ताजा विवाद में सूचना है कि बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने रविवार को सीमा तनाव को लेकर भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को ढाका में तलब किया। यह घटनाक्रम बांग्लादेश द्वारा यह आरोप लगाए जाने के कुछ घंटों बाद सामने आया है कि भारत द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन करते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा पर पांच स्थानों पर बाड़ लगाने की कोशिश कर रहा है। वर्मा को अपराह्न लगभग तीन बजे मंत्रालय में प्रवेश करते देखा गया।

बांग्लादेशी घुसपैठियों को सीमा में घुसने से रोकने के लिए भारत ने बॉर्डर पर बाड़ लगाना शुरू कर दिया है। बांग्लादेश इससे बौखला गया है। भारतीय उच्चायुक्त की ढाका में बांग्लादेश की विदेश सचिव जशीम उद्दीन के साथ लगभग 45 मिनट तक इन्हीं मुद्दों पर बैठक चली। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की ओर से हालांकि चर्चा के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया, लेकिन अधिकारियों ने पुष्टि की कि उच्चायुक्त को तलब किया गया है।

'वो दिन भी दूर नहीं जब भारत गरीबी से मुक्त होगा', विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग में बोले पीएम मोदी

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग 2025 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वह दिन अब दूर नहीं है जब पूरा भारत गरीबी से मुक्त होगा। उन्होंने कहा, "...विकसित भारत की इस यात्रा में हमें हर रोज नए लक्ष्य बनाने हैं, उसे प्राप्त करना है। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करेगा। बीते 10 वर्षों में देश ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला। जिस रफ्तार से हम चल रहे हैं तो वो दिन भी दूर नहीं है जब पूरा भारत गरीबी से मुक्त होगा..."

उन्होंने कहा, "मैंने लाल किले से 1 लाख नए युवाओं को राजनीति में लाने की बात कही है। अपने सुझावों को लागू करने के लिए राजनीति भी बहुत शानदार माध्यम हो सकती है। मुझे विश्वास है आपमें से भी अनेकों नौजवान राजनीति में भी भागीदारी के लिए आगे आएंगे।"

उन्होंने कहा, "आज आपसे बात करते हुए मैं विकसित भारत की एक तस्वीर भी देख रहा हूं। विकसित भारत में हम क्या देखना चाहते हैं? कैसा भारत देखना चाहते हैं? विकसित भारत यानी जो आर्थिक, सामरिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त होगा। जहां अर्थव्यवस्था भी बुलंद होगी और पारिस्थितिकीय तंत्र भी समृद्ध होगी।

जहां अच्छी कमाई और अच्छी पढ़ाई करने के ज्यादा से ज्यादा अवसर होंगे... क्या हम केवल बोलने से ही विकसित हो जाएंगे?...जब हमारे हर फैसले की कसौटी एक ही होगी, विकसित भारत। जब हमारे हर कदम की दिशा एक ही होगी, विकसित भारत... तो दुनिया की कोई भी शक्ति हमें विकसित होने से नहीं रोक पाएगी...बहुत पहले लाल किले से मेरे दिल की एक आवाज निकली थी। मैंने कहा था, 'यही समय है-सही समय है'।"

बजट 2025 में हो सकती है कस्टम ड्यूटी के लिए माफी स्कीम की घोषणा, इस कारण बढ़ी उम्मीद

डेस्क: इस बार आम बजट में कई बड़े फैसले होने की उम्मीद है। इसकी वजह अर्थव्यवस्था की धीमी पड़ी रफ्तार को तेज करने के साथ प्राइवेट सेक्टर को बूस्ट कर मार्केट में नौकरी बढ़ाने की कवायद होगी। आपको बता दें कि 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करेंगी। प्राइस वॉटरहाउस एंड कंपनी एलएलपी के अनुसार, मुकदमेबाजी को कम करने के प्रयासों के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी आम बजट में कारोबारी सुगमता के उद्देश्य से कस्टम ड्यूटी के लिए माफी योजना की घोषणा कर सकती हैं। सरकार ने पहले भी एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स और इनकम टैक्स के लिए माफी योजनाओं की घोषणा की थी, लेकिन सीमा शुल्क के लिए ऐसा कोई कदम नहीं उठाया था। अनुमान है कि अकेले सीमा शुल्क से संबंधित 40,000 से अधिक मामले विभिन्न न्यायालयों और न्यायाधिकरणों में लंबित हैं।

