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भारतीय जवानों ने चीनी सैनिकों को चटाई धूल, सूडान में दोनों देशों के पीसकीपर्स के बीच हुई प्रतियोगिता
#indian_army_won_tug_of_war_with_chinese_troops
सूडान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के हिस्से के तौर पर तैनात भारतीय सैनिकों ने अपने चीनी समकक्षों को धूल चटा दी।दरअसल, सूडान में मंगलवार (28 मई) को भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों के बीच रस्साकशी का खेल खेला गया। इस खेल को संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन ने आयोजित कराया था, जिसे भारतीय सैनिकों ने जीत लिया।भारत के बहादुर जांबाजों का एक वीडियो सामने आया है। रस्साकशी के वीडियो में देखा जा सकता है कि भारत और चीन के सैनिकों ने रस्सी को पूरी ताकत से थाम रखा है। वीडियो में दोनों देशों के सैनिकों के अंदर प्रतिस्पर्धी भावना देखने को मिल रही है। दोनों पक्षों के समर्थक जवानों का हौसला अफजाई करते हैं। एक तरफ इंडिया-इंडिया की गूंज सुनाई देती है। दूसरी तरफ चाइना-चाइना का शोर सुनाई देता है। अगले ही पल भारतीय रणबांकुरों के फौलादी हाथ चीनियों को बॉर्डर लाइन पर खींच लाते हैं। सबसे आगे जोर लगा रहे चीनी सैनिक के लाइन पर कदम रखते ही भारतीय सैनिकों की टीम जीत जाती है और जश्न का माहौल बन जाता है। बता दें कि सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएस) की स्थापना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा 24 मार्च 2005 में की गई थी। इसकी स्थापना सूडान सरकार और सूडान पीपुल्स लिबरेशन मूवमेंट के बीच व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर के जवाब में की गई थी। यूएनएमआईएस का मुख्य उद्देश्य शांति समझौते के कार्यान्वयन का समर्थन करना, मानवीय सहायता, सुरक्षा, मानवाधिकारों को बढ़ावा देना है। यूएन के 49वें शांति मिशन के लिए भारतीय सैनिक अफ्रीका में है। ऐसे मिशन्स में अब तक 2 लाख से ज्यादा भारतीय सैनिक शामिल हो चुके हैं। ऐसे ही मिशन में तैनात रहते हुए पिछले साल तक 175 भारतीय सैनिकों ने अपनी जान गंवा दी थी। 2014 में भारतीय टुकड़ी तीसरी सबसे बड़ी सेना बनी, जो यूएन के शांति मिशन के लिए काम कर रही है। यूएन 24 मार्च 2005 से सूडान में सरकार और पीपुल्स लिबरेशन मूवमेंट के बीच शांति बनाने कि कोशिश कर रहा है। इसके लिए वे वहां मानवीय सहायता, संरक्षण और मानवाधिकारों की रक्षा कर रहे हैं। साउथ सूडान में भारतीय सेना के जवान लोगों की जान बचाने से लेकर सड़कें बनवाने तक के काम करने में जुटे हैं।
बृजभूषण सिंह के बेटे के काफिले की कार से हादसा, दो की मौत दो घायल
#brij_bhushan_singh_son_karan_bhushan_singh_convoy_accident
कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह के पुत्र और भाजपा उम्मीदवार करणभूषण सिंह के काफिले में शामिल कार ने तीन लोगों को रौंद दिया, जिसमें बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई और 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।हादसे में पुलिस स्कॉर्ट की गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। टक्कर इतनी जोरदार की पुलिस स्कॉर्ट की गाड़ी के एयरबैग खुल गए। काफिले में शामिल सभी मौके से फरार हो गए। कैसरगंज से भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह अपने गाड़ियों के काफिले के साथ हुजूरपुर जा रहे थे। हुजूरपुर जाते समय काफिले में चल रही पुलिस स्कॉर्ट लिखी फॉर्च्यूनर गाड़ी ने बहराइच हुजूरपुर मार्ग पर स्थित छतईपूरवा के पास बाइक में टक्कर मार दी। बाइक पर दो युवक सवार थे। हादसा इतना भीषण था कि बाइक सवार दोनों युवक कई मीटर दूर जा गिरे। जिससे मौके पर ही दोनों ने दम तोड़ दिया। वहीं, गाड़ी की चपेट में आए दो