फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी का जिन्न फिर सदन में निकला, अजय चंद्राकर ने शिकायतों पर हुई कार्रवाई पर मंत्री को घेरा, जानिए पूरा मामला…
रायपुर- छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी का किस्सा काफी पुराना है, लेकिन किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचने की वजह से यह मुद्दा हमेशा तरो-ताजा रहता है. छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सत्तापक्ष के ही विधायक अजय चंद्राकर ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए हुई नियुक्तियों की जांच और उन पर हुई कार्रवाई पर घेर दिया.
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने लोक स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किया कि छत्तीसगढ़ शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के संबंध में कितनी शिकायतें, कब-कब, किनके-किनके विरूद्ध प्राप्त हुई? इन शिकायत के आधार पर विभाग ने क्या-क्या कार्यवाही की?
अजय चंद्राकर ने सवाल किया कि क्या उनके खिलाफ जांच समिति बनाई गई थी? समिति ने किनके-किनके खिलाफ, कब-कब छानबीन/जांच की? छानबीन या जांच करने पर क्या रिपोर्ट प्राप्त हुई तथा इस संबंध में कितने बार टाइम लिमिट की बैठक की गई और उस बैठक में क्या-क्या निर्णय लिए गए? कब तक जांच पूर्ण कर ली जाएगी? जांच समिति व टाइम लिमिट रिपोर्ट की प्रति सहित बताएं?
लोक स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के संबंध में कुल 4 शिकायतें – सहायक प्राध्यापक वर्षा गुर्देकर, प्रदर्शक वीणा डेविड, सह प्राध्यापक नीलम पॉल और सह राजनांदगांव शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय में पदस्थ प्राध्यापक ममता नायक के विरूद्ध प्राप्त हुई. प्राप्त शिकायतों के आधार पर उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति एवं शासन द्वारा जाँच की कार्यवाही की गई.
मंत्री ने बताया कि उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने ममता नायक और नीलम पाल की जाति प्रमाण पत्र की वैधानिकता प्रमाणिक पाई. वहीं वर्षा गुर्देकर और वीणा डेविड के जाति प्रमाण पत्र के संबंध में जांच प्रक्रियाधीन है. जांच अधिकारी ने नीलम पॉल के अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित होकर अनुसूचित जनजाति वर्ग से पदोन्नति का लाभ लिए जाने के संबंध में रिव्यू डीपीसी की अनुशंसा की है. रिव्यू डीपीसी के लिए कार्यवाही प्रक्रियाधीन है.
इसके साथ भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने सवाल किया कि प्राप्त शिकायत के परिपेक्ष्य में किस-किस अधिकारी/कर्मचारियों को कब-कब, किन-किन पदों पर पदोन्नति दी गई? क्या जांच के दौरान पदोन्नति दी जा सकती है? यदि हां, तो किस नियम-निर्देश पर? यदि नहीं तो इन्हें किस आधार पर, किस कैटेगिरी के द्वारा पदोन्नति दी गई?
मंत्री ने बताया कि वर्षा गुर्देकर व नीलम पॉल को वर्ष 2008 में स्टाफ नर्स से प्रदर्शक, वर्ष 2015 में प्रदर्शक से सहायक प्राध्यापक के पद पर पदोन्नति दी गई. वीणा डेविड को वर्ष 2009 में स्टाफ नर्स से प्रदर्शक तथा वर्ष 2015 में प्रदर्शक से सहायक प्राध्यापक पद पर पदोन्नति दी गई, किन्तु वीणा डेविड द्वारा सहायक प्राध्यापक के पद पर पदोन्नति नहीं ली गई.
लोक स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि नीलम पॉल को वर्ष 2023 में सहायक प्राध्यापक से सह प्राध्यापक के पद पर पदोन्नति दी गई. ममता नायक को वर्ष 2009 में स्टाफ नर्स से प्रदर्शक, वर्ष 2015 में प्रदर्शक से सहायक प्राध्यापक एवं वर्ष 2023 में सहायक प्राध्यापक से सह प्राध्यापक के पद पर पदोन्नति दी गई. मंत्री ने स्पष्ट किया कि जांच के दौरान पदोन्नति दी जा सकती है.
18 बार बैठक के बाद भी नहीं हुआ फैसला
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने विषय पर मीडिया से चर्चा में कहा कि आज केवल मैने एक विभाग का पूछा है. चार कर्मचारियों को कब-कब नियुक्ति दी गई. किस जाति के आधार पर नियुक्ति दी गई, किस आधार पर प्रमोशन दिया गया. जब मैंने पूछा कि छानबीन समिति है. एंपावर्ड कमिटी में इसकी बैठकें कब होती है? मुझे हाउस के अंदर संशोधन दे दिया गया कि एंपावर्ड कमिटी की बैठकें हो रही है. 18 बार बैठक हुई, लेकिन अब तक निराकरण नहीं हुआ.
