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एसटीपी के कार्यों में देरी, निगम आयुक्त ने जताई नाराजगी, स्मार्ट सिटी के ठेकेदारों को लगाई फटकार

रायपुर-    नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने एसटीपी का कार्य धीमी गति से होने पर नारागजी व्यक्त करते हुए स्मार्ट सिटी के ठेकेदारों को फटकार लगाई है।

दरअसल रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों सहित विभिन्न महत्वपूर्ण विकास योजनाओं के अनुबंधित ठेकेदारों को बुलवाकर कार्यो की समीक्षा बैठक ली गई। इसमें स्मार्ट सिटी के महत्वपूर्ण कार्य योजनाओं के अनुबंधित ठेकेदार उपस्थित हुए। महाराजबंध तालाब में 3 एमएलडी एसटीपी, नरैय्या तालाब एवं खो-खो तालाब में 1-1 एमएलडी एसटीपी के निर्माण के कार्य में अत्यंत धीमी गति को लेकर निगम आयुक्त ने अपनी नाराजगी व्यक्त की।

उन्होंने संबंधित अनुबंधित एजेंसी समृद्धि वाटर वर्कस को फटकार लगाते हुए अनुबंधित ठेकेदार को तीनों तालाबों में एसटीपी के कार्य को तत्काल प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिया। इसके अलावा 24 घंटे पेयजल आपूर्ति, शास्त्री मार्केट, मटन मार्केट, संबंधित कार्य योजनाओं को शीघ्रता से मॉनिटरिंग करके तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के भी निर्देश दिए।

NIA की अबूझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में छापेमारी, नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े 4 लोगों को किया गिरफ्तार

नारायणपुर-  माओवादियों द्वारा 20 मार्च 2023 को मार्ग अवरुद्ध करने मामले में NIA की टीम ने अबूझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में की छापेमारी की. तलाशी के दौरान नक्सलियों के शहरी नेटवर्क से जुड़े 4 माओवादी की गिरफ्तारी हुई, जो संगठन को रसद सप्लाई के साथ अन्य काम करते थे. इनके साथ 35 माओवादियों के नाम सामने आए, जिनसे पूछताछ जारी है. जांच में ओरछा में लम्बे समय से धरने पर बैठे माड़ बचाओ मंच के नेता लखमा कोर्राम के माओवादी होने का आरोप लगाया गया है. 

एनआईए की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि मंगलवार को मार्च 2023 के सड़क नाकाबंदी मामले के लिए जिम्मेदार सीपीआई (माओवादी) कैडरों और समर्थकों की तलाश में नारायणपुर जिले में कई स्थानों पर तलाशी ली. घटना से संबंधित मामले में कुल 35 आरोपियों को नामित किया गया है, जिसमें प्रतिबंधित संगठन के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने इंडिया गेट रायनार के पास नारायणपुर-ओरछा मुख्य सड़क को विभिन्न हिस्सों को खोदकर, पेड़ों को काटकर और कई स्थानों पर बड़ी-बड़ी चट्टानों को छोटे-छोटे टुकड़े करके अवरुद्ध कर दिया था, नाकाबंदी का उद्देश्य पुलिस दलों को मारना और उनके हथियार लूटना था.

मामले में एनआईए की जांच के दौरान कुछ सीपीआई (माओवादी) समर्थकों/ओजीडब्ल्यू के नाम सामने आए थे. उन पर सीपीआई (माओवादी) के अग्रणी संगठन, माड़ बचाओ मंच के सदस्य होने का संदेह है, ऐसा माना जाता है कि उन्होंने अपराध को अंजाम देने में सीपीआई (माओवादी) की सहायता की थी. ओरछा में माड़ बचाओ मंच का नेता लखमा राम उर्फ लखमा कोर्रम इस मामले में आरोपपत्रित माओवादी है.

जांच से पता चला है कि माड बचाओ मंच मुठभेड़ों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करता है, और उन्हें सहायता प्रदान करने के अलावा, प्रतिबंधित संगठन के लिए नए शिविर स्थापित करने में मदद करता है. वे सीपीआई (माओवादी) विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए “माड़ बचाओ मंच” के बैनर तले विभिन्न बैठकें भी आयोजित करते हैं. फ्रंटल संगठन के सदस्य माओवादी कैडरों तक आवश्यक सामग्री आदि पहुंचाने का भी काम करते हैं.