एक अन्य परामर्श कंपनी ईवाई इंडिया ने कहा कि कस्टम ड्यूटी से संबंधित मुकदमे विभिन्न मंचों पर लंबे समय से लंबित हैं और इन्हें सुलझाने के लिए करदाता और सरकार दोनों को काफी समय और प्रयास खर्च करने की आवश्यकता है। ईवाई इंडिया ने यह भी सुझाव दिया कि लंबित विवादों के निपटारे और समाधान के लिए सीमा कस्टम ड्यूटी के तहत एकमुश्त विवाद/मुकदमेबाजी समाधान/निपटान योजना शुरू की जानी चाहिए। डेलॉयट इंडिया के साझेदार महेश जयसिंह के अनुसार, सरकार को विवादों को सुलझाने के लिए लंबे समय से चल रहे मुकदमेबाजी को समाप्त करना चाहिए, न्यायिक प्रक्रिया के बोझ को कम करना चाहिए तथा तकनीकी प्रगति और अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम चलन के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए कानून को उन्नत करना चाहिए।

जयसिंह ने कहा कि सबका विश्वास की तर्ज पर माफी योजना एक स्वागतयोग्य कदम होगा। उद्योग वर्षों से कस्टम ड्यूटी के तहत लंबित मुकदमेबाजी के मामलों को हल करने के लिए ऐसी योजना का इंतजार कर रहा है। इससे विशेष रूप से छोटे व्यवसायों को पिछले विवादों से बचने और एक साफ सुथरी छवि के साथ आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

सहगल ने कहा कि सीमा शुल्क पर उद्योग की एक और महत्वपूर्ण इच्छा ‘मेक इन इंडिया’ पहल का समर्थन करने के लिए दरों को तर्कसंगत बनाने की होगी। उन्होंने कहा, आपके पास कई क्षेत्रों में उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना, चरणबद्ध विनिर्माण कार्यक्रम आ रहे हैं। इसलिए दरों को तर्कसंगत बनाने से भारत में निवेश को बढ़ावा मिलेगा।” इसके अलावा, उन्होंने कहा कि उद्योग छूट की समीक्षा की उम्मीद कर रहा है।

बिहार लोक सेवा आयोग ने प्रशांत किशोर, खान सर समेत कई लोगों को भेजे कानूनी नोटिस, प्रदर्शनकारी छात्रों ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस

डेस्क: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने कहा कि उसने राजनेताओं सहित कई व्यक्तियों को कानूनी नोटिस जारी किया है, जिन्होंने 13 दिसंबर को राज्य भर में आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) को लेकर उठे विवाद पर आयोग के खिलाफ निराधार आरोप लगाए हैं। बीएसपीसी के परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने कहा, "आयोग ने राजनेताओं, कोचिंग सेंटरों से जुड़े कुछ लोगों सहित कई व्यक्तियों को नोटिस भेजे हैं, जिन्होंने बीपीएससी के खिलाफ निराधार आरोप लगाए हैं। जल्द ही कुछ और नोटिस भेजे जाएंगे।"

हालांकि परीक्षा नियंत्रक ने उन लोगों के नाम नहीं बताए जिन्हें नोटिस भेजा गया है, लेकिन जन सुराज पार्टी के उपाध्यक्ष वाई वी गिरि ने पुष्टि की कि नोटिस प्राप्त करने वालों में पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी शामिल हैं। गिरि ने कहा कि नोटिस "गलत तरीके से भेजा गया है और इसे नजरअंदाज किया जाना चाहिए।" बीपीएससी के नोटिस में किशोर से कहा गया है कि वे एकीकृत 70वीं सीसीई में गड़बड़ी के संबंध में अपने आरोपों के समर्थन में सात दिनों के भीतर "अकाट्य और सत्यापन योग्य सबूतों और साक्ष्यों का पूरा विवरण" उपलब्ध कराएं। नोटिस में किशोर पर अपमानजनक और निराधार बयान देने का आरोप लगाया गया है।

नोटिस के अनुसार, किशोर ने हाल ही में साक्षात्कारों में आरोप लगाया कि "बच्चों की नौकरियां 1 करोड़ से 1.5 करोड़ रुपये में बेची गईं" और दावा किया कि यह घोटाला "₹1,000 करोड़ से अधिक" का है। नोटिस पाने वाले अन्य लोगों में पटना के ट्यूटर और यूट्यूबर खान सर भी शामिल हैं, जिन्होंने BPSC की कार्रवाई पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, "हां, मुझे प्रदर्शनकारी बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में दिए गए मेरे भाषणों के लिए बीपीएससी से कानूनी नोटिस मिला है। मैं अपने वकीलों से परामर्श करने के बाद जल्द ही अपना जवाब भेजूंगा। लेकिन, एक बात मैं जरूर कहूंगा कि मैं छात्रों के हितों के लिए लड़ता रहूंगा।" उन्होंने कहा, "हम 13 दिसंबर को आयोजित परीक्षा में कथित अनियमितताओं से संबंधित मुद्दे पर पटना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं।"

