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पृथ्वी के गर्भ में छिपा हाइड्रोजन का खजाना, 200 साल तक पूरी दुनिया को दे सकता है ऊर्जा

हाइड्रोजन, जिसे "भविष्य का ईंधन" कहा जाता है, ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के भीतर बड़ी मात्रा में प्राकृतिक हाइड्रोजन के भंडार का पता लगाया है। यह खोज ऊर्जा संकट को हल करने और पर्यावरणीय समस्याओं को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।

हाइड्रोजन: ऊर्जा का नया स्रोत

हाइड्रोजन सबसे हल्का और प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है। यह कार्बन रहित ऊर्जा स्रोत है, जिसका उपयोग बिजली उत्पादन, परिवहन, और औद्योगिक प्रक्रियाओं में किया जा सकता है।

पृथ्वी के भीतर प्राकृतिक हाइड्रोजन

अब तक हाइड्रोजन का उत्पादन मुख्य रूप से पानी के इलेक्ट्रोलिसिस और प्राकृतिक गैस से होता था, जो महंगा और ऊर्जा-गहन प्रक्रिया है। लेकिन हाल ही में वैज्ञानिकों ने पृथ्वी की सतह के नीचे प्राकृतिक हाइड्रोजन के भंडार खोजे हैं। यह प्राकृतिक हाइड्रोजन सस्ता, स्वच्छ और अधिक टिकाऊ विकल्प हो सकता है।

कितना बड़ा है यह खजाना?

अनुमान है कि पृथ्वी के भीतर छिपे हाइड्रोजन का छोटा सा हिस्सा भी 200 सालों तक पूरी दुनिया की ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर सकता है। यह भंडार विशेष रूप से महाद्वीपीय प्लेटों के नीचे और गहरे भूगर्भीय संरचनाओं में पाया गया है।

खोज के लाभ

पर्यावरणीय लाभ: हाइड्रोजन जलने पर केवल पानी उत्पन्न करता है, जिससे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम होगा।

ऊर्जा सुरक्षा: यह जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करेगा।

सस्ती ऊर्जा: प्राकृतिक हाइड्रोजन का दोहन पारंपरिक हाइड्रोजन उत्पादन की तुलना में सस्ता होगा।

चुनौतियां और संभावनाएं

हालांकि इस हाइड्रोजन को निकालने और उपयोग में लाने के लिए नई तकनीकों की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, भूगर्भीय संरचनाओं का अध्ययन और सुरक्षित दोहन सुनिश्चित करना भी जरूरी है।

निष्कर्ष

पृथ्वी के भीतर छिपा हाइड्रोजन का खजाना ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकता है। यदि इसे सुरक्षित और प्रभावी तरीके से दोहन किया जाए, तो यह न केवल ऊर्जा संकट का समाधान करेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

डिजिटल अरेस्ट के मामले में Russian नागरिक गिरफ्तार, चीन से ऑपरेट हो रहा गैंग

अहमदाबाद: गुजरात पुलिस ने डिजिटल गिरफ्तारी के माध्यम से एक व्यक्ति से 17 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार किया है. आरोपी, अनातोली मिरोनोव, रूस के ओरेनबर्ग शहर का मूल निवासी है.साइबर क्राइम सेल के अनुसार, मिरोनोव चीन के एक नागरिक द्वारा चलाए जा रहे गिरोह के लिए गेटकीपर के रूप में काम कर रहा था. उसका काम अपराध की आय को विभिन्न खातों में स्थानांतरित करने में मदद करना था, जिसमें कुछ धनराशि क्रिप्टोकरेंसी में भी परिवर्तित की जाती थी.

पर्यटक वीजा पर भारत आया

सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर) ने समझाया कि एक 'गेटकीपर' एक बिचौलिया होता है जो अपराध से प्राप्त धन को गिरोह के बैंक खातों में स्थानांतरित करने में सहायता करता है. मिरोनोव पिछले साल पर्यटक वीजा पर भारत आया था. इससे पहले, वह महाराष्ट्र के पुणे में धोखाधड़ी के एक अलग मामले में जेल में था.

आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया

साइबर क्राइम सेल ने प्रोडक्शन वारंट के जरिए महाराष्ट्र जेल से उसकी रिमांड ली और गुरुवार को उसे गुजरात लाया गया. यह जांच तब शुरू हुई जब एक शहर के व्यवसायी ने अक्टूबर में साइबर क्राइम सेल से संपर्क किया, जिसमें दावा किया गया कि कुछ व्यक्तियों ने खुद को सीमा शुल्क और पुलिस अधिकारियों के रूप में प्रस्तुत करके उसे 'डिजिटल रूप से गिरफ्तार' किया था, और उससे 17 लाख रुपये की उगाही की थी.

घटना कैसे हुई?

धोखेबाजों ने पीड़ित को बताया कि उसके नाम पर एक पार्सल, जिसमें नकली पासपोर्ट, एटीएम कार्ड और ड्रग्स थे, सीमा शुल्क विभाग ने जब्त कर लिया था. पीड़ित ने जिस खाते में 17 लाख रुपये ट्रांसफर किए, वह महफुलआलम शाह के स्वामित्व में था. नदीम पठान नाम का एक एजेंट गिरोह के साथ संपर्क में था और उसने शाह को इस गतिविधि के लिए अपने खाते का उपयोग करने की अनुमति देने के लिए राजी किया था.

पठान की गिरफ्तारी के बाद मिरोनोव की भूमिका का खुलासा हुआ. पीड़ित द्वारा शाह के बैंक खाते में 17 लाख रुपये जमा करने के बाद, मिरोनोव ने उन दोनों को मुंबई के एक होटल में बुलाया, जहां रूसी नागरिक ने अपने चीनी बॉस के निर्देशों का पालन करते हुए धनराशि को क्रिप्टोकरेंसी सहित अन्य खातों में स्थानांतरित कर दिया.

आईआईटी इंदौर में बीटेक छात्र की मौत, हॉस्टल में मिला शव

इंदौर: आईआईटी इंदौर में बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र ने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली. छात्र ने शुक्रवार देर रात हॉस्टल के कमरे में यह कदम उठाया. सूचना मिलते ही प्रबंधन मौके पर पहुंचा और घटना की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

विक्रम सारा भाई हॉस्टल में की आत्महत्या

सिमरोल थाना प्रभारी अमित कुमार के अनुसार "शुक्रवार देर रात आईआईटी प्रबंधन से सूचना प्राप्त हुई थी कि संस्थान के विक्रम सारा भाई छात्रावास में एक युवक ने आत्महत्या कर ली है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव 

को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है."

तेलंगाना का रहने वाला था छात्र

जानकारी के अनुसार मृतक छात्र का नाम रोहित है और वह तेलंगाना का रहने वाला था. आईआईटी इंदौर में बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र है. बताया जाता है कि कुछ दिन पहले ही रोहित अपने घर से लौटा था. अभी तक आत्महत्या करने को लेकर कोई जानकारी नहीं है कि उसने ये कदम क्यों उठाया. 

पुलिस अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर रही है. वहीं मृतक के लैपटॉप और मोबाइल की भी जांच की जा रही है ताकि आत्महत्या के कारणों का खुलासा हो सके।

पिता-पुत्र की दरिंदगी: पड़ोसी की हत्या कर सिर काटा, फिर पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया

मुंबई: महाराष्ट्र के नासिक में एक पिता-पुत्र ने कथित तौर पर अपने पड़ोसी की कुल्हाड़ी और दरांती से हत्या कर दी और सिर काट दिया. इतना ही नहीं सिर काटने के बाद हत्यारें कटा हुआ सिर लेकर पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण करने चले गए.समाचार एजेंसी पीटीआई ने गुरुवार को एक अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी.

रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना बुधवार सुबह डिंडोरी तालुका के नानाशी गांव में हुई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया और उसके बेटे को हिरासत में ले लिया. एक अधिकारी ने बताया कि 40 साल के सुरेश बोके ने बेटे के साथ मिलकर अपने पड़ोसी गुलाब रामचंद्र वाघमारे की हत्या कर दी. इसके बाद वे पीड़ित के सिर और हत्या के हथियार के साथ नानाशी चौकी पुलिस स्टेशन पहुंचे.

लंबे समय से चल रहा था विवाद

उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी और पीड़ित परिवार के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था. रिपोर्ट में अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने 31 दिसंबर को एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. अगले दिन बोके और उसके बेटे ने वाघमारे की हत्या कर दी.

