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25 जुलाई को काला दिवस के दिन सीएम योगी से शिक्षामित्रों ने पूछा- 10 हजार में कैसे चलाएं घर परिवार, कब बढ़ेगी पगार, लगाई ये गुहार
संजीव सिंह बलिया। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ, जनपद बलिया द्वारा शिक्षामित्रों की वर्षों पुरानी समस्याओं के समाधान हेतु मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। यह ज्ञापन शिक्षामित्रों की वेतन वृद्धि, आर्थिक सहायता और सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर सौंपा गया। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि लगभग 25 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत शिक्षामित्र मात्र ₹10,000 मासिक मानदेय पर कार्य कर रहे हैं, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण करना अत्यंत कठिन हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उच्च स्तरीय समिति द्वारा शिक्षामित्रों की समस्याओं को लेकर कई बैठकें की गई थीं और 14 नवम्बर 2023 को अंतिम बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद निर्णय भी लिया गया था, लेकिन आज तक उस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। ज्ञापन में निम्नलिखित प्रमुख मांगें उठाई गईं हैं: अन्य राज्यों (राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, बिहार) की तर्ज पर शिक्षामित्रों के मानदेय में तत्काल वृद्धि की जाए। मृत शिक्षामित्रों के परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए। शिक्षामित्रों को स्थायीकरण का लाभ दिया जाए और उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्राप्त हो। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष पंकज सिंह, प्रांतीय पदाधिकारी अखिलेश पांडेय,  मंडल प्रवक्ता श्याम नंदन  'मंटू 'मिश्र कोषाध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेन्द्रनाथ राम एवं जिला महामंत्री  अमृत  सिंह ,जिला मंत्री अजय श्रीवास्तव  व सभा में ब्लॉक अध्यक्ष दुबहर लालजी वर्मा, महामंत्री वसीम अहमद, हनुमानगंज के ब्लॉक महामंत्री राजेश प्रजापति, बेलहरी के ब्लॉक अध्यक्ष मंजूर अहमद, बेरुआरबारी के ब्लॉक अध्यक्ष आनंद पाण्डेय, सीयर ब्लॉक अध्यक्ष अभय सिंह , नवानगर ब्लॉक अध्यक्ष  फैसल अजीज, रसडा ब्लॉक अध्यक्ष तेज नरायण सिंह के अलावा बैठक में वसुंधरा राय, निरुपमा सिंह, कंचन यादव, जीत मिश्रा, रंजू मिश्रा, रिंकू सिंह, चंद्रावती वर्मा, पूनम तिवारी, रीता पाण्डेय, शिवकुमार प्रजापति अनिल कुमार मिश्र, सुनील कुमार वर्मा, संतोष कुमार, जवाहर सिंह, नीरज कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, जयप्रकाश सिंह, सुधीर कुमार शुक्ल, संजय कुमार प्रसाद, सुनील कुमार, भवानी प्रसाद गुप्ता, सनोज कुमार, मनीष कुमार, मनोज कुमार वर्मा, मंगनी राम, रमेश कुमार गुप्ता, हंसनाथ गिरी, धीरेंद्र कुमार सिंह, रघुनाथ शर्मा, राजेश कुमार, विनोद कुमार वर्मा, वीरेंद्र कुमार, मृत्युंजय सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, जयप्रकाश तिवारी, हरीश कुमार शुक्ल, बृजेश कुमार राय, शाकिब अंसारी, सुनील कुमार गुप्ता आदि प्रमुख रहे।सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सूर्यनाथ राम व संचालन जिलाप्रवक्ता निर्भय नरायण राय ने किया।उपस्थित रहे। सभी ने उम्मीद जताई कि सरकार शीघ्र निर्णय लेकर शिक्षामित्रों के हित में ठोस कदम उठाएगी।
दिवंगत चालक उमेश चंद्र राय के परिवार को ₹2.10 लाख की सहायता, 112 चालक संघ ने उठाई सेवा शर्तों में सुधार की मांग


जहानाबाद, पिंजौर 112 चालक संघ के बैनर तले पिंजौर में  आयोजित एक भावुक कार्यक्रम में दिवंगत चालक उमेश चंद्र राय के परिजनों को ₹2,10,000 की आर्थिक सहायता दी गई। यह सहयोग राशि संघ के अध्यक्ष चंदन कुमार द्वारा उनके परिजनों को सौंपी गई।

उल्लेखनीय है कि उमेश चंद्र राय, जो कि 112 इमरजेंसी सेवा में कार्यरत थे, हाल ही में ड्यूटी के दौरान एक रेल दुर्घटना का शिकार हो गए थे, जिसमें उनकी मृत्यु हो गई थी।

राज्य सरकार पर भेदभाव का आरोप

कार्यक्रम में संघ अध्यक्ष चंदन कुमार ने राज्य सरकार पर 112 सेवा में कार्यरत चालकों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा, “हम सभी चालक भूतपूर्व सैनिक हैं और वर्षों तक देश की सेवा की है। अब सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था का अहम हिस्सा बनने के बावजूद, हमें वेतन और सुविधाओं में समानता नहीं दी जा रही है।”

उन्होंने कहा कि 112 सेवा में चालक केवल वाहन चलाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आपातकालीन सेवाओं को समय पर पहुंचाने में उनकी भूमिका बेहद निर्णायक होती है।

मांगें रखीं

चालक संघ ने सरकार से प्रमुख तीन मांगें रखीं:

अनुबंधित चालकों को स्थायीत्व प्रदान किया जाए

समान कार्य के लिए समान वेतन लागू हो

सेवा शर्तों में तात्कालिक सुधार किया जाए


चंदन कुमार ने सरकार से 112 सेवाओं को सुचारु बनाए रखने वाले चालकों की भूमिका को गंभीरता से लेने की अपील की और कहा कि अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

श्रद्धांजलि व अपील

कार्यक्रम में उपस्थित सभी चालक सदस्यों ने दिवंगत उमेश चंद्र राय को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना जताई। साथ ही संघ ने इस प्रकार की घटनाओं में सरकार से मानवीय एवं संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाने की अपील की।

जनता दरबार: जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय ने सुनी आमजन की समस्याएं


अधिकारियों को दिए समयबद्ध समाधान के निर्देश

जहानाबाद,जिला समाहरणालय परिसर में  जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय की अध्यक्षता में जनता दरबार का आयोजन किया गया। इस दरबार में जिले के विभिन्न प्रखंडों और पंचायतों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएं सीधे जिलाधिकारी के समक्ष रखीं।

इस दौरान कुल 42 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें प्रमुख रूप से भूमि विवाद, पारिवारिक कलह, वृद्धावस्था पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, राजस्व संबंधी समस्याएं और प्रशासनिक कार्यवाही से जुड़ी शिकायतें शामिल थीं।

जिलाधिकारी ने दिए स्पष्ट निर्देश

प्रत्येक आवेदन की गंभीरता से समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी मामलों का समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से निष्पादन सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा, "जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।"

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

जनता दरबार में अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) विनय कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र प्रसाद सिंह, वरिष्ठ उप समाहर्ता सुश्री होम इरफान एवं नेहा कुमारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे और मौके पर ही संबंधित मामलों पर कार्रवाई शुरू की गई।

उद्देश्य: जनता से सीधा संवाद

इस पहल का उद्देश्य प्रशासन और आमजन के बीच की दूरी को पाटना, साथ ही समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। जिलाधिकारी ने कहा कि "जनता दरबार संवाद और समाधान का एक प्रभावी माध्यम है, जिससे लोगों में शासन के प्रति विश्वास बढ़ता है।"

