*झारखंड मुक्ति मोर्चा में टिकट के लिए आवेदन देने वालो को पार्टी फंड के लिए देना होगा 51हज़ार, दबी जुबान से इस फरमान का हो रहा है विरोध
झारखंड डेस्क
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने टिकट के दावेदारों के लिए नया नियम बनाया है जिसके कारण दावेदारों कि भीड़ काम हो जाएगी. नए नियम के तहत झारखंड विधानसभा में टिकट के दावेदारों को आप टिकट के लिए आवेदन के साथ पार्टी फंड के लिए 51 हज़ार रुपए भी जमा करने होंगे.
रांची में हुई केंद्रीय कमेटी की बैठक में यह निर्णय पार्टी की ओर से लिए गए. इस नियम के बाद झामुमो के वैसे स्वयंभू दावेदार जो टिकट के लिए होर्डिंग-बैनर छपवा रहे थे, अचानक से गायब हो जाएंगे.
पार्टी का मकसद भी यही है कि हर चौक-चौराहे पर अपने को टिकट का दावेदार बताने वाले रांची आकर भीड़ न बढ़ाएं.
हालांकि दबी जुबान से पार्टी कार्यकर्ता इसका विरोध भी कर रहे हैं, लेकिन कोई भी खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं हो रहा है. टिकट के जो वास्तविक दावेदार हैं, वह ड्राफ्ट बनवाने में जुट गए हैं.
दावेदारी के लिए जिला कमेटी से अनुशंसा की जरूरत नहीं
झामुमो में टिकट दावेदारी के लिए जिला कमेटी से अनुशंसा की भी जरूरत नहीं है. पहले जिलाध्यक्ष और सचिव दावेदारों की सूची अनुमोदित कर भेजते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है.
पार्टी ने नियम बनाया है कि टिकट के दावेदार अपना आवेदन और 51 हजार रुपये का ड्राफ्ट जिला कमेटी के पास सीधे जमा करा सकते हैं.जिला कमेटी उसे केंद्रीय कमेटी को भेजेगी। टिकट पर अंतिम निर्णय पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन ही लेंगे.
टुंडी में कम, सिंदरी-निरसा में एक दर्जन से अधिक दावेदार
टुंडी विधानसभा सीट पर सीटिंग विधायक रहने की वजह से यहां दावेदार कम हैं. हालांकि यहां भी पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश टुडू अपना दावा कर रहे हैं. सिंदरी विधानसभा सीट से कई दावेदार हैं.इसमें पूर्व विधायक फूलचंद मंडल, मन्नू आलम, मुकेश सिंह समेत कई और नेता हैं.
इसी तरह निरसा में अशोक मंडल, जिलाध्यक्ष लक्खी सोरेन समेत कई दावेदार टिकट के लिए लॉबिंग कर रहे हैं. अब इन दावेदारों को अपना आवेदन 51 हजार रुपए के ड्राफ्ट के साथ सेंट्रल कमेटी के पास जमा करना होगा.
JMM से जुड़े नेताओं में पार्टी के प्रति नाराजगी
नाम नहीं छापने की शर्त पर झामुमो के एक कद्दावर नेता ने बताया कि झामुमो हमेशा से गरीबों की पार्टी रही है.वह पछले कई साल से झारखंड मुक्ति मोर्चा से जुड़े हुए हैं.
उन्होंने बताया कि वह अपना पूरा जीवन पार्टी के लिए समर्पित कर दिया.लेकिन चुनाव के समय पार्टी टिकट देने के नाम पर अगर उनसे पैसे मांग रही है तो क्या यह न्याय संगत है.
Oct 19 2024, 11:06