आजमगढ़ : फूलपुर में शुकदेव परीक्षित मिलन और वराह अवतार की कथा की कथा सुनकर श्रद्धालु भक्त हुए भावविभोर
सिद्धेश्वर पाण्डेय
आजमगढ़ । फूलपुर नगर स्थिति श्री रामलीला मैदान
में चल रहे संगीतमय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन रविवार को कथा सुनने लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी । इस दौरान कथा वाचक श्री आशुतोष महाराज जी ने सुकदेव परीक्षित मिलन और वराह अवतार की कथा को बड़े ही सुन्दर ढंग से सुनाया।
उन्होंने कहा कि संसार में जो भी जीव आता है। उसे संसार छोड़कर अवश्य जाना पड़ता है। आवागमन ही संसार की रीत है। जिस प्रकार जीवन जिया जाता है, उसी प्रकार मृत्यु को सुधारना आवश्यक है। इसे सत्संग और भगवान की शरण में जाकर ही सुधारा जा सकता है। ताकि जीवात्मा मुक्त होकर परमात्मा के चरणों को प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनाते हुए शुकदेव को छह दिन बीत गए और उनकी मृत्यु में बस एक दिन शेष रह गया। राजा को शोक और मृत्यु का भय कम नहीं हुआ तब सुकदेव जी ने राजा को एक कथा सुनाई। परीक्षित ने मृत्यु के भय को भुलाते हुए मानसिक रूप से निर्वाण की तैयारी कर ली और अंतिम दिन का कथा श्रवण पूरे मन से किया। कहा कि शिक्षा ग्रहण करने के बाद परीक्षित ने शुकदेव से कहा कि अब उन्हें सांपों के काटने का कोई डर नहीं है। उन्होंने आत्मा और ब्रम्हा की प्रकृति को जान लिया है। जब सुखदेव चले गए तो परीक्षित ने बैठकर ध्यान लगाना शुरू कर दिया। इसी दौरान उस काल के प्रचलित नाग वंश तक्षक का एक नाग ब्राह्मण की वेशभूषा में उनके नजदीक आया। उन्होंने परीक्षित को काट खाया और इससे परीक्षित की मौत हो गई। कथा शुरू होने से पूर्व वादन कलाकारों ने अपनी साधी हुई प्रस्तुतियों को भगवान श्री कृष्ण के चरणों में समर्पित किया। इस मौके पंडित दुर्गेश पांडेय, आशुतोष, अनिल जयसवाल, सुरेश मौर्य, अरविंद रावत सहित काफी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी
Sep 29 2024, 17:34