मंगलवार को की गई तलाशी में फ्रंटल संगठन के चार संदिग्ध सदस्यों को निशाना बनाया गया और एनआईए की टीमों ने नारायणपुर जिले के कस्तूरमेटा, मदाली और मल्कल गांव के माओवाद प्रभावित संवेदनशील इलाकों में उनके परिसरों की तलाशी ली, जो सीपीआई (माओवादी) के माड डिवीजन के अंतर्गत आता है. मामले में आगे की जांच जारी है.

छत्तीसगढ़ के लिए स्वीकृत किए 8 लाख 47 हजार पीएम आवास, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खुशी जताते हुए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर मढ़ा संगीन आरोप
रायपुर-   केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को 8 लाख 46 हजार 931 प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति प्रदान की है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों के कल्याण की योजना है. पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार में राज्य के 18 लाख परिवार वंचित हो गये थे. बघेल सरकार ने गरीबों का हक सिर्फ इसलिए छीना था, क्योंकि इस योजना में प्रधानमंत्री के नाम का जिक्र था. 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव के साथ केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदान की गई स्वीकृति को लेकर मुख्यमंत्री आवास में प्रेस को संबोधित किया. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिये यह खुशी की बात है. पिछले पांच साल में कांग्रेस की सरकार में प्रधानमंत्री आवास से वंचित लोगों तक हम अपनी बात पहुँचाना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग़रीबों के कल्याण की योजना है. तत्कालीन भूपेश बघेल सरकार में राज्य के 18 लाख परिवार वंचित हो गये थे. बघेल सरकार ने गरीबों का हक सिर्फ इसलिए छीना था क्योंकि इस योजना में प्रधानमंत्री के नाम का जिक्र था.

मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने यह वादा किया था कि सरकार बनते ही इस पर फ़ैसला लिया जाएगा. राज्य में भाजपा सरकार के आते ही पहली कैबिनेट में ही यह फ़ैसला ले लिया गया. प्रदेश सरकार के राज्यांश जमा नहीं करने की वजह से केंद्रीय मद दूसरे राज्य को आवंटित कर दिया गया था.

उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने 8 लाख 46 हज़ार आवास की स्वीकृत दी है. पिछली सरकार की निष्क्रियता की वजह से वंचित लोगों को लाभ मिलेगा. इनमें से विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को के लिए 24 हजार आवास बनकर पूर्ण हो चुके हैं.

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि 47 हजार 90 लोगों के आवास की स्वीकृति पिछली सरकार ने एक अलग योजना बनाकर दी थी, इनमें से 25 हजार लोगों को आवास स्वीकृत किया था. हम पिछली सरकार द्वारा की गई घोषणा में कोई भेदभाव नहीं कर रहे हैं. इसमें भी बचे हुए लोगों को आवास योजना का लाभ मिलेगा।

विष्णु देव साय ने कहा कि नियद नेल्लेनार योजना से नक्सल प्रभावित इलाक़ों में विकास हुआ है. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर हमने आग्रह किया था कि नक्सल प्रभावित इलाकों के लिए अलग से प्रधानमंत्री आवास दिया जाए. उम्मीद है कि दस हजार आवास की स्वीकृति मिल सकती है. आत्म समर्पण करने वाले नक्सलियों को इसमें लाभ मिलेगा.

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने फार्मेसी काउंसिल के आनलाइन पंजीयन सुविधा का किया लोकार्पण

रायपुर-    स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने छत्तीसगढ़ स्टेट फार्मेसी काउंसिल के पंजीयन की आनलाइन सुविधा का शुभारंभ किया है। अब फार्मेसी काउंसिल का पंजीयन सिस्टम आनलाइन हो गया है। इससे फार्मेसी छात्र तथा फार्मासिस्टों को पंजीयन अथवा नवीनीकरण के लिए रायपुर स्थित फार्मेसी काउंसिल का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अब पंजीयन कराने के लिए आनलाइन आवेदन के बाद आवेदक को केवल एक बार दस्तावेजों के वेरीफिकेशन के लिए काउंसिल कार्यालय आना होगा।

कार्यक्रम का लोकार्पण करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पंजीयन कार्य के आनलाइन हो जाने से आवेदकों को अब काउंसिल के चक्कर नहीं लगाने होंगे, जिससे उन्हें काफी सहूलियत मिलेगी। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट डाक्टर और मरीज के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है जिस पर सही दवा एवं खुराक के निर्धारण की जिम्मेदारी होती है।

