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क्रीमी लेयर पर सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को दिया जवाब, जानें क्या कहा था

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अनुसूचित जातियों (एससी) और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के रिजर्वेशन को लेकर नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है।एससी-एसटी) को मिलने वाले आरक्षण के अंदर सब कोटा बनाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का केंद्र सरकार ने विरोध किया है। सरकार ने साफ-साफ लफ्जों में बता दिया है कि आरक्षण में क्रीमी लेयर को आई सुप्रीम कोर्ट की सिफारिश को लागू नहीं किया जाएगा।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में दिए गए एक फैसले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग में उप वर्गीकरण और पिछड़ों में भी अति पिछड़ों के हक की बात कही और इसी आधार पर राज्यों को आरक्षण के कोटे में कोटा तय करने का सुझाव दिया। लेकिन कोटे में कोटे का यह मामला सियासी तौर पर इतना संवेदनशील है कि सरकार ने संविधान का हवाला देते हुए क्रीमी लेयर से किनारा कर लिया है।

इस मामले पर शुक्रवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। कैबिनेट मीटिंग खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर का विरोध किया। उन्होंने भीम राव आंबेडकर के दिए संविधान का हवाला देते हुए कहा कि वहां एससी/एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर का कोई प्रावधान नहीं है। यहां क्रीमी लेयर का मतलब उन लोगों और परिवारों से है जो उच्च आय वर्ग में आते हैं।

मोदी सरकार के पीछे कोई राजनीतिक मजबूरी?

अश्विनी वैष्णव भले ही एससी/एसटी आरक्षण पर आंबेडकर के संविधान का हवाला दे रहे हैं, लेकिन सियासी जानकार इस विरोध के पीछे राजनीतिक मजबूरी को भी एक बड़ी वजह मान रहे हैं। दरअसल, सरकार में शामिल तेलगू देशम पार्टी, एनडीए का हिस्सा केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के अलावा बीजेपी के कई सांसदों ने सुप्रीम कोर्ट के सुझाव का स्वागत किया है लेकिन पार्टी के ही करीब सौ एससी-एसटी सांसदों ने इसका विरोध किया है। ये सांसद पीएम मोदी से मिले और सुप्रीम कोर्ट के सुझाव लागू नहीं करने की मांग की। एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी कोर्ट के सुझाव से सहमत नहीं हैं।

क्या है सुप्मी कोर्ट का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने एक अगस्त को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के कोटे में कोटा दिए जाने को मंजूरी दी थी। कोर्ट ने कहा था कि एसटी-एससी कैटेगरी के भीतर नई सब कैटेगरी बना सकते हैं और इसके तहत अति पिछड़े तबके को अलग से रिजर्वेशन दे सकते हैं। ये फैसला चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में सात जजों की संविधान पीठ ने सुनाया था। इस बेंच में चीफ जस्टिस के अलावा जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी, जस्टिस पंकज मिथल, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा शामिल थे। जस्टिस बेला त्रिवेदी ने बहुमत के फैसले से असहमति जताई थी. सुप्रीम कोर्ट की बेंच इस बात की जांच कर रही थी कि क्या ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य मामले में 2004 के उसके फैसले पर पुनर्विचार की जरूरत है, जिसमें यह माना गया था कि अनुसूचित जातियां एक समरूप समूह हैं और इसलिए उनके बीच कोई सब कैटेगरी नहीं हो सकती है।

सुप्रीम कोर्ट ने 8 फरवरी 2024 को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और कहा था कि सब कैटेगरी की अनुमति न देने से ऐसी स्थिति पैदा होगी, जहां क्रीमी लेयर के लोग सभी लाभों को हड़प लेंगे। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट 2004 के उस फैसले की जांच कर रहा था, जिसमें पांच जजों की पीठ ने कहा था कि केवल राष्ट्रपति ही यह अधिसूचित कर सकते हैं कि संविधान के अनुच्छेद 341 के अनुसार कौन से समुदाय आरक्षण का लाभ प्राप्त कर सकते हैं और राज्यों के पास इसके साथ छेड़छाड़ करने का अधिकार नहीं है।

जिस महिला पर लगा था पुरुष होने का आरोप ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर रच दिया इतिहास

