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बिहार में गंगा का कहर जारी : मुंगेर मे रेलवे ट्रैक पर चढ़ा पानी, ट्रेन सेवा प्रभावित

डेस्क : बिहार गंगा समेत कई नदियों में उफान से में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। मुंगेर जिले के बरियारपुर में गंगा अपना रौद्र रुप दिखा रही है। बरियारपुर-रतनपुर रेलवे ट्रैक को बाढ़ के पानी ने छू लिया। इसके बाद रेलवे ने ट्रेनों के आवागमन को बंद कर दिया है। रेल प्रशासन ने जमालपुर-भागलपुर रेल खंड को फिलहाल बंद करते हुए कई गाड़ियां को या तो कैंसिल कर दिया। कई महत्वपूर्ण गाड़ियों का रूट परिवर्तन कर दिया है।

पूर्व रेलवे मालदा के डीआरएम मनीष कुमार गुप्ता ने बताया कि जमालपुर-भागलपुर रेल खंड स्थित बरियारपुर-रतनपुर-सुल्तानगंज स्टेशन के बीच रेल पुल संख्या 195 के गार्डर के पास गंगा का पानी पहुंच गया है। जमालपुर-सुल्तानगंज रेल खंड के बीच कई जगह पर बाढ़ का पानी रेलवे ट्रैक को अब छूने की स्थिति में है। बरियारपुर के पुल संख्या 195 के गाडर्र को बाढ़ का पानी छू रहा है। जिस कारण रेलवे ट्रैक इस समय बाढ़ के पानी का भारी दबाव का सामना कर रहा है।

उन्होंने बताया कि जमालपुर और सुल्तानगंज रेल खंड को फिलहाल बंद करते हुए कई गाड़ियां को कैंसिल कर दिया गया है। वहीं, कुछ का मार्ग परिवर्तन किया है। वहीं यात्रियों ने बताया की स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने आए थे पर सूचना मिली की बाढ़ का पानी ट्रैक पर चढ़ जाने के कारण जमालपुर-भागलपुर रूट को फिलहाल बंद कर दिया गया है।

इन ट्रेनों को रेलवे ने किया कैंसिल

13016/13015 जमालपुर-हावड़ा-जमालपुर एक्सप्रेस (जेसीओ 22।09।24।)। 13333/13334 पटना-दुमका-पटना एक्सप्रेस (22।09।24।) 3401/13402 भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस (22।09।24।)। 05573/05574 सरायगढ़-देवघर-सरायगढ़ टॉड (22।09।24।)। 03406/03405 जमालपुर-भागलपुर-जमालपुर डीएमयू पीजीआर (22।09।24।)। 05416/05415 जमालपुर-साहिबगंज-जमालपुर पीजीआर (22।09।24।), 05408 जमालपुर-रामपुरहाट पीजीआर और 03460/03459 जमालपुर-भागलपुर डीएमयू पैसेंजर (22।09।24।)। 03433/03434 जमालपुर-किऊल मेमू पैसेंजर (22।09।24।)।

इन ट्रेनों के रूट में किया गया बदलाव

05672 आनंद विहार टर्मिनल-गुवाहाटी मार्ग को मुंगेर-कटिहार के रास्ते। 12368 आनंद विहार टर्मिनल-भागलपुर एक्सप्रेस (JCO 21।09।24) को जसीडीह-बांका के रास्ते। 13416 पटना-मालदा एक्सप्रेस (21।09।24) किउल-जमालपुर-मुंगेर-कटिहार के रास्ते। 3242 राजेंद्रनगर-बांका (JCO 21।09।2024) झाझा-जसीडीह, 13484 भटिंडा-बालूरघाट एक्सप्रेस (20।09।24) को जमालपुर-मुंगेर-कटिहार के रास्ते डायवर्ट किया गया। 13413 बालुरघाट-भटिंडा एक्सप्रेस और 13031 हावड़ा-जयनगर एक्सप्रेस (21।09।24) को भागलपुर-बांका-जसीडीह-जाझा के रास्ते डायवर्ट किया गया।

