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पूर्वजों के प्रति सम्मान, प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है पितर पक्ष : मुख्यमंत्री श्री साय

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 17 सितंबर से शुरू हो रहे पितृ पक्ष के अवसर पर जारी अपने संदेश में कहा है कि पितरों का सम्मान हमारी परम्परा, सभ्यता और संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है। पितर पक्ष पूर्वजों के प्रति हमारे सम्मान, प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है। मान्यता है कि पितर पक्ष में पूर्वज अपने घर आते हैं। इस दौरान हम अपने पूर्वजों के मोक्ष और शांति के लिए श्राद्ध और दान करते हैं। उनसे जीवन में खुशहाली के लिए आशीर्वाद की कामना करते हैं।

श्री साय ने कहा कि हम अपने पूर्वजों को सामाजिक सरोकारों से जोड़कर उनको श्रद्धासुमन अर्पित कर सकते है। पूर्वजों के नाम पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के साथ अपने पूर्वजों की स्मृति को चिरस्थाई बना सकते हैं। पर्यावरण हमारी भावी पीढ़ी के लिए भी अनुपम उपहार होगा। शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में गरीब और बेसहारा लोगों की मदद कर, कुपोषित और जरूरतमंद बच्चों को भोजन कराकर हम समाज में सक्रिय भागीदारी निभा सकते हैं। सही मायनों में यह अपने पितरों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को अनंत चतुर्दशी की दी बधाई

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कामना की है कि सबके जीवन में सदा सुख समृद्धि और खुशहाली रहे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अनंत चतुर्दशी का दिन संपूर्ण कामना पूर्ति हेतु अति शुभ दिन माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत स्वरुप की पूजा की जाती है। हिन्दू और जैन धर्म में इस दिन का बड़ा महत्व है। अनंत चतुर्दशी को दस दिवसीय गणेश चतुर्थी उत्सव का समापन होता है और भगवान गणेश की मूर्तियों को जल में विसर्जित करके उन्हें विदाई दी जाती है।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को विश्वकर्मा जयंती की दी शुभकामनाएं

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। विश्वकर्मा पूजा की पूर्व संध्या पर राज्य के सभी श्रमवीरों को हार्दिक बधाई देते हुए श्री साय ने कहा है कि भगवान विश्वकर्मा निर्माण और सृजन के देवता हैं। उन्होंने समाज में श्रम से सृजन की सार्थकता को स्थापित किया है। भगवान विश्वकर्मा को संसार के प्रथम वास्तुकार की संज्ञा दी भी गई है।

श्री साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के विकास में श्रमवीर सार्थक भागीदारी निभा रहे हैं। विश्वकर्मा जयंती का दिन हमें श्रम के लिए संकल्पित होने और अपने कौशल को विकसित करने की प्रेरणा देता है। आशा है भगवान विश्वकर्मा की कुशल तकनीकी, कौशल और श्रमशीलता से श्रमवीर समृद्ध होंगे और अपना सक्रिय योगदान देते रहेंगे।

डिप्टी सीएम से मिले ​गणेश उत्सव समितियों के पदाधिकारी, विजय शर्मा ने कहा-
रायपुर-     गृहमंत्री विजय शर्मा से शहर की 50 से ज्यादा गणेश उत्सव समितियों के पदाधिकारियों ने मुलाकात की। इसमें झांकी में डीजे और धुमाल बजाने को लेकर लंबी चर्चा हुई। डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि भगवान गणेशजी के विर्सजन का विषय है। हाईकोर्ट का डिसीजन है, रास्ता कानूनी आधार पर निकलने की कोशिश है। परंपरा और मान्यता के आधार पर यह कार्यक्रम हो सके। हाईकोर्ट की दिशा निर्देशों का पालन हो सके। इसके साथ ही डिप्टी सीएम ने अन्य मुद्दों पर भी बात की।

डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि मैं बहुत ही धन्यवाद देता हूं, सारी गणेश उत्सव समितियां को। बहुत अच्छे ढंग से समझदारी के साथ हाईकोर्ट के सारे विषय को ध्यान में रखकर, समझकर राज्य सरकार के दिए निर्देशों को समझ कर सारी बातें उन्होंने कही। जितने गाइडलाइन हैं, उस पैरामीटर पर काम किया जाएगा, समय का भी ध्यान रखा जाएगा उन सारे विषय पर हम अपना अभियान आगे बढ़ाएंगे।

