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Jul 25 2024, 10:28

अमेरिका की संसद में गरजे इजरायली पीएम नेतन्याहू, बोले-जब तक हमास को पूरी तरह मिटा नहीं देते जारी रहेगा युद्ध

#israelipmnetanyahuaddressedthejointsessionoftheuscongress

बीते नौ महीनों से इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने अमेरिकी संसद को संबोधित किया। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार रात 11:30 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित किया। नेतन्याहू ने करीब एक घंटे तक भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक ईरान पर ही बात की। उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। साथ ही उन्होंने हमास और अन्य ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों के खिलाफ युद्ध के लिए अमेरिकी समर्थन बढ़ाने की भी मांग की।उन्होंने ये भी कहा कि जब तक हमास को पूरी तरह से मिटा नहीं देते युद्ध खत्म नहीं होगा। 

हमास पर राहत सामग्री को चुराने का आरोप

बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी संसद में 9 महीने से जारी गाजा और इजराइल युद्ध का जिक्र करते हुए हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए भेजी जाने वाली राहत सामग्री को चुराने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इजराइल ने 40,000 से ज्यादा सहायता ट्रकों को गाजा में प्रवेश करने दिया है। लेकिन गाजा में फिलिस्तीनियों को पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है, तो इसका कारण यह नहीं है कि इजराइल इसे रोक रहा है। बल्कि ऐसा इसलिए है क्योंकि हमास इसे चुरा रहा है।

हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों का इस्तेमाल करने का आरोप

इजराइली पीएम ने कहा कहाल कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईडीएफ यानी इजराइली रक्षा बलों ने फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए लाखों फ़्लायर्स भेजे हैं लाखों टेक्स्ट संदेश भेजे हैं और सैकड़ों हजारों फोन कॉल किए हैं। उन्होंने कहा कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। वह स्कूलों, अस्पतालों और मस्जिदों से रॉकेट दागता है। जब वे युद्ध क्षेत्र छोड़ने की कोशिश करते हैं तो वे उन्हें गोली भी मार देते हैं।

ईरान को अमेरिका और इजराइल के लिए संकट बताया

इस दौरान इजराइली पीएम ने हिजबुल्ला को भी कुचलने की धमकी। उन्होंने कहा कि हम अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हर जरूरू कदम उठाएंगे। आगे उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल के लिए संकट बताया। नेतन्याहू ने कहा कि ऐसे में अमेरिका और इस्राइल को एक साथ खड़ा होना चाहिए। जब हम एक साथ खड़े होते हैं तो वास्तव में सब अच्छा होता है। हम जीतते हैं, वे हारते हैं। 

रिकॉर्ड चौथी बार अमेरिकी संसद को संबोधित किया 

नेतन्याहू पहले ऐसे विदेशी नेता बन गए हैं, जिन्होंने अमेरिकी सीनेट और प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ कॉमन्स) की संयुक्त बैठक को रिकॉर्ड चौथी बार संबोधित किया है। उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने तीन बार संबोधन किया था।

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Jun 03 2024, 15:59

मालदीव ने इजराइली नागरिकों के एंट्री पर लगाया बैन, मुइज्जू के फैसले पर तेल अवीव ने कर दी भारत की तारीफ
#israeli_citizens_not_allowed_in_maldives चीन के इशारों पर काम करने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बड़ा फैसला लिया। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने देश में इजरायली नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। गाजा में इजरायली हमले को लेकर मुस्लिम देश में बढ़ते विरोध के बीच इजरायली पासपोर्ट धारकों के प्रवेश को रोकने के लिए कानूनी संशोधन करने का फैसला लिया गया है। एशिया के छोटे से देश मालदीव ने ऐलान किया है कि वो अपनी सरहद में इजराइली नागरिकों के प्रवेश पर बैन लगाएगा। जिसके बाद इजराइल के विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को हिदायत दी है कि वे मालदीव की यात्रा करने से परहेज करें। राष्ट्रपति कार्यालय में एक आपातकाली प्रेस वार्ता में गृह मंत्री अल इहसुन ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने इजरायली पासपोर्ट पर मालदीव में प्रवेश पर प्रतिबंध के लिए कानून में बदलाव का फैसला किया है। इसकी निगरानी के लिए मंत्रियों की एक विशेष समिति गठित की गई है। मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू ने कैबिनेट की सिफारिश के बाद इजरायली पासपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने का संकल्प लिया है। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, कैबिनेट के फैसले में इजरायली पासपोर्ट धारकों को मालदीव में प्रवेश करने से रोकने के लिए आवश्यक कानूनों में संशोधन करना और इन प्रयासों की निगरानी के लिए एक कैबिनेट सब-कमिटी की स्थापना करना शामिल है। इजराइल पर यात्रा प्रतिबंध लगाने को लेकर पिछले साल इजराइल और फिलीस्तीन में जंग छिड़ने के बाद नवंबर में मालदीव के एक एमपी नशीद अब्दुल्ला ने प्रस्ताव पेश किया था।इस प्रस्ताव में सरकार से इजराइली पासपोर्ट रखने वाले नागरिकों के देश में प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गई थी। अब मालदीव की सरकार ने इजराइलियों के ट्रैवल पर पाबंदी लगी दी है। मालदीव ने ये फैसला जनता में इजराइल के खिलाफ बढ़ते गुस्से के बाद लिया है। बता दें कि इजराइल की बढ़ती आक्रामकता के बाद मालदीव में कई फिलिस्तीनी समर्थित प्रदर्शन देखने मिले हैं। बता दें कि मालदीव की आबादी 5 लाख से ज्यादा है और पूरी दुनिया से हर साल करीब 17 लाख टूरिस्ट मालदीव घूमने आते हैं। इसमें इजराइल से लगभग 15,000 पर्यटक शामिल हैं। पिछले साल करीब 11 हजार इजराइली नागरिकों ने मालदीव की यात्रा की थी। मुइज्जू के प्रतिबंध के फैसले पर सोशल मीडिया पर एक बार फिर मालदीव ट्रेंड करने लगा है। इजरायली मालदीव की जमकर आलोचना कर रहे हैं। इसके साथ ही इजरायली भारत की चर्चा करने लगे हैं। सोशल मीडिया पर भारत में मौजूद शानदार बीच डेस्टिनेशन की तस्वीरें शेयर की जाने लगी हैं। पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर पांच हजार रॉकेट दागे थे। इसके साथ ही हमास के लड़ाके दक्षिणी इजरायल में घुस आए थे और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था। हमास के इस हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे। इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग शुरू कर दी। कुछ महीनों पहले इजरायल और हमास के बीच हुई सीजफायर डील में कई बंधकों को छोड़ दिया गया था, लेकिन अब भी दर्जनों बंधक हमास के कब्जे में हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू का कहना है कि जब तक हमास का खात्मा नहीं होता, तब तक जंग जारी रहेगी। वहीं, इजरायल गाजा युद्ध का दुनियाभर के देश विरोध कर रहे हैं। कोई इजरायल का साथ दे रहा है तो कोई गाजा का समर्थन कर रहा है। इस युद्ध की वजह से इजरायल को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय से भी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं।

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May 28 2024, 16:47

राफा कैंप में इजराइली हमले की चौतरफा निंदा के बीच इजरायली पीएम का बयान, बताया 'दुखद दुर्घटना'

