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अविस्मरणीय है शिक्षक और विद्यार्थी के रिश्ते, एल्यूमिनाई मीट में ताजा हो गयी विद्यार्थी जीवन की यादें

अम्बिकापुर-   विद्यार्थी जीवन से भी बड़ा रिश्ता शिक्षक के साथ तब बन जाता है जब वह अपनी सफलताओं के साथ महाविद्यालय परिसर में एल्यूमिनाई के रूप में यादों के बीच आता है। विद्यार्थी और शिक्षक का सम्बन्ध शिक्षा के साथ भी है और शिक्षा के बाद भी है। यह बातें श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित एल्यूमिनाई मीट की दौरान प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कही।

उन्होंने कहा कि हमारे विद्यार्थियों की सफलता ही हमारी पहचान है। आज महाविद्यालय परिवार अपने पूर्व विद्यार्थियों के साथ गौरवान्वित है। हमारे विद्यार्थी समाज की दशा और दिशा के लिए लगातार प्रयासरत हैं। डॉ. श्रीवास्तव ने अपने पूर्व विद्यार्थियों की उपस्थिति पर हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि आप महाविद्यालय परिवार से हमेशा जुड़े रहें।

इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ के तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर और बैच लगा किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते एल्मुनी सेल के प्रभारी डॉ. आर.एन. शर्मा ने कहा कि प्रत्येक शिक्षा परिसर को अपने एल्मुनी पर गर्व होता है। क्योंकि आपकी सफलता, जीवन आदर्श हमारे विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्पद होगा। उन्होंने कहा कि एल्यूमिनाई से ही महाविद्यालय परिवार का विस्तार होता है। डॉ. शर्मा ने अपने छात्र और अध्येता जीवन के उद्धरण से सभी को प्रेरित किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सरगुजा विश्वविद्यालय की छात्र संघ अध्यक्ष रहीं दीक्षा अग्रवाल ने कहा कि महाविद्यालय परिसर हम सभी के लिए परिवार जैसा रहा। शैक्षिक जीवन के साथ सामाजिक जीवन के लिए यहां से प्रेरणा मिलती है। हम लगातार अपने गुरूजनों से जुड़े हैं।

सरगुजा स्नेक मैन सत्यम द्विवेदी ने कहा कि यह परिसर हमे शिक्षा के साथ सामाजिक सरोकारों से जोड़ता है। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े सिद्धार्थ सर्राफ ने कहा कि महाविद्यालयीन शिक्षा के बाद हमारी जिम्मेदारी समाज के प्रति बढ़ जाती है। सुयश श्रीवास्तव ने कहा कि यह परिसर अनुशासन के प्रति समर्पित रहा है। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र दास सोनवानी और पल्लवी द्विवेदी ने किया।

कार्यक्रम के दौरान सभी प्राध्यापक और एल्यूमिनाई के रूप में अमित सोनी, सुमन मिंज,कमलेश साहू, दीपक तिवारी, अभिषेक कुमार, चांदनी व्यापारी, लाइबा आफरीन,साक्षी अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

धमतरी निगम में बेंच खरीदी पर मचा बवाल, भाजपा ने बाजार से तीन गुना ज्यादा कीमत पर खरीदी का लगाया आरोप, महापौर को घेरा…

धमतरी- धमतरी नगर निगम में ताजा बवाल कास्ट आयरन बेंच की खरीदी को लेकर मचा हुआ है. विपक्षी दल भाजपा का आरोप है कि निगम ने एक बार नहीं बल्कि तीन बार बाजार से तीन गुना ज्यादा कीमत पर कास्ट आयरन बेंच की खरीदी की है. यही नहीं इन बेंच को कबाड़ के साथ खुले में छोड़ दिया गया है. भाजपा ने मामले में महापौर को घेरते हुए खरीदी की जांच की मांग की है. 