राहगीर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दुर्घटना के बाद स्कोर्ट में चल रही फॉर्च्यूनर गाड़ी छोड़कर मौके से बाकी लोग भाग खड़े हुए। सूचना मिलते ही मौके पर गांववालों की भीड़ जमा हो गई। सड़क पर विरोध के साथ-साथ आक्रोशित लोगों ने गाड़ी फूंकने की कोशिश भी की। आक्रोशित लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का घेराव कर दिया। मौके पर भारी पुलिस फोर्स बुलाया गया है। करनैलगंज-हुजूरपुर मार्ग पर करीब एक घंटे तक जाम लगा रहा। एसडीएम, अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ करनैलगंज व सीओ सिटी के सामूहिक प्रयास और मुकदमे के आश्वासन के बाद आक्रोशितों ने जाम हटाया। *लखीमपुर खीरी हादसे की याद ताजा* इस हादसे ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुए उस हादसे की याद दिला दी, जिसमें बीजेपी नेता अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर गंभीर आरोप लगे थे. उस हादसे में 8 लोगों की मौत हो गई थी. एफआईआर के मुताबिक चार पीड़ितों को कथित तौर पर आशीष मिश्रा द्वारा चलाए जा रहे एक वाहन द्वारा कुचल दिया गया था
प्रज्ज्वल रेवन्ना ने देश लौटने के लिए बुक कराया, जानें कब लौट रहे हैं*
*#prajwal_revanna_books_flight_from_munich_to_bengaluru

यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी होने वाली है।सूत्रों के अनुसार, प्रज्ज्वल रेवन्ना अब भारत वापस आ रहे हैं। उन्होंने 30 मई की म्यूनिख से बंगलूरू की वापसी की टिकट ली है। बता दें कि देश में जारी लोकसभा चुनाव के बीच ही वह 27 मई को जर्मनी फरार हो गए थे।कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है।

विशेष जांच दल (एसआईटी) के सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना के 31 मई की सुबह बंगलूरू पहुंचने की संभावना है। इस दौरान एसआईटी की टीम केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर तैनात रहेंगे।ताकि उतरते ही उसे गिरफ्तार किया जा सके।सूत्रों ने बताया कि सांसद ने पहले भी दो बार जर्मनी से फ्लाइट टिकट कैंसिल किया है। इस बीच एसआईटी ने मंगलवार को हासन शहर में प्रज्वल के आवास पर तलाशी ली, जो देर रात तक जारी रही। सूत्रों का कहना है कि कुछ आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।

बता दें कि दो दिन पहले उसने एक वीडियो मैसेज जारी किया था, जिसमें उसने 31 मई को एसआईटी के समक्ष पेश होने और जांच में सहयोग करने का वादा किया था। अपने वीडियो मैसेज में प्रज्वल ने कन्नड़ में कहा था, सबसे पहले मैं अपने माता-पिता, दादा, कुमारन्ना (कुमारस्वामी), कर्नाटक के लोगों और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से माफी मांगना चाहता हूं कि मैंने विदेश में अपने ठिकाने के बारे में किसी को नहीं बताया। जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे, तब मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था और न ही कोई विशेष जांच दल गठित किया गया था। मेरी विदेश यात्रा की योजना पहले ही बन चुकी थी। मैं चुनाव के बाद वहां से चला आया और तीन-चार दिन बाद यूट्यूब और न्यूज चैनल देखते हुए मुझे इस (मामले) के बारे में पता चला। फिर एसआईटी ने नोटिस जारी किया और मैंने अपने एक्स अकाउंट और अपने वकील के जरिए नोटिस का जवाब देते हुए सात दिन का समय मांगा है।

