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मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग में सुधार की दिशा में हो रहा है लगातार काम, स्वास्थ्य मंत्री ले रहे हैं योजनाओं का फीडबैक

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में विस्तार की दिशा में लगातार काम किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल चिकित्सा शिक्षा को और बेहतर करने के प्रयासों में सतत अधिकारियों से फीड बैक ले रहे हैं। इनके निर्देशन में आज डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर में गुरुवार को क्लीनिकोपैथोलॉजिकल को-रिलेशन (सीपीसी) मीटिंग का आयोजन चिकित्सालय के टेलीमेडिसिन हाल में किया गया। इस दौरान आयुक्त चिकित्सा शिक्षा किरण कौशल भी वर्चुअल रूप में ऑनलाईन जुड़कर मीटिंग का हिस्सा बनी।

इस मीटिंग का उद्देश्य रोगियों के उपचार के क्लीनिकल( जांच एवं उपचार से संबंधित/उपचारात्मक) एवं पैथोलॉजिकल (रोग से संबंधित जांच) कारणों का विश्लेषण कर चिकित्सालय में प्रदाय की जाने वाली सेवा में और अधिक सुधार करना है। इस मीटिंग में डॉक्टरों ने क्लीनिकोपैथोलॉजिकल के क्लीनिकल प्रोटोकॉल पर चर्चा की और क्लिनिकोपैथोलॉजिकल सहसंबंध (कोरिलेशन) के लिए रोगियों के केस पर आधारित डेटा का एनालिसिस (व्याख्या) किया।

एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. जया लालवानी ने इस सम्मेलन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह मुख्य रूप से चिकित्सा शिक्षण की केस प्रस्तुतिकरण पर आधारित होती है। केस प्रस्तुतियों के माध्यम से विभिन्न विभागों में भर्ती मरीजों और उनको प्रदान किये गये इलाज के बारे में चर्चा की जाती है। यदि किसी मरीज की मृत्यु हो गई तो उसके मृत्यु के कारणों में नैदानिक (डायग्नोस्टिक जैसे पैथोलॉजिकल एवं रेडियोलॉजिकल जांच) एवं उपचारात्मक (थेराप्यूटिक) कारणों का मूल्यांकन किया जाता है। यदि किसी मरीज को अस्पताल में सही ढंग से इलाज नहीं मिल पाया तो किसकी चूक से यह हुआ, उस विभाग की जिम्मेदारी भी तय की जाती है।

अम्बेडकर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने बताया कि यह चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबंधित अस्पतालों में चिकित्सा छात्रों को दिए जाने वाले शिक्षण का एक महत्वपूर्ण भाग है जिसके माध्यम से मरीजों के संपूर्ण उपचार के दौरान उसके क्लीनिकल एवं पैथोलॉजिकल पहलुओं पर चर्चा की जाती है। सम्मेलन में केस डिस्कशन के माध्यम से सारे विभाग के डॉक्टर इलाज के लिए अंतर्विभागीय सहयोग के माध्यम से मरीजों को बेहतर उपचार प्रदान करने के बारे में अपने सुझाव देते हैं। उपचार के दौरान हुई चूक को सुधार कर उसके अंतिम निदान तक पहुंचते हैं।

कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष एवं इस मीटिंग के अध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि कई बार मरीज दूसरे अस्पतालों में अपना उपचार करवाते रहते हैं और जब उनकी स्थिति काफी गंभीर हो जाती है, तब हमारे संस्थान में पहुंचते हैं।

क्लीनिकोपैथोलॉजिकल को-रिलेशन के माध्यम से गंभीर स्थिति में अस्पताल में पहुंचने वाले केस पर भी चर्चा की गई। कार्डियोलॉजी एवं सर्जरी विभाग के केस का डिस्कशन किया गया। सभी विभागों से सुझाव दिए गए जिससे सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकें।  

