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शेख हसीना को हटाना ही प्रदर्शन का एक मात्र एजेंडा, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले से भारत चिंतित, बांग्लादेश हिंसा पर बोले जयशंकर*
#s_jaishankar_address_rajya_sabha_lok_sabha_on_situation_in_bangladesh बांग्लादेश में बिगड़े हालातों पर आज संसद भवन में सर्वदलीय बैठक हुई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वहां के हालातों और भारत की स्थिति पर जानकारी दी है। इस मसले पर आज संसद में भी विदेश मंत्री ने स्थिति के बारे में जानकारी दी। मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा और राज्यसभा में बांग्लादेश हिंसा पर भारत सरकार की ओर से अपना पक्ष रखा। *शेख हसीना ने मांगा था सहयोग* बांग्लादेश के ताजा हालात पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वहां की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आनन-फानन में हमसे भारत आने का अनुरोध किया और भारत सरकार ने उनके सुरक्षित भारत आने की व्यवस्था की। एस जयंशकर ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के रिश्ते बहुत मजबूत हैं। बांग्लादेश की सत्ता से शेख हसीना को हटाना ही प्रदर्शन का एक मात्र एजेंडा था। *बांग्लादेश 90 हजार भारतीय मौजूद* एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश में अपने नागरिकों के संपर्क में है। इस वक्त वहां करीब 90 हजार भारतीय मौजूद हैं। जिनमें से लगभग 9000 छात्र हैं। जुलाई में अधिकांश छात्र वापस लौट आए हैं। हम अल्पसंख्यकों की स्थिति के संबंध में भी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। ढाका के भारतीय उच्चायुक्त और चिटगांव के सहउच्चायुक्त हमें लगातार रिपोर्ट भेज रहे हैं। *अल्पसंख्यकों की स्थिति पर जताई चिंता* हम बांग्लादेश में अल्पंख्यक समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। बीते 24 घंटे के दौरान वहां काफी कुछ बदल गया है। यह बहुत ही संवेदनशील मसला है। हम सदन से इस मसले पर सहयोग चाहते हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि छात्रों और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न समूहों और संगठनों से बात की जा रही है।
पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा का शानदार प्रदर्शन, पहले ही प्रयास में फाइनल के लिए क्वालिफाई किया

#neeraj_chopra_qualifies_for_men_javelin_throw_final 

भारत के 'गोल्डन बॉय' नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में धमाकेदार आगाज किया है। नीरज ने पहले ही थ्रो से फाइनल में अपनी जगह बना ली।नीरज ग्रुप बी के क्वालिफिकेशन में सबसे पहले शुरुआत करने आए और उन्होंने अपना इस सत्र का शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले ही प्रयास में 89.34 मीटर का थ्रो किया जो 84 मीटर के स्वत: क्वालिफिकेशन से काफी अधिक था। 

नीरज के अलावा पाकिस्तान के उनके प्रतिद्वंद्वी अरशद नदीम ने भी पहले ही प्रयास में कमाल का प्रदर्शन किया और 86.59 मीटर का थ्रो कर स्वतः फाइनल के लिए क्वलिफाई कर लिया। नीरज की तरह अरशद का भी यह सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो था।

पहले प्रयास में फाइनल के लिए सीधे क्वालिफाई करने के बाद नीरज और अरशद ने क्वालिफिकेशन में आगे हिस्सा नहीं लेने का निर्णय लिया और वे अन्य प्रयास में भाला फेंकने नहीं आए। फाइनल मुकाबला आठ अगस्त को भारतीय समयानुसार देर रात 11.50 बजे से होगा। वह लगातार दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतना चाहेंगे। नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए पहला स्थान हासिल किया था।

नीरज चोपड़ा ने 89.34 मीटर का थ्रो फेंक इस सीजन में अपना बेस्ट प्रदर्शन किया है। दिलचस्प बात ये है कि वो इस थ्रो के साथ अपने करियर बेस्ट थ्रो के काफी करीब पहुंच गए। नीरज का बेस्ट थ्रो 89.94 मीटर है और जिस अंदाज में उन्होंने पेरिस ओलंपिक में अपना खेल दिखाया है उसे देखकर लग रहा है कि वो फाइनल में 90 मीटर का बैरियर भी पार कर लेंगे।