*मिर्जापुर: डीआरएम ने किया रेलवे स्टेशन का आकस्मिक निरीक्षण*

मिर्जापुर। उत्तर मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम), प्रयागराज, रंजीत अग्रवाल ने मिर्जापुर और विंध्याचल रेलवे स्टेशनों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अमृत भारत योजना के तहत चल रहे सौंदर्यीकरण और नवनिर्माण कार्यों की प्रगति का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण का उद्देश्य स्टेशनों को आधुनिक और यात्री-सुविधायुक्त बनाने के साथ-साथ रेलवे कॉलोनी में निवासियों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना था। मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर डीआरएम ने प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया और निर्माणाधीन परियोजनाओं का मुआयना किया। उन्होंने टूटी बाउंड्रीवॉल को ठीक करने, निर्माण कार्यों में तेजी लाने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। रेलवे कॉलोनी के निरीक्षण के दौरान एक ट्रैकमैन की पत्नी ने पानी जमाव की शिकायत की, जिस पर डीआरएम ने तत्काल जांच टीम भेजकर निदान का आदेश दिया। साथ ही, एक निवासी द्वारा कॉलोनी में जर्जर छत से खतरे की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। डीआरएम ने इस अवसर पर आईओडब्लू को शिथिलता के लिए फटकार भी लगाई। अवैध गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए डीआरएम ने स्टेशन के पास खुले रास्तों से पटरियों पर अवैध आवागमन रोकने के लिए दीवार निर्माण का आदेश दिया। राजलक्ष्मी कैटरिंग द्वारा रेलवे बाउंड्री तोड़कर अवैध रास्ते के उपयोग की शिकायत पर इसे तत्काल बंद करने के निर्देश दिए, यह स्पष्ट करते हुए कि रेलवे परिसर में ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

विंध्याचल रेलवे स्टेशन के निरीक्षण में डीआरएम ने करीब ढाई घंटे तक अमृत भारत योजना के तहत नवनिर्माण कार्यों, रेहड़ा पुल, और रेलवे आवासों की स्थिति की समीक्षा की। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर नई रेल पटरी बिछाने के लिए स्टेशन मास्टर कक्ष और जीआरपी चौकी सहित कार्यालयों को नई बिल्डिंग में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया। नवनिर्मित पीसीएस टिकट और आरक्षण काउंटरों में फर्श व शीशे की ऊंचाई की खामियों को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिए। स्टेशन से मां विंध्यवासिनी मंदिर जाने वाले मार्ग पर गेट निर्माण और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। बरसात में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए रेहड़ा पुल के पास अंडरग्राउंड पुलिया निर्माण जल्द शुरू करने और पटेगरा पुल के नीचे दूसरी पुलिया के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। डीआरएम ने जोर देकर कहा कि अमृत भारत योजना के तहत सभी कार्य निर्धारित समय में पूरे होंगे, जिससे मिर्जापुर और विंध्याचल स्टेशन यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान कर सकें। निरीक्षण के दौरान सीनियर डीओएम, डीसीएम, डीजी, डीएसटीई, डीवाई सीपीएम, सीनियर डेन, मुख्य वाणिज्य निरीक्षक एस.के. अकेला, स्टेशन अधीक्षक रविंद्र कुमार, आरपीएफ प्रभारी चमन सिंह तोमर और जीआरपी प्रभारी राघवेंद्र बहादुर सिंह मौजूद रहे। डीआरएम की इस सक्रिय पहल से मिर्जापुर और विंध्याचल रेलवे स्टेशनों के विकास को नई गति मिलेगी, जिससे यात्रियों और रेलवे कॉलोनी के निवासियों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

झारखंड में स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियां तेज, मुख्य सचिव ने रांची और दुमका में समीक्षा बैठक की

रांची: झारखंड में 15 अगस्त को होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी ने आज संबंधित अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह की व्यवस्थाएं समय रहते सुनिश्चित कर ली जाएं। बारिश के मौसम को देखते हुए, उन्होंने विशेष रूप से झंडोत्तोलन निर्धारित समय पर संपन्न हो सके, इसके लिए सभी आवश्यक कार्य समय पर पूरे करने को कहा।

राज्य में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम रांची के मोरहाबादी मैदान में और दुमका के पुलिस लाइन में आयोजित होता है। रांची में मुख्यमंत्री झंडोत्तोलन करते हैं, जबकि दुमका में राज्यपाल ध्वजारोहण करते हैं। मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि समारोह के दौरान राष्ट्रीय गान के समय प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित किया जाए।

मोरहाबादी मैदान में भव्य तैयारियों पर जोर

मुख्य सचिव ने रांची के मोरहाबादी मैदान में स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए बनने वाले अस्थायी मंच को पूर्व के मंच के आकार का बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने मंच की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर विशेष ध्यान देने को कहा। मोरहाबादी में समारोह के प्रसारण के लिए लगाई जाने वाली एलइडी स्क्रीन पर तस्वीरें स्पष्ट आएं, इसे भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

इसके अतिरिक्त, बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं पर भी निर्देश दिए गए:

आमंत्रण कार्ड: छपाई और वितरण की व्यवस्था।

मूर्तियां: स्वतंत्रता सेनानियों और अन्य महापुरुषों की मूर्तियों की सफाई तथा माल्यार्पण की व्यवस्था।

बैठने की व्यवस्था: समारोह स्थल पर बैठने की उचित व्यवस्था।

अतिथियों का आवागमन: मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों को समारोह स्थल तक लाने-ले जाने की व्यवस्था।

बुनियादी सुविधाएं: चिकित्सा व्यवस्था, पेयजल एवं अस्थायी शौचालय की व्यवस्था।

स्थल रखरखाव: समारोह स्थल के सभी पहुंच पथ एवं फ्लैंक की मरम्मत और रंग-रोगन।

विद्युत आपूर्ति: समारोह स्थल पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था।

लाइव टेलीकास्ट, मीडिया कवरेज और सुरक्षा पर फोकस

मुख्य सचिव ने समारोह के लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था और मीडिया के लिए इनक्लोजर निर्माण का भी निर्देश दिया। ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था की जिम्मेदारी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को दी गई है। समीक्षा के दौरान कानून-व्यवस्था, अग्निशमन, यातायात और पार्किंग आदि के लिए भी विस्तृत निर्देश दिए गए।

समारोह का मुख्य आकर्षण रहने वाले परेड के रिहर्सल को समन्वय के साथ समय पर पूरा करने को कहा गया। बताया गया कि मुख्य समारोह में सीआरपीएफ, जैप, आईआरबी, जिला पुलिस, फायर ब्रिगेड, होम गार्ड एवं एनसीसी के पुरुष व महिला बटालियन सम्मिलित होंगे। इसी तरह, जिलों में होने वाले कार्यक्रमों के लिए भी पूर्व की तरह व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।

झारखंड में खुलेगा एक और सैनिक स्कूल: मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, तिलैया सैनिक स्कूल की सुविधाओं पर भी चर्चा

रांची: झारखंड में एक और सैनिक स्कूल की स्थापना की दिशा में पहल शुरू हो गई है। मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी ने स्कूली शिक्षा सचिव को राज्य में एक अतिरिक्त सैनिक स्कूल की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। शुक्रवार को सैनिक स्कूल तिलैया से संबंधित विभिन्न प्रस्तावों और मुद्दों पर अपनी अध्यक्षता में हुई बैठक में यह जानकारी दी गई कि राज्य में एक अतिरिक्त सैनिक स्कूल की आवश्यकता है, खासकर तब जब देश के अन्य सैनिक स्कूलों की तुलना में तिलैया स्थित सैनिक स्कूल में सर्वाधिक 875 छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

मुख्य सचिव ने सैनिक स्कूल, तिलैया के प्रतिनिधियों को यह भी आश्वासन दिया कि स्कूल की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