बता दें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल पर कई महिलाओं से यौन शोषण का आरोप है। यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी होने वाली है।सूत्रों के अनुसार, प्रज्ज्वल रेवन्ना अब भारत वापस आ रहे हैं। उन्होंने 30 मई की म्यूनिख से बंगलूरू की वापसी की टिकट ली है। बता दें कि देश में जारी लोकसभा चुनाव के बीच ही वह 27 मई को जर्मनी फरार हो गए थे।कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के साथ यौन शोषण का आरोप लगा है। विशेष जांच दल (एसआईटी) के सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना के 31 मई की सुबह बंगलूरू पहुंचने की संभावना है। इस दौरान एसआईटी की टीम केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर तैनात रहेंगे।ताकि उतरते ही उसे गिरफ्तार किया जा सके।सूत्रों ने बताया कि सांसद ने पहले भी दो बार जर्मनी से फ्लाइट टिकट कैंसिल किया है। इस बीच एसआईटी ने मंगलवार को हासन शहर में प्रज्वल के आवास पर तलाशी ली, जो देर रात तक जारी रही। सूत्रों का कहना है कि कुछ आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। बता दें कि दो दिन पहले उसने एक वीडियो मैसेज जारी किया था, जिसमें उसने 31 मई को एसआईटी के समक्ष पेश होने और जांच में सहयोग करने का वादा किया था। अपने वीडियो मैसेज में प्रज्वल ने कन्नड़ में कहा था, सबसे पहले मैं अपने माता-पिता, दादा, कुमारन्ना (कुमारस्वामी), कर्नाटक के लोगों और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से माफी मांगना चाहता हूं कि मैंने विदेश में अपने ठिकाने के बारे में किसी को नहीं बताया। जब 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे, तब मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं था और न ही कोई विशेष जांच दल गठित किया गया था। मेरी विदेश यात्रा की योजना पहले ही बन चुकी थी। मैं चुनाव के बाद वहां से चला आया और तीन-चार दिन बाद यूट्यूब और न्यूज चैनल देखते हुए मुझे इस (मामले) के बारे में पता चला। फिर एसआईटी ने नोटिस जारी किया और मैंने अपने एक्स अकाउंट और अपने वकील के जरिए नोटिस का जवाब देते हुए सात दिन का समय मांगा है। बता दें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्ज्वल पर कई महिलाओं से यौन शोषण का आरोप है।
जेल में बंद शरजील इमाम को मिली जमानत, दिल्ली दंगों से जुड़े राजद्रोह मामले में चार साल पहले हुई थी गिरफ्तारी
#delhi_hc_grants_bail_to_sharjeel_imam
2020 में हुए दिल्ली दंगा मामले में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में जेल में बंद जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। दिल्ली हाईकोर्ट ने शरजील इमाम को जमानत दे दी है। शरजील ने मामले में सात साल की अधिकतम सजा की आधी सजा काट लेने का हवाला देकर जमानत मांगी थी जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।हालांकि शरजील इमाम को अभी भी अन्य मामले में जेल में ही रहना होगा। शरजील इमाम ने याचिका में कहा था कि जिन धाराओं के तहत मामला चल रहा है उसमें अधिकतम सजा 7 साल है, जिसमें से वह आधी सजा काट चुके हैं। लिहाजा उन्हें वैधानिक जमानत दी जाए। न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति मनोज जैन की बेंच ने शरजील इमाम की जमानत याचिका स्वीकार की।फरवरी में दिल्ली की एक कोर्ट ने शरजील इमाम को वैधानिक जमानत देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद शरजील ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। दिल्ली दंगा मामले में शरजील इमाम को राजद्रोह और गैरकानूनी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।शरजील इमाम ने कथित तौर पर 13 दिसंबर 2019 को जामिया मिलिया इस्लामिया में और 16 दिसंबर 2019 को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भाषण दिया था, जहां उन्होंने असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों को देश से काटने की धमकी दी थी।शरजील इमाम के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने दर्ज किया था। वह 28 जनवरी, 2020 से हिरासत में हैं।
झुलस रहा आधा भारतःदिल्ली में टूटा 100 साल का रिकॉर्ड, 50 डिग्री के करीब पहुंचा पारा