'बांग्लादेश से बंगाल आ रहे हैं 1 करोड़ हिन्दू शरणार्थी, तैयार रहें..', हिंसा के बीच शुभेंदु अधिकारी का बड़ा बयान

बांग्लादेश में जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया है, जिससे भारत भी चिंतित है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि बांग्लादेश से एक करोड़ हिंदू शरणार्थी पश्चिम बंगाल आने वाले हैं, इसलिए राज्य को तैयार रहना चाहिए।

अगले तीन दिन में स्थिति नहीं सुधरी तो एक करोड़ हिंदू बांग्लादेश से विस्थापित होकर भारत आना शुरू होंगे। CAA के तहत बंगाल सरकार को गवर्नर और भारत सरकार से बात करना शुरू करनी चाहिए। भारत बांग्लादेश के हिंदुओ का नरसंहार नहीं होने देगा, फिर चाहे चिकन नेक को बड़ा क्यों ना करना पड़े। 

शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है, जिसमें रंगपुर में नगर परिषद के पार्षद हरधन नायक की हत्या और सिराजगंज के थाने में 13 पुलिसकर्मियों की हत्या शामिल है, जिनमें से 9 हिंदू हैं। नोआखली में हिंदुओं के घर जला दिए गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे पर भारत सरकार से बात करें। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का उल्लेख करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि कानून में स्पष्ट है कि धार्मिक उत्पीड़न के शिकार लोगों की मदद की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर तीन दिनों के भीतर स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया, तो बांग्लादेश कट्टरपंथियों के हाथों में चला जाएगा। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदूओं का उत्पीड़न जारी है।

बांग्लादेश में हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है। आरक्षण सुधार की मांग से शुरू हुआ आंदोलन अब सरकार बदलने के आंदोलन में बदल गया है। सरकार के इस्तीफे की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों और सरकार समर्थकों के बीच झड़पों में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थानों, चौकियों, सत्तारूढ़ पार्टी के दफ्तरों और नेताओं के आवासों पर हमले किए और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।

केदारनाथ रेस्क्यू ऑपरेशन का 6वां दिन, अब तक 11,775 श्रद्धालु निकाले गए, सीएम धामी ग्राउंड जीरो के लिए रवाना

 उत्तराखंड में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के चलते बड़ा नुकसान हुआ है. सबसे अधिक प्रभावित रुद्रप्रयाग जिला रहा. यहां भारी बारिश के चलते आपदा जैसे हालात बने, साथ ही हजारों की संख्या में लोग जगह-जगह पर फंस गए. केदारनाथ यात्रा मार्ग पर कई जगह पर सड़क क्षतिग्रस्त होने की वजह से हजारों लोग अलग-अलग जगह पर फंस गए थे, जिनके राहत बचाव का कार्य जारी है. क्षतिग्रस्त हुए केदारनाथ मार्ग और अन्य सुविधाओं को ठीक करने के लिए विभागीय सचिव मौके पर ही मौजूद हैं. ये अधिकारी तब तक प्रभावित क्षेत्र में कैंप लगाकर प्रवास करेंगे जब तक व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो जातीं.

दरअसल, वर्तमान समय में पीडब्ल्यूडी सचिव पंकज कुमार पांडेय, आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे और राष्ट्रीय राज्य मार्ग के मुख्य अभियंता दयानंद आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद हैं. यह सभी अधिकारी धाम की व्यवस्थाएं मुकम्मल होने तक प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाकर प्रवास करेंगे. इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी आज मंगलवार को आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण और स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं. इस दौरे के दौरान सीएम धामी स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे.

अभी तक इतने श्रद्धालु हुए रेस्क्यू

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर करीब एक हफ्ते पहले हुई भारी बारिश के चलते जान माल को काफी नुकसान पहुंचा है. साथ ही अलग-अलग जगह पर फंसे हजारों श्रद्धालुओं के राहत बचाव का कार्य का आज छठवां दिन है. अभी तक 11,775 श्रद्धालुओं को निकाला जा चुका है. केदारनाथ से 274 श्रद्धालुओं को एयरलिफ्ट किया गया है.