#israeli_pm_benjamin_netanyahu_big_statement

इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध से गाजा में तबाही मची हुई है। इजराइली सेना लगातार गाजा और राफा शहर के साथ ही अब शरणार्थी शिविरों को भी निशाना बना रही है। बीते रविवार को हमास ने तेल अवीव पर मिसाइलें दागीं वहीं जवाबी कार्रवाई में इजराइल ने भी हमला किया। इजराइली के लगातार हो रहे हमले से चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। इन हमलों में तमाम बेगुनाह लोगों की जान जा रही है जिस पर दुनिया के कई देशों ने चिंता जाहिर की है।हमले के बाद हो रही अंतरराष्ट्रीय निंदा के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे 'दुखद दुर्घटना' बताया है।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली संसद में बोलते हुए नेतन्याहू जोर देकर कहा कि इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने संघर्ष में शामिल नहीं होने वालों को नुकसान न पहुंचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।नेतन्याहू ने कहा, 'राफा में हमने लगभग दस लाख गैर-लड़ाकू निवासियों को पहले ही निकाल लिया है और गैर-लड़ाकों को नुकसान न पहुंचाने के हमारे भरसक प्रयास के बावजूद, दुर्भाग्य से कुछ दुखद गलत हो गया।' हम घटना की जांच कर रहे हैं और निष्कर्ष पर पहुंचेंगे क्योंकि यह हमारी नीति है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इस्राइली सेना के राफा शहर में किए हमले की कड़ी निंदा की है। सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने लिखा 'मैं इस्राइल की कार्रवाई की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें कई बेगुनाह आम नागरिक मारे गए, जो सिर्फ युद्ध के हालात में शरण लिए हुए थे। गाजा में अब कोई जगह सुरक्षित नहीं है और अब ये आतंक बंद होना चाहिए।'

हाल ही में इजराइल के राफा पर किए गए हमले में 45 लोगों की मौत हुई है और 200 अन्य घायल हुए हैं। हमास के तेल अवीव पर मिसाइल हमला करने के कुछ घंटों बाद इजरायल ने यह हमला किया था।

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Apr 16 2024, 10:29

ईरान के साथ तनाव के बीच इजराइल की बड़ी अपील, कहा- भारत को पश्चिम एशिया में स्थिरता लाने का प्रयास करना चाहिए*
#israel_iran_tensions_israeli_said_india_should_impose_its_influence_to_normalize_situation सीरिया में ईरानी दूतावास पर हुए हमले को लेकर ईरान इजराइल पर बौखलाया हुआ है। इस हमले की जवाबी कर्रवाई करते हुए ईरान ने शनिवार को सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन इजराइल के आसमान में दागे। इजरायल ने हर बार अपने दुश्मनों को ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया है कि वह इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया। इस हालात में दुनियाभर की नजर इजराइल के अगले कदम पर टिकी हुई है। माना जा रहा है कि इजराइल अपना बदला ले कर रहेगा। हालांकि ईरान के हमले को दो दिन बीत चुके हैं पर इजराइल अभी खामोश बना हुआ है। अब ये कहना मुश्किल है कि ये आने वाले तूफान के पहले की खामोशी है या इजराइल पर अपने दोस्त अमेरिका की चेतावनी का असर है। ईरान के साथ जारी तनाव के बीच इजरायल ने अपने 'दोस्त' भारत से मदद की अपील की है। नई दिल्ली में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि हम पश्चिम एशिया में शांति के लिए भारत से ईरान को रोकने की उम्मीद करते हैं। भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने सोमवार (15 अप्रैल) को कहा कि इजरायल मजबूत और परिस्थिति के अनुसार ढलने में सक्षम है और वह ईरान के हालिया हमले के बाद जरूरत पड़ने पर उसका मुकाबला करेगा। उन्होंने कहा कि भारत को पश्चिम एशिया क्षेत्र में स्थिरता लाने में भूमिका निभानी चाहिए। इजरायली राजदूत से पूछा गया कि भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने इस मामले में दोनों देशों के अपने समकक्षों के साथ टेलीफोन पर बात की है। ऐसी स्थिति में वग भारत से किस भूमिका की अपेक्षा करते है। इस पर उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि एक मित्र के रूप में हम भारत से यह उम्मीद करते हैं कि वह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में बहुत मजबूत होकर यह सुनिश्चित करेगा कि ईरान पश्चिम एशिया में अपनी अस्थिरता को रोके। उन्होंने आगे कहा, मुझे लगता है कि एक क्षेत्र के रूप में पश्चिम एशिया भारत के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि उस क्षेत्र में लाखों भारतीय काम करते हैं. उसके (क्षेत्र में) कई व्यापारिक संबंध हैं। संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर के साथ मजबूत संबंध हैं। मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत ईरान को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के हिस्से के रूप में सक्रिय भूमिका निभाए। राजदूत ने कहा, ईरान इस व्यवहार को जारी नहीं रख सकता, अगर हमें जरूरत पड़ी तो हम ईरान का मुकाबला करेंगे। यह हमारी पसंद नहीं है। हम यहां केवल जवाब दे रहे हैं और हमें जवाबी कार्रवाई करने या ईरान को यह संदेश भेजने के लिए संभवत: उचित समय मिल जाएगा कि यह अस्वीकार्य है। बातचीत के दौरान गिलोन ने कहा कि ईरान ने 350 मिसाइलों और ड्रोन से इजरायल के ऊपर हमला किया था। उन्होंने 99 प्रतिशत मिसाइलों और ड्रोन को रोकने के लिए अमेरिका और क्षेत्र के दूसरे दोस्तों के साथ इजरायल की एयर डिफेंस और वायु सेना की विशाल क्षमता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ। इजरायल के दक्षिण में केवल एक 7 साल की बच्ची घायल हुई है और उम्मीद करते हैं कि वह जल्द ठीक हो जाएगी। बता दें कि इजरायल पर ईरान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमला किए जाने के बाद भारत ने रविवार को कहा था कि वह दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर अत्यंत चिंतित है और हमले से क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा है।

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Jan 16 2024, 10:04

ईरान ने इराक में मोसाद मुख्यालय पर दागी बैलिस्टिक मिसाइल, चार लोगों की मौत

#iran_strikes_israeli_spy_headquarters_in_iraq

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने सोमवार देर रात इराक के एरबिल शहर में इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के दफ्तरों पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई।ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने ही हमले की जानकारी दी। हाल ही में ईरान में बम धमाका हुआ था, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। ईरान ने इस्राइल पर हमले का आरोप लगाया था, जिसके जवाब में ईरान ने मोसाद के मुख्यालय पर हमला किया।

ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक मिसाइलें ईरान विरोधी आतंकी खुफिया केंद्रों पर दागीं गई हैं। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के एक बयान के हवाले से बताया कि हमलों ने इराकी कुर्दिस्तान की राजधानी इर्बिल में ‘एक जासूसी मुख्यालय’ और ‘ईरानी विरोधी आतंकवादी समूहों के जमावड़े’ को नष्ट कर दिया। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गार्ड्स ने सीरिया में भी इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हमला किया है। 

वहीं, इराक की कुर्दिस्तान सुरक्षा परिषद के मुताबिक, इस हमले में चार लोगों की मौत हुई है, जबकि 6 अन्य घायल हुए हैं। कुर्दिस्तान डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि मारे गए नागरिकों में प्रमुख कारोबारी पेश्रा दिजायी भी शामिल थे।

अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक ईरान का हमला कुर्दिस्तान की राजधानी एरबिल से करीब 40 किमी उत्तर-पूर्व में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के करीब हुआ। दूतावास में भी विस्फोटों की आवाज सुनी दी। दो अमेरिकी अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया कि मिसाइलों के हमले से कोई भी अमेरिकी फैसिलिटी प्रभावित नहीं हुई।

अमेरिका ने इराक में ईरानी हमले की आलोचना की है। अमेरिका ने इसे जल्दबाजी में उठाया कदम बताया है। अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता मैट मिलर ने कहा- ये हमला इराक की स्थिरता के लिए करारा झटका है। हम चाहते हैं कि इराक में और कुर्दिस्तान में स्थिरता आए और वहां कि सरकारें इराक के लोगों के लिए ठीक से काम कर पाए। दरअसल, इराक ने आतंकी संगठन ISIS के खिलाफ लंबी जंग लड़ी है। इसके बाद वहां स्थिरता आनी शुरू हुई है।

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Nov 16 2023, 14:10

इजरायली सेना को अल शिफा अस्पताल में मिला हथियारों का जखीरा, आईडीएफ ने वीडियो शेयर कर दी जानकारी

#israeli_army_finds_ak_47_and_grenades_in_gaza_al_shifa_hospital 

इजराइल ने दावा किया है कि उसकी सेनाओं को इस बात के सबूत मिले हैं कि हमास आतंकी गतिविधियों के लिए विस्फोटक और हथियार रखने के लिए अस्पतालों का इस्तेमाल करता है।इजरायल की सेना गाजा के अल-शिफा हॉस्पिटल के अंदर घुस गई है जो कि यहां का सबसे बड़ा अस्पताल है। अल-शिफा के अंदर कुछ जगहों पर सैनिकों और हमास आतंकियों के बीच जंग हुई।अब इजरायल ने दावा किया था कि इसी अस्पताल के नीचे हमास का हेडक्वार्टर है।इजरायली रक्षा बल ने दावा किया है कि हमास अल-शिफा अस्पताल में एमआरआई भवन का उपयोग एक परिचालन मुख्यालय के रूप में और तकनीकी उपकरणों के भंडारण के लिए भी करता है।

इजराइली सेना ने जारी किया वीडियो

इजराइली सैनिकों ने बुधवार को दिनभर अस्पताल में खोजबीन जारी रखी। इस दौरान इजराइली सैनिकों द्वारा एक वीडियो भी बनाया गया। जिसमें इजराइली सैनिक बता रहे हैं कि अस्पताल परिसर से स्वचालित हथियार, हथगोले, गोला बारूद जैसी सामग्री बरामद की गई है। गाजा पट्टी में इजराइली सैन्य अभियानों के प्रमुख मेजर जनरल यारोन फिंकेलमैन ने कहा, हमने शिफा अस्पताल में अभियान चलाया। इजारइल के इस दावे का अमेरिका ने समर्थन किया है।

MRI सेंटर में जगह-जगह हथियार छिपाकर रखे गए

इजरायल सैनिकों ने जो वीडियो शूट किए हैं उनमें दिख रहा है कि अल शिफा अस्पताल के MRI सेंटर में इलाज के नाम पर केवल दिखावा हो रहा था। अस्पताल में MRI मशीनों के पीछे AK 47, मैगजीन, ग्रेनेड और ड्रेस को छिपाकर रखा गया था। इतना ही नहीं सेंटर में सीसीटीवी कैमरों को भी हमास के आतंकियों ने टेप लगाकर बंद कर दिया था। आतंकियों ने पूरे MRI सेंटर में जगह-जगह हथियार छिपाकर रखे थे। अल शिफा अस्पताल में हथियारों के जखीरे के साथ-साथ कम्युनिकेशन रेडियो, सीडी, और लैपटॉप भी मिला है।

इजराइल ने कहा- अस्पताल आतंक फैलाने का अड्डा बना

इजरायली फोर्स का दावा है कि 6 मंजिला इस अस्पताल के नीचे हमास का सबसे बड़ा ठिकाना है। उसका कहना है कि इस अस्पताल के नीचे हमास का मिलिट्री हेडक्वॉर्टर है और उसका इंटेलिजेंस नेटवर्क यहीं से ऑपरेट करता है। इजरायल के मुताबिक, हमास का वायु रक्षा मुख्यालय, पॉलिटिकल ब्यूरो ऑफिस, हथियारों की फैक्ट्री और कमांडरों के ऑफिस भी यहीं पर हैं।

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Oct 15 2023, 16:23

इजरायल की एयर स्ट्राइक में हमास का शीर्ष कमांडर बिलाल अल-केदरा ढेर, इजरायली डिफेंस फोर्स का दावा

#big_success_for_israeli_army_attack_mastermind_al_qadi_killed

इजराइल और हमास के बीच बीते 7 अक्टूबर से ही युद्ध जारी है। हमास के हमले के बाद से इजरायल लगातार उसको मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।इस बीच खबर आ रही है कि इजरायली सेना की एयरस्ट्राइक में हमास का टॉप कमांडर ढेर हो गया है। इज़रायली वायु सेना (आईएएफ) ने एक बयान में कहा कि इज़रायल में किबुत्ज़ निरिम नरसंहार के लिए ज़िम्मेदार हमास का एक शीर्ष कमांडर बिलाल अल केदरा आज इज़राइली हवाई हमले में मारा गया।अल-केदरा को मारने का दावा करते हुए डिफेंस फोर्स ने एक वीडियो भी शेयर किया है। 

आईएएफ ने अपने बयान में कहा है कि हमले में अल-केदरा के साथ ही हमास और इस्लामिक जिहाद के अन्य आतंकवादी भी मारे गए हैं। इजरायली एयरफोर्स ने हमले का वीडियो भी एक्स पर जारी किया है। इजरायली सेना ने हमास के ऑपरेशनल कमांड सेंटर और सैन्य परिसरों को निशाना बनाते हुए ज़ायतुन, खान यूनिस और पश्चिमी जबालिया में 100 से अधिक सैन्य ठिकानों पर जबरदस्त हवाई हमले किए। इन हवाई हमलों ने कई टैंक रोधी मिसाइल लॉन्च पैड और अवलोकन चौकियों को भी नष्ट कर दिया गया है।

इजरायल की खुफिया एजेंसी ने गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर खान यूनिस में बिलाल अल केदरा के स्थान का पता लगाया था। इसके बाद अब उसे एयर स्ट्राइक में मार गिराया है। बता दें कि अल केदरा नुखबा बल का कमांडर था, जो हमास की इज़्ज़ अद-दीन अल-क़सम ब्रिगेड की विशेष बल इकाई के तहत एक नौसैनिक कमांडो इकाई थी।

इधर, इजरायली सेना ने घोषणा की है कि उसने फिलिस्तीन में में गाजा पट्टी पर एक समन्वित हमले की तैयारी की है, जिसमें हवाई, जमीनी और और नौसेना बल शामिल होंगे। सेना की ओर से जारी ताजा बयान में कहा गया है कि वह आक्रामक योजना की तैयारी कर रहा है। इजराइल कथित तौर पर गाजा शहर पर कब्जा करने के लिए 10,000 सैनिक भेजने की योजना बना रहा है। इजराइल रक्षा बल ने कहा कि हमास ने दुनिया को बार-बार दिखाया है कि वह क्या करने में सक्षम हैं। अब आईडीएफ और भी अधिक ताकत के साथ मुकाबला करने के लिए तैयार है। दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है।