पैथोलॉजी विभाग की डॉ. राबिया परवीन सिद्दीकी ने बताया कि जितनी जल्दी पैथोलॉजी जांच होगी मरीज का उपचार भी उतनी जल्दी ही शुरू किया जा सकता है। अब पैथोलॉजी जांच के लिए लगने वाले रिएजेंट की उपलब्धता हो जाने से मरीजों की सभी प्रकार की जांच आसानी से हो जा रही है जिससे बीमारी के कारणों का जल्द पता लगाने में आसानी हो रही है। मीटिंग में सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह, डॉ. ओ. पी. सुंदरानी, डॉ. आर. एल. खरे, डॉ. राबिया परवीन सिद्दीकी, डॉ. वर्षा मुंगुटवार, डॉ. एस. के. चंद्रवंशी, डॉ. दिवाकर धुरंधर, डॉ. अंजुम खान समेत अन्य चिकित्सा शिक्षक मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में हुए शामिल

रायपुर-     गुरु गोविंद सिंह के वीर साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के अमर बलिदान की कहानी अब छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चों को पढ़ाई जाएगी। वीर साहिबजादों के वीरता की यह कहानी देश के युवाओं को साहस के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज वीर बाल दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित बौद्धिक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए यह बड़ी घोषणा की। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह और वीर साहिबजादों का पुण्य स्मरण कर कहा कि हमें उनकी शिक्षाओं को अपनाना चाहिए और नई पीढ़ी को उनके आदर्शों से जोड़ना चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीर साहिबजादों के जीवनी पर आधारित एनिमेटेड फिल्म भी देखी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वीर बाल दिवस हमें राष्ट्र की रक्षा के लिए सिख गुरुओं के त्याग की महान सिख परंपरा की याद दिलाता है। हमें ऐसे महान वीर सपूतों की प्रेरक कहानियां अपने बच्चों और समाज को बतानी चाहिए। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह के साहेबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद दिया। श्री साय ने कहा कि भारत की प्रत्येक पीढ़ी गुरु गोविंद सिंह जी एवं उनके साहेबजादों के बलिदान को सदैव याद रखेगी। देश के लिए जीना और देश के लिए जरुरत पड़ने पर अपने प्राणों की आहुति देने की प्रेरणा हमें वीर बाल दिवस से मिलती है। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस हमें राष्ट्र की एकता और अखंडता का भी स्मरण कराता है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि समाज को तोड़ने वाली ताकतें हर दौर में सक्रिय रहती हैं। लेकिन गुरुगोविंद सिंह और उनके साहेबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह जैसे वीर जिस धरती पर जन्म लेंगे उसकी ओर कोई आंख उठाकर भी नहीं देख सकता। उन्होंने कहा कि बाबा जोरावार सिंह और बाबा फतेह सिंह किसी एक धर्म या पंथ के लिए प्रेरणास्रोत नहीं हैं। वह संपूर्ण भारत के लिए अनुकरणीय हैं। श्री साय ने कहा कि भारत का चरित्र मूल रूप से सामाजिक समरसता का रहा है। हमारे देश में कट्टरता और उन्माद को कभी जगह नहीं मिली। हमारा प्रदेश छत्तीसगढ़ उसका सबसे अच्छा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ की स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं। हमने विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया है। यह संकल्प सामाजिक समरसता से ही पूरा होगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ तो देशभर में अपनी सामाजिक समरसता, शांति और सौहार्द्र के लिए जाना जाता है। इसकी जड़ों को और गहरा करना होगा।

वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रेम शंकर सिदार ने कहा कि भारत एक धर्म प्राण देश है। जब देश मे अन्याय बढ़ता है तो यहां के महापुरुष रक्षा के लिए खड़े हो जाते हैं। बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह दुनिया के सबसे कम उम्र के बलिदानी हैं। वे मृत्यु के सामने भी धर्म पर अडिग रहे। उन्होंने कहा कि भारत की जीवनी शक्ति इसकी आत्मा है। देश के महापुरुषों से प्रेरणा मिलती है कि हमें देश को संभाल के रखना है। बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह को उनकी माता ने उनके बुजुर्गों के बलिदान की कहानी सुनाई थी। मृत्यु भी जीत है ये सन्देश इन बच्चों ने अपने बलिदान से दिया। श्री सिदार ने कहा कि भारत के घर-घर में इन प्रसंगों की चर्चा होनी चाहिए ताकि हमारी नई पीढ़ी को इनसे प्रेरणा मिले।