तिलैया सैनिक स्कूल में नई जलापूर्ति योजना और अन्य सुधार

बैठक में सैनिक स्कूल तिलैया की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:

नई जलापूर्ति योजना: स्कूल में 9.49 करोड़ रुपये की लागत से नई जलापूर्ति योजना बहाल की जाएगी। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से इसकी तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है।

सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP): सैनिक स्कूल, तिलैया में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) के निर्माण के लिए प्रस्ताव देने का निर्देश दिया गया है।

स्टाफ क्वार्टरों का रख-रखाव: स्कूल स्थित स्टाफ क्वार्टरों के रख-रखाव के लिए भवन निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया है।

कर्मियों के लाभ: स्कूल के कर्मियों के पेंशन, पारिवारिक पेंशन, एनपीएस (NPS) तथा अन्य लाभ राज्य सरकार द्वारा वहन करने का प्रस्ताव सैनिक स्कूल, तिलैया द्वारा रखा गया। बताया गया कि इस मद में लगभग 7 करोड़ रुपये व्यय होंगे। इस पर मुख्य सचिव ने स्कूली शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि वे इसके लिए दूसरे राज्यों में स्थित सैनिक स्कूलों के मॉडल का परीक्षण करें और फिर उसके आधार पर आगे बढ़ें।

वार्षिक स्वास्थ्य जांच: अब सैनिक स्कूल, तिलैया में अध्ययनरत छात्रों की वार्षिक स्वास्थ्य जांच कोडरमा में ही होगी। अब तक इसके लिए छात्रों को हजारीबाग जाना पड़ता था, जिससे काफी परेशानी होती थी।

मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव श्री मस्तराम मीणा, स्कूली शिक्षा सचिव श्री उमाशंकर सिंह समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी और सैनिक स्कूल, तिलैया के प्रतिनिधि मौजूद थे।

कुपोषण समाप्त कर स्टंटिंग की दर को किया जाए कम - आयुक्त

देवीपाटन गोण्डा।25 जुलाई, 2025 शुक्रवार को आयुक्त सभागार में आयुक्त देवीपाटन शशि भूषण लाल सुशील की अध्यक्षता में आईसीडीएस कार्यक्रमों की मंडलीय समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में मण्डल के सभी जिलों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बाल विकास परियोजना अधिकारियों के साथ आईसीडीएस के तहत चलने वाले सभी कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गई।

आयुक्त ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण, पुष्टाहार वितरण, हॉट कुक्ड फूड योजना, पोषण ट्रैक्टर सहित कई बिंदुओं पर समीक्षा की।

आयुक्त ने कहा कि जिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्टंटिंग (नाटापन) की दर अधिक हो वहां पर आवश्यक कदम उठाकर स्टंटिंग की दर को कम किया जाए। इसके अतिरिक्त, सैम (गंभीर कुपोषित) तथा मैम (मध्यम कुपोषित) बच्चों की पोषण स्थिति को बेहतर बनाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिये । आयुक्त ने कहा कि कुपोषण की स्थिति को दूर करना सरकार की प्राथमिकता में है और इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित निगरानी, पोषण पोटली वितरण, गृह भ्रमण और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से समन्वित प्रयास अनिवार्य हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी अपनी अपनी जिम्मेदारी को समझ कर कुपोषण की समस्या को समाप्त करें।

सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में नियमित रूप से आईसीडीएस के तहत संचालित कार्यों की समीक्षा कर कुपोषण की समस्या को दूर कर बच्चों एवं महिलाओं को बेहतर पोषण दिलाना सुनिश्चित करें। बैठक में अपर आयुक्त व संयुक्त विकास आयुक्त मौजूद रहे।

नगरा में नवागत थानाध्यक्ष रत्नेश दुबे ने कार्यभार सम्भाला
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। नगरा में नये थानाध्यक्ष के रुप में रत्नेश दुबे का कार्यभार ग्रहण करते ही लोगों में प्रसन्नता व्याप्त है। निवर्तमान नगरा थानाध्यक्ष कौशल कुमार पाठक का तबादला मनियर के लिए हो जाने के बाद नये थानाध्यक्ष के पद पर मनियर से ही रत्नेश दुबे को नगरा का कमान सौंपा गया है। नगरा थाने के थानाध्यक्ष के पदभार को रत्नेश दुबे ने शुक्रवार को विधिवत रूप से संभाल लिया। दुबे के आगमन पर थाना परिसर में स्वागत समारोह जैसा माहौल रहा। पुलिस कर्मियों ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। दुबे इससे पहले कई थानों में सेवाएं दे चुके हैं और अपनी तेजतर्रार छवि के लिए पहचाने जाते हैं। नवागत थानाध्यक्ष रत्नेश दुबे ने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। दुबे ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वे जनता से संवाद स्थापित कर, भरोसे के साथ पुलिसिंग को आगे बढ़ाएंगे। उनका मानना है कि पुलिस और आमजन के बीच विश्वास की डोर जितनी मजबूत होगी, उतनी ही बेहतर शांति व्यवस्था कायम की जा सकेगी। क्षेत्रीय लोगों को अब रत्नेश दुबे से शान्ति सुरक्षा की प्राथमिकता से भरोसा और नयी उम्मीदें जगीं हैं।
कन्नौज पहुंचे अखिलेश यादव की प्रेसवार्ता, भाजपा सरकार पर साधा निशाना

पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज। शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने नमाजवादी कहने को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के लोग नफरत फैलाना चाहते है, यह नकली लोग है, इन नकली लोगों से बचाओ हमे। स्कूल मर्ज करने को लेकर कोर्ट के फैसले पर उन्होंने कहा कि मै कोर्ट का धन्यवाद देता हुं और समाजवादी लोग गांव-गांव जाएंगे अगर यह स्कूल बंद होते है तो पढ़ाएंगे और समाजवादी सरकार बनेगी तो पुनः स्कूल और अच्छे स्कूल बनाए जायेंगे।

सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार तो हेराफेरी करने वाली है। ये बीजेपी वालों को कैमरे से बड़ा डर लगता है। कैमरे से सीसीटीवी से, याद कीजिए चंडीगढ़ में कैसे पकड़े गए थे वोट गड़बड़ करते हुए और इसमें वोटर लिस्ट में हेरा फेरी पहली नही है, पहले भी करते रहे यह लोग, लेकिन यह पकड़े गए। हम लोगों ने 18 हजार वोट निकाले थे एफेडेविट के साथ जो कभी इन्होंने डिलीट किए थे, वोट डाल नही पाये थे और खासकर उनमें पीडीए परिवार के लोग वोटर थे।

उनके इन लोगों ने वोट डिलीट किए थे, हम लोगों ने ऐफेडेविट लगवाकर शिकायत की, और याद कीजिए हम लोग फकीरेपुर्वा हम लोग गए थे वहां पर बीएलओ हेराफेरी कर रहा था। जब जानकारी दी कि वोट नही बन रहा है तो उस बीएलओ को सस्पंेट किया गया था,

बिजली व्यवस्था को लेकर अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके मंत्री जो कह रहे है वह आप लोग भी जानते हो वह कह रहे है कि बिजली न आए तो मंदिर में जाकर घंटा बजाइए। पूजा पाठ कीजिए या भगवान का नाम लीजिए, अच्छीइंकार बात है तो हम सब लोग भगवान का नाम लेंगे, भगवान का नाम लेंगे जिससे सरकार चली जाए तभी बिजली आएगी। जब यह सरकार जाएगी तब बिजली आएगी। सरकार जब जाएगी तब स्वास्थ्य सेवाएं और स्वास्थ्य अच्छा होगा।