लिंचौली और भीमबली से 2,918 लोगों को एयरलिफ्ट किया जा चुका है. लिंचौली और भीमबली से पैदल 739 लोगों का रेस्क्यू हुआ है. गौरीकुंड से सोनप्रयाग पैदल मार्ग से 7,769 लोगों का रेस्क्यू हो चुका है. चीड़बासा से 75 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया है. 50 श्रद्धालु ऐसे हैं जो अपने मन से रुके हुए हैं.

आज सीएम का हवाई और स्थलीय निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग का रेस्क्यू अभियान लगभग संपन्न हो गया है. देश भर के बड़ी संख्या में फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला जा चुका है. हेलीकॉप्टर के जरिए भी रेस्क्यू किया गया है. राज्य हेलीकॉप्टर के साथ ही चिनूक और एमआई 17 हेलीकॉप्टरों के जरिए रेस्क्यू किया गया.

अब राज्य सरकार का फोकस है कि जो सड़क, पेयजल लाइन, विद्युत लाइन समेत अन्य चीजें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, उनको जल्द से जल्द ठीक किया जाए और केदारनाथ धाम की यात्रा को सुचारू किया जाए.

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद निशाने पर हिंदू, “छात्रों” के बहाने कट्टरपंथी निकाल रहे अपनी नफरत!

#bangladesh_protest_hindu_houses_and_businesses_attacked 

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद पूरे बांग्लादेश में अलग-अलग शहरों में हिन्दुओं को निशाना बनाया जा रहा है। हिन्दुओं के घरों, दुकानों और मंदिरों को नष्ट कर रहे हैं। कई जगह से हिन्दू घरों में लूटपाट और हिंसा की खबरें हैं। भीड़ चुन-चुनकर हिंदुओं को निशाना बना रही है। घरों में आग लगाई जा रही है। दुकानों को लूटा जा रहा है। 27 जिलों में हिंदुओं के घरों और दुकानों को निशाना बनाया गया है। लोगों का कहना है कि ऐसा कोई इलाका या जिला नहीं बचा है, जहां सांप्रदायिक हमले न हुए हों। घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हमलों के बारे में देश के विभिन्न हिस्सों से लगातार खबरें मिल रही हैं। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि प्रदर्शनकारी “छात्रों” के आंदोलन की दिशा बदल गई है या फिर इस आंदोलन के नाम पर इस्लामी कट्टरपंथी अपनी नफरत निकाल रहे हैं?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ढाका के धानमंडी इलाके में स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र को उपद्रवी भीड़ ने नुकसान पहुंचाया। ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में कई प्रमुख स्थानों को भी आग के हवाले कर दिया, जिसमें धानमंडी 32 में बंगबंधु भवन, जिसे बंगबंधु स्मारक संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है, भी शामिल है। यह संग्रहालय हसीना के पिता शेख मुजीबुर रहमान को समर्पित है, जिनकी 1975 में राष्ट्रपति के रूप में सेवा करते समय हत्या कर दी गई थी।

बांग्लादेश की द डेली स्टार की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने कल शाम तेलीपारा गांव में लालमोनिरहाट पूजा उद्यापन परिषद के सचिव प्रदीप चंद्र रॉय के घर में तोड़फोड़ की और लूटपाट की। इतना ही नहीं, पूजा उद्यापन परिषद के नगर पालिका सदस्य मुहिन रॉय के स्वामित्व वाली एक कंप्यूटर की दुकान में भी तोड़फोड़ की और लूटपाट की। इसके अलावा, जिले के कालीगंज उपजिले के चंद्रपुर गांव में चार हिंदू परिवारों के घरों में लूटपाट की गई। 

प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए हिंदू समुदाय के कुछ नेता डरे हुए हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं को पारंपरिक रूप से शेख हसीना की अवामी लीग का समर्थक माना जाता है।

बता दें कि बांग्लादेश एक मुस्लिम बहुल देश है। अमेरिका की 2022 की अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता की रिपोर्ट के मुताबिक देश की कुल आबादी 165.7 मीलियन थी। देश में 91 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, जिसके बाद हिन्दू धर्म के लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है, देश में 8 प्रतिशत हिन्दू रहते हैं।