इस अवसर पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक किरण देव, विधायक सुनील सोनी, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक मोतीलाल साहू, पूर्णेन्दु सक्सेना, पवन साय, परमिन्दर सिंह भाटिया, ज्ञानी बाज सिंह, भूपेश सवन्नी, सिख समाज के अनुयायी, प्रबुद्ध नागरिकगण और स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ में फार्मास्यूटिकल एवं मेडिकल डिवाइसेस हब बनने की पूरी संभावनाः स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल

रायपुर-  स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मुख्य आतिथ्य में आज रायपुर के सिविल लाइन सर्किट हाउस में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक औषधि नियंत्रक, औषधि निरीक्षक एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रदेश के 100 औषधि नियामकों की उपस्थिति रही।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा देश के 30 लाख करोड़ के मेडिकल व्यापार का आधार आप सब हैं। उन्होंने औषधि निरीक्षको के कार्यो के संबंध में कहा कि आप लोगों के द्वारा दवा एवं मेडिकल डिवाइसेस की गुणवत्ता का निर्धारण सुनिश्चित किया जाता है और आपके कार्यों पर विश्वास कर पूरा देश मेडिकल प्रोडक्ट्स का उपयोग कर रहा हैं। इस परिस्थितियों में आपको अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए उस विश्वास को बनाये रखना है। श्री जायसवाल ने प्रशिक्षण की उपयोगिता तथा प्रशिक्षण के बाद उसके संवेदनशील क्रियान्वयन के महत्व को लेकर विस्तार से बात की। श्री जायसवाल ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यशाला छत्तीसगढ़ को फार्मास्यूटिकल एवं मेडिकल डिवाइस हब के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभायेगी।

इस मौके पर अधिकारियों को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य एवं औषधि विभाग के नियंत्रक चंदन कुमार ने कहा कि औषधि एवं मेडिकल डिवाइसेस के व्यापार में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने भारत के संबंध में बात करते हुए कहा कि पूरे विश्व में ऐसा कोई देश नहीं है जहां पर भारतीय दवा अथवा मेडिकल डिवाइसेस की आपूर्ति नहीं की जाती। चंदन कुमार ने खाद्य नियंत्रको और खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की भूमिका के बारे में बात करते हुए कहा कि आपके अच्छे कार्यों की वजह से ही लोगों को सुविधा मिल पाती है और उन्हें बेहतर मेडिकल संसाधन उपलब्ध हो पाते हैं।

प्रशिक्षण कार्यशाला में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के राज्य नियंत्रण प्राधिकारी बंसत कुमार कौशिक ने कार्यशाला में होने वाले प्रशिक्षण के विषय में प्रशिक्षण की रूपरेखा एवं विस्तृत तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई। प्रशिक्षण कार्यशाला का आरंभ बिहार राज्य के औषधि नियंत्रण अधिकारी डॉ. अमल कुमार के व्याख्यान से प्रारंभ हुआ जिसमें उनके द्वारा विस्तृत जानकारी के साथ ही अपने अनुभव को कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों के साथ साझा किया गया। कार्यशाला में हरियाणा के प्रबंधक-क्वालिटी एवं रेगुलेटरी एक्सपर्ट डॉ. श्रीकांत नामा द्वारा मेडिकल डिवाईस रूल्स 2017 के विषय में आवश्यक एवं महत्वपूर्ण सावधानियों के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में ब्लड सेंटर (ब्लड बैंक) के उत्थान, प्रोत्साहन एवं सफल संचालन से संबंधित नियम के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी।