गणेश समिति के पदाधिकारी रोहित राय ने कहा की, डीजे-बाजा के संबंध में हमारा विषय था। राजधानी की एक झांकी शान है, जिसमें कुछ समस्याएं आ रही थी। इसमें डिप्टी सीएम विजय शर्मा के तरफ से आश्वासन मिला है, जो होगा मेरे तरफ से प्रयास करूंगा। आपको भी नियम के दायरे में काम करना पड़ेगा हम भी प्रयास करेंगे। किसी को समस्या न हो। अभी ध्वनि विस्तारक यंत्र नियंत्रण में रहे। ध्वनि से किसी को भी समस्या का सामना न करना पड़े। इतनी अच्छी परंपरा, जो हमारे प्रदेश में चली आ रही।

डिप्टी सीएम शर्मा ने धुमाल-डीजे संचालकों की हड़ताल को लेकर कहा कि उनसे भी मेरी बातचीत हुई है उनसे भी मैंने कहा था कुछ नियंत्रण में और हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में करना है। वह नियंत्रण ढंग से जितना तीव्रता का आम ध्वनि प्रसारित कर सके, उन सारे नियमों और मापदंडों को ध्यान में रखकर काम करें। नहीं करना ऐसा किसी ने नहीं कहा।

तेलीबांधा में चाकूबाजी से युवती की मौत मामले में गृह मंत्री शर्मा ने कहा कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई घटना पर रही है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई आवश्यक है। त्वरित कार्रवाई से ही यह सभी चीजे ठीक होगी। जो कुछ हुआ वह दुखद है। पुलिस और भी मुस्तैदी के साथ ऐसी घटनाओं पर काम करें।

आवास की किश्त को लेकर डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि बहुत बड़ा मसला है। इस मसले को लेकर मोर अधिकार आवाज में प्रावधान भी किया गया है। नरेंद्र मोदी देश की तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। 2 करोड़ ग्रामीण आवास और एक करोड़ से शहरी आवास बनाने की बात है, छत्तीसगढ़ को अभी 8 लाख 47 हजार आवास मिले है। 90 हजार आवास और मिलने हैं। 1 लाख 96 हजार आवास साय सरकार बनने के बाद निर्मित हुए हैं। पूर्ववर्ती सरकार में यह नहीं हुआ करता था। उन्होंने कहा कि प्रसन्नता के साथ में बात बताना चाहता हूं कि 17 राज्य को आवास दिया गया, उसमें से 2011 की सर्वे सूची के आधार पर दोनों आधार पर आवास दिया गया।

कवर्धा और सुकमा घटना को लेकर गृहमंत्री शर्मा ने कहा कि कवर्धा में अशांति हुई, पुलिस के साथ क्लेश हुआ। वर्तमान में स्थित पूर्णता नियंत्रण में है। मैंने पूरी बातों की समीक्षा की है। कल और भी टीम, संगठन की टीम, जनप्रतिनिधि कवर्धा जाएंगे। चाहे वह पहली घटना हो या दूसरी घटना हो, दोनों ही विषयों पर कानून कठोरता से काम करेगा।
छत्तीसगढ़ में इस बार गणेश झांकी नहीं ! डीजे के शोर पर सख्त हुआ प्रशासन, गणेश समितियों की DJ बजाने की मांग खारिज
रायपुर-   गणेश विसर्जन की झांकी में बजने वाले डीजे के शोर पर प्रशासन की सख्ती बढ़ गई है। हाईकोर्ट के फैसले को आधार बनाकर प्रशासन ने झांकी में शोर शराबे पर रोक के लिए कड़े फैसले लिये हैं। गणेश समितियों की ओर से मांगी गई डीजे की अनुमति को प्रशासन ने खारिज करते हुए दो टूक कह दिया है कि नियमों का उल्लंघन हुआ तो सख्ती बरती जाएगी। प्रशासन के रवैये के बीच अब गणेश समितियों ने बगैर डीजे गणेश विसर्जन की तैयारी की है।