'अगला टारगेट मुकेश धीरूभाई अंबानी…', MP के इस मंदिर की दान पेटी में मिला धमकी भरा पत्र, मची सनसनी

मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है यहाँ अचलेश्वर महादेव के मंदिर में सोमवार को सावन के चलते भक्तों ने पूजा-पाठ किया. शाम को जब पुजारियों ने मंदिर की दान पेटी खोली तो उसमें एक स्टांप पेपर बरामद हुआ. पुजारियों ने स्टांप पेपर में लिखी बात पढ़ी तो उनके रोंगटे खड़े हो गए. पुलिस को तत्काल इसकी जानकारी दी गई. पुलिस ने पेपर पढ़ा तो वो भी दंग रह गए. इसमें भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी को धमकी दी हुई थी.

स्टांप पेपर में लिखा था- मेरा अगला टार्गेट मुकेश धीरूभाई अंबानी मुंबई. इसमें मनोज शर्मा पुत्र रामेश्वर दयाल शर्मा निवासी बालाजी विहार गुढ़ी गुढ़ा का नाका, कंपू ग्वालियर भी लिखा था. पुलिस ने मामला दर्ज करके तहकीकात आरम्भ कर दी है. पुजारियों ने बताया- यह स्टांप तब निकला जब अचलेश्वर महादेव मंदिर की दान पेटियों में आए दान की रकम की गिनती की जा रही थी. दान-पात्र में भगवान अचलनाथ के श्रद्धालुओं की अर्जी के पत्र भी निकले हैं. एक भक्त ने लिखा है कि मुझे 3 हजार रुपयों की आवश्यकता है. मैं 3000 रुपए हार गया हूं, मेरी व्यवस्था कर दो. इसके अतिरिक्त घर परिवार की समस्या से जुड़े पत्र भी निकले हैं. एक चिट्ठी में तो किसी ने गर्लफ्रेंड का नाम लिखकर डाल दिया है.

अचलेश्वर संचालन समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश उच्च न्यायालय एनके मोदी के निर्देशन पर बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने मंदिर में लगे चौदह दानपात्रों के ताले खोले गए. गिनती के लिए पहले नोटों को छांटकर उनकी गड्डियां बनाईं गईं. तत्पश्चात, नोटों की गिनती की गई. मंदिर के प्रबंधक वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि इस माह चढ़ौत्री के रूप में 6 लाख 53 हजार 450 रुपये की राशि निकली है. मुकेश अंबानी को धमकी वाली पर्ची को निकालकर उसकी जानकारी पुलिस को दी गई है. वही इस घटना के पश्चात् अब पुलिस भी एक्शन में आ गई है. मामले की तहकीकात की जा रही है.

'हम बांग्लादेशी एजेंसियों के संपर्क में हैं, हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए..', संसद में बोले विदेश मंत्री जयशंकर

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद वह सोमवार शाम भारत पहुंचीं। इसके कुछ ही घंटों बाद, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने जनवरी 2024 में चुनाव के बाद बनी संसद को भंग करने का ऐलान कर दिया। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश संकट पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक की, जबकि शेख हसीना गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर एक सुरक्षित स्थान पर हैं।

बांग्लादेश के प्रमुख मीडिया आउटलेट डेली स्टार के अनुसार, एक ही दिन में वहां 27 स्थानों पर हिन्दुओं पर हमले हुए हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, आंदोलन के प्रमुख समन्वयकों में से एक, नाहिद इस्लाम ने कहा कि वह पहले ही प्रोफेसर यूनुस से बात कर चुके हैं, और उन्होंने देश की वर्तमान स्थिति को देखते हुए अपनी सहमति दे दी है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि बांग्लादेश में चुनाव होने तक अंतरिम सरकार का शासन होना चाहिए और इसके लिए एक शॉर्ट और लॉन्ग टर्म रणनीति होनी चाहिए। छात्र प्रदर्शनकारियों ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को सरकार का मुख्य सलाहकार बनाने की मांग की है। इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि केंद्र सरकार बांग्लादेश की आर्मी के संपर्क में है और वहां के हालात निरंतर बदल रहे हैं। जैसे-जैसे आगे की घटनाएं होंगी, सरकार उसके बारे में जानकारी देगी। जयशंकर ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में कुछ जगहों पर भारत विरोधी भावना देखी गई है, लेकिन जो भी सरकार आएगी, वह भारत के साथ मिलकर काम करेगी।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में स्थिति इतनी चिंताजनक नहीं है कि हिंसा प्रभावित देश से 12,000-13,000 भारतीयों को निकालने की जरूरत पड़े। जयशंकर ने कहा कि सरकार बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद की स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है, जिसमें 300 से अधिक लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि, हम बांग्लादेशी एजेंसियों के लगातार संपर्क में हैं और वहां अपने राजदूतों और हिन्दुओं तथा अन्य अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए जोर दे रहे हैं।