अभी तक फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन के लिए राज्य के सभी जिलों के विभिन्न स्थानों के फार्मेसी उत्तीर्ण छात्र फार्मासिस्ट पंजीयन के लिए रायपुर स्थित काउंसिल कार्यालय आते थे। इसी प्रकार पंजीकृत फार्मासिस्टों को नवीनीकरण के लिए रायपुर आना पड़ता था। अब पंजीयन तथा नवीनीकरण की व्यवस्था आनलाइन हो जाने से राज्य के सभी फार्मेसी छात्र एवं पंजीकृत फार्मासिस्टों को लाभ मिलेगा। वर्तमान में राज्य में लगभग 33 हजार 300 फार्मासिस्ट पंजीकृत हैं। ये फार्मासिस्ट रिटेल दवा दुकान, थोक दवा दुकान, दवा निर्माण इकाइयों जैसे कार्यों को संचालित कर रहे हैं। इसके साथ ही ये विभिन्न फार्मेसी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।

नक्सलियों ने लगाया बैनर-पोस्टर, कोलकाता रेप और मर्डर का जताया विरोध, दोषियों को फांसी देने की मांग

नारायणपुर-    छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने बैनर और पोस्टर लगाकर कोलकात के आर जी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में विरोध दर्ज कराया है. नक्सलियों ने ये बैनर-पोस्टर ओरछा मार्ग पर पिंगुण्डा नाले के पास लगाए गए हैं, जिसमें उन्होंने कोलकाता रेप और मर्डर केस के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है. इसके अलावा नक्सलियों ने बैनर पोस्टर के माध्यम से बस्तर में चल रहे नक्सल ऑपरेशन और अन्य बातों का उल्लेख किया है.

छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने के लिए सरकार की तरफ से जारी अभियान को लेकर नक्सलियों ने सुरक्षा बलों से अपील करते हुए लिखा है कि नेता मंत्रियों और पूंजिपतियों के दबाव में आकर माओवादीयों को मारना बंद करो. इसके अलावा नक्सलियों ने सरकार पर प्राकृतिक संपत्तियों को पूंजिपतियों को सौंपने का आरोप लगाते हुए प्राकृतिक धरोहरों की रक्षा करने की अपील की है.

यह पूरा मामला छोटेडोंगर थाना क्षेत्र का है. बैनर-पोस्टर्स मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने तेजी से सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया है. मौके पर सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती की गई है और बैनर-पोस्टर को जब्त कर लिया गया है. इसके साथ ही इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है.

राजधानी में गणेश उत्सव को लेकर गाइडलाइन जारी… विसर्जन स्थलों और पंडालों के लिए सख्त निर्देश, उल्लंघन पर होगी कार्रवाई

रायपुर- रायपुर जिला प्रशासन ने कलेक्टोरट स्थित रेडक्रास सभागार में गणेश उत्सव समितियों की बैठक आयोजित की. इस बैठक में सभी समितियों के पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान स्थानीय प्रशासन और गणेश उत्सव समितियों के प्रतिनिधियों को समय पर आवश्यक रिपोर्ट प्रस्तुत करने और एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रतिमाओं की विसर्जन प्रक्रिया और पॉलिथीन के उपयोग को लेकर विशेष निर्देश दिए गए.

गणेश उत्सव को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश

जिला प्रशासन ने गणेश विसर्जन और पंडाल निर्माण को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है. जारी निर्देशों के तहत गणेश पंडाल निर्माण और विसर्जन के आदेश दिए गए हैं.

- निर्धारित स्थानों पर गणेश विसर्जन किया जाए.

- सभी पंडालों पर सीसीटीवी कैमरे के साथ वांलटियर रखे.

- बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का उपयोग किया जाए.

- पॉलिथीन थैलियों का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा.

समितियों के बैठक में एडीएम देवेंद्र पटेल ने गणेश उत्सव समितियों के पदाधिकारियों से शांतिभंग नहीं करने और यातायात बाधित न हो इसके लिए सड़क किनारे पंडाल नहीं लगाने की बात कही गई है. उत्सव के दौरान स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा और किसी भी उल्लंघन के मामले में संबंधित समितियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा. साथ ही प्रदूषण और गंदगी फैलाने पर सख्त कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है. बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओपी शर्मा सहित जिला प्रशासन के अधिकारी और पदाधिकारी मौजूद रहे.