रायपुर की गणेश समितियों का कहना है कि झांकी में डीजे की अनुमति प्रशासन नहीं दे रहा है। रायपुर शहर में गणेश उत्सव झांकी की सालों पुरानी परंपरा है। झांकी निकालने वाले कुछ समितियों के सदस्यों ने कहा कि हमारी मांग है कि झांकी में डीजे और धुमाल बजाने की अनुमति दे। इसको लेकर हमारी डिप्टी सीएम विजय शर्मा, सांसद बृजमोहन अग्रवाल और विधायक पुरंदर मिश्रा सहित सभी जनप्रतिनिधियों से बातचीत जारी है। हमारी मांग है कि कम डिसमिल में ही सही लेकिन डीजे बजाने की अनुमति दें। यदि अनुमति नहीं दी जाती है तो झांकी नहीं निकाली जाएगी।

रायपुर धुमाल संघ के अध्यक्ष गोतम महांनद ने कहा कि इस बार झांकी और गणेश विसर्जन में एक भी डीजे या ढोलताशा नहीं बजेगा। जब तक प्रशासन के तरफ लिखित अनुमति नहीं मिलती है तब तक एक भी हम काम नहीं करेंगे। सभी हड़ताल पर रहेंगे। गौतम महानंद ने कहा की सभी डीजे और धुमाल का गणेश चतुर्थी में ही मुख्य काम रहता है। ऐसे में हमारे कामों को बंद कराया गया है।

वहीं रायपुर एडीएम देवेंद्र पटेल ने कहा की रायपुर में झांकी की हर बार की तरह इस बार भी पूरी तैयारियां की गई है। गणेश समितियों की तरफ से फिलहाल ऐसा कोई मैसेज नहीं आया है की झांकी नहीं निकालेंगे। अगर कोई ऐसी बात होती है तो आगे देखेंगे। लेकिन प्रशासनिक स्तर में रायपुर में झांकी को लेकर पूरी तैयारिया है। हाईकोर्ट के निर्णय का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले ने कहा कि गणेश झांकी उत्सव के लिए पर्याप्त तैयारी की गई है। सुरक्षा के दृष्टि से भी अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है। झांकी निकालने वाली समितियों से बातचीत चल रही है। वरिष्ठ अधिकारियो के निर्देशन पर निर्णय लिया जाएगा।

राजनांदगांव में नहीं निकलेगी झांकी

इधर राजनांदगांव में बीते 86 वर्ष से अधिक साल से गणेश विसर्जन की पूर्व रात्रि में झांकी निकालने की परंपरा चली आ रही है। अपनी परंपरा के अनुरूप राजनांदगांव शहर में मंगलवार 17 सितंबर को गणेश विर्सजन झांकी निकाली जाएगी। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने गणेश विसर्जन के मद्देनजर गणेशोत्सव समिति और शहर के विभिन्न गणेश पंडाल से निकलने वाली झांकी के सदस्य, डीजे व साउंड सिस्टम संचालकों की कलेक्ट्रेट में बैठक ली।

जिला प्रशासन ने इस बार 55 डेसीबल से अधिक ध्वनि होने पर न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए गाड़ी की जब्ती की कार्रवाई की बात कही और झांकी निकालने वाले सभी गणेशोत्सव समिति के पदाधिकारी शपथपत्र देने के निर्देश दिए है।

राजनांदगांव झांकी समिति के सदस्य शुभम शुक्ला ने बताया कि जिला प्रशासन के साथ अलग अलग 4 दौर की बातचीत के बाद भी बैठक बेनतीजा रही है। इसलिए सभी ने एक साथ ये निर्णय लिया है कि इस बार झांकी नही निकाली जाएगी।

उन्होंने बताया कि कलेक्टर और एसपी ने बैठक ने साफ कह दिया है कि अगर झांकी डीजे साउंड सिस्टम का इस्तेमाल हुआ था कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने साफ कह दिया है कि झांकी समिति वाले कार्रवाई के लिए तैयार रहें। कार्रवाई इस दिन नहीं होगी अगले दिन होगी लेकिन होगी जरूर।