13032 जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस ( 21।09।24) को किउल-झाझा-आसनसोल के रास्ते डायवर्ट किया गया। वहीं 15658 कामाख्या-दिल्ली जं। ब्रह्मपुत्र मेल (जेसीओ 21।09।24) को कटिहार-बरौनी, 12367 भागलपुर-आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस (22।09।24) वाया बांका-जसीडीह-झाझा, 13023 हावड़ा-गया एक्सप्रेस (21।09।24) वाया बांका-जसीडीह, 22947 सूरत-भागलपुर एक्सप्रेस? (21।09।24) वाया जसीडीह-बांका-भागलपुर, 09451 गांधीधाम जंक्शन-भागलपुर टॉड जे(20।09।24) वाया जसीडीह-बांका-भागलपुर, 13430 आनंद विहार टर्मिनल-मालदाटाउन एक्सप्रेस (21।09।24) वाया किऊल-जमालपुर-मुंगेर-कटिहार-मालदाटाउन के रास्ते रवाना होगी।

गया-हावड़ा एक्सप्रेस आसनसोल के रास्ते रवाना होगी: 13241 बांका-राजेंद्रनगर एक्सप्रेस (22।09।24) वाया बांका-जसीडीह-झाझा, 15657 दिल्ली जंक्शन-कामाख्या ब्रह्मपुत्र मेल मेल (21।09।24)वाया जमालपुर-मुंगेर-कटिहार, 22311 गोड्डा-लोकमान्यतिलक एक्सप्रेस वाया दुमका-जसीडीह (22।09।24।), 13024 गया-हावड़ा एक्सप्रेस (JCO 22।09।24) वाया किऊल झाझा-आसनसोल, 03413 मालदाटाउन-नई दिल्ली टूड (22।09।24) वाया कटिहार-बरौनी, 13424 अजमेर-भागलपुर एक्सप्रेस (21।09।24) वाया झाझा-जसीडीह-बांका, 08601/08602 रांची-भागलपुर परीक्षा स्पेशल (22।09।24)वाया सैंथिया-रामपुरहाट-बरहरवा-भागलपुर, (08601 रांची-भागलपुर स्पेशल 10।05 बजे भागलपुर पहुंचेगी, 08602 भागलपुर-रांची स्पेशल 17।35 बजे भागलपुर से रवाना होगी।

सीएम नीतीश ने अयोध्या और सीतामढ़ी के बीच की वन्दे भारत ट्रेन चलाने की मांग की, पीएम मोदी को लिखा पत्र

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अयोध्या और सीतामढ़ी की बीच वन्दे भारत ट्रेन चलाने की मांग की है। इस बावत उन्होने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। दरअसल बीते शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में पुनर्विकास कार्य की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनौरा धाम में माता जानकी मंदिर का पुनर्विकास कार्य भव्य ढंग से कराएं, इसके लिए हर प्रकार का सहयोग राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।

वहीं आज रविवार को मुख्यमंत्री ने सीतामढ़ी जिले में अवस्थित माँ सीता की जन्म स्थली पुनौरा धाम हेतु सड़क एवं रेल सम्पर्कता के संबंध में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है की सर्वप्रथम मैं आपको अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण एवं पवित्र नगरी अयोध्या के विकास हेतु किये गये कार्यों के लिए बधाई देता हूँ।

मुझे आपको यह बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि बिहार राज्य के अन्तर्गत सीतामढ़ी जिले में अवस्थित पुनौरा धाम माता सीता की जन्मस्थली के रूप में विख्यात है। भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या की तरह ही माता सीता की जन्म स्थली पुनौरा धाम का भी वृहद धार्मिक महत्व है। बिहार सरकार द्वारा यहाँ पर 50 एकड़ भूमि को अधिग्रहीत कर पुनौरा धाम अन्तर्गत माँ सीता के मंदिर परिसर के विस्तार एवं सौंदर्यीकरण का निर्णय लिया गया है।

सीएम ने पत्र में लिखा है कि यह संतोष का विषय है कि भारत सरकार द्वारा अयोध्या से सीतामढ़ी जिले तक राम-जानकी मार्ग के निर्माण हेतु कार्य किया जा रहा है। इस मार्ग के बन जाने से श्रद्धालुओं को अयोध्या के साथ ही माँ सीता की जन्म स्थली पुनौरा धाम आने में सुविधा होगी। अनुरोध है कि इस मार्ग को शीघ्र पूर्ण किये जाने हेतु संबंधित मंत्रालय को आवश्यक निदेश देने की कृपा की जाय। साथ ही भारत सरकार द्वारा हाल के दिनों में रेलवे सम्पर्कता के संबंध में कई जनोपयोगी कार्य किये गये हैं जिसमे वंदे भारत ट्रेन का परिचालन भी महत्वपूर्ण है। बिहार राज्य को भी इससे लाभ हुआ है जिसके लिए मैं आपको विशेष रूप से धन्यवाद देता हूँ।

मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच बेहतर रेल सम्पर्कता हो जाने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। अनुरोध है कि अयोध्या से सीतामढ़ी के बीच भी एक वंदे भारत ट्रेन के परिचालन हेतु रेल मंत्रालय को समुचित निदेश देने की कृपा की जाय।

दूसरे राज्यों से खेती के गुर सीखेंगे बिहार के किसान, कृषि मंत्री ने 191 किसानों को प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हरी झंडी

डेस्क : बिहार के किसान अब दूसरे राज्यों से खेती का प्रशिक्षण लेंगे। इसे लेकर राजधानी पटना के कृषि भवन सभागार में बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बिहार के 6 जिलों से 191 किसानों को आत्मा योजना के अंतर्गत देश के विभिन्न संस्थानों में प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जहां इन किसानों को प्रशिक्षण और जानकारियां दी जायेंगी।

इस मौके पर कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आज की देश के अलग-अलग केंद्रों पर किसानों को प्रशिक्षित करने और परिभ्रमण के लिए आज बिहार से भेजा जा रहा है। इनमे से कुछ किसान दिल्ली के आईसीआर जा रहे हैं, कुछ किसान बकरी पालन के संस्थान मथुरा जाकर प्रशिक्षण लेंगे, तो कुछ किसान उतराखंड के अल्मोड़ा जा रहे हैं। जहां मोटे अनाज के उत्पादन की तकनीक को सीखेंगे।

कृषि मंत्री ने कहा कि उनका मकसद है किसनों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना। वहीं इस मकसद को लेकर ही कृषि विभाग समय-समय पर किसानों को प्रशिक्षण और परिभ्रमण के लिए अन्य प्रदेश भेजती है। इस बार भी यही काम किया गया है।

मंगल पांडे ने दावा किया कि यह किसान जब विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित होकर बिहार आएंगे तो अन्य किसानों को भी प्रशिक्षित करके खेती की नई टेक्नोलॉजी को सिखाएंगे।

सीएम नीतीश कुमार ने दिए सख्त निर्देश : अपराध काबून करने में कोताही बर्दास्त नहीं, लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर होगी सख्त कार्रवाई

* डेस्क : बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कोई कोताही बर्दास्त नही जाएगी। अपराध काबू करने में कोताही पर पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में गृह विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में स्पष्ट कर दिया कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध अनुसंधान कार्य में तेजी लाएं और इसे ससमय पूर्ण करें ताकि दोषियों पर जल्द कार्रवाई हो सके। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस और प्रशासन मुस्तैदी से कार्य करे तथा अपराध नियंत्रण हेतु पूरी सख्ती से कार्रवाई करें। गश्ती में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें, रात्रि गश्ती और तेज करें। रात्रि एवं पैदल गश्ती को और प्रभावी बनाने के लिये वरीय पदाधिकारी क्षेत्र में जाकर रात्रि में स्वयं औचक निरीक्षण करें।
बिहार के छात्र-छात्राओं को जल्द ही पुलिस विभाग में मिलेगा नौकरी का मौका, सीएम ने सिपाही के खाली पड़े 1.23 लाख पदों पर जल्द बहाली का दिए निर्देश*