संत अनुरूद्धाचार्य के सवाल को लेकर अखिलेश यादव ने दिया यह संदेश

संत स्वामियों के लिए संदेश देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मै सभी संत स्वामियों से कहूॅंगा कि राजनीति में मत उलझो, क्यों कि देखिए एक मनु महाराज आए थे, सब गड़बड़ करा धरा उनका है। इसलिए मनु महाराज ने जो गड़बड़ किया उसको सुधारे तब तो वह संत महान और प्रभु हमारे होंगे और यदि वह मनु महाराज वाली गड़बड़ी दोहराएंगे, तो हम कभी स्वीकार नही करेंगे।

अखिलेश ने डिप्टी सीएम पर नमाजवादी पार्टी को लेकर साधा निशाना, चौकीदार बताकर हँसकर किया उपहास

डिप्टी सीएम के नमाजवादी पार्टी कहने पर बोले अखिलेश यादव कहा कि जो यह डिप्टी सीएम है इनको कई बार डपट पड़ चुकी, फिर भी यह नही मान रहे। इनके अस्पतालों में कुत्ते छठवें फ्लोर पर घूम रहे है समझिए, थर्ड फ्लोर पर, सोंचिए आप अपने विभाग पर ध्यान नही दे रहे है, कहीं दबाई नही, इलाज नही, और जो नमाजवादी है मैने कहा कि उनके पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष और पहले प्रधानमंत्री उनके नाम का प्रस्ताव रखने वाले पाॅंच बार के नमाजी थे और जब भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ क्यों कि जो यह डिप्टी सीएम है जानते कुछ नही है, यह किसी के चैकीदार थे कभी, हालांकि सिक्योरिटी आॅफिसर एक अच्छी पोस्ट होती है उसका बुरा नही मानना चाहिए कभी, लेकिन वह वाले सिक्योरिटी आॅफिसर थे जो लाठी वाले नही होते है।

वह चैकीदार थे, तो अब डिप्टी सीएम बन गए है तो बड़ा सम्मान का पद है और उनके रिश्तेदार भी यहां पर हैं कन्नौज में, कन्नौज में उनकी रिश्तेदारी भी है इसलिए उनको नमाजवादी नही बोलना चाहिए और अगर वह नमाजवादी बोल रहे है तो जिस पार्टी में वह है उनके गठन में उनका जो आयोजन हुआ था अधिवेशन उसमें पाकिस्तान के एक बहुत बड़े वह राष्ट्रपति थे या प्रधानमंत्री मुझे नही पता उन्ही के परिवार के लोग बम्बई में रहते है उन्होंने पैसा दिया था उस अधिवेशन के लिए।

एम्स गोरखपुर में पहली बार सूजनयुक्त आंत्र रोग या आंतों का सूजन संबंधी रोग (IBD) के इलाज में बड़ी उपलब्धि

गोरखपुर। 23 जुलाई 2025 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गोरखपुर में चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई कामयाबी हासिल हुई है। यहां पहली बार छोटी आंत से पाउच बनाकर मलद्वार से जोड़ने की सर्जरी, Ileal Pouch Anal Anastomosis (IPAA) नाम की जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। यह सर्जरी उन मरीजों के लिए की जाती है जो Inflammatory Bowel Disease (IBD) से पीड़ित होते हैं और जिनका इलाज दवाओं से संभव नहीं होता।

एम्स गोरखपुर में इससे पहले भी चार Subtotal Colectomy सर्जरी सफलतापूर्वक की जा चुकी हैं। इस उपलब्धि के साथ अब पूर्वांचल के मरीजों को जटिल आंत की बीमारियों का इलाज अपने ही क्षेत्र में मिल सकेगा।

यह सर्जरी मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम (MDT) के प्रयासों का परिणाम है, जिसमें सर्जरी विभाग, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग और एनेस्थीसिया विभाग ने मिलकर काम किया।

सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. गौरव गुप्ता ने कहा, “यह हमारे विभाग और संस्थान के लिए गर्व की बात है। अब हम IBD के जटिल मरीजों का बेहतर इलाज दे सकते हैं।”

गैस्ट्रो विभाग के प्रो. डॉ. सौरभ केडिया ने बताया, “IBD का इलाज सिर्फ दवाओं से नहीं होता। जब दवाएं असर नहीं करतीं, तब सर्जरी की जरूरत पड़ती है। हम हर मरीज की स्थिति के अनुसार इलाज की योजना बनाते हैं।”जीवनशैली में क्या बदलाव करें?

IBD से पीड़ित मरीजों को अपने खानपान और जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने चाहिए:

✔️ सादा, सुपाच्य भोजन लें

✔️ तेल, मसाले, तले हुए और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें

✔️ ज्यादा पानी पिएं, हाइड्रेटेड रहें

✔️ धीरे-धीरे खाएं और खाना अच्छी तरह चबाएं

✔️ तनाव कम करें – योग, ध्यान या हल्की कसरत मददगार हो सकती है

✔️ धूम्रपान और शराब से बचें

✔️ नियमित फॉलो-अप और दवा का पालन करें

एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. भूपेंद्र ने कहा कि इस तरह की लंबी और जटिल सर्जरी के दौरान मरीज की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करना बेहद जरूरी होता है। ऑपरेशन के दौरान नाड़ी, रक्तचाप और सांस की लगातार निगरानी की जाती है।

सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. रवि गुप्ता, डॉ. आशीष मिश्रा, डॉ. स्वाति और डॉ. हर्षा जागनानी शामिल रहे। एनेस्थीसिया टीम में डॉ. शांतोष, डॉ. भूपेंद्र, डॉ. आशीषुतोष और डॉ. नीरज ने अहम भूमिका निभाई।

डॉ. रवि गुप्ता ने बताया कि

इस सर्जरी में तीन चरण होते हैं:

1. पहले चरण में बड़ी आंत को निकाल दिया जाता है।

2. दूसरे में छोटी आंत से एक पाउच बनाया जाता है और उसे गुदा से जोड़ा जाता है।

3. तीसरे चरण में बाहर निकाले गए रास्ते (स्टोमा) को बंद किया जाता है, ताकि मरीज बिना बाहरी स्टोमा बैग के सामान्य रूप से मल त्याग कर सके।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (डॉ.) विभा दत्ता (सेवानिवृत्त) ने इस सफलता पर खुशी जताते हुए कहा, “यह सर्जरी पूर्वांचल के लिए एक नया अध्याय है। मरीजों को अब जटिल इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। हम पूरी टीम को इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं।”

मरीज की कहानी:

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का 16 वर्षीय युवक, जिसे गंभीर अल्सरेटिव कोलाइटिस था, को अक्टूबर 2024 में एम्स लाया गया। पहले चरण में उसकी आपातकालीन सर्जरी की गई। फिर 9 महीने तक पोषण, दवाएं और स्वास्थ्य में सुधार लाने पर ध्यान दिया गया। अंततः 17 जुलाई 2025 को दूसरी सर्जरी कर IPAA प्रक्रिया पूरी की गई। अब मरीज स्वस्थ है और तेजी से ठीक हो रहा है।

IBD क्या है?

