नवादा :- जिले की सड़कों पर दौड़ रही ई-रिक्शा में लगभग आधा बगैर निबंधन के जिले में छह हजार ई-रिक्शा का है निबंधन
नवादा नगर सहित जिले में पिछले एक दशक से यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है।
इसका सबसे बड़ा कारण ई-रिक्शा और नो ईंट्री में नगर में बड़े वाहनों का प्रवेश माना जा रहा है। परिवहन व यातायात नियमों को ताक पर रखकर चलाये जा रहे ई-रिक्शा से आम नागरिक त्रस्त तो है ही परिवहन विभाग को भी राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार पूरे जिले में करीब 12 हजार से अधिक ई-रिक्शा परिचालित है, जिसमें लगभग आधा ई-रिक्शा पंजीकृत है।
इतनी संख्या में बगैर पंजियन के ई-रिक्शा का होना कहीं ना कहीं डीलरों की मनमानी व विभागीय स्तर पर लापरवाही सामने आ रही है। इसी वजह से सड़कों पर ई-रिक्शा की भरमार हो गया है, जिससे यातायात की समस्याएं उत्पन्न हो रही है और नगर समेत जिले के बाजारों में प्रतिदिन महाजाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इतनी तेजी से बढ़ती ई-रिक्शा के चालकों को अभी तक यातायात नियमों के प्रति कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। ई-रिक्शा चालकों के पास यातायात नियमों की जानकारी का अभाव रहने के कारण सड़कों पर जहां-तहां जाम की समस्याएं उत्पन्न हो रही है।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि पंजियन से अधिक ई-रिक्शा सड़कों पर आखिर दौड़ कैसे रहा हैं? इसका कभी भी विभाग द्वारा जांच नहीं किया जा सका है, जिसके कारण बगैर रजिस्ट्रेशन के ई-रिक्शा की भरमार हो चुकी है। बगैर रजिस्ट्रेशन वाले ऐसे कई ई-रिक्शा सड़कों पर दौड़ रही है, जिसमें नंबर प्लेट नहीं है। ऐसे ई-रिक्शा पर विभाग ने आज तक गम्भीरता नहीं दिखाई है। बता दें कि ई-रिकशा के लिए हरा रंग का नम्बर प्लेट जारी किया गया है।
ई-रिक्शा के अनियमित संचालन से लोग त्रस्त इन दिनों शहर में काफी भीड़ रहने के कारण आये दिन जाम लग रही है। ऐसे में ई-रिक्शा की मनमानी से लोगों को पैदल तक चलना मुश्किल हो गया है। प्रशासन द्वारा कई बार सख्ती बरती गई, परंतु इसका कोई असर नहीं हुआ । स्थानीय नागरिक ई-रिक्शा के अनियमित परिचालन से काफी त्रस्त हो चुके हैं। शहर का प्रमुख इलाका प्रजातंत्र चौक है, जहां से मेन रोड , पार नवादा, बिजय बाजार, अस्पताल रोड, रेलवे स्टेशन तथा भगत सिंह चौक के तरफ जाने के लिये भीड़ लगी रहती है।
प्रजातंत्र चौक पर सड़क के बीचो-बीच ई-रिक्शा खड़ी की जा रही है और यहां तैनात ट्रैफिक पुलिस के लाख मना करने के बाद भी कोई प्रभाव नहीं पड रहा हैं। दुर्भाग्य इस बात का है कि इमरजेंसी पड़ने पर भी केवल छटपटाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है। शहर में जाम की समस्या से बड़े साहब की गाड़ी ही नहीं, बल्कि एम्बुलेंस और दमकल जैसी इमरजेंसी वाहन भी जाम का शिकार हो रहे हैं।समाहरणालय से लेकर प्रजातंत्र चौक तक ई-रिक्शा का अवैध ठहराव जाम का प्रमुख कारण बना हुआ है।
नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
Dec 11 2024, 18:29