भाजपा पार्षद विजय मोटवारी ने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए बताया कि निगम ने 2022 से अब तक बगीचों में लगने वाले कास्ट आयरन बेंच की तीन बार खरीदी की है. महापौर की अनुशंसा पर 57 लाख रुपए की लागत से 340 नग बेंच खरीदे गए. इस तरह से एक बेंच करीबन पौने 17 हजार रुपए की पड़ रही है, जबकि खुले बाजार में ये बेंच 5 से 6 हज़ार रुपए में मिल जाते हैं. इस तरह से बाजार की कीमत से तीन गुना ज्यादा कीमत पर निगम ने खरीदी की हैं।

यही नहीं इन बेंच को कबाड़ के बीच खुले में छोड़ दिया गया है. अब सवाल यह है कि जब इन बेंच के इस्तेमाल कहां करना है, इसका पता नहीं था तो खरीदी क्यों की गई. वह भी एक बार नहीं बल्कि तीन-तीन बार. निगम के सर्वेसर्वा होने के नाते महापौर विजय देवांगन ने खरीदी की अनुशंसा की है, लेकिन जब उन्हें नहीं मालूम कि इन बेंच का कहां इस्तेमाल होना है तो फिर उन्होंने खरीदी की अनुशंसा क्यों की.

महापौर ने बताया राजनैतिक आरोप

भाजपा के आरोपों को महापौर विजय देवांगन राजनैतिक बताते हुए पल्ला झाड़ने का प्रयास करते नजर आए. उन्होंने अपनी सफाई देते हुए कहा कि कि कोई भी खरीदी महापौर नहीं, निगम प्रशासन करता है. महापौर सिर्फ अनुशंसा ही करता है. इसके साथ ही उन्होंने स्वयं बेंच खरीदी की जांच कराने की चुनौती दी है.

चुनाव में भारी पड़ सकता है मुद्दा

भाजपा और महापौर के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रदेश में नगरीय निकायों के चुनाव की चल रही तैयारियों के बीच 20-25 दिन में आचार संहिता लगने की आशंका है. ऐसे में अगर बेंच खरीदी की मामला तूल पकड़ने लगा तो चुनाव के समय महापौर को जवाब देना मुश्किल पड़ जाएगा, जिसका खामियाजा आखिरकार कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है.

नगरीय निकाय चुनाव में व्यय सीमा की अधिसूचना जारी, जानिए कहां कितना कर सकते हैं खर्च…

रायपुर-  नगरीय निकाय चुनावों को लेकर व्यय सीमा की अधिसूचना छत्तीसगढ़ राजपत्र में प्रकाशित कर दी गई है. ऐसे नगर पालिका निगम, जहां तीन लाख या उससे अधिक जनसंख्या है वहां निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा आठ लाख रुपए निर्धारित किया गया है. जहां तीन लाख से कम जनसंख्या है वहां पांच लाख रुपए निर्धारित किया गया है.

नगर पालिका परिषद के लिए दो लाख रुपए, नगर पंचायत के लिए 75 हजार रुपए अधिकतम खर्च सीमा तय की गई है. राज्य सरकार राज्य निर्वाचन आयोग के परामर्श से व्यय सीमा की अधिसूचना जारी की है.

IPS जीपी सिंह के सहयोगी को हाई कोर्ट से राहत, कांग्रेस सरकार के समय दर्ज एफआईआर को किया खारिज, जानिए क्या था मामला…

बिलासपुर-  कारोबारी से वसूली के मामले में आईपीएस गुरजिंदर पाल सिंह के साथ आरोपी बनाए गए उद्योगपति रणजीत सिंह सैनी को हाई कोर्ट से राहत मिल गई है. उनके खिलाफ वर्ष 2021 में सुपेला पुलिस थाना में दर्ज एफआईआर को खारिज कर दिया है. मामले में पहले ही आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर को खारिज किया जा चुका है. 

हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस अमितेंद्र किशोर प्रसाद की बेंच ने रणजीत सिंह सैनी द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की. याचिकाकर्ता के अधिवक्ता हिमांशु पांडेय के तर्कों को सुनने के बाद फैसला देते हुए बेंच ने माना कि समान आरोप पर इस न्यायालय ने सह-अभियुक्त गुरजिंदर पाल सिंह के खिलाफ एफआईआर को पहले ही खारिज कर दिया है. ऐसे में याचिकाकर्ता को भी यही लाभ दिया जाना चाहिए.