डेस्क : नौकरी की तलाश मे जुटे बिहार के छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें बिहार पुलिस में नौकरी करने का मौका मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुलिस विभाग में खाली पड़े तकरीबन 1.23 लाखों पदों पर जल्द बहाली करने का निर्देश दिया है। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते शनिवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में गृह विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में स्पष्ट कर दिया कि विधि व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सीएम ने कहा कि खाली पड़े 1.23 लाख पदों पर महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण के साथ जल्द बहाली करें। उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस की संख्या बढ़ाने के लिये विभिन्न श्रेणियों में 2,29,139 पद स्वीकृत किये जा चुके हैं। 1,06,436 पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। शेष रिक्त पदों पर बहाली शीघ्र करें। सीएम ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। जल्द-से-जल्द बचे हुए पदों पर पुलिस की बहाली होने से कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने में और सहूलियत होगी। हमने वर्ष 2013 से ही पुलिस में महिलाओं के लिये 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है। अभी बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या लगभग 30 हजार हो गयी है। बिहार पुलिस में महिलाओं की भागीदारी देश में सबसे ज्यादा है। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व डॉ. एस. सिद्धार्थ, निदेशक सह महासमादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएं शोभा अहोतकर, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार व कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, गृह विभाग के सचिव प्रणव कुमार, गृह विभाग की विशेष सचिव के.एस. अनुपम, पुलिस महानिरीक्षक सह अपर समादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा सुनील नायक तथा गृह विभाग के अपर सचिव अनिमेष पांडेय मौजूद रहे।
बिहार में डेंगू का कहर जारी : 140 नए मरीजों के साथ मरीजों की संख्या 2 हजार के पार, राजधानी पटना बना हॉटस्पॉट*


डेस्क : बिहार में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्यभर में हर दिन डेंगू से पीड़ितों की संख्या में बढ़ोत्तरी का सिलसिला जारी है। बीते शुक्रवार 20 सितंबर को 140 नए डेंगू मरीज मिले हैं। इनमें सिर्फ पटना के 80 डेंगू पीड़ित हैं। इसके साथ ही पूरे राज्य में इस साल एक जनवरी से 19 सितंबर तक डेंगू मरीजों की कुल संख्या 2381 हो गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित राजधानी पटना है। इस साल अब तक सिर्फ पटना में ही 1145 डेंगू के नए मरीज हो चुके हैं। पटना के बाद सबसे अधिक 14 डेंगू मरीज गया में मिले। बेगूसराय में 5, औरंगाबाद 4, वैशाली 4, सारण में 4 नए डेंगू मरीज मिले। दरभंगा, कटिहार, मधुबनी, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में 3-3 नए डेंगू मरीज मिले। पटना में अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या एक हजार के पार होकर 1057 पर पहुंच गई है। अबतक छह लोगों की मौत पटना के अस्पतालों में हो चुकी है। इनमें से तीन पटना के निवासी हैं। शनिवार को अबतक का इस सीजन का सर्वाधिक 78 नए डेंगू मरीज मिले। सबसे अधिक कंकड़बाग में 22, अजीमाबाद में 13, पाटलिपुत्र में 12, एनसीसी में 11, बांकीपुर में तीन और पटना सिटी में एक पीड़ित मिले। अन्य तीन की पहचान नहीं हो पाई है। वहीं प्रखंडों में सबसे अधिक संपतचक में चार, पटना सदर में तीन, बख्तियारपुर में दो पीड़ित मिले।इसके अलावा धनरुआ, फतुहा, खुसरूपुर, पालीगंज में एक-एक पीड़ित मिले। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने निगम और सिविल सर्जन कार्यालय को प्रभावित इलाके में विशेष अभियान चलाकर फॉगिंग और एंटी लार्वासाइड का छिड़काव कराने का निर्देश दिया। उन्होंने लोगों से मच्छरदानी लगाकर सोने, दिन में भी जरूरी हो तो मच्छर रोधी रिप्लेंट लगाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू की दवाइयों का पर्याप्त भंडारण और बेडों की संख्या जरूरत के अनुसार व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सीएम नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण, पीड़ितों को हर सहायता उपलब्ध कराने का दिया निर्देश*


