देवउठनी एकादशी पूजन पर संतों का हुआ समागम
गोरखपुर। गुरुकृपा संस्थान एवं सनातन ग्रन्थालय के संयुक्त तत्वावधान में श्रीरामचरितमानस मासिक अखंड पाठ के अवसर पर देवउठनी एकादशी का पूजन संतों के समागम से हुआ। सनातनियों की ओर से सामूहिक फलाहार कार्यक्रम का आयोजन दाऊदपुर स्थित मानस सभागार में किया गया।
ध्यातव्य है कि हर महीने के शुक्ल पक्ष एकादशी को श्रीरामचरितमानस मासिक अखंड पाठ का आयोजन होता है जो यह 26 वें पड़ाव पर चल रहा है।
बृहद सोच एवं विश्वकल्याण के मंगलकामनाओं को लेकर भगीरथ प्रयास के सूत्रधार बृजेश राम त्रिपाठी ने कहा कि देवोत्थानी एकादशी 4 नवंबर 2022 से लगातार दो वर्ष पूर्ण होकर तीसरे वर्ष भी पूज्य साधू संतो, महंतों संन्यासियों के सानिध्य में शुभारंभ हुआ है जबकि जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु के जागरण दिवस का विशेष दिन है। मंगल कार्यों का शुभारंभ भी इसी अवसर पर किए जाने का शास्त्रों में वर्णन है।
गोरखपुर देवरिया संतकबीरनगर सहित सुदूर क्षेत्रों से आए संत समाज के श्रीमुख से सीताराम संकीर्तन के साथ तीसरे वर्ष के मानस पाठ का पारायण प्रारंभ किया गया। सोलहों संस्कारों को संरक्षित करने तथा विश्व कल्याण के वैश्विक भाव को पूर्ण करने वाला सम्पूट "विश्व भरण पोषण कर जोई, ताकर नाम भरत अस होई" के साथ मानस पाठ किया जा रहा है।
आयोजक बृजेश राम त्रिपाठी ने संतो को अंगवस्त्र भेंट कर स्वागत किया। संत समागम के बाद संतों का सामूहिक फलाहार भंडारा का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर रामशरण दास, रामदास, बालकदास, बाबा हरिनारायण, विश्वकर्मा दास, सुग्रीवदास, सत्य नारायण दास, गोविंद बाबा, सिद्धनाथ दास, बीरु दूबे, अभिषेक जायसवाल, अभिषेक त्रिपाठी
शंकर दूबे, महेश दूबे, अजय मिश्रा, नीलेश पांडेय, रमा राजेश्वरी, शिवांगी, सहित भारी संख्या में लोगों ने फलाहार प्रसाद ग्रहण किया।
Nov 12 2024, 19:41