IBD यानी Inflammatory Bowel Disease एक पुरानी बीमारी है जिसमें आंतों में बार-बार सूजन होती है। इसके लक्षणों में बार-बार दस्त, खून आना, पेट दर्द, वजन घटना, और थकान शामिल हैं। दवाओं से इलाज न होने पर सर्जरी की जरूरत पड़ती है।

इस सर्जरी का महत्व:

IPAA सर्जरी से मरीज को स्टोमा बैग से छुटकारा मिल सकता है और उसकी जीवन गुणवत्ता बेहतर होती है। यह एम्स गोरखपुर की एक बड़ी उपलब्धि है जो पूर्वांचल के हजारों मरीजों को उम्मीद और राहत देगी।

25 जुलाई को काला दिवस के दिन सीएम योगी से शिक्षामित्रों ने पूछा- 10 हजार में कैसे चलाएं घर परिवार, कब बढ़ेगी पगार, लगाई ये गुहार
संजीव सिंह बलिया। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ, जनपद बलिया द्वारा शिक्षामित्रों की वर्षों पुरानी समस्याओं के समाधान हेतु मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। यह ज्ञापन शिक्षामित्रों की वेतन वृद्धि, आर्थिक सहायता और सेवा सुरक्षा की मांग को लेकर सौंपा गया। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि लगभग 25 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत शिक्षामित्र मात्र ₹10,000 मासिक मानदेय पर कार्य कर रहे हैं, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण करना अत्यंत कठिन हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उच्च स्तरीय समिति द्वारा शिक्षामित्रों की समस्याओं को लेकर कई बैठकें की गई थीं और 14 नवम्बर 2023 को अंतिम बैठक में विस्तृत चर्चा के बाद निर्णय भी लिया गया था, लेकिन आज तक उस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। ज्ञापन में निम्नलिखित प्रमुख मांगें उठाई गईं हैं: अन्य राज्यों (राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, बिहार) की तर्ज पर शिक्षामित्रों के मानदेय में तत्काल वृद्धि की जाए। मृत शिक्षामित्रों के परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए। शिक्षामित्रों को स्थायीकरण का लाभ दिया जाए और उन्हें सामाजिक सुरक्षा प्राप्त हो। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष पंकज सिंह, प्रांतीय पदाधिकारी अखिलेश पांडेय,  मंडल प्रवक्ता श्याम नंदन  'मंटू 'मिश्र कोषाध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेन्द्रनाथ राम एवं जिला महामंत्री  अमृत  सिंह ,जिला मंत्री अजय श्रीवास्तव  व सभा में ब्लॉक अध्यक्ष दुबहर लालजी वर्मा, महामंत्री वसीम अहमद, हनुमानगंज के ब्लॉक महामंत्री राजेश प्रजापति, बेलहरी के ब्लॉक अध्यक्ष मंजूर अहमद, बेरुआरबारी के ब्लॉक अध्यक्ष आनंद पाण्डेय, सीयर ब्लॉक अध्यक्ष अभय सिंह , नवानगर ब्लॉक अध्यक्ष  फैसल अजीज, रसडा ब्लॉक अध्यक्ष तेज नरायण सिंह के अलावा बैठक में वसुंधरा राय, निरुपमा सिंह, कंचन यादव, जीत मिश्रा, रंजू मिश्रा, रिंकू सिंह, चंद्रावती वर्मा, पूनम तिवारी, रीता पाण्डेय, शिवकुमार प्रजापति अनिल कुमार मिश्र, सुनील कुमार वर्मा, संतोष कुमार, जवाहर सिंह, नीरज कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, जयप्रकाश सिंह, सुधीर कुमार शुक्ल, संजय कुमार प्रसाद, सुनील कुमार, भवानी प्रसाद गुप्ता, सनोज कुमार, मनीष कुमार, मनोज कुमार वर्मा, मंगनी राम, रमेश कुमार गुप्ता, हंसनाथ गिरी, धीरेंद्र कुमार सिंह, रघुनाथ शर्मा, राजेश कुमार, विनोद कुमार वर्मा, वीरेंद्र कुमार, मृत्युंजय सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, जयप्रकाश तिवारी, हरीश कुमार शुक्ल, बृजेश कुमार राय, शाकिब अंसारी, सुनील कुमार गुप्ता आदि प्रमुख रहे।सभा की अध्यक्षता वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सूर्यनाथ राम व संचालन जिलाप्रवक्ता निर्भय नरायण राय ने किया।उपस्थित रहे। सभी ने उम्मीद जताई कि सरकार शीघ्र निर्णय लेकर शिक्षामित्रों के हित में ठोस कदम उठाएगी।
दिवंगत चालक उमेश चंद्र राय के परिवार को ₹2.10 लाख की सहायता, 112 चालक संघ ने उठाई सेवा शर्तों में सुधार की मांग


जहानाबाद, पिंजौर 112 चालक संघ के बैनर तले पिंजौर में  आयोजित एक भावुक कार्यक्रम में दिवंगत चालक उमेश चंद्र राय के परिजनों को ₹2,10,000 की आर्थिक सहायता दी गई। यह सहयोग राशि संघ के अध्यक्ष चंदन कुमार द्वारा उनके परिजनों को सौंपी गई।

उल्लेखनीय है कि उमेश चंद्र राय, जो कि 112 इमरजेंसी सेवा में कार्यरत थे, हाल ही में ड्यूटी के दौरान एक रेल दुर्घटना का शिकार हो गए थे, जिसमें उनकी मृत्यु हो गई थी।

राज्य सरकार पर भेदभाव का आरोप

कार्यक्रम में संघ अध्यक्ष चंदन कुमार ने राज्य सरकार पर 112 सेवा में कार्यरत चालकों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा, “हम सभी चालक भूतपूर्व सैनिक हैं और वर्षों तक देश की सेवा की है। अब सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था का अहम हिस्सा बनने के बावजूद, हमें वेतन और सुविधाओं में समानता नहीं दी जा रही है।”

उन्होंने कहा कि 112 सेवा में चालक केवल वाहन चलाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आपातकालीन सेवाओं को समय पर पहुंचाने में उनकी भूमिका बेहद निर्णायक होती है।

मांगें रखीं

चालक संघ ने सरकार से प्रमुख तीन मांगें रखीं:

अनुबंधित चालकों को स्थायीत्व प्रदान किया जाए

समान कार्य के लिए समान वेतन लागू हो

सेवा शर्तों में तात्कालिक सुधार किया जाए


चंदन कुमार ने सरकार से 112 सेवाओं को सुचारु बनाए रखने वाले चालकों की भूमिका को गंभीरता से लेने की अपील की और कहा कि अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

श्रद्धांजलि व अपील

कार्यक्रम में उपस्थित सभी चालक सदस्यों ने दिवंगत उमेश चंद्र राय को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना जताई। साथ ही संघ ने इस प्रकार की घटनाओं में सरकार से मानवीय एवं संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाने की अपील की।

जनता दरबार: जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय ने सुनी आमजन की समस्याएं


अधिकारियों को दिए समयबद्ध समाधान के निर्देश

जहानाबाद,जिला समाहरणालय परिसर में  जिलाधिकारी अलंकृता पांडेय की अध्यक्षता में जनता दरबार का आयोजन किया गया। इस दरबार में जिले के विभिन्न प्रखंडों और पंचायतों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएं सीधे जिलाधिकारी के समक्ष रखीं।

इस दौरान कुल 42 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें प्रमुख रूप से भूमि विवाद, पारिवारिक कलह, वृद्धावस्था पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, राजस्व संबंधी समस्याएं और प्रशासनिक कार्यवाही से जुड़ी शिकायतें शामिल थीं।

जिलाधिकारी ने दिए स्पष्ट निर्देश

प्रत्येक आवेदन की गंभीरता से समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी मामलों का समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से निष्पादन सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा, "जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।"

वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

जनता दरबार में अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) विनय कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र प्रसाद सिंह, वरिष्ठ उप समाहर्ता सुश्री होम इरफान एवं नेहा कुमारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे और मौके पर ही संबंधित मामलों पर कार्रवाई शुरू की गई।

उद्देश्य: जनता से सीधा संवाद

इस पहल का उद्देश्य प्रशासन और आमजन के बीच की दूरी को पाटना, साथ ही समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। जिलाधिकारी ने कहा कि "जनता दरबार संवाद और समाधान का एक प्रभावी माध्यम है, जिससे लोगों में शासन के प्रति विश्वास बढ़ता है।"