पेरिस ओलंपिक में अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है.उन्होंने महिला बॉक्सिंग की वेल्टरवेट कैटगरी के फाइनल मुकाबले में चीन की बॉक्सर और 2023 की वर्ल्ड चैंपियन यांग लियू को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हरा दिया. इमान खेलीफ गोल्ड मेडल जीतने वाली अल्जीरिया की पहली महिला बॉक्सर हैं. उनके अलावा केवल होसीन सोलटानी ने पुरुष कैटेगरी में अल्जीरिया के लिए गोल्ड मेडल जीता है. ये अल्जीरिया के ओलंपिक इतिहास का 7वां गोल्ड मेडल है.प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी को हराने के बाद खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगाए गए थे. उनका जमकर विरोध हुआ था. यहां तक की उन्हें डिस्क्वालिफाई करने की मांग होने लगी थी.

मुश्किल था पेरिस ओलंपिक का सफर

इमान खेलीफ के लिए पेरिस ओलंपिक का सफर बेहद मुश्किल भरा रहा है. उनके लिए गोल्ड मेडल जीतना इतना आसान नहीं था. पूरे ओलंपिक के दौरान उन्हें पुरुष बताकर जमकर ट्रोल किया गया. उनका खूब विरोध हुआ, यहां तक उन्हें डिस्क्वालिफाई करके बाहर निकाले जाने की भी मांग हुई. इन सभी चीजों को सहते हुए खेलीफ अपने मुकाबलों पर ध्यान देती रहीं. हालांकि, फाइनल में उन्हें खूब समर्थन मिलते देखा गया. बाउट के दौरान कई फैंस उनके नाम के नारे लगाकर चीयर कर रहे थे.

खेलीफ ने जीत के बाद हवा में पंच मारा और अल्जीरिया के झंडे के साथ विक्ट्री लैप लगाते हुए सभी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद कहा. इस दौरान वो काफी इमोशनल दिखीं. खेलीफ ने कहा कि ओलंपिक चैंपियन बनना उनका 8 सालों कासपना था, जो पूरा हो चुका है. इतना ही नहीं अपने ऊपर हुए हमलों और नफरतों को लेकर भी उन्होंने बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें लेकर हुए विरोध ने इस जीत को स्पेशल बना दिया है. खेलीफ ने भविष्य में इस तरह के हमले नहीं होने की उम्मीद जताई.

कबाड़ बेचकर बनीं बॉक्सर

इमान खेलीफ के लिए बॉक्सिंग का सफर संघर्षों से भरा रहा है. खेलीफ का जन्म 1999 में अल्जीरिया के तियरेत में हुआ. 25 साल की बॉक्सर को शुरुआती दौर में फुटबॉल खेलने का शौक था, लेकिन बाद में उन्होंने बॉक्सिंग को करियर बनाने का फैसला किया. खेलीफ ने जब बॉक्सिंग की शुरुआत की थी, तब ट्रेनिंग के लिए उन्हें बस के जरिए दूसरे गांव में जाना पड़ता था. उस वक्त खेलीफ बहुत गरीब थीं और बस से यात्रा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते थे. इसलिए वो कबाड़ बेचकर अपने लिए पैसे का इंतजाम करती थीं. इतना ही नहीं उनके पिता को लड़कियों का बॉक्सिंग करना बिल्कुल पसंद नहीं था. फिर भी खेलीफ ने हार नहीं मानी और सारी परेशानियों के बीच अपने खेल को जारी रखा.

2023 से चल रहा पुरुष होने का विवाद

इमान खेलीफ ने 19 साल की उम्र में 2018 AIBA महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में डेब्यू किया था. 2019 के वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में वो पहले राउंड में हारकर बाहर हो गईं. वहीं 2020 के टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा.

इसके बाद साल 2023 में खेलीफ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचीं. हालांकि, गोल्ड मेडल मैच से पहले इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) ने उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया. IBA ने डिसक्वालिफाई करने के पीछे खेलीफ के शरीर में बहुत ज्यादा मात्रा में टेस्टोसटेरोन होने का हवाला दिया था.