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Oct 15 2023, 13:39

भारतीय टीम की जीत पर इजरायली राजदूत का पाकिस्तान पर तंज, बोले-हमास के आतंकियों को जीत समर्पित नहीं कर सके

#israeliambassadornaorgilonbharatpakistanworld_cup

भारत में खेले जा रहे क्रिकेट विश्व कप के 12वें मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार जीत हासिल की है।शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से पटखनी देते हुए जीत हासिल की। भारत की शानदार जीत पर इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने ट्वीट कर पाकिस्तान पर तंज कसा है।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि हार के बाद पाकिस्तान अपनी जीत हमास को समर्पित नहीं कर पाया।

भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने ट्वीट करते हुए कहा, हमें खुशी है कि विश्व कप के भारत पाकिस्तान मुकाबले में भारत विजय हुआ और पाकिस्तान अपनी जीत हमास के आतंकवादियों को समर्पित नहीं कर पाया।मैच के दौरान हमारे भारतीय मित्रों ने पोस्टर दिखाकर कर इजरायल के साथ अपनी एकजुटता दिखाई। इससे हम बेहद भाव विभोर हैं।

पीएम मोदी-नेतन्याहू का पोस्टर किया शेयर

अपनी पोस्ट में उन्होंने एक तस्वीर भी शेयर की है, जिसमें एक शख्स को पीएम मोदी और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर वाला पोस्टर लिए देखा जा सकता है।पोस्टर पर लिखा है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जारी जंग में इजरायल के साथ खड़ा है।

मोहम्मद रिजवान के बयान पर तंज

नाओर का यह बयान पाकिस्तानी टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान के उस बयान पर तंज माना जा रहा है।दरअसल, रिजवान ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ शतक मारने के बाद गाजा के लोगों पर दिया था।रिजवान ने अपने उस शतक को गाजा के लोगों को समर्पित किया था।इसी पर नाओर ने यह तंज कसा और कहा कि अब पाकिस्तानी टीम हमास के आतंकियों को अपनी जीत समर्पित नहीं कर सकी।

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Oct 12 2023, 11:57

इजरायली पीएम नेतन्‍याहू का धमकी भरा अंदाज, बोले-हमास से जुड़े हर शख्स की मौत तय

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इजराइल और हमास के बीच जोरदार जंग छिड़ी हुई है।दोनों देश एक दूसरे को मिटा देने पर अमादा है। इस बीच इजराइल में हमास के खिलाफ वॉर कैबिनेट या यूनिटी गवर्नमेंट बन गई है। ऐसा 1973 के बाद पहली बार हुआ है। यूनिटी गवर्नमेंट यानी ऐसी सरकार जिसमें सभी पार्टियां शामिल हैं। ये जंग के वक्त बनती है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने इस सरकार से मुलाकात की। इस दौरानइस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विदेश मंत्री योव गैलेंट के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब हमास का हर आतंकी एक 'डेडमैन' यानी मृत व्‍यक्ति है।

पीएम नेतन्याहू ने अपने संबोधन के दौरान आतंकी संगठन को चेतावनी देते हुए कहा कि अब हमास के सभी सदस्यों की मौत तय है। उन्होंने कहा, हमास दाएश (इस्लामिक स्टेट समूह) की तरह है, हम उन्हें उन्हें बर्बाद कर देंगे जैसे दुनिया ने दाएश को खत्म कर दिया।

वहीं इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा, हम हमास को धरती से मिटा देंगे। नेतन्याहू ने जंग के बीच अस्थायी रूप से अपने राजनीतिक मतभेदों को भुलाते हुए सरकार में विपक्ष को शामिल किया है। इस नई आपातकालीन सरकार में पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज को भी शामिल किया गया है।

एक बयान में कहा गया, युद्ध की अवधि के दौरान, ऐसे किसी भी बिल या सरकारी निर्णय को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा जो युद्ध के संचालन से संबंधित न हो। सभी वरिष्ठ नियुक्तियां युद्ध अवधि के दौरान स्वचालित रूप से बढ़ा दी जाएंगी। आपातकालीन सरकार सैन्य कार्रवाई को व्यापक राष्‍ट्रीय सहमति देगी। वॉर कैबिनेट में दो ऐसे ऐसे लोगों को भी शामिल किया गया है जो सैन्य रणनीति में विशेषज्ञ हैं। गैंट्ज और गाडी ईसेनकोट इस सरकार में पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल हुए हैं और दोनों ही इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के मुखिया रह चुके हैं।

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Oct 10 2023, 11:20

इजराइल के पीएम नेतन्याहू की धमकी, बोले-जंग हमने शुरू नहीं की, मगर खत्म जरूर करेंगे

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हमास की ओर से आतंकवादी हमले का सामना कर रहा इजराइल भी अब बेहद आक्रामक हो गया है।इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फलस्तीनी आंतकी संगठन हमास को सख्त चेतावनी दी है। नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि इस्राइल ने इस युद्ध की शुरुआत नहीं की है, लेकिन हम इसे अंजाम तक पहुंचाएंगे।बता दें कि हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए इजरायल ने 3 लाख सैनिकों को जुटाया है। 1973 की योम किप्पर जंग के बाद यह सबसे बड़ी लामबंदी है, जब इजरायल ने 400,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाया था।

हम यह जंग नहीं चाहते थे- नेतन्याहू

नेतन्याहू ने कहा कि ‘इजरायल जंग में है। हम यह जंग नहीं चाहते थे। इसे सबसे क्रूर और बर्बर तरीके से हम पर थोपा गया। हालांकि इजरायल ने इस जंग को शुरू नहीं किया, लेकिन इजरायल इसे खत्म करेगा।नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने निर्दोष इजरायलियों के खिलाफ जो क्रूर हमले किए, वे चौंकाने वाले हैं। इनमें परिवारों को उनके घरों में मारना, एक आउटडोर उत्सव में सैकड़ों युवाओं की हत्या करना और कई महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों का अपहरण करना शामिल है. यहां तक कि इनमें होलोकॉस्ट से बचे लोगों को भी निशाना बनाया गया। हमास के आतंकवादियों ने बच्चों को बांधा, जलाया और मार डाला। वे बर्बर हैं। 

हमास को आईएसआईएस जैसा करार दिया

हमास को आईएसआईएस जैसा करार देते हुए उन्होंने ‘सभ्यता की ताकतों’ से हमास के खिलाफ एकजुट होने और उसे हराने की अपील की है। नेतन्याहू ने कहा कि ‘हमास आईएसआईएस जैसा है। जिस तरह सभ्यता की ताकतें आईएसआईएस को हराने के लिए एकजुट हुईं, सभ्यता की ताकतों को हमास को हराने में इजरायल का समर्थन करना चाहिए।

ऐसी कीमत वसूलेंगे जो दशकों तक याद रखी जाएगी-नेतन्याहू

इस्राइली पीएम ने कहा कि हमास को बहुत जल्द समझ में जाएगा कि इस्राइल पर हमला करके उसने बहुत बड़ी गलती की है। हम इस हमले की ऐसी कीमत वसूलेंगे, जो हमास और इस्राइल के अन्य दुश्मनों को आने वाले दशकों तक याद रहेगी।

