किताबें करती हैं बातें, बीते जमानों की... साई कॉलेज में आयोजित पुस्तक प्रदर्शनी में प्राध्यापक और विद्यार्थी विवेकानन्द के साहित्य से हुए अवगत
अम्बिकापुर- रामकृष्ण मिशन की स्थापना के 125 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर स्वामी विवेकानन्द के साहित्य का चलित पुस्तकालय देश के प्रत्येक जिले में ज्ञान की गंगा बहाते हुए अंम्बिकापुर के श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पहुंचा। महाविद्यालय परिसर में पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित हुई जिसमें धर्म, संस्कृति, दर्शन, राजयोग, कर्मयोग, ज्ञानयोग, भक्तियोग की पुस्तकें विद्यार्थियों के लिए आकर्षण की केन्द्र रहीं। प्रदर्शनी का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव और श्रीरामकृष्ण मिशन के सचिव तन्मयानन्द ने युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानन्द की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वामी तन्मयानन्द ने कहा कि पुणे स्थित रामकृष्ण मठ के द्वारा संचालित यह पुस्तक रथयात्रा देश के प्रत्येक जिलों में पहुंच रही है। इस का लक्ष्य स्वामी विवेकानन्द के साहित्य और धर्म- दर्शन से अवगत कराना है। उन्होंने कहा कि जब आप किसी साहित्य का पढ़ते हैं तो उसके लेखक, रचियता के साथ आपका संवाद होता है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि जब आप पुस्तक पढ़ते हैं तो आपके अनुभव के साथ लेखक का अनुभव जुड़ जाता है। पाठक के साथ लेखक का अनुभव पुस्तक के माध्यम से साझा होना आपके बौद्धिक बुद्धि विकल्प को ऊंचा उठा देता है। आप सचेत से ज्ञानी और ज्ञानी से आप्त पुरूष बन जाते हैं। प्राचार्य डॉ. श्रीवास्तव ने पुस्तकों की विरासत, महत्ता को लेकर शफदर हाशमी की रचित कविता किताबें करती हैं बातें, बीते जमानों की, दुनिया की, इंसानों की...सुनाया। इस अवसर पर स्वामी तन्मयानन्द ने विवेकानन्द साहित्य की पुस्तकें उपहार स्वरूप महाविद्यालय को भेंट किया।
कार्यक्रम के दौरान कला और समाज कार्य संकाय के अध्यक्ष आर.एन. शर्मा, लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष शैलेष देवांगन, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष विवेक कुमार गुप्ता, ग्रंथपाल सूर्य ज्योति शर्मा तथा सभी प्राध्यापकों ने साहित्य और दर्शन की पुस्तकों का परखा तथा विद्यार्थियों ने मनोवांछित पुस्तकों की खरीदारी की।
Oct 18 2024, 17:13