महज घंटे भर की बारिश में दुकानों में घुसा पानी, नाराज व्यापारियों ने किया चक्काजाम…

कांकेर-   दुकानों में पानी घुसने से नाराज व्यापारियों ने चक्काजाम किया. बार-बार अवगत करवाने के बाद भी शासन-प्रशासन पर ध्यान नहीं देने का आरोप है. दुकानों में पानी घुसने से व्यापारियों को नुकसान हो रहा. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

दरअसल, एक घंटे की मूसलाधार बारिश से नए बस स्टैंड के पास दुकानों में पानी घुस गया. नई सड़क से ऊंची नाली छोटे व्यापारियों के लिए मुसीबत बन गई. पानी भरे होने की वजह से दुकान खोलने की स्थिति में नहीं है. बीते माह भी नाराज व्यापारियों ने चक्काजाम किया था. विधायक के आश्वासन के बाद भी व्यवस्था नहीं सुधरी है.

तीजा-पोरा तिहार के अवसर पर महिलाओं को मिला उपहार, महिलाओं ने अपने विष्णु भैय्या का जताया आभार
रायपुर-  छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्यौहार तीजा-पोरा के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख माताओं एवं बहनों के बैंक खातें में 01-01 हजार रूपये की राशि का अंतरण किया है। बालोद जिले की 02 लाख 52 हजार 996 महिलाएं भी इस योजना के तहत 07 माह से लाभान्वित हो रही हैं। तीजा-पोरा त्यौहार के अवसर पर बालोद जिले की महिलाओं ने अपने बैंक खातें में 01-01 हजार राशि अंतरित होने पर खुशी जाहिर करते हुए अपने विष्णु भैय्या के प्रति आभार व्यक्त किया है। जिले के ग्राम झलमला की माधुरी मानिकपुरी ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें प्रतिमाह महतारी वंदन योजना के तहज 01 हजार रूपए उनके खाते में मिल रहा है जिसका वे बेहतर उपयोग कर रही है। उसने बताया कि इस माह तीजा-पोरा त्यौहार के अवसर पर हमारे विष्णु भैय्या ने बैंक खाते में महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त का अंतरण किया है। इस राशि से वह खुशी-खुशी तीजा का त्यौहार मनाएगी। सविता ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तीजा-पोरा त्यौहार के अवसर पर हमें महतारी वंदन योजना का राशि उपलब्ध कराया है इससे मैं साड़ी खरीदुंगी और तीजा के लिए अपने मायके जाउंगी। इसी प्रकार कामिन बाई और गणेशिया साहू ने महतारी वंदन योजना के तहत सातवीं किश्त की राशि आने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हमारे बडे़ भैय्या की तरह हमारा ख्याल रख रहे हैं, हमें प्रतिमाह 01 हजार की राशि सीधे हमारे बैंक खाते में प्रदान कर रहे है। हमारे लिए अब हर माह की शुरूआत किसी त्यौहार से कम नहीं होता और मोबाइल में महतारी वंदन योजना की राशि आने का मैसेज देखते ही खुशियों से हमारा आत्मविश्वास जाग जाता है। बालोद जिले की महिलाओं ने महतारी वंदन योजना को सराहते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
मनरेगा की एक छोटी सी मदद से मिली उन्नति की नई राह : कृषक बीरसाय

रायपुर-    महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत् पंजीकृत श्रमिकों को न केवल रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं, बल्कि आजीविका के नए-नए साधन एवं सुविधाएं भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मनरेगा से किसान बीरसाय की कृषि भूमि उपजाऊ बनी, जिससे वह सब्जी की खेती कर अपनी आय बढ़ा रहा है।

मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिले के ग्राम पंचायत लाई में रहने वाले पंजीकृत श्रमिक श्री बीरसाय के पास जो भूमि थी, वह काफी उबड़-खाबड़ या कहें किसानी के लिए पूरी तरह से अनुपयुक्त थी, उन्होंने ग्राम पंचायत से अपनी भूमि के समतलीकरण का कार्य कराए जाने हेतु आवेदन किया। उनके आवेदन को ग्राम पंचायत में आहूत ग्राम सभा के प्रस्ताव पारित होने के बाद जिला पंचायत कोरिया से स्वीकृत किया गया। कुल 95 हजार रूपए से होने वाले इस भूमि सुधार कार्य के लिए ग्राम पंचायत लाई को एजेंसी का दायित्व दिया गया। यहां श्री बीरसाय ने स्वयं अपने गांव के अन्य श्रमिकों के साथ अपनी असमतल भूमि को कृषि के योग्य बनाया और इसकी मेढ़बंदी कराई। इस कार्य से उन्हें सौ दिवस का रोजगार भी प्राप्त हुआ जिसकी मजदूरी सीधे उनके खातों में पहुंची।