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Jul 25 2024, 10:28

अमेरिका की संसद में गरजे इजरायली पीएम नेतन्याहू, बोले-जब तक हमास को पूरी तरह मिटा नहीं देते जारी रहेगा युद्ध

#israelipmnetanyahuaddressedthejointsessionoftheuscongress

बीते नौ महीनों से इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने अमेरिकी संसद को संबोधित किया। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार रात 11:30 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित किया। नेतन्याहू ने करीब एक घंटे तक भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक ईरान पर ही बात की। उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। साथ ही उन्होंने हमास और अन्य ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों के खिलाफ युद्ध के लिए अमेरिकी समर्थन बढ़ाने की भी मांग की।उन्होंने ये भी कहा कि जब तक हमास को पूरी तरह से मिटा नहीं देते युद्ध खत्म नहीं होगा। 

हमास पर राहत सामग्री को चुराने का आरोप

बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी संसद में 9 महीने से जारी गाजा और इजराइल युद्ध का जिक्र करते हुए हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए भेजी जाने वाली राहत सामग्री को चुराने का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इजराइल ने 40,000 से ज्यादा सहायता ट्रकों को गाजा में प्रवेश करने दिया है। लेकिन गाजा में फिलिस्तीनियों को पर्याप्त भोजन नहीं मिल रहा है, तो इसका कारण यह नहीं है कि इजराइल इसे रोक रहा है। बल्कि ऐसा इसलिए है क्योंकि हमास इसे चुरा रहा है।

हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों का इस्तेमाल करने का आरोप

इजराइली पीएम ने कहा कहाल कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईडीएफ यानी इजराइली रक्षा बलों ने फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए लाखों फ़्लायर्स भेजे हैं लाखों टेक्स्ट संदेश भेजे हैं और सैकड़ों हजारों फोन कॉल किए हैं। उन्होंने कहा कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। वह स्कूलों, अस्पतालों और मस्जिदों से रॉकेट दागता है। जब वे युद्ध क्षेत्र छोड़ने की कोशिश करते हैं तो वे उन्हें गोली भी मार देते हैं।

ईरान को अमेरिका और इजराइल के लिए संकट बताया

इस दौरान इजराइली पीएम ने हिजबुल्ला को भी कुचलने की धमकी। उन्होंने कहा कि हम अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हर जरूरू कदम उठाएंगे। आगे उन्होंने ईरान को अमेरिका और इजराइल के लिए संकट बताया। नेतन्याहू ने कहा कि ऐसे में अमेरिका और इस्राइल को एक साथ खड़ा होना चाहिए। जब हम एक साथ खड़े होते हैं तो वास्तव में सब अच्छा होता है। हम जीतते हैं, वे हारते हैं। 

रिकॉर्ड चौथी बार अमेरिकी संसद को संबोधित किया 

नेतन्याहू पहले ऐसे विदेशी नेता बन गए हैं, जिन्होंने अमेरिकी सीनेट और प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ कॉमन्स) की संयुक्त बैठक को रिकॉर्ड चौथी बार संबोधित किया है। उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने तीन बार संबोधन किया था।

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Jun 03 2024, 15:59

मालदीव ने इजराइली नागरिकों के एंट्री पर लगाया बैन, मुइज्जू के फैसले पर तेल अवीव ने कर दी भारत की तारीफ
#israeli_citizens_not_allowed_in_maldives चीन के इशारों पर काम करने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने बड़ा फैसला लिया। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने देश में इजरायली नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। गाजा में इजरायली हमले को लेकर मुस्लिम देश में बढ़ते विरोध के बीच इजरायली पासपोर्ट धारकों के प्रवेश को रोकने के लिए कानूनी संशोधन करने का फैसला लिया गया है। एशिया के छोटे से देश मालदीव ने ऐलान किया है कि वो अपनी सरहद में इजराइली नागरिकों के प्रवेश पर बैन लगाएगा। जिसके बाद इजराइल के विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को हिदायत दी है कि वे मालदीव की यात्रा करने से परहेज करें। राष्ट्रपति कार्यालय में एक आपातकाली प्रेस वार्ता में गृह मंत्री अल इहसुन ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने इजरायली पासपोर्ट पर मालदीव में प्रवेश पर प्रतिबंध के लिए कानून में बदलाव का फैसला किया है। इसकी निगरानी के लिए मंत्रियों की एक विशेष समिति गठित की गई है। मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू ने कैबिनेट की सिफारिश के बाद इजरायली पासपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने का संकल्प लिया है। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, कैबिनेट के फैसले में इजरायली पासपोर्ट धारकों को मालदीव में प्रवेश करने से रोकने के लिए आवश्यक कानूनों में संशोधन करना और इन प्रयासों की निगरानी के लिए एक कैबिनेट सब-कमिटी की स्थापना करना शामिल है। इजराइल पर यात्रा प्रतिबंध लगाने को लेकर पिछले साल इजराइल और फिलीस्तीन में जंग छिड़ने के बाद नवंबर में मालदीव के एक एमपी नशीद अब्दुल्ला ने प्रस्ताव पेश किया था।इस प्रस्ताव में सरकार से इजराइली पासपोर्ट रखने वाले नागरिकों के देश में प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गई थी। अब मालदीव की सरकार ने इजराइलियों के ट्रैवल पर पाबंदी लगी दी है। मालदीव ने ये फैसला जनता में इजराइल के खिलाफ बढ़ते गुस्से के बाद लिया है। बता दें कि इजराइल की बढ़ती आक्रामकता के बाद मालदीव में कई फिलिस्तीनी समर्थित प्रदर्शन देखने मिले हैं। बता दें कि मालदीव की आबादी 5 लाख से ज्यादा है और पूरी दुनिया से हर साल करीब 17 लाख टूरिस्ट मालदीव घूमने आते हैं। इसमें इजराइल से लगभग 15,000 पर्यटक शामिल हैं। पिछले साल करीब 11 हजार इजराइली नागरिकों ने मालदीव की यात्रा की थी। मुइज्जू के प्रतिबंध के फैसले पर सोशल मीडिया पर एक बार फिर मालदीव ट्रेंड करने लगा है। इजरायली मालदीव की जमकर आलोचना कर रहे हैं। इसके साथ ही इजरायली भारत की चर्चा करने लगे हैं। सोशल मीडिया पर भारत में मौजूद शानदार बीच डेस्टिनेशन की तस्वीरें शेयर की जाने लगी हैं। पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर पांच हजार रॉकेट दागे थे। इसके साथ ही हमास के लड़ाके दक्षिणी इजरायल में घुस आए थे और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था। हमास के इस हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे। इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग शुरू कर दी। कुछ महीनों पहले इजरायल और हमास के बीच हुई सीजफायर डील में कई बंधकों को छोड़ दिया गया था, लेकिन अब भी दर्जनों बंधक हमास के कब्जे में हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू का कहना है कि जब तक हमास का खात्मा नहीं होता, तब तक जंग जारी रहेगी। वहीं, इजरायल गाजा युद्ध का दुनियाभर के देश विरोध कर रहे हैं। कोई इजरायल का साथ दे रहा है तो कोई गाजा का समर्थन कर रहा है। इस युद्ध की वजह से इजरायल को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय से भी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं।

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May 28 2024, 16:47

राफा कैंप में इजराइली हमले की चौतरफा निंदा के बीच इजरायली पीएम का बयान, बताया 'दुखद दुर्घटना'

