/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz ठंड से हृदय रोग मरीजों की सांसत, नहीं है एक भी कार्डियोलॉजिस्ट Bhadohi
ठंड से हृदय रोग मरीजों की सांसत, नहीं है एक भी कार्डियोलॉजिस्ट

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिलें में ठंड का सितम जारी है। ऐसे में हार्ट के मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है, लेकिन जिले में हार्ट के मरीजों को समय से उपचार मिलना कठिन है। 20 लाख की आबादी वाले जिले में एक भी कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं है। हार्ट के मरीजों को बेहतर उपचार के लिए अन्य जनपद का रुख करना पड़ता है। भदोही एमबीएस में कार्डियोलॉजिस्ट का एक पद सृजित जरुर है, लेकिन चिकित्सक न होने से मरीजों को निजी अस्पतालों रुख करना होता है।

बदलते जीवन शैली के बीच तेजी से हार्ट के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे मरीज उपचार कराने के लिए अन्य जिले का रुख करते हैं या तो जनपद के सरकारी अस्पताल में एमडी से दवा लेते हैं। लेकिन एमडी ऐसे मरीजों को सलाह देते हैं कि किसी कार्डियोलॉजिस्ट को दिखाए। सरकार भले ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत इससे जुदा है। कार्डियोलॉजिस्ट सहित अन्य गंभीर को बेहतर उपचार के लिए जिले के बाहर जाना पड़ता है। भदोही के महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय में कार्डियोलॉजिस्ट का एक पद सृजित है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय,सौ शैय्या अस्पताल के अलावा सुरियावां, भदोही, डीघ, औराई, दुर्गागंज, गोपीगंज सीएचसी पर हृदय रोग विशेषज्ञ का पद ही सृजित नहीं है।

इन स्वास्थ्य केंद्रों पर हर दिन 2500 से 3000 की ओपीडी होती है। इसमें से 20 से 25 मरीज हृदय संबंधी समस्या के होते हैं। कार्डियोलॉजिस्ट न होने के कारण चिकित्सक उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद विशेषज्ञ को दिखाने का सलाह देते हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि 100 बेड में एक भी कार्डियोलॉजिस्ट के पद सृजित नहीं है। बताया कि भदोही एमबीएस में एक पद सृजित है लेकिन किसी विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है।

मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का सीएमओ ने किया निरीक्षण

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटरा व सेमराध का मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष चक ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटरा पर अनुपस्थित मिले सीएचओ जितेंद्र कुमार यादव एवं मुख्यालय पर निवास न करने पर वार्ड बॉय व एएनएम का 7 दिन का वेतन रोका एवं स्पष्टीकरण मांगा।

सीएमओ के निरीक्षण से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हड़कंप मचा रहा।जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रयासरत है। ऐसे में आज मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला का जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित किया गया था। सीएमओ ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटरा का पहुंच कर जन आरोग्य मेला का निरीक्षण किया। इस दौरान सीएचओ जितेंद्र कुमार यादव अनुपस्थित मिले ।

इसके साथ ही वार्ड बॉय राघवेंद्र एवं एएनएम शर्मिला मुख्यालय पर निवास करती नहीं पाई गई। जिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमओ ने तीनों स्वास्थ्य कर्मियों का 7 दिन का वेतन रोकने के साथ स्पष्टीकरण मांगा। इसी तरह सीएमओ ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सेमराध का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान परिसर में साफ सफाई करने का निर्देश दिया एवं अस्पताल के वार्डों में पर्दे नहीं लगाए गए थे जिसे तत्काल लगाने का निर्देश दिया। सीएमओ के निरीक्षण से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हड़कंप मचा रहा।
भदोही जिला बार एसोसिएशन की मतगणना संपन्न, प्रभाकर तिवारी अध्यक्ष व दीपक पांडे महासचिव निर्वाचित
*रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव*