77 मुस्लिम जातियां OBC कैसे हो गईं ? बंगाल में आरक्षण पर खेला, SC ने ममता सरकार से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार से 77 मुस्लिम जातियों को OBC आरक्षण दिए जाने के फैसले पर जवाब मांगा है। यह कदम राज्य सरकार द्वारा कोलकाता हाई कोर्ट के मई में दिए गए उस फैसले को चुनौती देने के बाद उठाया गया है, जिसमें इन जातियों को OBC सूची से बाहर करने का आदेश दिया गया था। हाई कोर्ट ने आरक्षण को अवैध करार दिया था, जिसके खिलाफ ममता बनर्जी सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गईं और कहा कि उन्होंने 77 मुस्लिम जातियों को OBC में सही आरक्षण दिया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने पुछा है कि, आखिर उन जातियों को OBC में शामिल करने का आधार क्या था ? इस पर कोर्ट ने ममता सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान दिलचस्प बहस हुई। ममता सरकार के वकील ने कोलकाता हाई कोर्ट की टिप्पणियों पर आपत्ति जताई और कहा कि क्या उच्च न्यायालय ही राज्य को चलाना चाहता है। बंगाल सरकार की वकील इंदिरा जयसिंह ने सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग की, यह दावा करते हुए कि उच्च न्यायालय ने अपनी सीमा से बाहर जाकर फैसला दिया है। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट कहता है कि मुस्लिम समुदाय को राजनीतिक हित साधने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है और यह आरक्षण धर्म के आधार पर दिया गया है, जबकि हमने मंडल आयोग की सिफारिशों के आधार पर आरक्षण दिया है।

सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई के लिए सहमति जताई। चीफ जस्टिस (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने कहा कि बंगाल पिछड़ा वर्ग आयोग से चर्चा किए बिना 77 मुस्लिम जातियों को OBC में शामिल कर दिया, जो गंभीर मुद्दा है। इंदिरा जयसिंह ने कहा कि राज्य में आरक्षण व्यवस्था अटकी हुई है क्योंकि हाई कोर्ट ने कहा था कि जाति का दर्जा निर्धारण आयोग का काम है, राज्य सरकार का नहीं। 1993 में बने आयोग और 2012 में लाए गए राज्य सरकार के ऐक्ट के आधार पर ही जाति प्रमाण पत्र जारी किए जाने चाहिए।

बंगाल में आरक्षण पर हो रहा खेल, पूरा विपक्षी गठबंधन मौन :-

बता दें कि राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग अध्यक्ष (NCBC) के अध्यक्ष हंसराज अहीर ने पश्चिम बंगाल में इसी तरह के मुद्दों पर प्रकाश डाला था, जहां OBC सूची में शामिल समुदायों का एक लगभग 90 फीसद हिस्सा मुस्लिम हैं। दरअसल, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 25 फरवरी 2023 को पश्चिम बंगाल की यात्रा की थी, जिसमे खुद बंगाल सरकार की संस्था कल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट (CRI) की रिपोर्ट से पता चला था कि ममता सरकार ने हिंदू धर्म से धर्मांतरित होकर मुस्लिम बने लोगों को भी OBC की सूची में शामिल कर दिया है। पिछड़ा आयोग के इस दौरे में यह भी पता चला है कि बंगाल सरकार ने OBC की लिस्ट में कुल 179 जातियों को शामिल किया है, जिसमे से 118 जातियाँ अकेले मुस्लिमों की है। जबकि, हिंदुओं की महज 61 जातियों को ही OBC की सूची में जगह दी गई है। इसको लेकर NCBC के राष्ट्रीय अध्यक्ष हंसराज अहीर ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की कुल जनसँख्या में से 70% हिंदू हैं और 27% मुस्लिम। इसके बाद भी बड़ी तादाद में मुस्लिम जातियों को OBC की सूची में जगह दे दी गई। यही नहीं, बंगाल सरकार ने बांग्लादेश से आए मुस्लिमों को भी OBC आरक्षण सूची में शामिल कर दिया है। यानी, रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमान भी भारत में पिछड़ों को मिलने वाले आरक्षण का लाभ ले रहे हैं। 