यह एक विभाग का है. अगली बार इस तरह के अन्य विभागों के विषय भी आएंगे.पात्र लोगों के अधिकारों का नहीं हो हनन
भाजपा विधायक ने कहा कि आग्रह करेंगे कि एंपावर्ड कमिटी की बैठकें नियमित हों, और ऐसे प्रकरणों का नियमित निराकरण हो. नियुक्ति अनुसूचित जाति जनजाति की थी. भर्ती एक जाति में और प्रमोशन पिछड़ा वर्ग में. एक ही व्यक्ति की तीन जाति बताई गई. जाति प्रमाण पत्र ईसाई धर्म का है. जिसके खिलाफ मामला है, उसे प्रमोशन नहीं दिया जा सकता, मगर उसे भी प्रमोशन दिया गया है. फर्जी सर्टिफिकेट पर प्रमोशन दिया गया. फिर छानबीन समिति की 18 बार बैठक हो गई और उसमें कोई निर्णय नहीं ले रहा है. पूरे मामले पर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि पात्र और योग्य लोगों के अधिकारों का हनन नहीं हो.

रायपुर- छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी का किस्सा काफी पुराना है, लेकिन किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचने की वजह से यह मुद्दा हमेशा तरो-ताजा रहता है. छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सत्तापक्ष के ही विधायक अजय चंद्राकर ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को शासकीय नर्सिंग महाविद्यालय में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए हुई नियुक्तियों की जांच और उन पर हुई कार्रवाई पर घेर दिया. 
रायपुर- रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान रेलवे से जुड़े मुद्दे उठाए। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से रेल मंत्रालय की 100 प्रतिशत विद्युतीकरण की पहल की राज्य-वार स्थिति पर सवाल पूछा था। जिसपर रेल मंत्री ने लिखित में उत्तर दिया है कि, छत्तीसगढ़ समेत 20 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में बड़ी लाइन नेटवर्क का 100 फीसदी विद्युतीकरण कर लिया गया है।
रायपुर- भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि,हम सबके जीवन मां का दर्जा सबसे ऊंचा होता है, मां हर दुःख सहकर भी अपने बच्चों का पालन पोषण करती है, हर मां अपने बच्चों पर हर स्नेह लुटाती जन्मदात्री मां का यह प्यार हम सब पर एक कर्ज की तरह होता है जिसे कोई चुका नहीं सकता। प्रधानमंत्री श्री मोदी का सोचना है कि अब हम मां को कुछ दे तो सकते नहीं लेकिन और कुछ कर सकते हैं। इसी सोच में इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है इस अभियान का नाम है ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’।
रायपुर- छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी बुधवार को विधानसभा का घेराव करने निकल पड़े हैं। इस दौरान कांग्रेसियों ने बैरिकेड तोड़ दिया है और आगे बढ़ रहे हैं। कानून व्यवस्था, बलौदाबाजार हिंसा समेत कई मुद्दों को लेकर कांग्रेसी प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे पहले प्रदर्शन में पहुंचे प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि, साय सरकार दिल्ली से चल रही है। वो नींद में है, इसलिए हम जगाने के लिए आए हैं।
रायपुर- हमारी सरकार में कलेक्टोरेट को कब जलाए हैं, आज यह घटना क्यों घट रही है. आज कोई थाना हो, लगातार भाजपा के गुंडा लोग थानेदार को भड़का रहे हैं. आज कोई पुलिस वाला संविधान और कानून के तहत काम नहीं कर रहा है. यह बात पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर विधानसभा के घेराव से पहले आयोजित सभा में कही.
रायपुर- राजधानी में बिजली उपभोक्ताओं के लिए अब एक नई परेशानी का समाना करना पड़ रहा है. जिसकी वजह से वह बिजली ऑफिस का चक्कर काट कर वापस घर जा रहे हैं. दरअसल, मामला यह है कि उपभोक्ता 5000 से ज्यादा का बिजली बिल जमा करने जा रहे हैं तो वे भुगतान नहीं कर पा रहे है. उपभोक्ता न तो कैश और न नहीं डिजिटल पेमेंट कर पा रहे हैं. वो इसलिए क्योंकि उनसे विद्युत दफ्तर में बैठे अधिकारी-कर्मचारी भुगतान नहीं ले रहे हैं. जिसकी वजह से उन्हें मायूस होकर जाना पड़ रहा है.
रायपुर- छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग ने अटल इनोवेशन मिशन के अंतर्गत राज्य के 33 जिलों में कुल 368 अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) संचालित करने की घोषणा की है। इनमें से 278 लैब्स शासकीय विद्यालयों में और 90 लैब्स अशासकीय विद्यालयों में संचालित हो रहें हैं। इन लैब्स का मुख्य उद्देश्य युवाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के क्षेत्र में सशक्त बनाना है।
रायपुर- प्रदेश के वित्त मंत्री व रायगढ़ विधायक ओ.पी.चौधरी की पहल से रायगढ़ शहर में सड़कों के निर्माण के 3.14 करोड़ की स्वीकृति नगरीय प्रशासन विभाग से मिली है। वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने रायगढ़ के जनप्रतिनिधियों और शहरवासियों की मांग को पत्र लिखकर नगरीय प्रशासन मंत्री अरूण साव के समक्ष रखा था, जिसे स्वीकृति प्रदान की गई है।
रायपुर- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ड्यूटी कर रहे सुरक्षाबलों को लेकर विधानसभा के मानसून सत्र में भानुप्रतापपुर की विधायक सावित्री मंडावी ने कई सवाल खड़े किए है। जिसको पर गृह मंत्री विजय शर्मा जवाब देते हुए कहा है कि गृह विभाग नई नीति बना रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात पुलिस के ट्रांसफर के लिए नई पॉलिसी बनाई जा रही है। ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन सिस्टम बन रहे हैं।
Jul 24 2024, 18:42
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