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इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध से गाजा में तबाही मची हुई है। इजराइली सेना लगातार गाजा और राफा शहर के साथ ही अब शरणार्थी शिविरों को भी निशाना बना रही है। बीते रविवार को हमास ने तेल अवीव पर मिसाइलें दागीं वहीं जवाबी कार्रवाई में इजराइल ने भी हमला किया। इजराइली के लगातार हो रहे हमले से चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। इन हमलों में तमाम बेगुनाह लोगों की जान जा रही है जिस पर दुनिया के कई देशों ने चिंता जाहिर की है।हमले के बाद हो रही अंतरराष्ट्रीय निंदा के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे 'दुखद दुर्घटना' बताया है।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली संसद में बोलते हुए नेतन्याहू जोर देकर कहा कि इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने संघर्ष में शामिल नहीं होने वालों को नुकसान न पहुंचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।नेतन्याहू ने कहा, 'राफा में हमने लगभग दस लाख गैर-लड़ाकू निवासियों को पहले ही निकाल लिया है और गैर-लड़ाकों को नुकसान न पहुंचाने के हमारे भरसक प्रयास के बावजूद, दुर्भाग्य से कुछ दुखद गलत हो गया।' हम घटना की जांच कर रहे हैं और निष्कर्ष पर पहुंचेंगे क्योंकि यह हमारी नीति है।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इस्राइली सेना के राफा शहर में किए हमले की कड़ी निंदा की है। सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने लिखा 'मैं इस्राइल की कार्रवाई की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें कई बेगुनाह आम नागरिक मारे गए, जो सिर्फ युद्ध के हालात में शरण लिए हुए थे। गाजा में अब कोई जगह सुरक्षित नहीं है और अब ये आतंक बंद होना चाहिए।'

हाल ही में इजराइल के राफा पर किए गए हमले में 45 लोगों की मौत हुई है और 200 अन्य घायल हुए हैं। हमास के तेल अवीव पर मिसाइल हमला करने के कुछ घंटों बाद इजरायल ने यह हमला किया था।

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Apr 16 2024, 10:29

ईरान के साथ तनाव के बीच इजराइल की बड़ी अपील, कहा- भारत को पश्चिम एशिया में स्थिरता लाने का प्रयास करना चाहिए*
#israel_iran_tensions_israeli_said_india_should_impose_its_influence_to_normalize_situation सीरिया में ईरानी दूतावास पर हुए हमले को लेकर ईरान इजराइल पर बौखलाया हुआ है। इस हमले की जवाबी कर्रवाई करते हुए ईरान ने शनिवार को सैकड़ों मिसाइल और ड्रोन इजराइल के आसमान में दागे। इजरायल ने हर बार अपने दुश्मनों को ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया है कि वह इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया। इस हालात में दुनियाभर की नजर इजराइल के अगले कदम पर टिकी हुई है। माना जा रहा है कि इजराइल अपना बदला ले कर रहेगा। हालांकि ईरान के हमले को दो दिन बीत चुके हैं पर इजराइल अभी खामोश बना हुआ है। अब ये कहना मुश्किल है कि ये आने वाले तूफान के पहले की खामोशी है या इजराइल पर अपने दोस्त अमेरिका की चेतावनी का असर है। ईरान के साथ जारी तनाव के बीच इजरायल ने अपने 'दोस्त' भारत से मदद की अपील की है। नई दिल्ली में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि हम पश्चिम एशिया में शांति के लिए भारत से ईरान को रोकने की उम्मीद करते हैं। भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने सोमवार (15 अप्रैल) को कहा कि इजरायल मजबूत और परिस्थिति के अनुसार ढलने में सक्षम है और वह ईरान के हालिया हमले के बाद जरूरत पड़ने पर उसका मुकाबला करेगा। उन्होंने कहा कि भारत को पश्चिम एशिया क्षेत्र में स्थिरता लाने में भूमिका निभानी चाहिए। इजरायली राजदूत से पूछा गया कि भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने इस मामले में दोनों देशों के अपने समकक्षों के साथ टेलीफोन पर बात की है। ऐसी स्थिति में वग भारत से किस भूमिका की अपेक्षा करते है। इस पर उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि एक मित्र के रूप में हम भारत से यह उम्मीद करते हैं कि वह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में बहुत मजबूत होकर यह सुनिश्चित करेगा कि ईरान पश्चिम एशिया में अपनी अस्थिरता को रोके। उन्होंने आगे कहा, मुझे लगता है कि एक क्षेत्र के रूप में पश्चिम एशिया भारत के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि उस क्षेत्र में लाखों भारतीय काम करते हैं. उसके (क्षेत्र में) कई व्यापारिक संबंध हैं। संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर के साथ मजबूत संबंध हैं। मुझे लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत ईरान को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के हिस्से के रूप में सक्रिय भूमिका निभाए। राजदूत ने कहा, ईरान इस व्यवहार को जारी नहीं रख सकता, अगर हमें जरूरत पड़ी तो हम ईरान का मुकाबला करेंगे। यह हमारी पसंद नहीं है। हम यहां केवल जवाब दे रहे हैं और हमें जवाबी कार्रवाई करने या ईरान को यह संदेश भेजने के लिए संभवत: उचित समय मिल जाएगा कि यह अस्वीकार्य है। बातचीत के दौरान गिलोन ने कहा कि ईरान ने 350 मिसाइलों और ड्रोन से इजरायल के ऊपर हमला किया था। उन्होंने 99 प्रतिशत मिसाइलों और ड्रोन को रोकने के लिए अमेरिका और क्षेत्र के दूसरे दोस्तों के साथ इजरायल की एयर डिफेंस और वायु सेना की विशाल क्षमता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ। इजरायल के दक्षिण में केवल एक 7 साल की बच्ची घायल हुई है और उम्मीद करते हैं कि वह जल्द ठीक हो जाएगी। बता दें कि इजरायल पर ईरान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमला किए जाने के बाद भारत ने रविवार को कहा था कि वह दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर अत्यंत चिंतित है और हमले से क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा है।

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Jan 16 2024, 10:04

ईरान ने इराक में मोसाद मुख्यालय पर दागी बैलिस्टिक मिसाइल, चार लोगों की मौत

#iran_strikes_israeli_spy_headquarters_in_iraq

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने सोमवार देर रात इराक के एरबिल शहर में इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के दफ्तरों पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई।ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने ही हमले की जानकारी दी। हाल ही में ईरान में बम धमाका हुआ था, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। ईरान ने इस्राइल पर हमले का आरोप लगाया था, जिसके जवाब में ईरान ने मोसाद के मुख्यालय पर हमला किया।

ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक मिसाइलें ईरान विरोधी आतंकी खुफिया केंद्रों पर दागीं गई हैं। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के एक बयान के हवाले से बताया कि हमलों ने इराकी कुर्दिस्तान की राजधानी इर्बिल में ‘एक जासूसी मुख्यालय’ और ‘ईरानी विरोधी आतंकवादी समूहों के जमावड़े’ को नष्ट कर दिया। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गार्ड्स ने सीरिया में भी इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हमला किया है। 

वहीं, इराक की कुर्दिस्तान सुरक्षा परिषद के मुताबिक, इस हमले में चार लोगों की मौत हुई है, जबकि 6 अन्य घायल हुए हैं। कुर्दिस्तान डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि मारे गए नागरिकों में प्रमुख कारोबारी पेश्रा दिजायी भी शामिल थे।

