JSSC सीजीएल परीक्षा पेपर लीक ने पकड़ी रफ्तार, 5 दिन में CID को मिली 40 शिकायत, 5 मोबाइल की FSL जांच करेगी
रांची : झारखंड में JSSC सीजीएल परीक्षा पेपर लीक मामले में CID की जांच ने रफ्तार पकड़ा है। दूसरी ओर अभ्यर्थियों के द्वारा परीक्षा रद्द करने की मांग भी जारी है। उधर CID ने पेपर लीक सहित अन्य गड़बड़ियों के आरोपों को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अपनी जांच शुरू कर दी है।
साक्ष्य भी एकत्र करना शुरू कर दिया है। इस मामले में सीआइडी ने मेल आइडी तथा मोबाइल नंबर-9934309058 जारी किया है।
सीआइडी ने कहा है कि 21 और 22 सितंबर 2024 को आयोजित सीजीएल परीक्षा-2023 में कथित गड़बड़ी/अनियमितता के संबंध में किसी परीक्षार्थी अथवा अन्य किसी के पास कोई साक्ष्य (अभिलेख, ऑडियो-वीडियो) या जानकारी है, तो उक्त इमेल आइडी और मोबाइल नंबर पर संपर्क कर उपलब्ध कराया जा सकता है। जिसके बाद सीआईडी की टीम को बीते पांच दिन में 40 से अधिक शिकायतें मिली हैं। यह शिकायतें वाट्सऐप चैट, फोटोग्राफ और वीडियो रिकॉर्डिंग से जुड़ी हुई हैं।
सीआईडी ने रातु थाने में दर्ज दो शिकायतों को टेकओवर किया है। एक छात्रों के तरफ से राजेश कुमार के बयान पर 18 दिसंबर को दर्ज हुआ था। वही दूसरा जेएसएससी की तरफ से शिकायत दर्ज की गई थी। सीआईडी को अब तक की जांच में साक्ष्य के तौर पर पांच मोबाइल फोन मिले है। जिनसे परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र लीक होने से संबंधित वीडियो व ऑडियो की रिकार्डिंग की गई थी। उन सभी मोबाइल को एसआईटी फारेंसिक लैब (एफएसएल) भेजने की तैयारी में है। ताकि यह पता चल सके कि उक्त मोबाइल से की गई वीडियो रिकार्डिंग कब की है। तभी खुलासा हो पाएगा कि परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र लीक हुए थे या नहीं।
बता दें कि सीजीएल 2023 की परीक्षा 21 और 22 सितंबर 2024 को हुई थी। कदाचार परीक्षा को लेकर सरकार की ओर से इंटरनेट की सेवा को बंद कर दिया गया था। लेकिन फिर भी अभ्यर्थियों की ओर से परीक्षा में हुई धांधली, पेपर लीक मामले को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। साथ ही कई बार उन्होंने जेएसएससी आयोग का भी घेराव किया है। वहीं अभ्यर्थियों के आंदोलन को देखते हुए हाईकोर्ट ने भी रिज़ल्ट प्रकाशन पर रोक लगा दिया था। फिलहाल इसकी जांच CID के द्वारा जारी है।
Jan 12 2025, 19:39