पर्वतदान (अन्न) एवं अश्वमेध यज्ञ महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-     हमारी सरकार लगातार लोगों की सुख-समृद्धि के लिए काम कर रही है। 3100 रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी, 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी से किसानों में समृद्धि आई है। महतारी वंदन योजना के माध्यम से हर महीने 70 लाख माताओं-बहनों को एक हजार रुपए प्रति महीने की किश्त हम दे रहे हैं। देश के प्रमुख तीर्थस्थलों की यात्रा के लिए हम लोग मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा योजना आरंभ करने जा रहे हैं। इस योजना के माध्यम से भी यात्रियों को निःशुल्क तीर्थ यात्रा का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के ग्राम टिमरलगा में आयोजित पर्वतदान (अन्न) एवं अश्वमेध यज्ञ महोत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ग्राम टिमरलगा में पर्वतदान एवं अश्वमेध यज्ञ महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि जब भी बड़े धार्मिक आयोजन होते हैं, आसपास का पूरा क्षेत्र भक्ति के रंग में सराबोर हो जाता है। छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है। यह वो धरती है जहां भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का अधिकतम समय बिताया। छत्तीसगढ़ की पावन धरती में शिवरीनारायण में माँ शबरी ने प्रभु श्रीराम को जूठे बेर खिलाये थे। हमारी छत्तीसगढ़ की भूमि बहुत पवित्र भूमि है। हमारे यहां वाल्मीकि जी का आश्रम तुरतुरिया में है।वाल्मीकि आश्रम ही वह भूमि है जहां लव और कुश ने अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को पकड़ा था। छत्तीसगढ़ के कण कण में भगवान श्रीराम की स्मृतियां बसी हुई हैं। प्रभु श्रीराम की स्मृतियों को सहेजने के लिए हम लगातार कार्य कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम प्रदेश की पांच शक्तिपीठों को जोड़ने के लिए भी हम कार्य कर रहे हैं। हम लोगों ने त्रिवेणी संगम की नगरी राजिम में भी कुंभ मेले का पुनः आयोजन शुरू किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ग्राम टिमरलगा के माध्यमिक स्कूल का हाईस्कूल में उन्नयन, मां नाथल दाई को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने सौंदर्यीकरण, ग्राम टिमरलगा के उपस्वास्थ्य केंद्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन की घोषणा की। इस अवसर पर रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया, केरा बाई मनहर, शमशेर सिंह, पुष्पा देवी सिंह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

सुशासन का एक साल, छत्तीसगढ़ हुआ खुशहाल : कल धमतरी दौरे पर रहेंगे सीएम साय, स्वामित्व कार्ड आबादी के अधिकार अभिलेखों का करेंगे वितरण

धमतरी-  सुशासन का एक साल, छत्तीसगढ़ हुआ खुशहाल के तहत 27 दिसंबर को स्थानीय डॉ. शोभाराम देवांगन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धमतरी के एकलव्य खेल परिसर में दोपहर 12 बजे स्वामित्व कार्ड, आबादी के अधिकार अभिलेख वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शिरकत करेंगे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन तथा जिले के प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा करेंगे. विशिष्ट अतिथि के तौर पर छग राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू राम निषाद, सांसद लोकसभा क्षेत्र महासमुंद रूपकुमारी चौधरी, सांसद लोकसभा क्षेत्र कांकेर भोजराज नाग, विधायक कुरूद अजय चन्द्राकर, विधायक धमतरी ओंकार साहू, विधायक सिहावा अंबिका मरकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी और महापौर नगर निगम धमतरी विजय देवांगन उपस्थित रहेंगे।

कलेक्टर ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा

कलेक्टर नम्रता गांधी ने आज कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। इस अवसर पर कलेक्टर ने मंच व्यवस्था, बैठक व्यवस्था, पेयजल, पार्किंग व्यवस्था, स्टॉल लगाने की व्यवस्था, पानी, बिजली इत्यादि व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय, नगर निगम आयुक्त प्रिया गोयल, अपर कलेक्टर जीआर मरकाम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

महतारी वंदन राशि का फर्जीवाड़ा: आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बर्खास्त किए जाने पर भड़का संघ, प्रशासन को दिया अल्टीमेटम

रायपुर- महतारी वंदन योजना में सनी लियोनी के नाम से फर्जीवाड़ा करने के मामले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी को बर्खास्त किए जाने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ता सहायिका संघ ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ प्रदेश आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ता सहायिका संघ के पदाधिकारियों ने गुरुवार को जगदलपुर में प्रेस वार्ता आयोजित कर सरकार से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की बर्खास्तगी को तुरंत रद्द करने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष रुक्मणी सज्जन ने कहा कि योजना के प्रारंभिक दौर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की आईडी का दुरुपयोग किया गया, लेकिन बर्खास्तगी केवल वेदमती जोशी के खिलाफ ही क्यों की गई, जबकि अन्य कर्मचारियों को सिर्फ निलंबित किया गया।