भदोही- डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव की मतगणना शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुई। पूर्वाह्न 11 बजे से शुरू मतगणना दोपहर बाद करीब चार बजे तक पूर्ण हो गई। अध्यक्ष पद पर प्रभाकर तिवारी ने जीत दर्ज किया। वह अपने करीबी को 527 से अधिक मतों से हराया। महासचिव पद पर दीपक पांडेय और वरिष्ठ उपाध्यक्ष के लिए बृजेंद्र कुमार सिन्हां निर्वाचित हुए। शनिवार को पूर्व निर्धारित समय पूर्वाह्न 11 बजे मध्यस्थता सेंटर पर कड़ी सुरक्षा में मतगणना शुरू हुई। मतगणना में अध्यक्ष के लिए प्रभाकर तिवारी, महासचिव दीपक पांडेय और वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर बृजेंद्र कुमार सिन्हां शुरू से बढ़त बनाई जो अंत तक कायम रही।

अध्यक्ष पद पर प्रभाकर तिवारी को 668, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव को 141, मूलचंद्र यादव को 120, प्रकाश कुमार तिवारी 85 और प्रेमनाथ यादव को 62 मत मिले। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर बृजेंद्र कुमार सिन्हां को कुल 752 और रनरअप कृष्ण कुमार यादव को 252 वोट मिले। महासचिव पर दीपक पांडेय को 594, आनंद शुक्ला को 362 और रमाशंकर यादव को 101 मत मिले। कोषाध्यक्ष के लिए संतोष कुमार सिंह बघेल निर्वाचित हुए। उन्हें 610 और करीबी प्रमोद कुमार तिवारी को 458 मत मिले। इसके अलावा संयुक्त सचिव, आय-व्यय निरीक्षक, उपाध्यक्ष 10 वर्ष से ऊपर और उपाध्यक्ष पांच से 10 वर्ष, वरिष्ठ एवं कनिष्ठ कार्यकारिणी के सभी प्रत्याशी निर्विरोध हुए।

निर्वाचित पदाधिकारियों का अधिवक्ताओं ने माला पहनाकर स्वागत किया। एल्डर्स कमेटी के चेयरमैन प्रभुनाथ पाठक, मोहन लाल मिश्र, विनीत कुमार श्रीवास्तव, विद्याधर यादव, सुधाकर पांडेय आदि ने विजेताओं को बधाई दी। स्वागत करने वालों में निवर्तमान डिबाए अध्यक्ष सूर्यदत्त पांडेय, धीरज शुक्ला, ह्दय नाथ तिवारी, स्वामीनाथ मिश्रा, रणजीत सिंह, अजीत सिंह, सुधाकर पांडेय, शमशाद, कल्लन यादव, संजय मौर्य समेत अन्य रहे।
डॉक्टर पर लगा भ्रूण हत्या के आरोपी को संरक्षण देने का आरोप, एडी स्वास्थ्य टीम पहुंची भदोही

कन्या भ्रूण हत्या कराने वाले को संरक्षण देने व अन्य के आरोप की खबर के बाद जांच के लिए एडी स्वास्थ्य को नामित किया। शनिवार को जिले में पहुंची एडी स्वास्थ्य सीएमओ कार्यालय में 11 से जांच शुरू किया जो शाम 4 बजे तक पूरी हुई। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों का बयान हुआ है और सबूतों की जांच के बाद रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।

जिले के सीएमओ डॉक्टर संतोष चक पर एडिशनल सीएमओ विवेक श्रीवास्तव ने कन्या भ्रूण हत्या कराने वाले को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए वीडियो एक्स पर पोस्ट किया। जिससे स्वास्थ्य महकमें हड़कंप मच गया।इसके बाद शासन ने जांच के लिए एडी स्वास्थ्य को नामित किया। एडी स्वास्थ्य शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर पहुंची। जहां पर 11 से जांच शुरू किया और 4 बजे तक जांच किया। जांच के दौरान सीएमओ एवं एडिशनल सीएमओ का बयान लेने के साथ ही साक्ष्य संकलन किया। जांच के बाद उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों से बयान और पूछताछ किया गया है।
भदोही में 3 शिक्षकों को सेवा समाप्त का नोटिस लंबे समय से है गायब, 25 दिसंबर तक मांगा गया स्पष्टीकरण
*रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव*

भदोही- लंबे समय से विद्यालय से गायब चल रहे परिषदीय स्कूलों के तीन शिक्षकों पर सेवा समाप्त होगी। गायब रहने व भेजी जा रही नोटिस का जवाब भी न देने पर अंतत: उनकी सेवा समाप्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। हालांकि उन्हें 25 दिसंबर के पूर्व अनुपस्थित रहने के संबंध में स्पष्टीकरण देने का समय दिया गया है।