अमेरिकी मीडिया हाउस न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक ईरान का हमला कुर्दिस्तान की राजधानी एरबिल से करीब 40 किमी उत्तर-पूर्व में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के करीब हुआ। दूतावास में भी विस्फोटों की आवाज सुनी दी। दो अमेरिकी अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया कि मिसाइलों के हमले से कोई भी अमेरिकी फैसिलिटी प्रभावित नहीं हुई।

अमेरिका ने इराक में ईरानी हमले की आलोचना की है। अमेरिका ने इसे जल्दबाजी में उठाया कदम बताया है। अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता मैट मिलर ने कहा- ये हमला इराक की स्थिरता के लिए करारा झटका है। हम चाहते हैं कि इराक में और कुर्दिस्तान में स्थिरता आए और वहां कि सरकारें इराक के लोगों के लिए ठीक से काम कर पाए। दरअसल, इराक ने आतंकी संगठन ISIS के खिलाफ लंबी जंग लड़ी है। इसके बाद वहां स्थिरता आनी शुरू हुई है।

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Nov 16 2023, 14:10

इजरायली सेना को अल शिफा अस्पताल में मिला हथियारों का जखीरा, आईडीएफ ने वीडियो शेयर कर दी जानकारी

#israeli_army_finds_ak_47_and_grenades_in_gaza_al_shifa_hospital 

इजराइल ने दावा किया है कि उसकी सेनाओं को इस बात के सबूत मिले हैं कि हमास आतंकी गतिविधियों के लिए विस्फोटक और हथियार रखने के लिए अस्पतालों का इस्तेमाल करता है।इजरायल की सेना गाजा के अल-शिफा हॉस्पिटल के अंदर घुस गई है जो कि यहां का सबसे बड़ा अस्पताल है। अल-शिफा के अंदर कुछ जगहों पर सैनिकों और हमास आतंकियों के बीच जंग हुई।अब इजरायल ने दावा किया था कि इसी अस्पताल के नीचे हमास का हेडक्वार्टर है।इजरायली रक्षा बल ने दावा किया है कि हमास अल-शिफा अस्पताल में एमआरआई भवन का उपयोग एक परिचालन मुख्यालय के रूप में और तकनीकी उपकरणों के भंडारण के लिए भी करता है।

इजराइली सेना ने जारी किया वीडियो

इजराइली सैनिकों ने बुधवार को दिनभर अस्पताल में खोजबीन जारी रखी। इस दौरान इजराइली सैनिकों द्वारा एक वीडियो भी बनाया गया। जिसमें इजराइली सैनिक बता रहे हैं कि अस्पताल परिसर से स्वचालित हथियार, हथगोले, गोला बारूद जैसी सामग्री बरामद की गई है। गाजा पट्टी में इजराइली सैन्य अभियानों के प्रमुख मेजर जनरल यारोन फिंकेलमैन ने कहा, हमने शिफा अस्पताल में अभियान चलाया। इजारइल के इस दावे का अमेरिका ने समर्थन किया है।

MRI सेंटर में जगह-जगह हथियार छिपाकर रखे गए

इजरायल सैनिकों ने जो वीडियो शूट किए हैं उनमें दिख रहा है कि अल शिफा अस्पताल के MRI सेंटर में इलाज के नाम पर केवल दिखावा हो रहा था। अस्पताल में MRI मशीनों के पीछे AK 47, मैगजीन, ग्रेनेड और ड्रेस को छिपाकर रखा गया था। इतना ही नहीं सेंटर में सीसीटीवी कैमरों को भी हमास के आतंकियों ने टेप लगाकर बंद कर दिया था। आतंकियों ने पूरे MRI सेंटर में जगह-जगह हथियार छिपाकर रखे थे। अल शिफा अस्पताल में हथियारों के जखीरे के साथ-साथ कम्युनिकेशन रेडियो, सीडी, और लैपटॉप भी मिला है।

इजराइल ने कहा- अस्पताल आतंक फैलाने का अड्डा बना

इजरायली फोर्स का दावा है कि 6 मंजिला इस अस्पताल के नीचे हमास का सबसे बड़ा ठिकाना है। उसका कहना है कि इस अस्पताल के नीचे हमास का मिलिट्री हेडक्वॉर्टर है और उसका इंटेलिजेंस नेटवर्क यहीं से ऑपरेट करता है। इजरायल के मुताबिक, हमास का वायु रक्षा मुख्यालय, पॉलिटिकल ब्यूरो ऑफिस, हथियारों की फैक्ट्री और कमांडरों के ऑफिस भी यहीं पर हैं।

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Oct 15 2023, 16:23

इजरायल की एयर स्ट्राइक में हमास का शीर्ष कमांडर बिलाल अल-केदरा ढेर, इजरायली डिफेंस फोर्स का दावा

#big_success_for_israeli_army_attack_mastermind_al_qadi_killed

इजराइल और हमास के बीच बीते 7 अक्टूबर से ही युद्ध जारी है। हमास के हमले के बाद से इजरायल लगातार उसको मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।इस बीच खबर आ रही है कि इजरायली सेना की एयरस्ट्राइक में हमास का टॉप कमांडर ढेर हो गया है। इज़रायली वायु सेना (आईएएफ) ने एक बयान में कहा कि इज़रायल में किबुत्ज़ निरिम नरसंहार के लिए ज़िम्मेदार हमास का एक शीर्ष कमांडर बिलाल अल केदरा आज इज़राइली हवाई हमले में मारा गया।अल-केदरा को मारने का दावा करते हुए डिफेंस फोर्स ने एक वीडियो भी शेयर किया है। 

आईएएफ ने अपने बयान में कहा है कि हमले में अल-केदरा के साथ ही हमास और इस्लामिक जिहाद के अन्य आतंकवादी भी मारे गए हैं। इजरायली एयरफोर्स ने हमले का वीडियो भी एक्स पर जारी किया है। इजरायली सेना ने हमास के ऑपरेशनल कमांड सेंटर और सैन्य परिसरों को निशाना बनाते हुए ज़ायतुन, खान यूनिस और पश्चिमी जबालिया में 100 से अधिक सैन्य ठिकानों पर जबरदस्त हवाई हमले किए। इन हवाई हमलों ने कई टैंक रोधी मिसाइल लॉन्च पैड और अवलोकन चौकियों को भी नष्ट कर दिया गया है।

इजरायल की खुफिया एजेंसी ने गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर खान यूनिस में बिलाल अल केदरा के स्थान का पता लगाया था। इसके बाद अब उसे एयर स्ट्राइक में मार गिराया है। बता दें कि अल केदरा नुखबा बल का कमांडर था, जो हमास की इज़्ज़ अद-दीन अल-क़सम ब्रिगेड की विशेष बल इकाई के तहत एक नौसैनिक कमांडो इकाई थी।

इधर, इजरायली सेना ने घोषणा की है कि उसने फिलिस्तीन में में गाजा पट्टी पर एक समन्वित हमले की तैयारी की है, जिसमें हवाई, जमीनी और और नौसेना बल शामिल होंगे। सेना की ओर से जारी ताजा बयान में कहा गया है कि वह आक्रामक योजना की तैयारी कर रहा है। इजराइल कथित तौर पर गाजा शहर पर कब्जा करने के लिए 10,000 सैनिक भेजने की योजना बना रहा है। इजराइल रक्षा बल ने कहा कि हमास ने दुनिया को बार-बार दिखाया है कि वह क्या करने में सक्षम हैं। अब आईडीएफ और भी अधिक ताकत के साथ मुकाबला करने के लिए तैयार है। दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है।