हंसराज अहीर ने यह भी कहा है कि इस दौरे में पिछड़ा आयोग ने पाया कि 2011 से पहले बंगाल में OBC की 108 जातियाँ हुआ करती थीं। मगर, इसके बाद इसमें 71 जातियों को और शामिल किया गया। इन 71 में से 66 जातियाँ अकेले मुस्लिमों की थी। वहीं, हिंदुओं की महज 5 जातियों को ही OBC आरक्षण का लाभ देने के लिए इस सूची में जगह मिल पाई। आयोग को लगता है कि बंगाल सरकार की संस्था CRI की गलत रिपोर्ट के कारण, मुस्लिम जातियों को OBC सूची में शामिल किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में OBC आरक्षण को दो हिस्सों में विभाजित किया गया है। इसमें कुल 179 जातियों को OBC लिस्ट में शामिल किया गया है। इसमें A वर्ग में अति पिछड़ों को रखा गया है। इसमें 89 में से 73 मुस्लिम और केवल 8 हिंदू जातियां हैं। वहीं B श्रेणी में पिछड़ी जातियों को रखा गया है, इसकी सूची में कुल 98 जातियां है, जिसमें 53 हिंदू और 45 मुस्लिम जातियां हैं। यानी बंगाल में कुल 179 पिछड़ी जातियों में से 118 जातियां तो मुस्लिमों की ही है, बाकी 61 पिछड़ी जातियां हिन्दुओं की है। इससे सवाल उठने लगा है कि, जिस इस्लाम में जातिवाद न होने का दावा किया जाता है, वो भारत में अति पिछड़ी जाति श्रेणी में हिन्दुओं (8) से भी अधिक पिछड़े (मुस्लिम 73) कैसे हो गए हैं ? क्या ये लाभ उन्हें और रोहिंग्या-बांग्लादेशियों को सरकारों द्वारा वोट बैंक की लालच में दिया गया है ? क्योंकि, बीते कई चुनावों में हमने देखा है कि, मुस्लिम समुदाय एकतरफा और एकमुश्त होकर वोट करता है, इसलिए कई सियासी दल हर तरह से उन्हें खुश रखने की कोशिश करते ही हैं। ऐसा राजनेताओं के बयानों में भी कई बार देखा जा चुका है। इसीलिए संसद में OBC/SC/ST का मुद्दा उठाने वाले नेता विपक्ष राहुल गांधी भी इस पर मौन हैं और कोई अन्य विपक्षी नेता भी कुछ नहीं बोल रहे हैं। क्योंकि, इससे उनके मुख्य वोट बैंक के नाराज़ होने का खतरा है। गौर करने वाली बात ये भी है कि, मुस्लिम समुदाय को अल्पसंख्यक होने के नाते भी कई लाभ मिलते हैं, जो OBC/SC/ST को नहीं मिलते, क्योंकि सरकार की नज़रों में ये बहुसंख्यक हिन्दू हैं। वहीं अब कई राज्य सरकारें तुष्टिकरण में मुस्लिम समुदाय को आरक्षण भी दे रहीं हैं, और दिलचस्प बात तो ये है कि इस पर चर्चा ही नहीं होती। जो बोलता है, उसे ही सांप्रदायिक करार दे दिया जाता है।

गौतम अडानी जल्द लेंगे संन्यास, यहां जानिए उनके बाद कौन संभालेगा लाखों करोड़ का साम्राज्य