बेसिक शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित प्राथमिक विद्यालय पट्टी अचल सिंह ब्लाक सुरियावां में तैनात प्रधानाध्यापक नितिन सिंह सोलंकी निवासी 149-सी टीचर्स कालोनी, हुसैन बाद, जौनपुर, प्राथमिक विद्यालय कूड़ी ब्लाक डीघ में तैनात सहायक अध्यापक नवरत्नमणि त्रिपाठी ग्राम हरदी, बेलहसा बखीरा, संत कबीरनगर व ज्ञानपुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय संसारापुर में तैनात सहायक अध्यापक विवेकानंद मिश्र निवासी चकबसुही , अजयपुर भदोही कई माह से बगैर किसी सूचना के अनुपस्थित चल रहे हैं।

बार-बार भेजी जा रही नोटिस का जवाब भी नहीं दे रहे हैं। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि नितिन सिंह 15 मई 2023 से, नव रत्नमणि त्रिपाठी एक जुलाई 2022 से और विवेकानंद मिश्र तीन जलाई 2024 से गायब चल रहे हैं। तीनों शिक्षकों को अंतिम अवसर देते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर 25 दिसंबर के पूर्व स्पष्टीकरण साक्ष्य सहित उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। तय तिथि तक स्पष्टीकरण न मिलने पर सेवा समाप्ति की कार्रवाई तय कर दी जाएगी।
अमित शाह के बयान पर सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश, कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन, राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा
*रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव*

भदोही- जिला समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव के नेतृत्व में सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने एक जुलूस के साथ जिला मुख्यालय जिलाधिकारी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया वह महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा जिसमें भारत की सांसद में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान के जनक डॉ भीमराव अंबेडकर के प्रति आपत्तिजना टिप्पणी के विरोध करते है।

जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव ने कहा कि भारत की संसद में गृहमंत्री श्री अमित शाह द्वारा भारतीय संविधान निर्माता करोडो दलितों, पिछड़ों वंचितों के भारत रत्न बाबा साहब डा० भीमराव अम्बेडकर जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। जिससे देश व प्रदेश में दलित, पिछड़ों एवं वंचित समाज की भावनाओं को गहरा आघात पहुँचा है। गृहमंत्री की इस टिप्पणी से दलित पिछडों के प्रति भाजपा की संविधान विरोधी मानसिकता प्रकट होती है। समाजवादी पार्टी का मुख्य उ‌द्देश्य लोकतंत्र और संविधान को मजबूत बनाना है, जिससे दलित, पिछड़े समाज के जीवन में खुशहाली आये। भारतीय संविधान के जनक बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी के विरूद्ध की गई टिप्पणी अति खेदजनक है।

जिलामहासचिव ह्रदय नारायण प्रजापति,पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद, आरिफ सिद्दीकी,शोभनाथ यादव,श्यामला सरोज,कल्लन यादव, लालचंद बिंद,पन्नालाल यादव,कमला महतो, यादव,रामयज्ञ पाल,सुधीर गौतम,कामिल अंसारी, भीम कनौजिया,बाबा यादव खलीफा,इमरान,सन्तोष यादव,मु.सालिम राइन,राजन यादव, जिला मिडिया प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार मिश्र पप्पू आदि
पीएचसी प्री परीक्षा: केंद्रों पर चार घंटे पहले पहुंचेगा प्रश्नपत्र

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से राज्य - प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक ( पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा) 22 दिसंबर को दो पालियों में आयोजित होगी। परीक्षा को पारदर्शी एवं सकुशल संपन्न कराने की तैयारी में जिला प्रशासन पूरे जोर - शोर से जुटा है। केंद्रों पर भेजे जाने वाले प्रश्न पत्र सेक्टर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में केंद्र व्यवस्थापक और सह केंद्र व्यवस्थापकों को दी जाएगी।