समिति सदस्य ने बताया कि प्रशासन के साथ इस बैठक में कुछ नतीजा नहीं निकल पाया है । इसके बाद समिति के सदस्यों ने आपस में एक राय स्थापित कर झांकी निकालने की बात कही लेकिन जनरेटर वालों ने मना कर दिया। क्योंकि जनरेटर वाले साउंड सिस्टम वालों का ही समर्थन कर रहे हैं। अब इस शर्त पर झांकी निकलना संभव ही नहीं है। राजनांदगांव में कुल 40 से अधिक झांकी समिति है, जिसमें से 28 समितियों ने झांकी निकालने के लिए मना कर दिया है। अन्य 12 समितियों से हम खुद निवेदन कर रहे हैं की वो झांकी न निकालें।

ऐसा रहा है झांकी का इतिहास

आज से करीब 60 से 70 साल पहले रायपुर में झांकियां बैलगाड़ियों से निकाली जाती थी। बैलगाड़ियों को केला पत्ता से सजाया जाता था। इस दौर में लाइट की व्यवस्था भी नहीं थी, मशाल का इस्तेमाल किया जाता था। रायपुर में उस समय झांकियों को पुरानी बस्ती के खोखो तालाब में विसर्जित की जाती थी। उस समय झांकियों को संख्या भी कम हुआ करती थी। उसके बाद भी बूढ़ा तालाब फिर खारुन नदी में झांकियों को विसर्जित किया जाने लगा। उस समय गड़वा बजा का इस्तेमाल किया जाता था। मांदर की थाप पर भजन करते हुए झांकियों का विसर्जन किया जाता था। जानकार बताते हैं कि उस दौरान जब झांकियां निकलती थी तो सड़क किनारे लगे होटलों के कमरों को बुक किए जाते थे ताकि लोग अपने परिवार के साथ झांकियों का आनंद ले सकें।

केंद्रीय इस्पात मंत्री कुमार स्वामी का बड़ा बयान, नगरनार प्लांट का नहीं होगा निजीकरण

रायपुर-   केंद्रीय इस्पात एवं प्रभारी उद्योग मंत्री एचडी कुमार स्वामी सोमवार को एकदिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर विशेष विमान से चेन्नई से जगदलपुर पहुंचे। एचडी कुमार स्वामी ने नगरनार प्लांट का निरीक्षण किया। एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एनएमडीसी प्लांट से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर उन्होंने बातचीत की। उन्होंने कहा कि नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण नहीं होगा। सरकार निजीकरण के बारे में नहीं सोच रही है बल्कि यह सोच रही है कि कैसे नगरनार स्टील प्लांट को और मजबूत बनाया जा सके। इस दिशा में कार्ययोजना तैयार हो इसलिए ही वह नगरनार प्लांट के निरीक्षण और काम को समझाने आए हैं।

डिसइनवेस्टमेंट विनिवेश जारी : पूर्व विधायक रेखचंद जैन

वहीं नगरनार स्टील प्लांट को लेकर बस्तर में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। केंद्रीय इस्पात और उद्योग मंत्री के बस्तर दौरे के दौरान मीडिया को बयान दिया कि नगरनार प्लांट का निजीकरण नहीं होगा। इस बयान पर पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि भाजपा की करनी और कथनी में अंतर होने की बात कही है। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के बस्तर दौरे के दौरान किए गए वादों का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि नगरनार स्टील प्लांट बस्तरवासियों का है और इसका निजीकरण नहीं होगा। लेकिन जैन ने दावा किया कि एनएमडीसी के तहत नगरनार स्टील प्लांट का डिसइनवेस्टमेंट विनिवेश जारी है।

पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा निजीकरण का विरोध करती रही है और उनकी मांग रही है कि एनएमडीसी निजी हाथों में न जाए ताकि यहां के लोगों को रोजगार मिले और बस्तर का विकास हो सके। उन्होंने कांग्रेस की लड़ाई को इसी उद्देश्य के साथ आगे बढ़ाने की बात कही।

कांग्रेस बैठक : पायलट ने उपचुनाव पर बनाई रणनीति, वरिष्ठ नेताओं को प्रदेश भर का दौरा करने का निर्देश

रायपुर-    छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने प्रदेश की राजनीतिक स्थिति और पार्टी की आगामी रणनीतियों पर बयान दिया है. उन्होंने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदेशभर का दौरा करेंगे और ब्लॉक, जिला, संभाग स्तर पर कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे. पायलट ने कहा कि जहां संगठन में कमियां हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा और खाली पदों को भरने के साथ निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाकर सक्रिय लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी. उन्होंने त्योहार से पहले इस दौरे और संगठनात्मक बदलाव का संकेत भी दिया है. इसके साथ ही पायलट ने प्रदेश में बढ़ रहे अपराध पर सरकार पर जमकर निशाना साधा है.