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने 2030 तक रिटायर होने का फैसला किया है। उन्होंने यह जानकारी ब्लूमबर्ग को दिए गए एक इंटरव्यू में दी। अडानी ने कहा कि वह 70 साल की उम्र में कंपनी की कमान अपने उत्तराधिकारियों को सौंप देंगे। अडानी ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि कंपनी की बागडोर कौन संभालेगा, लेकिन माना जा रहा है कि उनके बेटे और भतीजे इस जिम्मेदारी को संभाल सकते हैं। अडानी ग्रुप के तेजी से विस्तार के साथ, यह देखना दिलचस्प होगा कि अगली पीढ़ी कंपनी को कैसे आगे बढ़ाएगी। ब्लूमबर्ग के साथ इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वो साल 2030 तक अडानी समूह के चेयरमैन की कुर्सी छोड़ देंगे। उनके रिटायरमेंट के बाद कंपनी की जिम्मेदारी उनके दोनों बेटे और दो भतीजों पर होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि जब अडानी रिटार होंगे तो उनके चार उत्तराधिकारी - बेटे करण अडानी और जीत अडानी के अलावा र उनके भतीजे प्रणव और सागर अडानी परिवार के ट्रस्ट के बराबर के लाभार्थी होंगे। गौतम अडानी ने कहा,कारोबार की स्थिरता के लिए उत्तराधिकार बहुत महत्वपूर्ण है. मैंने विकल्प दूसरी पीढ़ी पर छोड़ दिया है क्योंकि परिवर्तन जैविक, क्रमिक और बहुत व्यवस्थित होना चाहिए। गौतम अडानी के रिटायरमेंट के बाद संकट या प्रमुख रणनीतियों की स्थिति में संयुक्त निर्णय लिया जाना जारी रहेगा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनियों में किसकी क्या जिम्मेदारी होंगी, इसके लिए एक गोपनीय समझौता होगा, जिसमें अडानी समूह की कंपनियों में हिस्सेदारी और उत्तराधिकारियों के बीच ट्रांसफर की पूरी जानकारी शामिल होगी।
वायनाड में आपातकालीन स्थिति: आठवें दिन भी जारी बचाव अभियान और मृतकों की बढ़ती संख्या, 180 लोग लापता


केरल के वायनाड में भूस्खलन के बाद तबाही मची है। भूस्खलन के बाद से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच वायनाड के प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान मंगलवार को लगातार आठवें दिन भी जारी रहा। अब तक 387 की मौत, 180 लापता मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2 अगस्त तक मरने वालों की संख्या 387 हो गई है। रविवार तक 220 शव बरामद किए जा चुके हैं और 180 लोग अभी भी लापता हैं। राहत अभियान के तहत वायनाड में कुल 53 शिविर स्थापित किए गए हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, जिले भर में 1983 परिवारों, 2501 पुरुषों, 2677 महिलाओं, 1581 बच्चों और 20 गर्भवती महिलाओं सहित 6759 लोगों को इन शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। सरकार ने मेप्पाडी और अन्य ग्राम पंचायतों में 16 शिविर स्थापित किए हैं, जिनमें 9 आश्रय और 7 बचाव शिविर शामिल हैं। सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया बता दें कि 30 जुलाई को वायनाड के चूरलमाला और मुंडक्कई में हुए भीषण भूस्खलन ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई और जान-माल का नुकसान हुआ। रविवार देर रात जिला प्रशासन ने भूस्खलन में मारे गए अज्ञात लोगों के पार्थिव शरीर का सामूहिक अंतिम संस्कार किया। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पहले जिला प्रशासन को सर्वधर्म प्रार्थना के साथ औपचारिकताएं पूरी करने का निर्देश दिया था। इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि चूरलमाला और मुंडक्कई इलाकों में पुलिस की रात्रि गश्त शुरू कर दी गई है। बचाव अभियान में लगाए गए रडार सीएमओ के बयान में रात में पीड़ितों के घरों या इलाकों में घुसने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। बयान में कहा गया है कि बचाव अभियान के लिए पुलिस की अनुमति के बिना किसी को भी रात में इन जगहों के घरों या इलाकों में प्रवेश नहीं करना चाहिए। केरल सरकार के अनुरोध पर भारतीय वायुसेना ने 3 अगस्त को तलाशी अभियान के लिए सियाचिन और दिल्ली से एक ZAWER और चार REECO रडार मंगवाए।