परीक्षा शुरू होने से चार घंटे पहले कैमरे की निगरानी में उपलब्ध कराई जाएगी। 22 दिसंबर को पहली पाली में सुबह पांच बजे और दूसरी पाली के लिए सुबह 10.30 बजे से कोषागार कार्यालय जिला मुख्यालय ज्ञानपुर से प्रश्न पत्र के शील्ड बंडल एवं चाबियों के पैकेट को प्राप्त कर पुलिस सुरक्षा के बीच केंद्र पर पहुंचकर प्रश्न पत्र उपलब्ध कराएंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि पीसीएस प्री परीक्षा के लिए जिले में नौ विद्यालयों में केंद्र बनाया गया है। सभी केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा होगी। प्रथम पाली में सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक एवं दूसरी पाली में 2.30 से 4.30 बजे तक परीक्षा आयोजित होगी।

परीक्षा के पश्चात प्रश्न पत्रों के आने वाले शील्ड बंडलों को कोषागार में डबल लाॅक आलमारी में रखवाया जाएगा। बताया कि सभी केंद्रों पर सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट की हुई तैनाती के अलावा अतिरिक्त रिजर्व सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट रखे जाएंगे। उन्होंने बताया कि परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों और कक्ष निरीक्षकों को परीक्षा शुरू होने के 45 मिनट पूर्ण तक की केंद्रों पर प्रवेश दिया जाएगा। प्रथम पाली में सुबह आठ से 8.45 बजे तक प्रवेश मिलेगा जबकि दूसरी पाली में एक बजे से 1.45 बजे तक ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश पा सकेंगे।

इसके बाद किसी को परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसे देखते हुए सभी अभ्यर्थियों को समय से केंद्रों पर पहुंचने का निर्देश दिया गया। परीक्षा केंद्र के 200 मीटर गज की पारिधि में किसी भी प्रकार का ध्वनि विस्तारक यंत्र प्रतिबंधित रहेगा। फोटो स्टेट की दुकानें पूर्णतया बंद रहेगी। परीक्षा केंद्र के अंदर किसी भी परीक्षार्थी को मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, ब्लू टूथ व अन्य कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाना पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।
शीत से बचाव के लिए आंख का रखें खास ख्याल

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌मौसम में तेजी से बदलाव  होता जा रहा है। सुबह-शाम गलन वृद्धि हो गई है। ऐसे में शात से बचाव को आंख का खास रखना जरूरी है। ठंड से बचाव को गर्म कपड़ा से पूरा शरीर ढका रहता है। लेकिन आंख हमेशा खुला होता है। ऐसे में विशेष सावधानी बरत तमाम बीमारियों से बचा जा सकता है। सर्दी में बच्चों व वृद्धों का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। शीत से आंख में सूजन आना व बाइक चलाते समय आंख से पानी गिरने लगता है। वृद्धों व बच्चों को सुबह-शाम पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़ा पहनाएं।

ऐसे में किसी तरह की लापरवाही बरतना घातक साबित हो सकता है। बदलते मौसम में ज्यादा देर तक पढ़ने पर आंखें दुखने लगती है। सिर दर्द होने लगता है। चश्मा लगाने के बाद भी यह समस्या होने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लें जरूरत पड़ने पर चश्मा भी लगवाएं। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि ठंड के दिनों में आंख की समस्याएं काफी बढ़ जाती है। बच्चों व वृद्धों में आंख संबंधित तमाम समस्या उत्पन्न होने लगती है।
अस्पतालों को रेफरल सेंटर बनाने वाले कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई

नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। जिले के अस्पतालों को रेफरल सेंटर बनाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों पर अब लगाम लगेगा। स्वास्थ्य विभाग ऐसे स्वास्थ्यकर्मियों पर नकेल कसने की तैयारी कर रहा है। गंभीर मरीजों को बिना उपचार किए ही रेफर करने देने वाली शैली अब भारी पड़ेगी। स्वास्थ्य कर्मी अब बिना किसी विशेषज्ञ चिकित्सक के सलाह से मरीजों को रेफर नहीं कर सकेंगे। विभागीय कर्मियों द्वारा ऐसा दिया जाता है तो मरीज के परिजन इसकी शिकायत सीधे अस्पताल के अधीक्षक या सीएमओ से कर सकते हैं। जिले में अक्सर अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए बड़े सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी में पहुंचने वाले गंभीर मरीजों को वाराणसी या प्रयागराज रेफर कर दिया जाता है।