डेस्क : नेपाल, यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड में होने वाली बारिश ने उत्तर बिहार के साथ दक्षिण बिहार की नदियों में उफान ला दिया है। बड़ी नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी का दौर जारी है। नदियों में उफान को देखते हुए फरक्का बराज के साथ-साथ इन्द्रपुरी और वीरपुर बराज के सारे गेट पूरी तरह खोल दिये गये हैं। गंगा के अलावा कोसी, बूढ़ी गंडक, गंडक, घाघरा, पुनपुन और सोन नदी का जलस्तर पिछले 100 घंटे से लगातार खतरे के निशान से ऊपर है। गंगा समेत सभी नदियों के जलस्तर में हुई वृद्धि से बिहार के कई बाढ़ से प्रभावित है। राज्य के 12 जिलों में अगले 72 घंटे तक बाढ़ से राहत की संभावना नहीं है। शनिवार देर रात बरियारपुर के पास रेल पुल पर पानी का दबाव बढ़ने के कारण सुल्तानगंज और जमालपुर के बीच रेल परिचालन रोक दिया गया। वहीं कई ट्रेनें डायवर्ट करनी पड़ी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। उन्होंने गंगा पथ के दीघा घाट से कंगन घाट तक निरीक्षण किया। कंगन घाट, गांधी घाट एवं कृष्णा घाट पर रुककर गंगा के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा और अधिकारियों से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पटना के डीएम को निर्देश दिया कि गंगा के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए अलर्ट रहें और सारी तैयारी रखें। उन्होंने कहा कि सरकारी खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है। गौरतलब है कि सितंबर के पहले पखवारे के बीत जाने के बाद नदियों में ऐसा उफान पहले नहीं हुआ। हाल यह है कि आधा दर्जन से अधिक नदियां पिछले 100 घंटे से अधिक समय से खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यही नहीं गंगा अपने रौद्र रूप में हैं। गंगा का जलस्तर पटना से फरक्का तक तेजी से बढ़ रहा है। हालत यह है कि भागलपुर शहर के कई इलाकों में पानी घुस गया है। सबौर-कहलगांव एनएच-80 पर घोषपुर के पास पानी बह रहा है। इधर, शनिवार को पानी फैलने से बाढ़ पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो गया है। 12 जिलों के 61 प्रखंडों की 327 ग्राम पंचायतों के लोगों पर पलायन का खतरा मंडरा रहा है। इसके बाद सरकार ने राहत बचाव कार्य तेज कर दिया गया है। निचले इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है। 1280 नावें चलाई जा रही हैं। चिकित्सीय सहायता के लिए 18 बोट एंबुलेंस चलाई जा रही हैं। अब तक 57 हजार 500 पॉलिथिन, 11 हजार राशन के पैकेट बांटे गए हैं। गंगा और सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि के बाद नए क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। इससे राज्य में बाढ़ पीड़ितों की संख्या बढ़ गई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार शनिवार को राज्य के 12 जिलों की 9.78 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित रही। शनिवार को कटिहार के भी कई इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। अन्य प्रभावित जिलों में पटना, भोजपुर, वैशाली, सारण, बेगूसराय, बक्सर, समस्तीपुर, मुंगेर, लखीसराय, खगड़िया, भागलपुर शामिल है। शुक्रवार तक 11 जिले की 259 पंचायतों की 5.35 लाख आबादी प्रभावित हुई थी।
विस चुनाव में पार्टी को धारदार बनाने की कवायद में जुटा जदयू : राज्य कार्यकारिणी का किया गठन, सीएम नीतीश समेत 118 सद्स्य शामिल*

