इस नए इंसुलिन इंजेक्शन से अचानक से नहीं गिरेगा ब्लड शुगर
डेस्क :–आधुनिक समय में कई लोग डायबिटीज की परेशानी से जूझ रहे हैं। यह परेशानी न सिर्फ बुजुर्गों को हो रही है, बल्कि कम उम्र के लोगों को भी डायबिटीज की शिकायत हो रही है। हालांकि, डायबिटीज के लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है, इसे कंट्रोल करने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल को बेहतर करना होगा। लेकिन कुछ गंभीर मामलों में डायबिटीज के मरीजों को इंसुलिन का इंजेक्शन दिया जाता है, जिससे उनके शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखा जा सके। कई बार इंसुलिन की डोज अधिक होने की वजह से ब्लड शुगर काफी नीचे गिर जाता है, जो मरीजों के लिए घातक साबित हो सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए हाल में ही एक मॉडिफाई इंसुलिन तैयार किया गया है। आइए जानते हैं इस इंसुलिन को लेकर क्या हुआ है रिसर्च-
*डायबिटीज मरीजों के लिए ये है बेहतर इंसुलिन*
नेचर में प्रकाशित एक रिसर्च में बताया गया है कि रिसर्च सेंटर में पशु मॉडलों को एक मॉडिफाइड इंसुलिन दिया गया है, जिसकी मदद से ब्लड शुगर में अचानक से आने वाली गिरावट को रोका जा सकता है। यह डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के लिए इंसुलिन की डोज बढ़ाने और ब्लड शुगर में अचानक आने वाली गिरावट को कम करने में काफी शानदार तरीका साबित हो सकता है।
*अब अचानक से नहीं गिरेगा ब्लड शुगर*
बता दें कि डायबिटीज से पीड़ित कुछ लोगों के लिए ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए सप्लीमेंट इंसुलिन इंजेक्शन की आवश्यकता होती है। अधिकतर मामलों में ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव का अनुमान लगाना मुश्किल है, जिसकी वजह से सही मात्रा में इंसुलिन के डोज का पता लगाना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर इंसुलिन की थोड़ी अधिक डोज भी हाइपोग्लाइसीमिया (ब्लड शुगर के स्तर में बहुत अधिक कमी) का कारण बन सकती है, जो इंसानों के लिए काफी घातक साबित हो सकता है।
शोधकर्ता रीता स्लेबी और उनके सहयोगियों ने इंसुलिन का एक रिवाइस रूप तैयार किया है, जिसकी एक्टिविटी ब्लड में ग्लूकोज के स्तर के अनुसार बदलती रहती है। बताया जा रहा है कि NNC2215 नामक अणु (Molecule) में एक स्विच लगा है, जो ग्लूकोज के स्तर को घटाने और बढ़ाने में मदद करता है। ।
यह मॉडिफाइड इंसुलिन का इंजेक्शन, ग्लूकोज में तेजी से गिरावट को रोकने में मददगार साबित होता है, जो डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। मुख्य रूप से नींद के दौरान होने वाले उतार चढ़ाव को नियंत्रित है। लेखकों ने बताया कि इससे डायबिटीज से जुड़ी दीर्घकालिक और अल्पकालिक दोनों तरह की जटिलताओं में सुधार किया जा सकता है।
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Oct 20 2024, 14:50