रायपुर दक्षिण उपचुनाव को लेकर बनी रणनीति

सचिन पायलट ने रायपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में तीन महत्वपूर्ण बैठकें लीं, जिनमें रायपुर दक्षिण उपचुनाव, वरिष्ठ नेताओं और वन टू वन नेताओं से चर्चा की. रायपुर दक्षिण को लेकर पार्टी की रणनीति पर पायलट ने कहा कि ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर तक सभी लोगों की जिम्मेदारी तय की गई है.

बीजेपी सरकार पर साधा निशाना

सचिन पायलट ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 9 महीने में सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है. बहुत दुख की बात है कि गृह मंत्री के जिले में हत्या हो रही है. लगातार जो प्रदेश में हिंसा हो रही है इसके लिए बीजेपी सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि सरकार में आपसी खींचतान के कारण इतने सारे सत्ता के केंद्र बन गए हैं. सत्ता का संचालन दिल्ली से होता है, प्रदेश की सरकार के पास कोई ताकत नहीं है. प्रदेश में अफसरशाही हावी है.

चाकूबाजी में घायल युवती की मौत, सिरफिरे युवक ने दिनदहाड़े तेलीबांधा तालाब पर मारा था चाकू

रायपुर-  राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में स्थित तेलीबांधा तालाब (मरीन ड्राइव) के सामने दिनदहाड़े एक युवक ने एकतरफा प्रेम में युवती की गला रेत दी. घटना में गंभीर रूप से घायल युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई है. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी खुद पर चाकू से हमला कर तेलीबांधा तालाब में कूद गया था. पुलिस ने आरोपी युवक को रेस्क्यू कर गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि आरोपी युवक युवती पर नजदीकी बढ़ाने का दवाब बना रहा था. जब युवती ने मना किया तो वह हमला कर दिया. 

जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर मरीन ड्राइव के सामने मोमोज मैजिक नमक रेस्टोरेंट में काम करने वाली युवती को आरोपी लाकेश्वर तारक वहीं बाहर मिलने के लिए बुलाया. आरोपी और पीड़िता का इसी संस्थान में पूर्व में काम करने की वजह से पूर्व परिचय था. एक तरफा प्रेम प्रसंग के कारण दोपहर 3.45 बजे दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ और आरोपी ने गले में चाकू से प्राणघातक हमला कर दिया. जिससे पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे इलाज के लिए पास के अस्पताल में भेजा गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

आरोपी को खुद का काटा हाथ फिर तालाब में कूदा

आरोपी ने युवती पर चाकू से हमला किया उसके बाद वह अपने हाथ को भी काट लिया. इसके बाद वह तेलीबांधा तालाब में कूद गया. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने बोट से आरोपी का रेस्क्यू किया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उपचार के लिए भेज दिया है.

शादीशुदा है आरोपी

मिली जानकारी के अनुसार आरोपी लाकेश्वर की शादी हो चुकी है. जिस रेस्टोरेंट में युवती काम करती थी वहीं उसकी पत्नी भी काम कर रही थी. आरोपी भी इसी जगह काम करता था. कुछ दिन पहले ही वह वहां से काम छोड़ा था. आरोपी राजनांदगांव का रहने वाला है, वह रायपुर में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था.

जशपुर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से पड़ोसी राज्यों के लोग भी हो रहे लाभान्वित

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के हो रहे विस्तार का लाभ पड़ोसी राज्य झारखंड को भी मिल रहा है। जशपुर जिला मुख्यालय से लगभग 26 किलोमीटर दूर जशपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत लोदाम झारखंड बॉर्डर के समीप है। यहां पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोदाम में झारखंड के आसपास के गावों के लोग अपना इलाज कराने आते हैं। इसके साथ ही उनका आयुष्मान कार्ड भी यहां पर बन रहा है।