बेंच ने माना कि इसके अलावा याचिकाकर्ता किसी उच्च पद पर नहीं है, ऐसे में अभियोजन पक्ष का पूरा मामला फर्जी प्रतीत होता है. ऐसे में सुपेला थाना में 27 जुलाई 21 को दर्ज एफआईआर को रद्द करने के साथ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, दुर्ग द्वारा 27 मई 2022 का आदेश और प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट, दुर्ग द्वारा याचिकाकर्ता के खिलाफ आरोप तय करने का 12 मार्च 2024 का आदेश को निरस्त कर दिया है.

मामले में रणजीत सिंह सैनी के अधिवक्ता हिमांशु पांडेय ने चर्चा में बताया कि कोर्ट ने कहा कि चूंकि रणजीत सिंह इतने बड़े पद पर नहीं हैं, जो केस को प्रभावित कर सकें. यह फंसाने के लिए झूठा केस किया गया था. इस आधार पर कोर्ट ने एफआईआर, चार्जशीट और आगे की कार्रवाई को खारिज कर दिया है.

जानिए पूरा मामला

बता दें कि कमल सूर्या विहार स्मृतिनगर में रहने वाले कमल सेन ने वर्ष 2007 में हथखोज में श्याम कैमिकल नाम से व्यवसाय शुरू किया. फैक्ट्री में छत्तीसगढ़ पुलिस ने दबिश दी. कमल और फैक्ट्री के कर्मचारी प्रकाश चक्रधारी और भेग सिंह पुलिस महासमुंद ले गई, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. इसके करीब 6 महीने बाद इस पूरे मामले में कमल सेन को जमानत मिली थी.

कमल की पत्नी ने आरोप लगाया कि आईपीएस जीपी सिंह के सहयोगी रणजीत ने उनसे संपर्क कर चालान में धाराएं कम करने और जल्दी पेश करने के एवज में 1 करोड़ रुपए की मांग की थी. 20 लाख रुपए बतौर एडवांस देने पर मदद करने का आश्वासन दिया. इसके बाद कमल सेन की पत्नी, दोस्त और साला तीनों से 5 जुलाई 2016 को रणजीत सिंह घर गए, जहां से सभी जीपी सिंह के पेंशन बाड़ा स्थित मकान पर गए. यहां रुपए लिए गए.

मामले में छह साल बाद 28 जुलाई 2021 को कमल सेन की शिकायत पर सुपेला पुलिस ने आईपीएस जीपी सिंह और रणजीत सिंह के खिलाफ धारा 388, 506 और 34 के तहत केस दर्ज किया था. मामले में सुपेला पुलिस ने रणजीत सिंह सैनी को गिरफ्तार किया था.

छत्तीसगढ़: राजधानी में रीजनल लेवल क्विज प्रतियोगिता हुई आयोजित, इस राज्य के छात्रों ने मारी बाजी…

रायपुर-   छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति ने आज राजधानी रायपुर में रीजनल लेवल क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न राज्यों से स्कूली छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. इस प्रतियोगिता में मुंबई, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ के छात्रों ने अपनी भागीदारी दिखाई. कार्यक्रम में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन की पारुल कंसल्टेंट (आईईसी और एमएस) ने भी हिस्सा लिया. छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अतिरिक्त परियोजना संचालक डॉ. खेमराज सोनवानी ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों को बधाई दी.

संयुक्त संचालक वित्त पूजा मिश्रा और संयुक्त संचालक आईईसी ने क्विज प्रतियोगिता की रूपरेखा की विस्तार से जानकारी दी. निर्णायक मंडल में हाशिम खान, उपसंचालक और कविता पटेल, पाथ शामिल थे जिन्होंने प्रतियोगिता का मूल्यांकन किया. मंच संचालन की जिम्मेदारी डॉ. शबाना सिद्दीकी ने निभाई.

क्विज प्रतियोगिता में बिहार राज्य की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि मुंबई ने द्वितीय और छत्तीसगढ़ ने तृतीय स्थान हासिल किया. महाराष्ट्र को सांत्वना पुरस्कार मिला. पुरस्कार के रूप में प्रथम पुरस्कार के रूप में 50,000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 30,000 रुपये, तृतीय पुरस्कार 20,000 रुपये और सांत्वना पुरस्कार के रूप में 10,000 रुपये की राशि दी गई.

इस आयोजन में संबंधित राज्यों के एड्स नियंत्रण समिति के अधिकारी, नोडल शिक्षक और छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे.

