हेल्थ टिप्स: रोज सुबह खाली पेट पीएंगे जीरे का पानी तो मिलेंगे कई फायदे, आइए जानते है जीरे का पानी पीने से होने वाले फायदे के बारे
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सुबह-सुबह जीरा का पानी पीने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपाय है जिसे विभिन्न शारीरिक समस्याओं को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है। आइए जानते हैं जीरा के पानी के प्रमुख
फायदे:
1. पाचन में सुधार
जीरा का पानी पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करता है। यह गैस, अपच, और पेट फूलने जैसी समस्याओं को कम करता है। जीरे में थाइमोक्विनोन नामक तत्व होता है, जो पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
2. वज़न कम करने में सहायक
जीरा का पानी शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे कैलोरी जलने की प्रक्रिया तेज होती है। यह वज़न कम करने में सहायक होता है और शरीर की चर्बी को घटाने में मदद करता है।
3. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है
जीरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। यह शरीर को विभिन्न संक्रमणों और बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
4. त्वचा के लिए फायदेमंद
जीरा का पानी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है। यह त्वचा को साफ और चमकदार बनाता है और मुंहासों को कम करता है। जीरे में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा संक्रमण को रोकते हैं।
5. डिटॉक्सिफिकेशन
जीरा का पानी शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है। यह शरीर से विषैले तत्वों को निकालता है और शरीर को शुद्ध करता है।
6. हाइड्रेशन
जीरे का पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है। यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और दिन भर ऊर्जावान बनाए रखता है।
जीरा का पानी बनाने की विधि
एक गिलास पानी में एक चम्मच जीरा रातभर भिगो दें।
सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पिएं।
निष्कर्ष
जीरा का पानी सुबह-सुबह पीना कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह एक सरल और प्रभावी उपाय है जिसे आप अपने दैनिक जीवन में शामिल कर सकते हैं। लेकिन किसी भी नई स्वास्थ्य आदत को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा अच्छा होता है।


हालांकि, रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के विशेषज्ञ कहते हैं, बीएमआई किसी व्यक्ति की शारीरिक संरचना या उसके स्वास्थ्य का आकलन नहीं करता है। यह एक स्क्रीनिंग टूल है जिसका उपयोग लोगों को संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को निर्धारित करने के लिए अन्य परीक्षणों और आकलनों के साथ करना चाहिए।
हम में से ज्यादातर लोगों के दिन की शुरुआत चाय के साथ होती है। चाय पीना फायदेमंद है या नुकसानदायक इसपर लंबे समय से बहस होती रही है। अध्ययनों में भी इसके मिले-जुले परिणाम देखे गए हैं। कुछ शोध बताते हैं दूध वाली चाय की जगह ब्लैक-टी पीने से कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं जबकि कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि चाय में कैफीन होने के कारण इसके नियमित या ज्यादा सेवन से कई साइड-इफेक्टस भी हो सकते हैं।
क्या कहती हैं आहार विशेषज्ञ?
एक महीने तक चाय न पीने से मेलाटोनिन का स्तर सामान्य होता है और आप नींद की समस्याओं से बच सकते हैं।
पाचन की दिक्कतों में आराम
आज के भागदौड़ वाली जिंदगी में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा, जिसका रोजाना का खान-पान बिल्कुल स्वस्थ तरीके से होता हो।स्वस्थ्य जीवन के लिए संतुलित भोजन जरूरी होता है। यह बात हर कोई जानता है. लेकिन संतुलित भोजन (Balanced Diet) किसे कहते हैं ? इस सवाल का जवाब हर किसी के पास नहीं होता है. वैसे तो हर इंसान यही चाहता है कि उसकी सेहत हमेशा अच्छी रहे. अच्छी सेहत के लिए बैलेंस डाइट की जरूरत होती है।
माता-पिता बच्चे की कई आदतों को लिए जिम्मेदार होते हैं। बचपन में माता-पिता अपने बच्चे को गर्म चीजों और सड़क में दौड़ती गाड़ियों से बचाने के लिए डरा देते हैं। यह छोटी-छोटी आदतें कुछ वर्षों के बाद बच्चों के लिए बड़ी समस्या का कारण बन जाती हैं। बड़े होने के बाद ये आदतें बच्चे के मन में डर का कारण बन सकती हैं। इस वजह से होने एंग्जाइटी बच्चों की लाइफस्टाइल को प्रभावित कर सकती है।
बच्चों को सोने में कठिनाई हो सकती है। डर या एंग्जाइटी होने पर बच्चा सोते समय बार-बार उठ सकता है। साथ ही, बच्चे को थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है। नींद की कमी की वजह से बच्चा एक एक्टिव हो जाता है।
मानसून का मौसम और रिमझिम बारिश का अपना ही आनंद है, हालांकि बरसात के दिनों में आपको सेहत को लेकर विशेषतौर पर सावधान रहने की आवश्यकता होती है। मानसून के समय में वैसे तो मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों का खतरा रहता ही है, साथ ही ये मौसम पाचन के लिए भी दिक्कतें बढ़ा देता है। बढ़ी हुई नमी हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को बढ़ाने वाली हो सकती है जिसके कारण गैस्ट्रिक समस्याओं का होना आम है।
हम में से ज्यादातर लोग दिन की शुरुआत चाय-कॉफी के साथ करते हैं, इसका अधिक सेवन आपके पाचन के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हालांकि इसकी जगह पर हर्बल का सेवन करना अच्छा विकल्प माना जाता है। जैसे अदरक की चाय पीना पाचन स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। अदरक शरीर में पाचन एंजाइम और गैस्ट्रिक जूस के उत्पादन को उत्तेजित करने में मदद करता है। इससे पेट फूलने जैसे पाचन संबंधी लक्षणों को कम कर सकते हैं। नींबू पानी पीना भी पाचन के लिए फायदेमंद है।
छाछ और दही आदि को प्रोबायोटिक्स से भरपूर माना जाता है जो आंत में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देने और पाचन को ठीक रखने में मददगार है। छाछ लोकप्रिय भारतीय पेय है जो भोजन के पाचन को ठीक रखने और पेट की समस्याओं को कम करने में आपके लिए लाभकारी है। यह पेय आपके शरीर को पोषण देने और हाइड्रेट रखने में भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके नियमित सेवन से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।
एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हल्दी में पाए जाने वाला करक्यूमिन आपकी सेहत के लिए कई प्रकार से लाभप्रद है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही ये मल त्याग, पेट दर्द और दस्त को कम करके आंतों की समस्याओं को कम करने में भी फायदेमंद है। इसी तरह से पुदीने के रस को पानी में मिलाकर पीने से भी पाचन संबंधित समस्याओं के जोखिमों को कम किया जा सकता है।
Aug 07 2024, 10:36
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