SRPF के जवान तैनात

जैसे ही यह घटना प्रकाश में आई इसने ग्रामीणों में तनाव पैदा कर दिया, जिन्होंने क्रोधित होकर बोके के घर को नष्ट कर दिया और उनकी कार को आग लगा दी. बढ़ते तनाव के बीच सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय पुलिस कर्मियों और राज्य रिजर्व पुलिस बल (SRPF) के जवानों को गांव में तैनात कर दिया गया.

पुलिस ने केस दर्ज किया

बाद में वाघमारे की पत्नी मीनाबाई की शिकायत के आधार पर बुधवार रात पेठ पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1)(हत्या), 352(शांति के उपदेश को भड़काने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 351 आपराधिक धमकी के तहत मामला दर्ज किया गया।

सोमावती अमावस्या पर हरिद्वार में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, गंगा घाटों पर स्नान के लिए लगी लंबी कतारें

हरिद्वार: सोमावती अमावस्या पर हरिद्वार में सुबह से ही श्रद्धाुलओं की भारी भीड़ उमड़ी है। गंगा के सभी घाट खचाखच भरे हुए हैं। सोमावती अमावस्या स्नान को लेकर पूरे मेला क्षेत्र को 14 जोन और 39 सेक्टरों में विभाजित कर दिया गया है।

एसपी सिटी पंकज गैरोला को नोडल अधिकारी बनाया है। फोर्स को मेला क्षेत्र में ड्यूटी स्थलों पर रवाना कर दिया गया था। वहीं एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने अधिकारियों के साथ हरकी पैड़ी सहित पूरे मेला क्षेत्र का जायजा था।

इससे पहले कल रविवार को ऋषिकुल ऑडिटोरियम में एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने ब्रीफ करते हुए कहा कि हर प्वाइंट पर नियुक्त पुलिसकर्मी का अपना विशेष महत्व है। थोड़ी सी भी लापरवाही से कोई भी समस्या उत्पन्न हो सकती है, इसलिए सभी लोग अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का दृढ़ता एवं संयम के हाथ निर्वहन करेंगे।

सभी जोनल व सेक्टर अधिकारी समय से ड्यूटियों को चेक कर करें। हर जोनल अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में वैकल्पिक मार्गों का भीड़ बढ़ने की दशा में उपयोग कर जनसंख्या के दबाव को नियंत्रित करें। मनसा देवी, चंडी देवी में ड्यूटी प्रभारी यह सुनिश्चित करेंगे की श्रद्धालु कतार में ही आगे बढ़ें।

एसएसपी ने कहा कि भीड़ का दबाव बढ़ने पर तत्काल कंट्रोल रूम को जानकारी देने के साथ व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखेंगे। महिला घाट पर नियुक्त महिला कर्मी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें।

हरिद्वार में स्नान के लिए उमड़ी भीड़

यातायात प्लान का पूर्ण रूप से पालन कराया जाए। कोई भी वहां किसी भी सड़क पर पार्क में करवाया जाए उन्हें निर्धारित पार्क में ही भेजा जाए। इस दौरान एसपी देहात शेखर चंद सुयाल, एसपी सिटी पंकज गैरोला सहित, एएसपी जितेंद्र मेहरा, सीओ सिटी जूही मनराल आदि मौजूद रहे।

कर्नाटक में एक दिल-दहलाने वाली घटना आई सामने,लड़की के घरवालों द्वारा ठुकराए जाने से आहत युवक ने खुद को उड़ाया


बेंगलुरू: कर्नाटक में एक दिल-दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां पर लड़की के घरवालों द्वारा ठुकराए जाने से आहत युवक ने जान दे दी। युवक ने लड़की के घर के सामने ही जिलेटिन की छड़ों से खुद को उड़ा दिया।

मामला कर्नाटक के मांड्या जिले के कलेनहल्ली गांव का है। पुलिस के मुताबिक युवक की पहचान रामचंद्रा के रूप में हुई है। उसका एक नाबालिग लड़की से संबंध था। पिछले साल रामचंद्रा लड़की के साथ भाग गया था और उसे पॉस्को के तहत गिरफ्तार भी किया गया था। 

बता दें कि जिलेटिन की छड़ें सस्ती विस्फोटक सामग्री हैं जो आमतौर पर खनन और निर्माण गतिविधियों के लिए उद्योगों में उपयोग की जाती हैं। इन्हें एक्टिवेट करने के लिए एक डेटोनेटर की जरूरत होती है।

आज का इतिहास: 1943 में आज ही के दिन स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में लहराया था भारत की आजादी का झंडा