प्रशासन को दिया अल्टीमेटम

संघ ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि सोमवार तक वेदमती जोशी की बर्खास्तगी वापस नहीं ली जाती, तो बस्तर संभाग में आंगनबाड़ियों का काम बंद कर दिया जाएगा और आंदोलन की घोषणा की जाएगी।

संघ ने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन ने निचले स्तर की कर्मचारी को दंडित किया, जबकि उच्च पदस्थ कर्मचारियों को बचाया। उन्होंने यह भी कहा कि वेदमती जोशी ने जितने भी ऑफलाइन आवेदन भरे, उनमें सनी लियोनी का फॉर्म नहीं था, इसलिए बर्खास्तगी उचित नहीं है।

पुष्पा फिल्म की तर्ज पर गांजा तस्करी, 32 लाख से अधिक के गांजे के साथ दो अंतर्राज्यीय तस्कर गिरफ्तार…

महासमुंद-     महासमुंद पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है. पुष्पा फिल्म के तर्ज पर ट्रक में एक गुप्त चेंबर बनाकर गांजे की तस्करी कर रहे दो अंतर्राज्यीय तस्कर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 164 किलों गांजे के साथ दो अंतर्राज्यीय तस्कर को पकड़ा है. पुलिस ने तलाशी के दौरान चेंबर में से 158 गांजे के पैकेट को बरामद किया. एन्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) और थाना बलौदा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है. 

जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली थी कि एक ट्रक उड़ीसा से महासमुंद की ओर गांजा लेकर आ रहा है. सूचना के आधार पर सिरपुर नाका उड़ीसा बॉर्डर पर नाकाबंदी कर संदिग्ध वाहन को रोका गया. वाहन में सवार दो व्यक्तियों ने पूछताछ में  अपना नाम बलबीर कुशवाहा और अखलेश अहिरवार बताया. दोनों एमपी के निवासी है. पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने ट्रक में कपास बीज ले जाने का दावा किया. जिसके बाद वाहन की तलाशी ली गई तो पुलिस के होश उड़ गए. आरोपियों ने गांजा की तस्करी के लिए ट्रक के ड्राइवर सीट के पीछे सिक्रेट चेंबर बना रखा था. चेंबर में से पुलिस को 158 गांजे के पैकेट मिले. जिसका कुल वजन 164 किलो है. 

गिरफ्तार आरोपी :-

(01) बलबीर कुशवाहा पिता देवीलाल कुशवाहा उम्र 35 वर्ष साकिन मुरेरा थाना सोनगीर जिला दतिया (म प्र )

(02) अखलेश अहिरवार पिता हरदास उम्र 30 वर्ष साकिन राजापुर थाना उन्नाव जिला दतिया (म प्र )

जप्त सामग्री :-

गांजा: 164 किलो (कीमत: ₹32,80,000)
ट्रक: 14-चक्का ट्रक (कीमत: ₹20,00,000)
मोबाइल: 2 नग (कीमत: ₹12,000)
कुल मिलाकर ₹52,92,000 का सामान जप्त किया गया है.

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई

दोनों आरोपियों को एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(ख) के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. 

दुष्कर्म पीड़िता को हाई कोर्ट ने दी गर्भपात की अनुमति, लेकिन गर्भस्थ शिशु का पहले होगा डीएनए टेस्ट, ताकि…

बिलासपुर-  हाई कोर्ट ने बिलासपुर की दुष्कर्म पीड़िता गर्भवती युवती को गर्भपात की मंजूरी दे दी है. कोर्ट ने यह आदेश मेडिकल बोर्ड की विस्तृत रिपोर्ट के बाद जारी किया है. गर्भपात से पहले उसका DNA परीक्षण भी कराया जाएगा, जिससे दुष्कर्म के आरोपी को सजा दिलाई जा सके. 

गुरुवार को इस मामले की सुनवाई शुरू हुई, तो कलेक्टर की तरफ से मेडिकल बोर्ड ने केवल एक पन्ने की ओपीडी पर्ची में रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि युवती का गर्भपात किया जा सकता है. एक पन्ने की रिपोर्ट पर जस्टिस रविंद्र अग्रवाल ने कड़ी नाराजगी जताते हुए मेडिकल बोर्ड को तलब कर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए.