*मिर्जापुर: डीआरएम ने किया रेलवे स्टेशन का आकस्मिक निरीक्षण*

मिर्जापुर। उत्तर मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम), प्रयागराज, रंजीत अग्रवाल ने मिर्जापुर और विंध्याचल रेलवे स्टेशनों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अमृत भारत योजना के तहत चल रहे सौंदर्यीकरण और नवनिर्माण कार्यों की प्रगति का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण का उद्देश्य स्टेशनों को आधुनिक और यात्री-सुविधायुक्त बनाने के साथ-साथ रेलवे कॉलोनी में निवासियों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना था। मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर डीआरएम ने प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया और निर्माणाधीन परियोजनाओं का मुआयना किया। उन्होंने टूटी बाउंड्रीवॉल को ठीक करने, निर्माण कार्यों में तेजी लाने और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। रेलवे कॉलोनी के निरीक्षण के दौरान एक ट्रैकमैन की पत्नी ने पानी जमाव की शिकायत की, जिस पर डीआरएम ने तत्काल जांच टीम भेजकर निदान का आदेश दिया। साथ ही, एक निवासी द्वारा कॉलोनी में जर्जर छत से खतरे की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। डीआरएम ने इस अवसर पर आईओडब्लू को शिथिलता के लिए फटकार भी लगाई। अवैध गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए डीआरएम ने स्टेशन के पास खुले रास्तों से पटरियों पर अवैध आवागमन रोकने के लिए दीवार निर्माण का आदेश दिया। राजलक्ष्मी कैटरिंग द्वारा रेलवे बाउंड्री तोड़कर अवैध रास्ते के उपयोग की शिकायत पर इसे तत्काल बंद करने के निर्देश दिए, यह स्पष्ट करते हुए कि रेलवे परिसर में ऐसी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

विंध्याचल रेलवे स्टेशन के निरीक्षण में डीआरएम ने करीब ढाई घंटे तक अमृत भारत योजना के तहत नवनिर्माण कार्यों, रेहड़ा पुल, और रेलवे आवासों की स्थिति की समीक्षा की। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर नई रेल पटरी बिछाने के लिए स्टेशन मास्टर कक्ष और जीआरपी चौकी सहित कार्यालयों को नई बिल्डिंग में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया। नवनिर्मित पीसीएस टिकट और आरक्षण काउंटरों में फर्श व शीशे की ऊंचाई की खामियों को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिए। स्टेशन से मां विंध्यवासिनी मंदिर जाने वाले मार्ग पर गेट निर्माण और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। बरसात में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए रेहड़ा पुल के पास अंडरग्राउंड पुलिया निर्माण जल्द शुरू करने और पटेगरा पुल के नीचे दूसरी पुलिया के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। डीआरएम ने जोर देकर कहा कि अमृत भारत योजना के तहत सभी कार्य निर्धारित समय में पूरे होंगे, जिससे मिर्जापुर और विंध्याचल स्टेशन यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान कर सकें। निरीक्षण के दौरान सीनियर डीओएम, डीसीएम, डीजी, डीएसटीई, डीवाई सीपीएम, सीनियर डेन, मुख्य वाणिज्य निरीक्षक एस.के. अकेला, स्टेशन अधीक्षक रविंद्र कुमार, आरपीएफ प्रभारी चमन सिंह तोमर और जीआरपी प्रभारी राघवेंद्र बहादुर सिंह मौजूद रहे। डीआरएम की इस सक्रिय पहल से मिर्जापुर और विंध्याचल रेलवे स्टेशनों के विकास को नई गति मिलेगी, जिससे यात्रियों और रेलवे कॉलोनी के निवासियों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

झारखंड में स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियां तेज, मुख्य सचिव ने रांची और दुमका में समीक्षा बैठक की

रांची: झारखंड में 15 अगस्त को होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी ने आज संबंधित अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह की व्यवस्थाएं समय रहते सुनिश्चित कर ली जाएं। बारिश के मौसम को देखते हुए, उन्होंने विशेष रूप से झंडोत्तोलन निर्धारित समय पर संपन्न हो सके, इसके लिए सभी आवश्यक कार्य समय पर पूरे करने को कहा।

राज्य में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम रांची के मोरहाबादी मैदान में और दुमका के पुलिस लाइन में आयोजित होता है। रांची में मुख्यमंत्री झंडोत्तोलन करते हैं, जबकि दुमका में राज्यपाल ध्वजारोहण करते हैं। मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि समारोह के दौरान राष्ट्रीय गान के समय प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित किया जाए।

मोरहाबादी मैदान में भव्य तैयारियों पर जोर

मुख्य सचिव ने रांची के मोरहाबादी मैदान में स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए बनने वाले अस्थायी मंच को पूर्व के मंच के आकार का बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने मंच की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर विशेष ध्यान देने को कहा। मोरहाबादी में समारोह के प्रसारण के लिए लगाई जाने वाली एलइडी स्क्रीन पर तस्वीरें स्पष्ट आएं, इसे भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

इसके अतिरिक्त, बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं पर भी निर्देश दिए गए:

आमंत्रण कार्ड: छपाई और वितरण की व्यवस्था।

मूर्तियां: स्वतंत्रता सेनानियों और अन्य महापुरुषों की मूर्तियों की सफाई तथा माल्यार्पण की व्यवस्था।

बैठने की व्यवस्था: समारोह स्थल पर बैठने की उचित व्यवस्था।

अतिथियों का आवागमन: मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों को समारोह स्थल तक लाने-ले जाने की व्यवस्था।

बुनियादी सुविधाएं: चिकित्सा व्यवस्था, पेयजल एवं अस्थायी शौचालय की व्यवस्था।

स्थल रखरखाव: समारोह स्थल के सभी पहुंच पथ एवं फ्लैंक की मरम्मत और रंग-रोगन।

विद्युत आपूर्ति: समारोह स्थल पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था।

लाइव टेलीकास्ट, मीडिया कवरेज और सुरक्षा पर फोकस

मुख्य सचिव ने समारोह के लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था और मीडिया के लिए इनक्लोजर निर्माण का भी निर्देश दिया। ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था की जिम्मेदारी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को दी गई है। समीक्षा के दौरान कानून-व्यवस्था, अग्निशमन, यातायात और पार्किंग आदि के लिए भी विस्तृत निर्देश दिए गए।

समारोह का मुख्य आकर्षण रहने वाले परेड के रिहर्सल को समन्वय के साथ समय पर पूरा करने को कहा गया। बताया गया कि मुख्य समारोह में सीआरपीएफ, जैप, आईआरबी, जिला पुलिस, फायर ब्रिगेड, होम गार्ड एवं एनसीसी के पुरुष व महिला बटालियन सम्मिलित होंगे। इसी तरह, जिलों में होने वाले कार्यक्रमों के लिए भी पूर्व की तरह व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।

झारखंड में खुलेगा एक और सैनिक स्कूल: मुख्य सचिव ने दिए निर्देश, तिलैया सैनिक स्कूल की सुविधाओं पर भी चर्चा

रांची: झारखंड में एक और सैनिक स्कूल की स्थापना की दिशा में पहल शुरू हो गई है। मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी ने स्कूली शिक्षा सचिव को राज्य में एक अतिरिक्त सैनिक स्कूल की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। शुक्रवार को सैनिक स्कूल तिलैया से संबंधित विभिन्न प्रस्तावों और मुद्दों पर अपनी अध्यक्षता में हुई बैठक में यह जानकारी दी गई कि राज्य में एक अतिरिक्त सैनिक स्कूल की आवश्यकता है, खासकर तब जब देश के अन्य सैनिक स्कूलों की तुलना में तिलैया स्थित सैनिक स्कूल में सर्वाधिक 875 छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

मुख्य सचिव ने सैनिक स्कूल, तिलैया के प्रतिनिधियों को यह भी आश्वासन दिया कि स्कूल की मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