बाद में IBA के अध्यक्ष ने यह भी खुलासा किया था कि DNA टेस्ट के दौरान खेलीफ के शरीर में X,Y क्रोमोजोम्स पाए गए थे, जो पुरुषों में होते हैं. हालांकि, एसोसिएशन का टेस्ट भी विवादों में आ गया था. वहीं खेलीफ ने IBA के फैसले को एक बड़ी साजिश भी बताया था. पेरिस ओलंपिक में इटली के खिलाफ क्वार्टर फाइनल हुए मुकाबले के बाद वो एक बार फिर विवादों में आ गईं. इस मुकाबले में उनकी विरोधी एंजेला कारिनी ने 46 सेकेंड के बाद ही खुद को मुकाबले से बाहर कर लिया था. इसके बाद खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद खेलीफ को पूरी दुनिया से नफरतों का सामना करना पड़ा. फिर भी वो हार नहीं मानी और चैंपियन बनने का सपना देखती रहीं और अब उन्होंने गोल्ड मेडल जीत लिया है.

कुछ इस तरह से स्कूलों का औचक निरीक्षण किए शिक्षा विभाग के ACS डॉ एस सिद्धार्थ, शिक्षक भी रह गए दंग

पटना : इन दिनों बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ पूरी तरह एक्शन मोड में है। ACS के द्वारा लगातार स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है।

इसी क्रम में आज अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ दानापुर से ट्रेन से भोजपुर पहुंचे और वहां पर स्कूल का निरीक्षण किया।

डॉ एस सिद्धार्थ ने अनजान बनकर स्कूल में पहुंच कर बच्चों से बातचीत की और जानकारी ली। 

बता दे कि डॉ एस सिद्धार्थ स्कूली व्यवस्था को बेहतर बनाने को लेकर लगातार अलग-अलग स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं और बच्चों से जानकारी ले रहे हैं कि स्कूल में क्या कुछ कमियां है, गुरुजी समय से स्कूल आते हैं या फिर नहीं।

अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने दानापुर से आरा के लिए ट्रेन पकड़ी और ट्रेन में सवार होकर आरा पहुंचे। इस दौरान ट्रेन में कुछ स्टूडेंट ने उनको पहचाना और कहा ये शिक्षा विभाग के सर है। जवाब में acs एस सिद्धार्थ ने कहा हम तो टीचर है लेकिन स्टुडेंट्स ने जवाब दिया और कहा आपको जानते है फिर एस सिद्धार्थ मुस्कुराने लगे।

इसके बाद एस सिद्धार्थ आरा पहुंचे और एक स्कूल के बाहर ही कुछ स्कूली छात्राओं से बातचीत करने लगे और पूछने लगे क्लास टाइम पर लगता है कि नहीं और गुरुजी समय से आते हैं या नहीं। 

इसके बाद एस सिद्धार्थ पैदल ही चलकर कन्या मध्य विद्यालय बिहिया भोजपुर पहुंचे। स्कूल का निरीक्षण किया उसके बाद प्रधानाध्यापक के कक्ष में पहुंचे और अटेंडेंस डायरी चेक किया।

ACS के बिना तामझाम और लावलस्कर के स्कूल पहुंचने पर शिक्षक भी दंग रह गए। 

पटना से मनीष प्रसाद

प्रभू श्री राम के चरणों में अपनी पगड़ी उतारने के लिए डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं के साथ अयोध्या के लिए हुए रवाना

पटना  : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी अपनी पगड़ी को प्रभु श्री राम की चरणों में अर्पित करने के लिए आज अय़ोध्या रवाना हो गए। श्री चौधरी के काफिले में बिहार सरकार के अनेक मंत्रियों, विधायकों, पार्टी के पदाधिकारियों, नेताओं व कार्यकर्ताओं की करीब ढाई सौ गाड़ियां शामिल हैं।

आज अयोध्या धाम प्रस्थान करने के दौरान सम्राट चौधरी ने कहा कि जंगलराज व अराजकतावादियों को सत्ता से हटाने के उनके संकल्प की सिद्धि होने के दिन 28 जनवरी, 2024 को ही उन्होंने माता सरयू के पवित्र जल में स्नान कर प्रभु श्री राम के श्रीचरणों में अपनी संकल्पित पगड़ी उतारने व केशदान की घोषण की थी, जो कल अयोध्या में पूरी होगी।

श्री चौधरी जी ने  कहा कि उनका संकल्प केवल सत्ता के मुखिया को कुर्सी से हटाना नहीं बल्कि बिहार को जंगलराज वाले लुटेरों से भी मुक्ति दिलाना था। विगत 28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जंगलराज के प्रतीक महागठबंधन से अलग होने और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर भाजपा के साथ उसी दिन सरकार गठित करने के साथ ही उनका संकल्प पूरा हो गया।