कोर्ट का कहना था कि शासन के गाइडलाइन के अनुसार युवती का मेडिकल परीक्षण होना था, जैसे ब्लड टेस्ट, एचआईवी टेस्ट और सोनोग्राफी जांच वगैरह भी किया जाना था. तब मेडिकल बोर्ड ने क्षमा मांगते हुए दोबारा रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए समय मांगा, और सेकेंड हॉफ में मामले की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसके बाद हाईकोर्ट ने शुक्रवार की सुबह 11 बजे युवती को जिला अस्पताल में उपस्थित होकर गर्भपात कराने का निर्देश दिया है.

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से एडवोकेट आशीष तिवारी ने आग्रह किया कि युवती दुष्कर्म पीड़िता है. लिहाजा, गर्भपात से पहले उसका DNA परीक्षण भी कराया जाए, ताकि रेप के आरोपी को सजा दिलाई जा सके. इस पर हाईकोर्ट ने तारबाहर थाना प्रभारी को एसपी के माध्यम से DNA जांच कराने की प्रक्रिया पूरी कराने कहा है.

मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं पर मुख्यमंत्री साय ने लगाया विराम, कहा- अभी करना होगा इंतजार…

बता दें कि साय मंत्रिमंडल में इस वक्त मंत्रियों के दो पद रिक्त हैं. संगठन की कोशिश है कि हरियाणा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी 14 मंत्रियों का फार्मूला लागू किया जाए. सत्ता और संगठन के अहम चेहरे दिल्ली दौरे पर हैं, जहां एक उच्च स्तरीय बैठक की गई है. हालांकि, यह बैठक संगठन चुनाव पर केंद्रित थी, मगर माना जा रहा है कि तमाम आला नेताओं की मौजूदगी में मंत्रिमंडल विस्तार पर भी मुहर लगाई है।

इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव समेत कई नेता शामिल थे.

विष्णुदेव साय सरकार को एक साल बीत गए हैं. सरकार ने पहले एक मंत्री पद रिक्त रखा गया था, लेकिन बृजमोहन अग्रवाल के सांसद निर्वाचित होने के बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के बाद मंत्रिमंडल में दो पद रिक्त हो गए. बृजमोहन के विभाग मुख्यमंत्री के अधीन आ गए. पहले से ही विभागों का बोझ मुख्यमंत्री पर था.

लोक सभा चुनाव के ठीक बाद मंत्रिमंडल विस्तार कर लिए जाने की चर्चाएं थी, लेकिन महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव खत्म होने तक विस्तार टाल दिया गया. सरकार ने हाल ही में एक वर्ष का जश्न भी मना लिया है. नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव सिर पर है. कई कद्दावर नेता मंत्रिमंडल विस्तार की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं. उन्हें उम्मीद है कि विस्तार होने की स्थिति में उनका नंबर लग सकता है.

राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात

हाल ही में दिल्ली प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि इस मुलाकात में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा की गई. संगठन सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले संभावित चेहरों को लेकर रायशुमारी की गई है. पिछले दिनों राज्य सरकार के जनादेश पर्व के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा छत्तीसगढ़ आए थे. उस दौरान भी भाजपा प्रदेश कार्यालय में राज्य के आला नेताओं के साथ बंद कमरे में उनकी रायशुमारी हुई थी. उस वक्त भी कयास लगाए गए थे कि मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की गई है.

संभावित नामों में कौन-कौन?

मंत्रिमंडल विस्तार की हर चर्चा में दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव का नाम सामने आता रहा है. गजेंद्र यादव आरएसएस के पूर्व प्रांत प्रमुख बिसराराम यादव के बेटे हैं. कहते हैं कि साय मंत्रिमंडल के गठन के वक्त भी गजेंद्र यादव के नाम पर चर्चा की गई थी, मगर तब किन्हीं कारणों से उनका नाम अंतिम सूची में नहीं आ सका था. यादव समाज से आने की वजह से भी उनका पलड़ा भारी है. राज्य में ओबीसी वर्ग में साहू समाज के बाद सर्वाधिक संख्या यादवों की है. ऐसे में सामाजिक समीकरण भी गजेंद्र यादव के पक्ष में बनते दिख रहे हैं.