नयी दिल्ली : 30 दिसंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1943 में आज ही के दिन स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में भारत की आजादी का झंडा लहराया था। 

1949 में 30 दिसंबर के दिन ही भारत ने चीन को मान्यता दी थी।

2008 में आज ही के दिन सूर्यशेख गांगुली ने 46वीं राष्ट्रीय ए शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीता था।

2008 में आज ही के दिन सूर्यशेख गांगुली ने 46वीं राष्ट्रीय ए शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीता था।

2006 में 30 दिसंबर के दिन ही इराक के पूर्व कथित तानाशाह सद्दाम हुसैन को फ़ांसी दी गई थी।

2003 में आज ही के दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत से मेलबर्न टेस्ट 9 विकेट से जीता था।

2002 में 30 दिसंबर को ही ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड से चौथा एशेज टेस्ट जीता था।

1996 में आज ही के दिन ग्वाटेमाला में गत 36 वर्षों से चला आ रहा गृहयुद्ध खत्म हुआ था।

1993 में 30 दिसंबर के दिन ही वेटिकन ने इजरायल को मान्यता दी थी।

1949 में आज ही के दिन भारत ने चीन को मान्यता दी थी।

1943 में 30 दिसंबर के दिन ही स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में भारत की आजादी का झंडा लहराया था।

1938 में आज ही के दिन वीके जोरिकिन ने इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन सिस्टम का पेटेंट कराया था।

1922 में 30 दिसंबर को ही रूस की राजधानी मास्को के बोलशोई थियेटर से सोवियत संघ के निर्माण की औपचारिक रूप से घोषणा की गई थी।

1919 में आज के दिन लंदन में वकालत के लिए प्रथम महिला विद्यार्थी का प्रवेश हुआ था।

1873 में 30 दिसंबर के दिन ही अमेरिका के न्यूयार्क में माप तौल के लिए मेट्रोलाॅजिकल सोसायटी का गठन हुआ था।

1803 में आज ही के दिन ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी ने दिल्ली, आगरा और भरूच पर नियंत्रण किया था।

30 दिसंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1950 में आज ही के दिन प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता हनुमप्पा सुदर्शन का जन्म हुआ था।

1944 में 30 दिसंबर के दिन ही भारत के प्रसिद्ध राजनैतिक विश्लेषक, वरिष्ठ पत्रकार और हिन्दी प्रेमी वेद प्रताप वैदिक का जन्म हुआ था।

1935 में आज ही के दिन प्रथम भारतीय शतरंज मास्टर मैनुअल आरों का जन्म हुआ था।

1992 में 30 दिसंबर के दिन ही भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी सौरभ वर्मा का जन्म हुआ था।

30 दिसंबर को हुए निधन

2009 में आज ही के दिन भारत के प्रसिद्ध साहित्यकार, पत्रकार और ‘कादम्बिनी पत्रिका’ के सम्पादक राजेन्द्र अवस्थी का निधन हुआ था।

1975 में 30 दिसंबर के दिन ही हिन्दी के कवि और ग़ज़लकार दुष्यंत कुमार का निधन हुआ था।

1971 में आज ही के दिन जाने माने वैज्ञानिक विक्रम साराभाई का निधन हुआ था।

1706 में 30 दिसंबर के दिन ही पुड्डुचेरी के संस्थापक तथा गवर्नर जनरल मार्टिन का निधन हुआ था।

बेंगलुरू का कमर्शियल स्ट्रीट: युवाओं के लिए मार्केटिंग का पसंदीदा स्थल

 बेंगलुरू: कमर्शियल स्ट्रीट भारत के कर्नाटक राज्य की राजधानी बैंगलोर में एक सड़क है । शहर के सबसे पुराने और व्यस्ततम खरीदारी क्षेत्रों में से एक, यह सड़क कपड़े, जूते, आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स के व्यापार और खाने के लिए प्रसिद्ध है।

चार पहिया वाहनों के लिए सड़क पर केवल 75 पार्किंग स्लॉट उपलब्ध होने के कारण, यह सड़क शहर की सबसे भीड़भाड़ वाली सड़कों में से एक है।

इसका विस्तार ओपीएच रोड और के कामराज रोड के बीच है। 

शॉपिंग स्थान डिस्पेंसरी रोड और अब्राहम साहब स्ट्रीट सहित इसकी गलियों तक फैले हुए हैं।