कृषि योग्य भूमि बन जाने के पश्चात् शासन से उन्होंने सब्जी उत्पादन के लिए मिलने वाली टपक सिंचाई योजना के साथ मल्चिंग खेती का लाभ लिया। अपने खेतों में बेहद कम पानी से होने वाली व्यवस्था बनाकर सब्जी की खेती प्रारंभ की। उसके पश्चात् श्री बीरसाय अपनी मेहनत से लगातार हर मौसम में अलग-अलग सब्जी उगाकर लगभग हर माह 10 से 15 हजार रुपए की आमदनी प्राप्त कर रहा है, इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगी है। अपनी सफलता से खुश होकर बीरसाय कहते हैं कि मनरेगा से भूमि सुधार और कृषि विभाग से टपक सिंचाई का लाभ मिलने से अब उनकी रोजगार की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो गई है। अब हर सप्ताह सब्जी से अच्छी आय हो जाती है और पैसों की चिंता भी खत्म हो गई है। कुछ खेतों में वह सब्जी का उत्पादन करते हैं और बाकी खेतों में वह परंपरागत धान और गेहूं की फसल लेकर अतिरिक्त कमाई भी करने लगे हैं। भूमि समतलीकरण जैसे छोटे से काम से एक मेहनतकश श्रमिक परिवार की दशा और दिशा बदल गई।

मुख्यमंत्री की मंशानुरूप शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति के लिए विद्युत विभाग कर रहा सतत कार्य

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप जिले में विकास कार्यों की रूपरेखा बना कर योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्यवन किया जा रहा है। आम लोगों के जीवन से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री के गृह ग्राम बगिया में मुख्यमंत्री कार्यालय कैंप की स्थापना इसी दिशा में उठाया गया कदम हैं। जहां लोगों की समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाता है। विभाग के द्वारा पिछले 9 महीने में जशपुर जिलें में 578 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं और 124 नया ट्रांसफार्मर नया लगाया गया है। इसके साथ ही विभाग द्वारा नई लाईन बिछाने, केबल, ग्रिप चेंज आदि कार्य भी सतत रूप से किया जा रहा है।

जिले के दूरस्थ अंचलों में भी बिजली की आपूर्ति निर्बाध रूप से हो इसके लिए विद्युत विभाग दिन हो या रात लगातार कार्य कर रहा है। आम लोगों के आवेदन पर विभाग का अमला तत्काल संज्ञान लेकर काम में जुट जाता है। विद्युत विभाग बारिश हो या अंधड़, पेड़ का बिजली के तारों या खंभों में गिरने जैसी चुनौतियों का लगातार सामना करते हुए बिजली की सुविधा (24 घंटे, सातों दिन नियमित) उपलब्ध करा रही है।

विद्युत विभाग के द्वारा जिलें के विकासखंडों सहित आने वाले गांवों में विद्युतीकरण कार्य एवं इसके संचालन में आने वाले बाधाओं को तत्काल निराकरण किया जा रहा है। विभाग के द्वारा बिजली की लोड केपिसिटी के हिसाब से 578 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं। जिनमें बगीचा विकासखंड में 42 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं। इसी तरह दुलदुला विकासखंड में 45, जशपुर विकासखंड में 50, कुनकुरी विकासखंड में 106, मनोरा में 29, सन्ना में 42, पत्थलगांव में 144, कांसांबेल में 55 एवं फरसाबहार में 65 ट्रांसफार्मर बदले गए हैं। इसी तरह जिले के आठों विकासखंड में 124 नए ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। जिसमें 100 केव्हीए का 16 ट्रांसफार्मर, 63 केव्हीए का 77 ट्रांसफार्मर और 25 केव्हीए का 31 ट्रांसफार्मर लगाया गया है।

जशपुर जिला हाथी विचरण क्षेत्र होने के बावजूद, दूरस्थ अंचलों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विभाग सतत् कार्यरत है। विद्युत आपूर्ति की इस पहल से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लोग संतुष्ट हैं। लोगों ने इस सेवा के लिए मुख्यमंत्री और शासन-प्रशासन को आभार व्यक्त किया है।