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Oct 15 2023, 13:39

भारतीय टीम की जीत पर इजरायली राजदूत का पाकिस्तान पर तंज, बोले-हमास के आतंकियों को जीत समर्पित नहीं कर सके

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भारत में खेले जा रहे क्रिकेट विश्व कप के 12वें मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार जीत हासिल की है।शनिवार को गुजरात के अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से पटखनी देते हुए जीत हासिल की। भारत की शानदार जीत पर इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने ट्वीट कर पाकिस्तान पर तंज कसा है।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि हार के बाद पाकिस्तान अपनी जीत हमास को समर्पित नहीं कर पाया।

भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने ट्वीट करते हुए कहा, हमें खुशी है कि विश्व कप के भारत पाकिस्तान मुकाबले में भारत विजय हुआ और पाकिस्तान अपनी जीत हमास के आतंकवादियों को समर्पित नहीं कर पाया।मैच के दौरान हमारे भारतीय मित्रों ने पोस्टर दिखाकर कर इजरायल के साथ अपनी एकजुटता दिखाई। इससे हम बेहद भाव विभोर हैं।

पीएम मोदी-नेतन्याहू का पोस्टर किया शेयर

अपनी पोस्ट में उन्होंने एक तस्वीर भी शेयर की है, जिसमें एक शख्स को पीएम मोदी और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर वाला पोस्टर लिए देखा जा सकता है।पोस्टर पर लिखा है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जारी जंग में इजरायल के साथ खड़ा है।

मोहम्मद रिजवान के बयान पर तंज

नाओर का यह बयान पाकिस्तानी टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान के उस बयान पर तंज माना जा रहा है।दरअसल, रिजवान ने हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ शतक मारने के बाद गाजा के लोगों पर दिया था।रिजवान ने अपने उस शतक को गाजा के लोगों को समर्पित किया था।इसी पर नाओर ने यह तंज कसा और कहा कि अब पाकिस्तानी टीम हमास के आतंकियों को अपनी जीत समर्पित नहीं कर सकी।

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Oct 12 2023, 11:57

इजरायली पीएम नेतन्‍याहू का धमकी भरा अंदाज, बोले-हमास से जुड़े हर शख्स की मौत तय

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इजराइल और हमास के बीच जोरदार जंग छिड़ी हुई है।दोनों देश एक दूसरे को मिटा देने पर अमादा है। इस बीच इजराइल में हमास के खिलाफ वॉर कैबिनेट या यूनिटी गवर्नमेंट बन गई है। ऐसा 1973 के बाद पहली बार हुआ है। यूनिटी गवर्नमेंट यानी ऐसी सरकार जिसमें सभी पार्टियां शामिल हैं। ये जंग के वक्त बनती है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू ने इस सरकार से मुलाकात की। इस दौरानइस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विदेश मंत्री योव गैलेंट के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब हमास का हर आतंकी एक 'डेडमैन' यानी मृत व्‍यक्ति है।

पीएम नेतन्याहू ने अपने संबोधन के दौरान आतंकी संगठन को चेतावनी देते हुए कहा कि अब हमास के सभी सदस्यों की मौत तय है। उन्होंने कहा, हमास दाएश (इस्लामिक स्टेट समूह) की तरह है, हम उन्हें उन्हें बर्बाद कर देंगे जैसे दुनिया ने दाएश को खत्म कर दिया।

वहीं इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा, हम हमास को धरती से मिटा देंगे। नेतन्याहू ने जंग के बीच अस्थायी रूप से अपने राजनीतिक मतभेदों को भुलाते हुए सरकार में विपक्ष को शामिल किया है। इस नई आपातकालीन सरकार में पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज को भी शामिल किया गया है।

एक बयान में कहा गया, युद्ध की अवधि के दौरान, ऐसे किसी भी बिल या सरकारी निर्णय को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा जो युद्ध के संचालन से संबंधित न हो। सभी वरिष्ठ नियुक्तियां युद्ध अवधि के दौरान स्वचालित रूप से बढ़ा दी जाएंगी। आपातकालीन सरकार सैन्य कार्रवाई को व्यापक राष्‍ट्रीय सहमति देगी। वॉर कैबिनेट में दो ऐसे ऐसे लोगों को भी शामिल किया गया है जो सैन्य रणनीति में विशेषज्ञ हैं। गैंट्ज और गाडी ईसेनकोट इस सरकार में पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल हुए हैं और दोनों ही इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के मुखिया रह चुके हैं।

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Oct 10 2023, 11:20

इजराइल के पीएम नेतन्याहू की धमकी, बोले-जंग हमने शुरू नहीं की, मगर खत्म जरूर करेंगे

#israeli_pm_warns_did_not_start_the_war_but_will_finish_it

हमास की ओर से आतंकवादी हमले का सामना कर रहा इजराइल भी अब बेहद आक्रामक हो गया है।इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फलस्तीनी आंतकी संगठन हमास को सख्त चेतावनी दी है। नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि इस्राइल ने इस युद्ध की शुरुआत नहीं की है, लेकिन हम इसे अंजाम तक पहुंचाएंगे।बता दें कि हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए इजरायल ने 3 लाख सैनिकों को जुटाया है। 1973 की योम किप्पर जंग के बाद यह सबसे बड़ी लामबंदी है, जब इजरायल ने 400,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाया था।

हम यह जंग नहीं चाहते थे- नेतन्याहू

नेतन्याहू ने कहा कि ‘इजरायल जंग में है। हम यह जंग नहीं चाहते थे। इसे सबसे क्रूर और बर्बर तरीके से हम पर थोपा गया। हालांकि इजरायल ने इस जंग को शुरू नहीं किया, लेकिन इजरायल इसे खत्म करेगा।नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने निर्दोष इजरायलियों के खिलाफ जो क्रूर हमले किए, वे चौंकाने वाले हैं। इनमें परिवारों को उनके घरों में मारना, एक आउटडोर उत्सव में सैकड़ों युवाओं की हत्या करना और कई महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों का अपहरण करना शामिल है. यहां तक कि इनमें होलोकॉस्ट से बचे लोगों को भी निशाना बनाया गया। हमास के आतंकवादियों ने बच्चों को बांधा, जलाया और मार डाला। वे बर्बर हैं। 

हमास को आईएसआईएस जैसा करार दिया

हमास को आईएसआईएस जैसा करार देते हुए उन्होंने ‘सभ्यता की ताकतों’ से हमास के खिलाफ एकजुट होने और उसे हराने की अपील की है। नेतन्याहू ने कहा कि ‘हमास आईएसआईएस जैसा है। जिस तरह सभ्यता की ताकतें आईएसआईएस को हराने के लिए एकजुट हुईं, सभ्यता की ताकतों को हमास को हराने में इजरायल का समर्थन करना चाहिए।

ऐसी कीमत वसूलेंगे जो दशकों तक याद रखी जाएगी-नेतन्याहू

इस्राइली पीएम ने कहा कि हमास को बहुत जल्द समझ में जाएगा कि इस्राइल पर हमला करके उसने बहुत बड़ी गलती की है। हम इस हमले की ऐसी कीमत वसूलेंगे, जो हमास और इस्राइल के अन्य दुश्मनों को आने वाले दशकों तक याद रहेगी।