इधर बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल का नाम भी संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में तेजी से उछला है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे.

मंत्रिमंडल विस्तार में राजेश मूणत का नाम भी सुर्खियों में है. रमन सरकार में आवास एवं पर्यावरण, ट्रांसपोर्ट, पीडब्ल्यूडी, नगरीय प्रशासन जैसे बड़े विभाग संभाल चुके मूणत की पहचान बड़े से बड़ा टास्क पूरा करने के लिए जाना जाता है. विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह के करीबी माने जाते हैं.

मंत्रिमंडल विस्तार के लिए संभावित नामों में अजय चंद्राकर भी एक नाम हैं. तेजतर्रार छवि के अजय चंद्राकर अपने संसदीय ज्ञान और गहरी राजनीतिक समझ के लिए पहचाने जाते हैं. अगर बस्तर संभाग से मंत्रिमंडल में चेहरा लिए जाने की वकालत की गई, तब ऐसी स्थिति में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव का नंबर लग सकता है. लोकसभा चुनाव में किरण देव अपने नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन कर चुके हैं.

विक्रम उसेंडी भी एक अहम नाम साबित हो सकते हैं. इन संभावित नामों के इतर रायपुर दक्षिण उप चुनाव जीतने वाले सुनील सोनी भी वाइल्ड कार्ड एंट्री पा सकते हैं. सांसद रहते सुनील सोनी की टिकट कट गई थी. उनकी जगह बृजमोहन अग्रवाल को पार्टी ने लोकसभा चुनाव लड़ाया था. लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बृजमोहन अग्रवाल की खाली हुई रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से सुनील सोनी ने चुनाव लड़ा और बड़ी जीत दर्ज की. किन्हीं कारणों से पूर्व मंत्रियों का पत्ता मंत्रिमंडल विस्तार में कटता है, तब ऐसी स्थिति में सुनील सोनी का नंबर लग सकता है.

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्यपाल को लिखा पत्र, शीतकालीन सत्र में पारित इन विधेयकों को बताया असंवैधानिक

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्यपाल रामेन डेका को पत्र लिखकर विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पारित दो विधेयकों को असंवैधानिक बताया है। उन्होंने राज्यपाल से इन पर उचित कार्रवाई की मांग की है। डॉ. महंत ने पत्र में बताया कि 19 दिसंबर 2024 को विधानसभा में छत्तीसगढ़ नगर पालिका (संशोधन) विधेयक, 2024 (क्रमांक 11) और छत्तीसगढ़ नगर पालिका (संशोधन) विधेयक, 2024 (क्रमांक 12) पारित किए गए। उन्होंने इन विधेयकों को संविधान के अनुच्छेद 243-प (243-यु) का उल्लंघन करार दिया है।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्यपाल रामेन डेका को लिखे पत्र में बताया कि विपक्ष ने इन दोनों विधेयकों पर विचार-विमर्श से पहले ही इन्हें संविधान के प्रावधानों के खिलाफ बताते हुए आपत्ति दर्ज कराई थी। साथ ही, उच्चतम न्यायालय के निर्णय (राइट पिटीशन संख्या 278/2022, 10 मई 2022) का हवाला देते हुए इन विधेयकों को सदन में प्रस्तुत न करने की अपील की थी। बावजूद इसके, विधेयकों को पारित कर दिया गया।

डॉ. महंत ने पत्र में यह भी बताया कि इन विधेयकों के लागू होने के बाद नगर पालिकाओं के पांच साल की अवधि के भीतर चुनाव कराने की बाध्यता समाप्त हो जाएगी और छह महीने की अतिरिक्त अवधि दी जा सकेगी। उन्होंने इसे संविधान के अनुच्छेद 243-प (3)(क) का उल्लंघन बताते हुए असंवैधानिक करार दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि इन विधेयकों पर संवैधानिक प्रावधानों के तहत विचार किया जाए और जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

डॉ. चरणदास महंत का राज्यपाल के नाम पत्र