हजारीबाग NEET पेपर लीक: सिटी को-ऑर्डिनेटर का दावा, उनकी कोई गलती नहीं, मीडिया कर रहा है बदनाम।
हजारीबाग एनईईटी (यूजी) परीक्षा पेपर लीक मामले में घिरे हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्राचार्य और एनटीए के सिटी को-ऑर्डिनेटर डॉ. एहसान उल हक़ ने आज एक प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि उनकी और उनके केंद्र की इस मामले में कोई गलती नहीं है और मीडिया उन्हें बिना वजह बदनाम कर रहा है।
डॉ. हक़ ने दावा किया कि 5 मई 2024 को आयोजित एनईईटी परीक्षा हजारीबाग के पांचों केंद्रों में एनटीए के नियमों के अनुसार संपन्न कराई गई। उन्होंने कहा कि सभी प्रश्न पत्र सीलबंद बक्सों में थे और इन्हें परीक्षा के बाद 5 मई को सुबह 7:30 बजे एसबीआई बैंक में जमा कर दिया गया था।
हालांकि, 21 जून को सामने आई खबरों के अनुसार, बिहार के पटना में कथित तौर पर इसी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था। इसके बाद ईओयू की जांच टीम हजारीबाग पहुंची और ओएसिस स्कूल के साथ-साथ एसबीआई बैंक का भी दौरा किया।
जांच में पाया गया कि प्रश्न पत्रों को 3 मई 2024 को ब्लू डार्ट कूरियर कंपनी ने बैंक में पहुंचाया था। डॉ. हक़ ने जांच में इस बात की पुष्टि की और ईओयू द्वारा ब्लू डार्ट को लापरवाही से प्रश्न पत्र पहुंचाने के लिए आलोचना किए जाने का समर्थन किया।
डॉ. हक़ ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने ईएनटीए के मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करते हुए पूरी प्रक्रिया में अपनी जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने कुछ मीडिया संस्थानों पर उन्हें और उनके केंद्र को गलत तरीके से इस मामले का दोषी ठहराने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ईओयू की जांच अभी जारी है। सही जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि असली दोषी कौन है। मैं मीडिया से अनुरोध करता हूं कि वे निष्पक्ष रहें और केवल जांच में सामने आए तथ्यों पर आधारित रिपोर्टिंग करें।














Jun 24 2024, 21:38
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