उन्होंने कहा कि उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए  तत्कालीन महागठबंधन की सरकार और सरकार के मुखिया को पद से हटाने का संकल्प लिया था। 28 जनवरी 2024 को जब महागठबंधन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया, सदन के पटल पर की गई मेरी घोषणा पूरी हो गई। उन्होंने कहा कि आज वे बिहार की एनडीए सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के सहयोगी है और बिहार में सुशासन व विकास को समर्पित सरकार चल रही है। एनडीए सरकार का एकमात्र एजेंडा विकास और सुशासन के जरिए कानून का राज स्थापित करना है। बिहार में अब भ्रष्टाचारियों, लुटेरों, माफियाओं व परिवारवादियों के लिए कोई जगह नहीं है।

पटना से मनीष प्रसाद
राहुल गांधी के बयान पर मंत्री मंगल पांडेय का तीखा प्रहार, कहा-कांग्रेस का असली चरित्र हिन्दू विरोधी

पटना : बिहार के स्वास्थ्य और कृषि विभाग के मंत्री मंगल पांडेय ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के 'हिन्दू समाज हिंसक होते हैं' बयान पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के नेता ने समस्त हिंदुओं को हिंसक बताकर देश के करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को चोट पहुंचाया है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह विचार कोई नया नहीं है।काँग्रेस का असली चरित्र ही हिन्दू विरोधी है।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से आज तक काँग्रेस की मानसिकता हिन्दू विरोधी विचार से प्रेरित रही हैं। 2010 में राहुल गांधी जब अमेरिका के राजदूत से बातचीत कर रहे थे तब उन्होंने हिन्दू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया था।

कहा कि काँग्रेस के नेता राहुल गांधी की मानसिकता 'जिन्ना के हिन्दू विरोधी' मानसिकता से प्रेरित है। यही कारण है कि जब वे मंदिर भी जाते हैं तो उन्हें हिन्दू साबित करने के लिए नौटंकी करना पड़ता है।

श्री पाण्डेय ने आगे कहा कि इंडी गठबन्धन में शामिल कई दलों के नेताओं ने भी हिन्दू धर्म के खिलाफ बयान दिए हैं।

उन्होंने राजद को आड़े हाथों लेते हुए आगे कहा कि राजद जो कांग्रेस की पिछलग्गू बनी है, उसकी मानसिकता काँग्रेस से अलग नहीं है।

उन्होंने कहा कि राजद के नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामायण और देवी देवताओं के बारे में किस तरह की टिप्पणी की हैं, उसे देश जानता है। मंदिर मानसिक गुलामी की राह है। अयोध्या राम मंदिर शोषण का स्थान है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि इसका कारण वर्ग विशेष को खुश रखने का प्रयास है ।

राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने बयान दिया था कि भारत इसलिए गुलाम हुआ क्योंकि हम माथे पर तिलक लगाते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि रामजन्मभूमि नफरत की जमीन है।

मंत्री श्री पांडेय ने आगे कहा कि राहुल गांधी का बयान सनातनी परंपरा और व्यवस्था को चोट पहुंचाने वाला है। राजद के एक विधायक ने तो देवी दुर्गा और माँ सरस्वती का अपमान किया था।

उन्होंने साफ लहजे में कहा कि राजद के लालू प्रसाद भी राम मंदिर निर्माण के लिए यात्रा पर निकले भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी जी को समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया था। यह उनकी हिन्दू विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। लालू प्रसाद के पुत्र नवरात्रि में मछली खाते अपनी तस्वीर पोस्ट करते हैं। उनका  संदेश साफ था।

मंत्री मंगल पांडेय ने चेतावनी देते हुए कहा कि राहुल गांधी हिंदुओं को जब तक अपमानित करने का प्रयास करते रहेंगे तब तक हिन्दू लोकतांत्रिक तरीके से उनका विरोध करता रहेगा।

इस प्रेस वार्ता में भाजपा बिहार के प्रदेश  मीडिया सह प्रभारी अमीत प्रकाश " बबलू " ,प्रदेश प्रवक्ता कुंतल कृष्ण एवं सुरज पांडे उपस्थित रहे।

पटना से मनीष प्रसाद
राहुल गांधी में अगर हिम्मत है किसी और धर्म के बारे में बोलकर देखें : आर.एन. सिंह