अवैध कोयला भंडारण पर जागे राजस्व और माइनिंग विभाग, संयुक्त कार्रवाई से तस्करों में हड़कंप…

मनेन्द्रगढ़-  चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र में कोयला के अवैध भंडारण पर राजस्व व माइनिंग विभाग की टीम ने एक साथ दबिश दी है. टीम ने साढ़े 3 लाख रुपए मूल्य का लगभग 60 टन अवैध कोयला जब्त किया है.

जानकारी के अनुसार, आरोपी प्रदीप बंगाली पर के ठिकानों पर राजस्व व माइनिंग विभाग की टीम संयुक्त दबिश दी है. आरोपी अवैध खदान में मजदूरों को लगाकर कोयला इकठ्ठा करने का काम करता था. प्रशासन की कार्रवाई के बाद अवैध कोयला तस्करों में खलबली मची हुई है.

SSB ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को कराया शहरी क्षेत्रों का भ्रमण, विकसित राज्य की झलक देख हुए उत्साहित
भानुप्रतापपुर-    कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों के युवाओं को सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल (SSB) की 33वीं बटालियन ने रायपुर और भिलाई जैसे बड़े नगरों में भ्रमण का अवसर दिया. यह दल आज अपने घर लौट आया, और लौटने पर युवाओं के चेहरे पर खुशी और उत्साह स्पष्ट रूप से नजर आया. कई युवाओं ने पहली बार रेल यात्रा का अनुभव किया, जबकि अधिकांश ने पहली बार भिलाई और रायपुर जैसे बड़े शहरों की सैर की. 

दीपक ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए बताया, “मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि फैक्ट्री इतनी बड़ी होती है. हम हमेशा सोचते थे कि हमारे आसपास से कच्चा लोहा कहां जाता है, अब हमें पता चला कि लोहा बनाने का कारख़ाना कहाँ है.”

सशस्त्र सीमा बल के कमांडेंट महेंद्र ठाकुर ने बताया कि इस भ्रमण का उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं को महानगरों की जीवनशैली से परिचित कराना था. इस दौरान युवाओं को भिलाई स्टील प्लांट और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण कराया गया, जिससे वे कुछ नया सीख सकें और आत्मविश्वास से भरपूर हो सकें.

युवक संतलाल ने भी अपनी खुशी जताते हुए कहा, “हम पहली बार भिलाई गए थे और वहां स्टील प्लांट को देखकर हम बड़े रोमांचित हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे भ्रमण से नक्सली प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं को शहरी जीवन और विकास की ओर आकर्षित किया जा सकता है, और इससे SSB तथा सुरक्षा बल आम जनता के करीब आ सकते हैं.

ठंड से थरथरा रहा छत्तीसगढ़, इन इलाकों में शीत लहर चलने की मौसम विभाग ने जताई आशंका…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में ठंड अपनी पकड़ और जमाता जा रहा है. सबसे ज्यादा हालत गंभीर उत्तर छत्तीसगढ़ की है, जहां मौसम विभाग ने 13 और 14 दिसंबर को शीतलहर चलने की आशंका जताई है. 

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. प्रदेशभर में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट जारी है. बीते 24 घंटे में कई जिलों में 5 डिग्री तक तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.

वहीं प्रदेश के कई जगहों पर ओस की बूंदें जमने लगी हैं. सरगुजा में सबसे कम 6 डिग्री तक तो बलरामपुर में न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री तक न्यूनतम तापमान पहुंचा गया.

बलौदाबाजार आगजनी घटना के आरोपियों को पूर्व मंत्री डहरिया ने कहा- ‘फ्रीडम फाइटर’, मंत्री टंकराम वर्मा ने बयान को बताया शहीदों का अपमान

बलौदाबाजार- कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने 10 जून को बलौदाबाजार में हुई आगजनी घटना में शामिल सतनामी समाज के लोगों को ‘फ्रीडम फाइटर’ बताया है. उन्होंने यह भी कहा कि इन लोगों को सम्मान के साथ रिहा किया जाना चाहिए. डहरिया के इस बयान पर मंत्री टंकराम वर्मा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि शिवकुमार डहरिया का यह बयान देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों का अपमान है. वह अपने राजनीतिक रोटी सेकने इस तरह का बयान दे रहे हैं.