 ऐसे में कई बार मरीजों की जान पर भी बन आती है। जिले में जिला चिकित्सालय, भदोही एमबीएस सहित गोपीगंज, सुरियावां, भदोही,औराई,डीघ, भानीपुर सीएचसी है। सभी अस्पतालों को मिलाकर हर दिन 100 से 150 इमरजेंसी केस पहुंचाते हैं। लेकिन विभागीय कर्मियों की लापरवाही से यह अस्पताल रेफरल सेंटर बन गए है। मरीज पहुंचे नहीं कि उन्हें गंभीर बताकर प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया जाता है। हालंकि क?ई बार संसाधनों के अभाव के कारण भी ऐसा होता है। इमरजेंसी केसों में अधिकतर या तो दुघर्टना के होते हैं या फिर प्रसव संबंधी केस होते हैं। यहीं कारण है कि क?ई प्रसूता निजी अस्पतालों की ओर रुख कर लेती है। जिला अस्पताल में रोजाना 35 से 40 एमबीए में 15 से 20 और छह सीएचसी पर कुल 40 से 45 इमरजेंसी होती है। सीएचसी पर तैनात अधीक्षकों के अनुसार सेंटर से केवल दो से तीन केस ही रेफर होता है। दूसरी तरफ जिला चिकित्सालय में सबसे अधिक रेफर केस आते हैं। इस पर लगाम लगाने को सीएमओ डॉ संतोष कुमार चक ने अधिकारियों के नंबर जारी किए हैं। जिसमें अगर रेफर से असंतुष्ट होने पर आप इन्हें फोन पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। अगर वहां सुनवाई नहीं होती है तो सीएमओ से भी शिकायत की जा सकती है।

राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला, रोशन सिंह, काकोरी कांड के हीरो जिन्हें फांसी होती तो 1947 से पहले आजाद हो गया होता देश

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌ भारत की आजादी की लड़ाई में अनेक महान क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की आहुति दी. 19 दिसंबर का दिन भारत में शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है. 19 दिसंबर 1927 यही वह तारीख और दिन था जब काकोरी कांड में शामिल क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह को अंग्रेजों ने फांसी दी थी।

इन क्रांतिकारियों की शहादत ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नया मुकाम दिया और उनका बलिदान आज भी भारतीय जनता के दिलों में अमर है।काकोरी कांड 9 अगस्त 1925 को हुआ था, जब क्रांतिकारियों के एक समूह ने अंग्रेजों के खजाने को लूटने की योजना बनाई थी. इस षड्यंत्र में राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेंद्र लाहिड़ी और अन्य क्रांतिकारियों ने हिस्सा लिया. इनका उद्देश्य था अंग्रेजों से पैसा छीनकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को और मजबूती प्रदान करना. बिस्मिल और उनके साथियों ने काकोरी स्टेशन पर ट्रेन को रोका और अंग्रेजों का खजाना लूट लिया. इस घटना ने पूरे देश में हलचल मचाई और अंग्रेजों के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ी।

19 दिसंबर 1927 को राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह को अंग्रेजों ने फांसी दी. इन क्रांतिकारियों की शहादत ने भारत की जनता के खून में अंग्रेजों के प्रति उबाल लाने का काम किया।

जब राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई, तो इन क्रांतिकारियों ने बड़े धैर्य और साहस के साथ फांसी को गले लगाया. उनके अंतिम शब्दों में केवल देशभक्ति की भावना थी और वे अपने देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने को तैयार थे।देश को आजादी दिलाने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बृहस्पतिवार को शहीद पार्क में जय बाबा बर्फानी ग्रुप की ओर से परिसर की साफ-सफाई कर श्रमदान किया गया। देश की आजादी दिलाने को क्रांतिकारी वीर शहीदों ने काकोरी रेल कांड घटना को अंजाम देकर अंग्रेजों की जड़ें हिला दी थी।

क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खां व ठाकुर रोशन सिंह पर अंग्रेजी प्रशासन ने रेल लूट कांड में शामिल होने का आरोप लगाया था। कठोर प्रताड़ना के बाद भी जाबांज वीर नतमस्तक होने को तैयार नहीं हुए। जिससे तीनों वीर जवानों को 19 दिसंबर 1927 को फांसी देने का निर्णय लिया गया। आजादी के तीन मतवाले हंसते-हंसते फांसी पर चढ़ गए थे। सभी शहीदों की पुण्यतिथि पर श्रमदानियों ने सफाई के उपरांत उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।