पटना : बीते सोमवार को लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के भाषण को लेकर राजनीति गरम हो गई है। पूरे देश में एनडीए नेताओं द्वारा हिंदुओं को लेकर दिए गए बयान की तीखी आलोचना की जा रही है। इसी कड़ी में विश्व हिन्दू परिषद ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है।

विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सलाहकार व केंद्रीय प्रन्यासी आर.एन. सिंह ने कहा कि तुस्टीकरण की पराकाष्ठा पार कर गए राहुल गांधी हिन्दू को गाली देकर खुद को सहिष्णु साबित करना चाहते है। दुनिया मे कई धर्मो के चर्च और कब्र तक बंटे हुए है,लेकिन हिन्दुओ के श्मशान एक होता है।राहुल जी को ज्ञान नही हुआ है इसलिए ऐसा बोल रहे है।

कहा कि हिन्दुओ के लिए प्रतिकार का समय आ गया है। अगर हिन्दू जग गए तो फिर उनको पता चलेगा कि कितने सहिष्णु हम है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी में अगर हिम्मत है तो दूसरे धर्म पर बोल के दिखाए यज्ञ हिन्दू समाज अगर जगेगा तो सबो के लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी।

पटना से मनीष प्रसाद
राजधानी के ज्ञान भवन में जिला कार्यान्वयन समिति की हुई बैठक, प्रदेश के विकास पर हुई चर्चा

पटना : राजधानी के ज्ञान भवन में जिला कार्यान्वयन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और मंत्री नितिन नवीन मौजूद थे। 

वही बैठक के बाद मीडिया से बातचीत मे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार के विकास के लिए, बिहार और समृद्ध कैसे हो सकता है इस पर सभी लोगों ने अपनी राय रखी। 

सभी लोगों ने अपनी बात रखी है। पटना के विकास के लिए सभी लोग चिंतित है। इस टारगेट पूरा करना है। मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के निर्देश में इस काम को पूरा करना है।

वही आज से देश मे तीन नए कानून लागू किये गए है। इसपर सम्राट चौधरी ने कहा स्वाभाविक है इसलिए की देश अंग्रेजों की गुलामी से बाहर निकला है। 

अब नया कानून भारत का कानून इस देश में लागू हो गया है।

पटना से मनीष प्रसाद

पटना के गोला रोड मे केनरा बैंक के नये ब्रांच का हुआ शुभारंभ, महाप्रबंधक ने कहा-भारत सरकार के सारी योजनाओं की मिलेगी यहां सुविधा

पटना : राजधानी पटना के गोला रोड में केनरा बैंक के नए ब्रांच का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर केनरा बैंक के अंचल प्रमुख और महाप्रबंधक अरुण कुमार मिश्रा भी उपस्थित रहे। 

नए ब्रांच के उद्घाटन के अवसर पर ग्राहक मिलन समारोह का आयोजन किया गया और बड़ी संख्या में ग्राहकों ने पहले दिन ही बैंक में अपना अकाउंट खुलवाया। 

बैंक के शाखा प्रमुख अभय कुमार ने बताया कि बैंक में तमाम योजनाओं के बारे में ग्राहकों को बताया गया। 

बैंक की किसान योजना छात्रों को पढ़ाई के लिए लोन देने की योजना सहित उद्योगों को शुरू करने के लिए स्टार्टअप योजना के तहत लोन देने की योजना सहित कई योजना की जानकारी दी गई।

वहीं ग्राहकों ने भी ग्राहक मिलन समारोह में बैंक को लेकर कई सुझाव दिए। जिसे अधिकारियों ने जल्द से जल्द अपने का आश्वासन भी दिया।

पटना से मनीष प्रसाद

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के बाद मंत्री अशोक चौधरी पटना लौटे, विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर कही यह बात

पटना : जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पटना लौटे बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी जदयू के द्वारा विशेष राज्य के दर्जे और विशेष पैकेज के प्रस्ताव पर अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग हम लोगों की पुरानी है और हम लोग इस मांग पर अभी भी बने हुए हैं। बीजेपी के साथ हम लोग विकास कर रहे हैं। बीजेपी भी विकास चाहती है और हम लोग भी विकास चाहते हैं। सरकार विकास के कामों पर कार्य कर रही है, लेकिन बिहार को विशेष राज दर्जा देने की मांग हम लोगों की बनी हुई है। कहा कि विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए या तो विशेष पैकेज दिया जाए, जिससे कि बिहार का विकास हो सके। 