#heat_wave_broke_100_years_record पूरा उत्तर भारत प्रचंड गर्मी से झुलस रहा है। पश्चिमी राजस्थान और दिल्ली में तो एक तरह से आसमान से आग बरस रही है। मंगलवार को चार दर्जन से अधिक स्थानों का अधिकतम तापमान 45 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया। राजस्थान के चूरू का तापमान सबसे ज्यादा 50.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच चुका है। दिल्ली भी पीछे नहीं रही। यहां भी मंगेशपुर एवं नरेला का अधिकतम तापमान 49.9 डिग्री पर पहुंच गया। भारतीय मौसम विभाग(IMD)का अनुमान है कि फिलहाल दिल्ली में तापमान और बढ़ेगा। ऐसे ही उत्तर प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और महाराष्ट्र में भी भीषण गर्मी जारी रहेगी। इसलिए अगली कुछ रातों में भी इस हालत से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। *दिल्ली में गर्मी ने अब तक के सभी रेकॉर्ड तोड़े* देश की राजधानी दिल्ली में गर्मी ने अब तक के सभी रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मंगलवार को पहली बार राजधानी के तीन एरिया नजफगढ़, नरेला और मंगेशपुर में तापमान 50 डिग्री के करीब दर्ज किया गया। नरेला और मंगेशपुर में अधिकतम तापमान 49.9 डिग्री और नजफगढ़ में 49.8 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार अब तक राजधानी में इतना अधिक तापमान कभी दर्ज नहीं किया गया। इससे पहले 15 मई, 2022 को दिल्ली में कॉमनवेल्थ स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का तापमान 49.2 डिग्री तक पहुंचा था। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार को गर्मी इससे भी अधिक रह सकती है। बुधवार के लिए गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया गया है। *गर्मी के साथ प्रदूषण ने भी बढ़ाई परेशानी* राजधानी में गर्मी के साथ अब प्रदूषण भी लोगों की परेशानियां बढ़ा रहा है। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन प्रदूषण का स्तर खराब रहा। आने वाले कई दिनों तक प्रदूषण ऐसे ही परेशान करेगा। इस बार मई में 17 दिन प्रदूषण खराब और एक दिन बेहद खराब स्तर पर रहा है। पिछले करीब पांच साल में मई में इतने खराब दिन नहीं रहे हैं। वहीं, दो साल बाद ऐसा हुआ है जब साल में अब तक लोगों को एक भी दिन संतोषजनक स्तर की हवा नहीं मिली है। यानी एक्यूआई 101 के नीचे नहीं रहा। केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के एयर बुलेटिन के अनुसार दिल्ली का एक्यूआई मंगलवार को 244 रहा। वहीं, फरीदाबाद का एक्यूआई 288, गाजियाबाद का 222, ग्रेटर नोएडा का 315, गुरुग्राम का 159 और नोएडा का 265 रहा। वहीं, दिल्ली में शादीपुर का एक्यूआई 335, रोहिणी का 341, नरेला का 304, मुंडका का 312, आनंद विहार का 341 रहा।
अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से झटका, अंतरिम जमानत बढ़ाने वाली याचिका खारिज*
#arvind_kejriwal_interim_bail_extension_plea_supreme_court_reject
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने सीएम अरविंद केजरीवाल के जमानत की अर्जी खारिज कर दी है। केजरीवाल ने 7 दिन अंतरिम जमानत बढ़ाने के लिए अर्जी दी थी। कोर्ट ने कहा कि उन्हें सरेंडर करना होगा।सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद साफ हो गया है कि केजरीवाल को 2 जून को सरेंडर करना ही होगा। अरविंद केजरीवाल ने अंतरिम जमानत बढ़ाने के लिए याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट की ओर से केजरीवाल की अर्जी स्वीकार नहीं की गई है। सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने यह कहते हुए आवेदन ठुकरा दिया कि सीएम को नियमत जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट जाने की छूट दी गई थी।