डेस्क : 2025 के अंत में बिहार में विधान सभा चुनाव होने है। जिसकी तैयारी में सभी दल जुट गए है। जदयू भी अपनी पार्टी को धारदार बनाने मे जुट गई है। इसी कड़ी में जदयू की राज्य कार्यकारिणी गठित कर दी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित 118 सदस्य इसमें शामिल हैं। 2025 की विधानसभा चुनाव में पार्टी को और सक्रिय तथा मजबूत करने के मद्देनजर नई प्रदेश कार्यकारिणी गठित की गई है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के हस्ताक्षर से शनिवार को राज्यकार्यकारिणी के सदस्यों की सूची जारी की गई है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि राज्य के सभी पदाधिकारी राज्य कार्यकारिणी के सदस्य होंगे। सांसद और विधानमंडल के सदस्य राज्य कार्यकारिणी में विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। प्रदेश कार्यकारिणी में राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पूर्व सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री दशई चौधरी, पूर्व सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, विजय कुमार, संतोष कुमार कुशवाहा, दुलालचंद्र गोस्वामी, अनिल प्रसाद हेगड़े, कविता सिंह, रामकुमार शर्मा, अश्वमेघ देवी, अशफाक करीम, कैलाश बैठा, मनोज कुशवाहा, पूर्व मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, चंद्रिका राय, शैलेश कुमार, वीरेंद्र कुशवाहा, मंजू वर्मा, श्याम बिहारी प्रसाद, लक्ष्मेश्वर राय, जय कुमारसिंह, डॉ. रंजू गीता, मंजर आलम, पूर्व विधायक अभिराम शर्मा, विक्रम कुंवर, नौशाद आलम, पूर्व एमएलसी सलीम परवेज, मंजीत कुमार सिंह, वीरेंद्र कुमार, लखन ठाकुर, मो. नेमतुल्लाह, खलील अंसारी, सत्यदेव कुशवाहा, डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, राज कुमार राय, मनीष कुमार, चंद्रसेन प्रसाद, वीरेंद्र कुमार सिंह, श्याम बिहारी राम, अशोक कुमार, लक्ष्मीकांत मंडल, मो. सबा जफर, प्रभुनाथ राम, हेमनारायण साह, प्रदीप सिंह, अरूण यादव, जयवर्द्धन यादव, जगत नारायण सिंह, पदमपराग राय वेणु, महेश्वर यादव, सरफुद्दीन, रजिया खातून, रमेश सिंह कुशवाहा, डॉ. कृष्णनंदन यादव, मंजू कुमारी, सत्यदेव प्रसाद सिंह, मो. ओबेदुल्लाह, रोजिना नाजिश, रामचंद्र भारती, राजू यादव, राजेश राम, कमर आलम, वाल्मीकि सिंह, दिलीप चौधरी, सूर्यदेव त्यागी, रंधीर सोनी रामचंद्र यादव, अंजली सिन्हा, वीरेंद्र सिंह दांगी, नवीन आर्या, अनिल कुमार, मृत्युंजय कुमार सिंह, शैलेंद्र मंडल, मालती सिंह, विश्वनाथ सिंह, नंदकिशोर कुशवाहा, कुशेश्वर दास तांती, लोक प्रकाश सिंह, शगुफ्ता अजीम, महेंद्र प्रसाद यादव, शंभू शरण, डॉ. इस्लाम राही, कमलेश कुमार सिंह, उर्मिला पटेल, मनोरंजन गिरी, मनोज कुमार, अमर सिंह, प्रो. देवेंद्र प्रसाद सिंह, मो. जमाल, टुनटुन प्रसाद, नरूद्दीन खान, निखिल मंडल, दिव्यांशु भारद्वाज, मनीष कुमार, डॉ. असरफ हुसैन, मदन पटेल, विजय सिंह, महेंद्र राम, डॉ. आशमा प्रवीण, नंदकिशोर चौधरी, संजय कांत, भुवन पटेल, राजेंद्र सिंह जार्ज, सुनील भारती, संजय राम, डॉ. अमरनाथ झा, शिवनंदन सिंह, डॉ. बी बी प्रभाकर, शशिभूषण प्रसाद, राजनंदन दास, सुरेंद्र रजवार और हरि कृपाल शामिल हैं।
गंगा के उफान से पटना हुआ जलमग्न, घाटों के किनारे बाढ़ के हालात

डेस्क: गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण गंगा किनारे अवस्थित सभी बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, समस्तीपुर पटना, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर एवं कटिहार के 61 प्रखंडों में 327 ग्राम पंचायतों के तहत 9.78 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुई है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा 125 सामुदायिक रसोई केंद्र का संचालन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से प्रतिदिन लगभग 103000 लोगों को भोजन कराया जा रहा है. इसके अतिरिक्त आठ राहत शिविर का भी संचालन किया जा रहा है. जहां 4000 बाढ़ शरणार्थी शरण लिए हुए है.

गंगा के उफान से पटना में घाटों के आसपास रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है. लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं. बच्चों को स्कूल भेजने में दिक्कत हो रही है. पानी से घिरे लोग सुरक्षित जगह पर जाने का मन बना रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि कंगन घाट और किला घाट के बीच गंगा में चल रही नाव को स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतार दिया है. कुछ लोग उसी नाव से आवागमन कर रहे हैं.

गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण घाट के समीप निवास करने वालों की परेशानी बढ़ गयी है. लोग घरों में कैद हो गये हैं. बच्चों को स्कूल भेजने में परेशानी हो रही है. पानी से घिरे लोग सुरक्षित स्थान पर पलायन करने की योजना बना रहे हैं. स्थिति यह है कि कंगन घाट से किला घाट के बीच गंगा में चलने वाले नाव को स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतार दिया है. उसी नाव से कुछ लोग आवाजाही कर रहे हैं.