तिलैया सैनिक स्कूल में नई जलापूर्ति योजना और अन्य सुधार

बैठक में सैनिक स्कूल तिलैया की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:

नई जलापूर्ति योजना: स्कूल में 9.49 करोड़ रुपये की लागत से नई जलापूर्ति योजना बहाल की जाएगी। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से इसकी तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है।

सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP): सैनिक स्कूल, तिलैया में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) के निर्माण के लिए प्रस्ताव देने का निर्देश दिया गया है।

स्टाफ क्वार्टरों का रख-रखाव: स्कूल स्थित स्टाफ क्वार्टरों के रख-रखाव के लिए भवन निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया है।

कर्मियों के लाभ: स्कूल के कर्मियों के पेंशन, पारिवारिक पेंशन, एनपीएस (NPS) तथा अन्य लाभ राज्य सरकार द्वारा वहन करने का प्रस्ताव सैनिक स्कूल, तिलैया द्वारा रखा गया। बताया गया कि इस मद में लगभग 7 करोड़ रुपये व्यय होंगे। इस पर मुख्य सचिव ने स्कूली शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि वे इसके लिए दूसरे राज्यों में स्थित सैनिक स्कूलों के मॉडल का परीक्षण करें और फिर उसके आधार पर आगे बढ़ें।

वार्षिक स्वास्थ्य जांच: अब सैनिक स्कूल, तिलैया में अध्ययनरत छात्रों की वार्षिक स्वास्थ्य जांच कोडरमा में ही होगी। अब तक इसके लिए छात्रों को हजारीबाग जाना पड़ता था, जिससे काफी परेशानी होती थी।

मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रधान सचिव श्री मस्तराम मीणा, स्कूली शिक्षा सचिव श्री उमाशंकर सिंह समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी और सैनिक स्कूल, तिलैया के प्रतिनिधि मौजूद थे।

कुपोषण समाप्त कर स्टंटिंग की दर को किया जाए कम - आयुक्त

देवीपाटन गोण्डा।25 जुलाई, 2025 शुक्रवार को आयुक्त सभागार में आयुक्त देवीपाटन शशि भूषण लाल सुशील की अध्यक्षता में आईसीडीएस कार्यक्रमों की मंडलीय समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में मण्डल के सभी जिलों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बाल विकास परियोजना अधिकारियों के साथ आईसीडीएस के तहत चलने वाले सभी कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की गई।

आयुक्त ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण, पुष्टाहार वितरण, हॉट कुक्ड फूड योजना, पोषण ट्रैक्टर सहित कई बिंदुओं पर समीक्षा की।

आयुक्त ने कहा कि जिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्टंटिंग (नाटापन) की दर अधिक हो वहां पर आवश्यक कदम उठाकर स्टंटिंग की दर को कम किया जाए। इसके अतिरिक्त, सैम (गंभीर कुपोषित) तथा मैम (मध्यम कुपोषित) बच्चों की पोषण स्थिति को बेहतर बनाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिये । आयुक्त ने कहा कि कुपोषण की स्थिति को दूर करना सरकार की प्राथमिकता में है और इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित निगरानी, पोषण पोटली वितरण, गृह भ्रमण और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से समन्वित प्रयास अनिवार्य हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी अपनी अपनी जिम्मेदारी को समझ कर कुपोषण की समस्या को समाप्त करें।

सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में नियमित रूप से आईसीडीएस के तहत संचालित कार्यों की समीक्षा कर कुपोषण की समस्या को दूर कर बच्चों एवं महिलाओं को बेहतर पोषण दिलाना सुनिश्चित करें। बैठक में अपर आयुक्त व संयुक्त विकास आयुक्त मौजूद रहे।

नगरा में नवागत थानाध्यक्ष रत्नेश दुबे ने कार्यभार सम्भाला
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। नगरा में नये थानाध्यक्ष के रुप में रत्नेश दुबे का कार्यभार ग्रहण करते ही लोगों में प्रसन्नता व्याप्त है। निवर्तमान नगरा थानाध्यक्ष कौशल कुमार पाठक का तबादला मनियर के लिए हो जाने के बाद नये थानाध्यक्ष के पद पर मनियर से ही रत्नेश दुबे को नगरा का कमान सौंपा गया है। नगरा थाने के थानाध्यक्ष के पदभार को रत्नेश दुबे ने शुक्रवार को विधिवत रूप से संभाल लिया। दुबे के आगमन पर थाना परिसर में स्वागत समारोह जैसा माहौल रहा। पुलिस कर्मियों ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। दुबे इससे पहले कई थानों में सेवाएं दे चुके हैं और अपनी तेजतर्रार छवि के लिए पहचाने जाते हैं। नवागत थानाध्यक्ष रत्नेश दुबे ने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। दुबे ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वे जनता से संवाद स्थापित कर, भरोसे के साथ पुलिसिंग को आगे बढ़ाएंगे। उनका मानना है कि पुलिस और आमजन के बीच विश्वास की डोर जितनी मजबूत होगी, उतनी ही बेहतर शांति व्यवस्था कायम की जा सकेगी। क्षेत्रीय लोगों को अब रत्नेश दुबे से शान्ति सुरक्षा की प्राथमिकता से भरोसा और नयी उम्मीदें जगीं हैं।
कन्नौज पहुंचे अखिलेश यादव की प्रेसवार्ता, भाजपा सरकार पर साधा निशाना

पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज। शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने नमाजवादी कहने को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी के लोग नफरत फैलाना चाहते है, यह नकली लोग है, इन नकली लोगों से बचाओ हमे। स्कूल मर्ज करने को लेकर कोर्ट के फैसले पर उन्होंने कहा कि मै कोर्ट का धन्यवाद देता हुं और समाजवादी लोग गांव-गांव जाएंगे अगर यह स्कूल बंद होते है तो पढ़ाएंगे और समाजवादी सरकार बनेगी तो पुनः स्कूल और अच्छे स्कूल बनाए जायेंगे।

सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार तो हेराफेरी करने वाली है। ये बीजेपी वालों को कैमरे से बड़ा डर लगता है। कैमरे से सीसीटीवी से, याद कीजिए चंडीगढ़ में कैसे पकड़े गए थे वोट गड़बड़ करते हुए और इसमें वोटर लिस्ट में हेरा फेरी पहली नही है, पहले भी करते रहे यह लोग, लेकिन यह पकड़े गए। हम लोगों ने 18 हजार वोट निकाले थे एफेडेविट के साथ जो कभी इन्होंने डिलीट किए थे, वोट डाल नही पाये थे और खासकर उनमें पीडीए परिवार के लोग वोटर थे।

उनके इन लोगों ने वोट डिलीट किए थे, हम लोगों ने ऐफेडेविट लगवाकर शिकायत की, और याद कीजिए हम लोग फकीरेपुर्वा हम लोग गए थे वहां पर बीएलओ हेराफेरी कर रहा था। जब जानकारी दी कि वोट नही बन रहा है तो उस बीएलओ को सस्पंेट किया गया था,

बिजली व्यवस्था को लेकर अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके मंत्री जो कह रहे है वह आप लोग भी जानते हो वह कह रहे है कि बिजली न आए तो मंदिर में जाकर घंटा बजाइए। पूजा पाठ कीजिए या भगवान का नाम लीजिए, अच्छीइंकार बात है तो हम सब लोग भगवान का नाम लेंगे, भगवान का नाम लेंगे जिससे सरकार चली जाए तभी बिजली आएगी। जब यह सरकार जाएगी तब बिजली आएगी। सरकार जब जाएगी तब स्वास्थ्य सेवाएं और स्वास्थ्य अच्छा होगा।