पूर्व मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया का आज बड़ा बयान सतनामी समाज को लेकर आया है, जहां उन्होंने बलौदाबाजार में हुए 10 जून की आगजनी घटना में शामिल सतनामी समाज के लोगों को फ्रीडम फाइटर कहा है. वहीं उन्होंने उनके रिहाई पर सम्मान करने की बात कही. उन्होंने यह भी कहा कि सतनामी समाज हमेशा कांग्रेस की समर्थक रही है और इसलिए भाजपा की सरकार सतनामी समाज सहित कांग्रेस जनों को प्रताड़ित कर रही है.

उनके इस बयान पर प्रदेश के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया का 10 जून को बलौदाबाजार आगजनी घटना में शामिल लोगों को फ्रीडम फाइटर कहना देश की आजादी में कुर्बानी देने वाले वीर शहीदों का अपमान है. शिवकुमार डहरिया अपनी राजनीतिक रोटी सेकने इस तरह का बयान दे रहे हैं, उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए.

आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया आज बलौदाबाजार में कांग्रेस के संविधान रक्षा अभियान में शामिल होने पहुंचे थे. यहां उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कवर्धा कांड में शामिल 40 लोगों को छोड़ने की कार्रवाई सरकार की तरफ से की गई है. उन्होंने इसी तर्ज पर बलौदाबाजार हिंसा में गिरफ्तार किए गए लोगों के मामले में भी जांच कर निर्दोष लोगों को छोड़ने की सरकार से अपील भी की.

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार बस्तर एवं सरगुजा विकास प्राधिकरण अंतर्गत जिलों के विकास कार्याें के लिए 22.31 करोड़ रूपए जारी

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा बस्तर एवं सरगुजा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले जिलों में विकास एवं निर्माण कार्याें के लिए कुल 22 करोड़ 31 लाख 77 हजार की स्वीकृति जारी की गई है। जारी आदेश के अनुसार बस्तर विकास प्राधिकरण हेतु 11 करोड़ 79 लाख 67 हजार रूपए तथा सरगुजा विकास प्राधिकरण हेतु 10 करोड़ 52 लाख 10 हजार स्वीकृत किए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बस्तर विकास प्राधिकरण और सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष हैं। बस्तर विकास प्राधिकरण अंतर्गत आने वाले छह जिलों कोंडागाव के लिए 5.34 करोड़, बस्तर के लिए 3.20 करोड़, कांकेर के लिए 1.83 करोड़, बीजापुर के लिए 51 लाख, नारायणपुर के लिए 24 लाख एवं सुकमा के लिए 67.50 लाख रुपए जारी किए गए है। इसी प्रकार सरगुजा विकास प्राधिकरण अंतर्गत आने वाले छह जिलों बलरामपुर के लिए 2.25 करोड़, सूरजपुर के लिए 1.73 करोड़, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर हेतु 1.89 करोड़, जशपुर के लिए 1.66 करोड़, सरगुजा के लिए 1.99 करोड़ एवं कोरिया के लिए 1.01 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है। इस राशि का उपयोग क्षेत्र विशेष के विकास कार्याें के लिए किया जाएगा। इस राशि से प्राधिकरण क्षेत्र में सी.सी.रोड़ निर्माण, पुल-पुलिया निर्माण, नाली निर्माण, पेयजल सुविधाओं का विस्तार, नलकूप खनन एवं हैंण्डपम्प की स्थापना, हाट-बाजार में शौचालय निर्माण, तालाब में पचरी निर्माण, सामुदायिक भवन निर्माण, सांस्कृतिक भवन निर्माण एवं रंगमंच, कला मंच निर्माण, चबूतरा निर्माण, मुक्तिधाम शेड निर्माण, शाला भवन, छात्रावास भवन, आश्रम में अतिरिक्त कक्ष निर्माण, पेयजल व्यवस्था, शौचालय का निर्माण, कन्या शालााओं में बाउण्ड्रीवाल निर्माण स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों में अतिरिक्त कक्ष निर्माण, मरीजों के परिजनों के लिए सराय निर्माण, अस्पताल में पेयजल व्यवस्था आदि कार्य किए जाएंगे।