पुलिस ने खान सर से जुड़े पटना स्थित एक कोचिंग संस्थान के खिलाफ भी बीपीएससी परीक्षा से संबंधित कथित रूप से गलत सूचना फैलाने के आरोप में एक नई FIR दर्ज की है। बीपीएससी के सूत्रों ने पुष्टि की है कि इस संबंध में पटना स्थित कई अन्य व्यक्तियों और कोचिंग संस्थानों के मालिकों को नोटिस भेजे गए हैं।

इस बीच, प्रदर्शनकारी छात्रों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें तेजस्वी यादव, पप्पू यादव और प्रशांत किशोर से लेकर सभी को उनके संघर्ष को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया। छात्रों ने कहा, "आपसी असहमति के बावजूद, उन्होंने हमारे संघर्ष का समर्थन किया। हालांकि, हम अभी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं, जिन्हें अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। अगर वह कहते हैं कि परीक्षा रद्द करने का सवाल ही नहीं उठता है, तो हमें उसी के अनुसार रणनीति बनानी होगी।"

लंका की तरह जल रहा लॉस एंजिल्स, मौतों का आंकड़ा पहुंचा 16, आग की लपटों पर अब "एयरस्ट्राइक"

डेस्क: लॉस एंजिल्स की आग ने पूरे अमेरिका को दहला दिया है। करीब 5 दिनों से लगी यह आग बढ़ती ही जा रही है। इसने अब दक्षिण कैलिफोर्निया को भी अपनी चपेट में ले लिया है। अब यह आग पैलिसेड्स जंगलों से पूर्व की ओर तेजी से बढ़ रही है। पूरा शहर लंका की तरह बेबस होकर जल रहा है। अमेरिका की ओर से आग बुझाने के हर उपाय अब तक नाकाफी साबित हुए हैं। इस भीषण अग्निकांड में मौतों का आंकड़ा अब बढ़कर 16 पहुंच गया है।

लिहाजा अब अमेरिका ने आग को आगे बढ़ने से रोकने के लिए विमानों के जरिये आग की लपटों पर एयरस्ट्राइक शुरू कर दी है। इसका मकसद पानी और अग्निविरोधी तत्वों के छिड़काव से लॉस एंजिल्स में पैलिसेड्स जंगल की आग को पूर्व की ओर फैलने से रोकना है। शनिवार को विमानों के जरिये पैलिसेड्स जंगल में खड़ी पहाड़ियों पर पानी और अग्निरोधी सामग्री की बारिश कराई गई।

इस आग को भड़काने का सबसे बड़ा रोल करीब 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से लॉस एंजिल्स में चल रही हवाओं का भी है। तेज हवा के झोंकों की चेतावनी ने स्थिति और खराब होने की आशंका बढ़ा दी है। इसके बीच जमीन पर आग बुझाने का काम तेज हो गया है।

अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में, पैलिसेड्स की आग ने करीब 1,000 एकड़ एरिया को और अपनी चपेट में ले लिया। इससे हजारों घर जल गए।

लॉस एंजिल्स काउंटी मेडिकल परीक्षक के कार्यालय का हवाले विदेशी मीडिया ने बताया कि मंगलवार से लॉस एंजिल्स काउंटी के पड़ोस में एक साथ छह आग लगने से शनिवार देर रात तक कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है। वहीं अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि आग से 12,000 इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गईं। कम से कम 13 लोगों के लापता होने का अनुमान है।

जब अग्निशामक घर-घर जाकर तलाशी लेने में सक्षम होंगे तो मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। कैल फायर के अधिकारी टॉड हॉपकिंस ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पैलिसेड्स जंगलों में लगी आग के 11% हिस्से पर अब काबू पा लिया गया है, लेकिन यह 22,000 एकड़ से अधिक क्षेत्र को जला चुका है।

हॉपकिंस ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि जिस खतरनाक रफ्तार से यह आग आगे बढ़ रही है, उसे देखकर लग रहा है कि पैलिसेड्स आग मैंडेविल कैन्यन पड़ोस में फैलने के बाद अब ब्रेंटवुड और फर्नांडो घाटी तक पहुंच सकती है, जिसके पास मशहूर हस्तियां रहती हैं और यहां उनके खेलने का मैदान भी है।