 

वहीं संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर कहा का इससे जदयू का आधार अन्य राज्यों में बढ़ेगा। आगामी जो विधानसभा चुनाव कई राज्यों में होने वाले हैं उसके लिए संजय झा बेहतर विकल्प है और अच्छे तरीके से जदयू के विस्तार में काम करेंगे।  

राजद के द्वारा यह कहने की संजय झा भाजपा के एजेंट है इस पर अशोक चौधरी ने जम कर निशाना साधा। अशोक चौधरी ने कहा कि अब राजद तय करेगा कि जदयू में क्या हो और कौन अधिकारी बनाया जाए जदयू दिवालिया नहीं हो गया है। जदयू अपने फैसले ले सकता है अपने फैसले के लिए उसे आरजेडी से एनओसी लेने की जरूरत नहीं है।  

अशोक चौधरी ने कहा कि राजद खुद अपना देख वह हम लोगों के संगठन के बारे में क्या बोल सकते हैं। वही तेजस्वी यादव के द्वारा यह कहने की लगातार पुल गिर रहा है। इसपर अशोक चौधरी ने कहा कि पुल गिर रहे हैं लेकिन 17 महीने के कार्यकाल में पथ निर्माण मंत्री कौन थे और विभागीय मंत्री कौन थे यह भी तेजस्वी को देखना चाहिए। उनके कार्यकाल में ही पुल का निर्माण हुआ था। ऐसा नहीं है कि हम लोगों ने पुल बनाना अभी शुरू किया है। 

वही अपराध के बढ़ने को लेकर तेजस्वी के बयानों पर अशोक चौधरी ने कहा कि अपराध कुछ बढ़े हैं लेकिन ऑर्गेनाइज्ड जो क्राइम है वह नहीं हो रहा है। सरकार कार्रवाई कर रही है। वहीं पप्पू यादव के द्वारा शाम्भवी चौधरी पर दिए गए बयान की पहले वो पढ़ ले, फिर बोले। इस पर अशोक चौधरी ने कहा वो तो पढ़ ही रही है। अभी 25 साल ही हुआ है और शाम्भवी की पढ़ाई पर सवाल खड़े करने वाले पप्पू यादव कितने पढ़े है खुद पता कर ले। सांसद हो जाना अलग है और बन जाना अलग है। ये नही है कि कोई पहली बार सांसद बन रहा है तो बच्चा है और कोई पांच बार से है तो पहलवान है।

पटना से मनीष प्रसाद

नीट पेपर लीक मामला : आज लगातार दूसरे दिन बेउर जेल पहुंची सीबीआई की टीम, आरोपियों से कर सकती है यह सवाल

पटना ; नीट पेपर लीक कांड मामले में गिरफ्तार 1 अभियुक्त से आज लगातार दूसरे दिन पूछताछ के लिए सीबीआई की टीम बेऊर जेल पहुंच गई है।

सूत्रों की जानकारी के अनुसार अनुसार सिकंदर यादव चिंटू अमितेश आनंद आयुष और अखिलेश को लेकर पूछताछ करेगी। सभी लोगों के संबंध के बारे में पूछताछ करेगी साथ ही साथ यह पूछताछ करेगी कि प्रश्नपत्र किसने लाकर दिया और पूरे मामले में क्या कौन-कौन से गिरोह कौन से लोग शामिल हैं।

बता दें इससे पहले बीते शनिवार को सीबीआई की टीम ने नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए 16 आरोपियों से बेऊर जेल में जाकर पूछताछ की। टीम शनिवार की सुबह जेल पहुंची और सभी आरोपियों से अलग-अलग और कुछ से संयुक्त रूप से पूछताछ की।

कुछ आरोपियों से आमने-सामने बैठाकर भी कई सवालों के जवाबों का मिलान किया गया। इसमें कनीय अभियंता सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, उसके साले संजीव कुमार एवं इसकी पत्नी रीना देवी, इसका पुत्र सह परीक्षार्थी अनुराग यादव, नीतीश कुमार, अमित आनंद समेत अन्य शामिल हैं। इन लोगों से पेपर लीक और प्रश्न-पत्र मुहैया कराने वाले सेटरों के बारे में विस्तार से जानकारी ली गई। इस मामले का खुलासा होने के बाद 4 मई को बिहार पुलिस के स्तर से 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। 

पटना से मनीष प्रसाद