लोदाम सीएचसी की बीपीएम के अनुसार झारखंड के मांझा टोली सहित अन्य ग्राम पंचायतों के लोग यहां की बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण इलाज के लिए आते हैं। पिछले 4 महीनों में यहां झारखंड के 27 निवासियों की सामान्य प्रसव सफलतापूर्वक कराई गई है। इसके अलावा 10 से अधिक टाइफाइड के मरीजों की जांच और उपचार किया गया है। इसके अलावा अन्य बीमारियों के इलाज के लिए भी लोग यहां आते हैं। लोदाम सीएचसी में एक्सरे, ब्लड टेस्ट, सामान्य प्रसव, आयुष्मान कार्ड जैसी सेवाओं सहित अन्य बीमारियों के इलाज की भी सुविधा है।

मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। इसी के तहत जशपुर जिले में 18 एबीबीएस और 7 विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति की जा चुकी है। इसके अलावा नवीन स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना के साथ ही मेडिकल उपकरणों की खरीदी और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है।

वंदे भारत हमारे समय की बचत का नया मापदंड करेगी स्थापित - राज्यपाल रमेन डेका

रायपुर-    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में 6 नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ किया। गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने हरी झंडी दिखाकर इन ट्रेनों का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ को भी दुर्ग से विशाखापट्टनम तक वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली।

इस अवसर पर रायपुर रेलवे स्टेशन में एक वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमे राज्यपाल रमेन डेका बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। राज्यपाल श्री डेका ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस, जो औसतन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है, दुर्ग और विशाखापट्टनम के बीच की दूरी को केवल 8 घंटों में पूरा करेगी। वर्तमान में अन्य ट्रेनें इस दूरी को 11 घंटों में तय करती हैं, लेकिन वंदे भारत हमारे समय की बचत का नया मापदंड स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन न केवल हमारी यात्राओं को तेज बनाएगी, बल्कि यात्रियों के लिए आरामदायक और सुविधाजनक भी होगी।

राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि वंदे भारत एक्सप्रेस पूरी तरह से स्वदेशी निर्माण है। यह ‘‘मेक इन इंडिया‘‘ और ‘‘आत्मनिर्भर भारत‘‘ की भावना का प्रतीक है। इससे यह स्पष्ट होता है कि हम न केवल आधुनिक तकनीक को अपना रहे हैं, बल्कि इसे अपने देश में विकसित और निर्मित भी कर रहे हैं। यह तकनीकी उन्नति और भारत की आधुनिक रेल प्रणाली का शानदार उदाहरण है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे राज्य के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में, देश की रेल सेवाओं में आधुनिकता और गति का नया अध्याय लिखने वाली वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ हो रहा है। यह सिर्फ एक ट्रेन का उद्घाटन नहीं, बल्कि हमारे देश की प्रगति और आत्मनिर्भरता की एक सशक्त मिसाल है।

राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि ये ट्रेनें सिर्फ तेज गति और आधुनिक सुविधाओं के लिए नहीं, बल्कि हमारे पर्यटन, व्यापार, चिकित्सा, और शिक्षा के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व योगदान देंगी। इस ट्रेन से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी एक नई दिशा मिलेगी। रेलवे से जुड़े क्षेत्रों में रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे युवाओं को लाभ होगा साथ ही छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के बीच आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक आदान-प्रदान को नई दिशा मिलेगी।

कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि यह ट्रेन छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश के बीच सेतु का काम करेगा। पहले 12 से 14 घंटे का सफर करना पड़ता था लेकिन अब 8 घंटों में ही विशाखापट्टनम पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में रेलवे के विकास के लिए 20 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि स्वीकृत की गई है।

रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़, तेलंगाना एवं ओडिशा वासियों के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन एक बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में रेलवे का तेजी से विकास हो रहा है। कार्यक्रम के पूर्व श्री डेका ने वंदे भारत ट्रेन के अन्दर जाकर उपस्थित यात्रियों से बात-चीत की एवं उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम में दुर्ग के सांसद विजय बघेल, विधायक राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, गुरू खुशवंत साहेब, डोमन लाल कोरसेवाड़ा, गजेंद्र यादव, पूर्व सांसद सुनील सोनी, महापौर एजाज ढेबर एवं अन्य जनप्रतिनिधि, रेलवे के डीआरएम, एडीआरएम अन्य अधिकारी तथा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन रेलवे मंडल रायपुर के डीआरएम संजीव कुमार ने किया।