संत अनुरूद्धाचार्य के सवाल को लेकर अखिलेश यादव ने दिया यह संदेश

संत स्वामियों के लिए संदेश देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मै सभी संत स्वामियों से कहूॅंगा कि राजनीति में मत उलझो, क्यों कि देखिए एक मनु महाराज आए थे, सब गड़बड़ करा धरा उनका है। इसलिए मनु महाराज ने जो गड़बड़ किया उसको सुधारे तब तो वह संत महान और प्रभु हमारे होंगे और यदि वह मनु महाराज वाली गड़बड़ी दोहराएंगे, तो हम कभी स्वीकार नही करेंगे।

अखिलेश ने डिप्टी सीएम पर नमाजवादी पार्टी को लेकर साधा निशाना, चौकीदार बताकर हँसकर किया उपहास

डिप्टी सीएम के नमाजवादी पार्टी कहने पर बोले अखिलेश यादव कहा कि जो यह डिप्टी सीएम है इनको कई बार डपट पड़ चुकी, फिर भी यह नही मान रहे। इनके अस्पतालों में कुत्ते छठवें फ्लोर पर घूम रहे है समझिए, थर्ड फ्लोर पर, सोंचिए आप अपने विभाग पर ध्यान नही दे रहे है, कहीं दबाई नही, इलाज नही, और जो नमाजवादी है मैने कहा कि उनके पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष और पहले प्रधानमंत्री उनके नाम का प्रस्ताव रखने वाले पाॅंच बार के नमाजी थे और जब भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ क्यों कि जो यह डिप्टी सीएम है जानते कुछ नही है, यह किसी के चैकीदार थे कभी, हालांकि सिक्योरिटी आॅफिसर एक अच्छी पोस्ट होती है उसका बुरा नही मानना चाहिए कभी, लेकिन वह वाले सिक्योरिटी आॅफिसर थे जो लाठी वाले नही होते है।

वह चैकीदार थे, तो अब डिप्टी सीएम बन गए है तो बड़ा सम्मान का पद है और उनके रिश्तेदार भी यहां पर हैं कन्नौज में, कन्नौज में उनकी रिश्तेदारी भी है इसलिए उनको नमाजवादी नही बोलना चाहिए और अगर वह नमाजवादी बोल रहे है तो जिस पार्टी में वह है उनके गठन में उनका जो आयोजन हुआ था अधिवेशन उसमें पाकिस्तान के एक बहुत बड़े वह राष्ट्रपति थे या प्रधानमंत्री मुझे नही पता उन्ही के परिवार के लोग बम्बई में रहते है उन्होंने पैसा दिया था उस अधिवेशन के लिए।

एम्स गोरखपुर में पहली बार सूजनयुक्त आंत्र रोग या आंतों का सूजन संबंधी रोग (IBD) के इलाज में बड़ी उपलब्धि

गोरखपुर। 23 जुलाई 2025 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गोरखपुर में चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई कामयाबी हासिल हुई है। यहां पहली बार छोटी आंत से पाउच बनाकर मलद्वार से जोड़ने की सर्जरी, Ileal Pouch Anal Anastomosis (IPAA) नाम की जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। यह सर्जरी उन मरीजों के लिए की जाती है जो Inflammatory Bowel Disease (IBD) से पीड़ित होते हैं और जिनका इलाज दवाओं से संभव नहीं होता।

एम्स गोरखपुर में इससे पहले भी चार Subtotal Colectomy सर्जरी सफलतापूर्वक की जा चुकी हैं। इस उपलब्धि के साथ अब पूर्वांचल के मरीजों को जटिल आंत की बीमारियों का इलाज अपने ही क्षेत्र में मिल सकेगा।

यह सर्जरी मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम (MDT) के प्रयासों का परिणाम है, जिसमें सर्जरी विभाग, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग और एनेस्थीसिया विभाग ने मिलकर काम किया।

सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. गौरव गुप्ता ने कहा, “यह हमारे विभाग और संस्थान के लिए गर्व की बात है। अब हम IBD के जटिल मरीजों का बेहतर इलाज दे सकते हैं।”

गैस्ट्रो विभाग के प्रो. डॉ. सौरभ केडिया ने बताया, “IBD का इलाज सिर्फ दवाओं से नहीं होता। जब दवाएं असर नहीं करतीं, तब सर्जरी की जरूरत पड़ती है। हम हर मरीज की स्थिति के अनुसार इलाज की योजना बनाते हैं।”जीवनशैली में क्या बदलाव करें?

IBD से पीड़ित मरीजों को अपने खानपान और जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने चाहिए:

✔️ सादा, सुपाच्य भोजन लें

✔️ तेल, मसाले, तले हुए और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें

✔️ ज्यादा पानी पिएं, हाइड्रेटेड रहें

✔️ धीरे-धीरे खाएं और खाना अच्छी तरह चबाएं

✔️ तनाव कम करें – योग, ध्यान या हल्की कसरत मददगार हो सकती है

✔️ धूम्रपान और शराब से बचें

✔️ नियमित फॉलो-अप और दवा का पालन करें

एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. भूपेंद्र ने कहा कि इस तरह की लंबी और जटिल सर्जरी के दौरान मरीज की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करना बेहद जरूरी होता है। ऑपरेशन के दौरान नाड़ी, रक्तचाप और सांस की लगातार निगरानी की जाती है।

सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. रवि गुप्ता, डॉ. आशीष मिश्रा, डॉ. स्वाति और डॉ. हर्षा जागनानी शामिल रहे। एनेस्थीसिया टीम में डॉ. शांतोष, डॉ. भूपेंद्र, डॉ. आशीषुतोष और डॉ. नीरज ने अहम भूमिका निभाई।

डॉ. रवि गुप्ता ने बताया कि

इस सर्जरी में तीन चरण होते हैं:

1. पहले चरण में बड़ी आंत को निकाल दिया जाता है।

2. दूसरे में छोटी आंत से एक पाउच बनाया जाता है और उसे गुदा से जोड़ा जाता है।

3. तीसरे चरण में बाहर निकाले गए रास्ते (स्टोमा) को बंद किया जाता है, ताकि मरीज बिना बाहरी स्टोमा बैग के सामान्य रूप से मल त्याग कर सके।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (डॉ.) विभा दत्ता (सेवानिवृत्त) ने इस सफलता पर खुशी जताते हुए कहा, “यह सर्जरी पूर्वांचल के लिए एक नया अध्याय है। मरीजों को अब जटिल इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। हम पूरी टीम को इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं।”

मरीज की कहानी:

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का 16 वर्षीय युवक, जिसे गंभीर अल्सरेटिव कोलाइटिस था, को अक्टूबर 2024 में एम्स लाया गया। पहले चरण में उसकी आपातकालीन सर्जरी की गई। फिर 9 महीने तक पोषण, दवाएं और स्वास्थ्य में सुधार लाने पर ध्यान दिया गया। अंततः 17 जुलाई 2025 को दूसरी सर्जरी कर IPAA प्रक्रिया पूरी की गई। अब मरीज स्वस्थ है और तेजी से ठीक हो रहा है।

IBD क्या है?

IBD यानी Inflammatory Bowel Disease एक पुरानी बीमारी है जिसमें आंतों में बार-बार सूजन होती है। इसके लक्षणों में बार-बार दस्त, खून आना, पेट दर्द, वजन घटना, और थकान शामिल हैं। दवाओं से इलाज न होने पर सर्जरी की जरूरत पड़ती है।

इस सर्जरी का महत्व:

IPAA सर्जरी से मरीज को स्टोमा बैग से छुटकारा मिल सकता है और उसकी जीवन गुणवत्ता बेहतर होती है। यह एम्स गोरखपुर की एक बड़ी उपलब्धि है जो पूर्वांचल के हजारों मरीजों को उम्मीद और राहत देगी।