Bhopal News : कहकशां ए अदब का ताज इस बार उस्ताद शायर जफर सहबाई के सिर पर, जानें क्या है आयोजन
भोपाल। सियासत की एक लंबी पारी खेलने वाले पूर्व विधायक आरिफ अकील जितना राजनीतिक मैदान में सक्रिय रहे, उतना ही जोश साहित्य, संस्कृति, मनोरंजन, भाषा विकास और लोगों के साथ जुड़ने के अवसरों की तलाश में दिखाते रहे हैं। उनके जीवनकाल में आकार लेने वाली एक साहित्यिक संस्था कहकशां ए अदब अपने वजूद के करीब ढाई दशक का लंबा सफर पूरा कर चुकी है। हर महीने शायर, साहित्यकार, पत्रकार या समाज में विशेष योगदान देने वाले व्यक्ति को सम्मानित करने का एक अनवरत सिलसिला भी जारी है। इस कड़ी में इस शनिवार को प्रदेश के उस्ताद शायर कहे जाने वाले जफर सहबाई को एजाज ए खास से नवाजा जाएगा।
हर माह के पहले शनिवार को लक्ष्मी टॉकीज सराय में सजने वाली कहकशां ए अदब महफिल की बागडोर अब पूर्व मंत्री आरिफ अकील के वारिस विधायक आतिफ अकील ने सम्हाल ली है। 5 अक्टूबर की रात यह महफिल ए खास सजाई जाएगी। शहर और प्रदेश के नामवर शायरों के कलाम इस दौरान गूंजेंगे। कार्यक्रम की परंपरा के मुताबिक इस आयोजन के दौरान इस बार भी शायरों और अदीबो का सम्मान किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस बार का कहकशां ए अदब सम्मान से उस्ताद शायर जफर सहबाई को नवाजा जाएगा।
कुछ खास है सम्मान
कहकशां ए अदब सम्मान बाकी आयोजनों की तरह ही है। जिसमें शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र होता है। फूलों की मालाएं भी पहनाई जाती हैं। लेकिन चंद फूलों की एक या दो मालाओं पर इसका अंत नहीं होता, सिलसिला शुरू होता है तो सम्मान पाने वाले का चेहरा फूलों की ऊंचाई से ढंक जाने तक चलता रहता है। वर्ष 2002 से निरंतर जारी इस सम्मान समारोह को अब तक कई बड़े नामों का साथ मिला है। कई नामवर और स्थापित शायरों की सफलता की यात्रा इस मंच से ही शुरू होकर देश दुनिया तक पहुंची है।
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Oct 04 2024, 20:14