कंगन घाट, हीरानंद घाट, किला रोड घाट, दमराही घाट, पत्थर घाट, नूरुद्दीनगंज घाट, रिकाबगंज घाट और पीरदमरिया घाट के आसपास रहने वाले लोगों की स्थिति ऐसी है कि उनकी जिंदगी चारों तरफ से पानी से घिरे घरों में फंसी हुई है.

परेशानी का आलम यह है कि गंगा घाट पर रहने वाले लोग कह रहे हैं कि मवेशी के लिए चारे का इंतजाम करे या फिर परिजनों के लिए राशन. कुछ समझ में नहीं आ रहा. दुकानदारों का कहना है कि वो पानी में खड़े होकर दुकानदारी करते हैं.

एसडीओ सत्यम सहाय ने बताया कि गंगा के जलस्तर की निगरानी करायी जा रही है. वो भी गंगा घाटों का निरीक्षण कर निगरानी रख रहे है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को भी निगरानी के लिए कहा गया है. गायघाट स्थित जेटी भी पानी में डूब गया है. गंगा में उफान की यह स्थिति बीते वर्ष 2016 में भी बनी थी.

शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने जेपी गंगा पथ के कंगन घाट, गांधी घाट और कृष्णा घाट पर रुककर गंगा नदी के आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा. साथ ही अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने हाजीपुर जाकर बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया.

बिहार के शुद्ध देशी घी का अब कनाडा, यूरोप और अमेरिका में भी होगा एक्सपोर्ट

डेस्क: बिहार के निर्यात पोर्टफोलियों को विस्तार देने को केंद्र में रख अब यहां से घी को कनाडा भेजे जाने की तैयारी चल रही है। यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों में भी दस्तक दिए जाने की योजना भी आगे बढ़ी है।

बिहार स्टेट मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन (कांफेड) ने इस मामले पर एग्जिम बैंक के साथ करार को आगे बढ़ाया है। संभव है कि अगले माह दो माह के भीतर कांफेड अपने बड़े ब्रांड सुधा घी को अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार देगा।

कनाडा काे पहले चरण में बिहार से एक टैंकर सुधा घी का निर्यात किया जाएगा। यह एक खास किस्म की पैकेजिंग के साथ होगा। मुख्य सचिव के निर्देश पर इस योजना का काम आगे बढ़ा है।

इस संबंध में कांफेड के आला अधिकारी का कहना है गुणवत्ता के लिहाज से सुधा का घी किसी भी ब्रांड से कमजोर नहीं है।

बिहार को एक फायदा यह है बड़ी संख्या में बाहर के देशों में बिहार व झारखंड के लोग रहते हैं। उन्हें सुधा ब्रांड के बारे में बखूबी पता है। इसलिए हमारे ब्रांड के लिए बड़ा बाजार देश के बाहर उपलब्ध होगा।

अमेरिकी व यूरोपीय बाजारों में भी उतरने की तैयारी

सुधा घी को अमेरिकी व यूरोपीय बाजारों में भी उतारने की योजना पर भी काम चल रहा है। बिहार व झारखंड के साथ -साथ अन्य राज्यों के लोग बड़ी संख्या में अमेरिका व यूराेप के अलग-अलग देशों में छठ का त्योहार मनाते हैं। छठ के त्योहार के दौरान घी की मांग विशेष रूप से रहती है।

योजना है कि कियोस्क लगाकर ऐसे देशों में सुधा के घी व कुछ अन्य उत्पादों को वहां रह रहे बिहार व झारखंड के लोगों को उपलब्ध कराया जाए।

वर्तमान में देश के तीन राज्यों में सुधा के दूध को भेजा जा रहा है। सबसे अधिक 10 हजार लीटर दूध प्रतिदिन गौहाटी भेजा जा रहा। इसके अतिरिक्त कोलकाता व दिल्ली भी सुधा का दूध भेजा जा रहा।

सुधा के ब्रांड खासकर इसके आईसक्रीम के विपणन को विस्तार देने की योजना के तहत कांफेड यह योजना बना रहा कि देश के सभी हवाई अड्डों पर सुधा का कियोस्क आरंभ किया जाए। इससे देश भर के लोगों को सुधा के उत्पाद से परिचय होगा। अभी यह व्यवस्था कहीं नहीं है।