कमर्शियल स्ट्रीट शहर के हृदय स्थल टास्कर टाउन में सेंट्रल बिज़नेस डिस्ट्रिक्ट क्षेत्र में स्थित है, जो एमजी रोड , एक अन्य लोकप्रिय शॉपिंग क्षेत्र और शिवाजीनगर में रसेल मार्केट के बेहद करीब है ।

मराठी अभिनेत्री उर्मिला कोठारे की कार की टक्कर से मजदूर की मौत, एक घायल

मुंबई : मुंबई के कांदिवली क्षेत्र में शनिवार भोर में मराठी अभिनेत्री उर्मिला कोठारे की कार से टक्कर लग जाने से एक मजदूर की मौत हो गई. वहीं हादसे में एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया. इस बारे में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हादसे में अभिनेत्री के अलावा उनका ड्राइवर भी घायल हुआ है।

उन्होंने बताया कि हादसा उस समय हुआ जब अभिनेत्री उर्मिला कोठारे अपनी शूटिंग खत्म करने के बाद वापस घर लौट रही थीं. इसी कड़ी में समता नगर पुलिस थाने के अफसर के मुताबिक अभिनेत्री कोठारे की कार ने आधी रात्रि के बाद कांदिवली पूर्व इलाके में पोइसर मेट्रो स्टेशन के नीचे मेट्रो रेल के काम कर रहे दो मजदूरों को जोरदार टक्कर मार दी.

हादसे में एक मजदूर ने दम तोड़ दिया, जबकि दूसरा मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना में अभिनेत्री और उनका ड्राइवर भी घायल हो गए हैं. हालांकि सही समय पर एयरबैग खुल जाने से वजह से उनकी जान बच गई. 

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ड्राइवर के द्वारा कार पर कंट्रोल खो देने की वजह से वाहन ने सड़क किनारे काम कर रहे मजदूरों को टक्कर मार दी. पुलिस ने इस संबंध में कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

अभिनेत्री उर्मिला कोठारे ने कुछ फिल्मों में अभिनय किया है, जिनमें मराठी में ‘‘दुनियादारी’’ और हिंदी में ‘‘थैंक गॉड’’ शामिल हैं.वहीं मराठी अभिनेत्री उर्मिला कोठारे के पिता श्रीकांत कनेटकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "...कार उर्मिला के नाम पर पंजीकृत है. फिलहाल उनकी स्वास्थ्य स्थिति अच्छी है।

भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला: गहलोत राज में बने 9 नए जिले और 3 संभाग निरस्त

जयपुरः- भजनलाल सरकार की शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के समय बनाए गए नए जिलों पर कैंची चल गई है. कैबिनेट बैठक में गहलोत राज में बने 17 में से 9 जिलों को निरस्त कर दिया है. साथ ही तीन नए संभागों सीकर, पाली और बांसवाड़ा को भी निरस्त कर दिया है. इस निर्णय के बाद अब राजस्थान में 41 और 7 संभाग रहेंगे.

कैबिनेट की बैठक के बाद जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और खाद्य मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में चुनाव से ऐन वक्त पहले जिलों का गठन किया गया था, जिनके मापदंड भी पूरे नहीं थे. ऐसे में मंत्रिमंडल की बैठक में ने आज नए जिलों में से सिर्फ आठ जिलों को ही यथावत रखने का फैसला किया है, शेष जिलों को निरस्त कर दिया है. इसी तरह तीन संभाग को भी निरस्त करने का फैसला किया है. ऐसे में अब प्रदेश में जिलों की संख्या 41 रह गई है, जबकि संभाग पूर्व की भांति सात ही रहेंगे. पाली, बांसवाड़ा और सीकर को संभाग बनाने का फैसला निरस्त कर दिया गया है।

इन जिलों को किया निरस्त : दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुर सिटी ,जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़ और सांचौर जिले को खत्म किया गया है. साथ ही आखिर में तीन जिले बनाने की जो घोषणा की गई थी, लेकिन उनकी अधिसूचना जारी नहीं हो पाई थी, अब वह भी नहीं रहेंगे, उनमें मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन शामिल थे.

ये जिले रहेंगे यथावतः मंत्री के मुताबिक कैबिनेट बैठक में लिए निर्णय के मुताबिक बालोतरा, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना-कुचामन, फलोदी, डीग और संलूबर जिले यथावत रहेंगे.