ऐसे में केजरीवाल की अर्जी सुनवाई योग्य नहीं है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की ओर से मंगलवार यह कहा गया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने का अनुरोध करने वाली याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने के संबंध में कोई भी फैसला चीफ जस्टिस (सीजेआई) लेंगे क्योंकि मुख्य मामले पर फैसला पहले से सुरक्षित है। बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत की अवधि सात दिन बढ़ाने का अनुरोध किया था। केजरीवाल ने 26 मई को दायर अपनी याचिका में कहा था कि वह जेल लौटने के लिए न्यायालय द्वारा निर्धारित की गई तारीख 2 जून के बजाय 9 जून को आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। याचिका में कहा गया था कि उनका वजन 6 से 7 किलोग्राम कम हो गया है और उनका कीटोन स्तर बहुत अधिक है, जो गुर्दा (किडनी), हृदय की गंभीर बीमारी और यहां तक कि कैंसर का संभावित संकेतक है। याचिका में कहा गया कि मुख्यमंत्री को पैट-सीटी स्कैन सहित कुछ मेडिकल जांच कराने की जरूरत है। पैट-सीटी स्कैन यानी पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी-कंप्यूटेड टोमोग्राफी जांच के जरिए शरीर के अंगों एवं ऊतकों की विस्तृत तस्वीरें ली जाती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल को प्रचार करने के लिए एक जून तक यानी 21 दिन की अंतरिम जमानत दी थी, जिसके अनुसार उन्हें 2 जून को जेल लौटना है।
मणिशंकर अय्यर ने 1962 वाले बयान पर मांगी माफी, जानें कांग्रेस नेता के ऐसा करने के पीछे क्या हो सकती है मंशा
#congress_leader_mani_shankar_aiyar_apologizes कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा बोल दिया, जिस पर विवाद शुरू हो गया है।ताजा बयान में उन्होंने एक पुस्तक विमोचन के मौके पर 1962 में चीनी आक्रमण के लिए 'कथित' शब्द का इस्तेमाल किया था।उन्होंने कहा था अक्टूबर 1962 में चीन ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया। अय्यर के कथित शब्द को लेकर आलोचना हुई थी जिस पर कांग्रेस नेता ने माफी मांगी है।हालांकि, मामला तुल पकड़ते देख मणिशंकर अय्यर ने माफी भी मांग ली है। कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मंगलवार को फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब के एक कार्यक्रम में कथित तौर पर एक किस्सा सुनाते हुए कहा था कि अक्टूबर 1962 में, चीनियों ने कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया। इसके बाद अय्यर ने एक बयान में कहा कि चीनी आक्रमण से पहले गलती से कथित शब्द का इस्तेमाल करने के लिए मैं पूरी तरह से माफी मांगता हूं। मणिशंकर अय्यर के इस बयान पर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसे लेकर कांग्रेस को भी खूब सुनाया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘मणिशंकर अय्यर ने नेहरूज फर्स्ट रिक्रूट्स नाम के पुस्तक के विमोचन के दौरान एफसीसी में बोलते हुए 1962 में चीनी आक्रमण को ‘कथित’ बताया। यह ‘रिवीजनिज्म’ की एक बेशर्म कोशिश है।’ मालवीय ने आरोप लगाया, ‘नेहरू ने चीन के पक्ष में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट पर भारत का दावा छोड़ दिया, राहुल गांधी ने एक गुप्त समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीनी दूतावास से पैसे लिए और चीनी कंपनियों के लिए बाजार पहुंच की सिफारिश करते हुए रिपोर्ट छपवाई, उनके आधार पर, सोनिया गांधी की यूपीए ने चीनी सामानों के लिए भारतीय बाजार खोल दिया, जिससे MSMe को नुकसान पहुंचा और अब कांग्रेस नेता अय्यर चीनी आक्रमण पर लीपा-पोती करना चाहते हैं, जिसके बाद से चीन ने भारत के 38,000 वर्ग किलोमीटर इलाके पर अवैध कब्जा कर रखा है।’ मालवीय ने सवाल किया, ‘कांग्रेस का चीनियों से यह प्रेम’ क्या दिखाता है? कांग्रेस नेता अय्यर का विवादित बयानों से पुराना नाता रहा है। ऐसा पहली बार नहीं है जब अय्यर ने अपने बयानों की वजह से पार्टी को मुश्किल में डाला हो। इससे पहले उन्होंने पीएम मोदी को लेकर भी टिप्पणी की थी। उस समय भी कांग्रेस पार्टी ने अय्यर के बयानों से खुद को अलग कर लिया था।इस महीने की शुरुआत में उनके एक साक्षात्कार का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह कह रहे थे कि पाकिस्तान एक सम्मानित राष्ट्र है और उसके पास परमाणु बम भी है इसलिए भारत को उसके साथ बातचीत करनी चाहिए। मौजूदा वक्त में लोकसभा चुनाव चल रहा है और आखिरी चरण के लिए वोटिंग अभी होनी बाकी है। ऐसे में पार्टी ने समय रहते ही अय्यर के बयान से खुद को किनारा कर लिया।
भारत के लोकसभा चुनाव में पाक क्यों ले रहा दिलचस्पी? जानें फिर फवाद चौधरी ने क्या कहा*
#former_pakistani_minister_chaudhary_fawad_hussain_reacted_on_pm_modi
भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव में पाकिस्तान खासी दिलचस्पी दिखा रहा है। देश में हो रहे चुनाव पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने एक बार फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है।पाक नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों को पाकिस्तान की समर्थन बताया था।फवाद चौधरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और उनकी जो कट्टरपंथी सोच है, उसकी शिकस्त बहुत जरूरी है। इसके साथ ही फवाद चौधरी ने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी को लोकसभा चुनाव में जीत की शुभकामनाएं भी दे डाली। *चुनाव के बीच लगातार एक्टिव हैं फवाद* भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव के बीच पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी हुसैन लगातार भारतीय राजनेताओं को लेकर टिप्पणी करते रहे हैं।उन्होंने एक बार फिर लोकसभा चुनाव और पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर बयान दिया है। राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल की तारीफ करने वाले फवाद चौधरी ने कहा है कि पाकिस्तान में हर व्यक्ति चाहता है की नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं। *हमारा फर्ज है इस विचारधारा के लोगों को शिकस्त देना-फवाद* फवाद चौधरी ने कहा कि कश्मीर या हिंदुस्तान के बाकी मुसलमान हों, इस वक्त कट्टरपंथी विचारधारा का सामना कर रहे हैं।हिंदुस्तान और पाकिस्तान के ताल्लुकात तभी बेहतर हो सकते हैं, जब उग्रवाद कम होगा। पाकिस्तान में हिंदुस्तान को लेकर नफरत नहीं है। लेकिन, वहां पर आरएसएस और बीजेपी का अलायंस पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है, मुसलमानों को लेकर नफरत पैदा कर रहा है और हमारा यह फर्ज है कि इस विचारधारा के लोगों को शिकस्त दें। *राहुल-केजरीवाल-ममता को दी शुभकामनाएं* फवाद चौधरी ने आगे कहा कि मैं समझता हूं कि भारत के वोटर बेवकूफ नहीं हैं। उन्होंने कहा, इसमें इंडियन वोटर का फायदा है। पाकिस्तान से ताल्लुकात बेहतर हों और हिंदुस्तान एक प्रोग्रेसिव मुल्क के तौर पर आगे बढ़े, इसके लिए नरेंद्र मोदी और उनकी जो कट्टरपंथी सोच है, उसकी शिकस्त होना बहुत जरूरी है। जो भी उनको हराएगा चाहे वो राहुल हों, केजरीवाल हों या ममता बनर्जी हों, उसके साथ हमारी शुभकामनाएं हैं।
इन नियमों की नहीं की होती अनदेखी तो बच जाती 7 नवजातों की जान, स्वास्थ्य मंत्रालय ने किया था अलर्ट

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दिल्ली के विवेक विहार में एक बेबी केयर सेंटर में आग लग गई। इस आग में 7 नवजात बच्चों की मौत से देश दहल गया है। दो मंजिला बिल्डिंग के फर्स्ट फ्लोर पर न्यू बॉर्न बेबी केयर सेंटर था। इसमें कुल 12 बच्चे भर्ती थे। विवेक विहार के बेबी केयर सेंटर में 25 मई को हुई इस घटना ने एक बार फिर फायर सेफ्टी के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) और नेशनल बिल्डिंग कोड का पालन करने के महत्व को चर्चा में ला दिया है। इस हादसे के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया गया है। अगर अस्पताल की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अलर्ट को गंभीरता से लिया होता तो यह हादसा टल सकता था।

दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दो महीने पहले ही देश के सभी राज्यों में अस्पतालों में आग के खतरे में बारे में आगाह किया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के सदस्य व एचओडी कमल किशोर ने 23 मार्च को एक संयुक्त पत्र के जरिए सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को लिखकर कहा था कि बढ़ते तापमान के साथ अस्पतालों में आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है और आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए तुरंत प्रभाव से सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों में फायर सेफ्टी और हेल्थकेयर फैसिलिटी को लेकर दिशा- निर्देशों की पूरी लिस्ट भी जारी की थी। मंत्रालय ने इस पत्र के जरिए सभी राज्यों को आगाह करते हुए कहा था कि अस्पतालों में फायर सेफ्टी ऑडिट से लेकर फायर एनओसी के अनुपालन की दिशा में कोई भी लापरवाही न बरती जाए।

इधर दिल्ली के विवेक विहार बेबी केयर अस्पताल अग्निकाण्ड सरकार हरकत में आई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने स्वास्थय विभाग के साथ बैठक की। उन्होंने सभी छोटे बड़े प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को 8 जून 2024 फायर ऑडिट कराने और रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए है। सरकार ने नर्सिंग होम और अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन फॉर्म में भी बदलाव के संकेत दिए हैं। वहीं, अस्पताल के मालिक डॉ नवीन किची को स्थानीय कोर्ट ने 30 मई तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है।

बारिश के कारण मिजोरम के आइजोल में ढह गई खदान, 12 लोगों की मौत, मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक, राहत बचाव कार्य जारी

देश के कई राज्यों में बारिश देखने को मिल रही है। इसी बीच मिजोरम की राजधानी आइजोल के बाहरी इलाके में भारी बारिश के कारण एक खदान ढह गई। इस हादसे में अबतक 12 लोगों की जान चली गई, जबकि दो लोगों को बचाया गया है। पुलिसकर्मी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। भारी बारिश के कारण नदियों का स्तर भी बढ़ चुका है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ रहा है। राज्य की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री लालडुहोमा ने बैठक बुलाई। 

यह घटना सुबह के छह बजे आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच घटी। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनिल शुक्ला ने कहा कि अबतक मलबे से दस शव को बाहर निकाला गया है, जबकि कई लोग अभी भी इसमें दबे हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में सात स्थानीय, जबकि तीन दूसरे राज्य के थे। उन्होंने आगे कहा, "मलबे में अभी भी 10 से ज्यादा के फंसे होने की संभावना है।" भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों में भूस्खलन की घटना सामने आई है। हुनथर में राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर भूस्खलन के कारण आइजोल देश के बाकी हिस्सों से कट गया। बारिश के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

चक्रवात रेमल के प्रभाव से भारी बारिश के कारण राज्य के विभिन्न इलाकों में भूस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने बताया कि आइजोल के सेलम वेंग में भूस्खलन से एक इमारत ढह गई, इस हादसे में तीन लोग लापता हो गए। फिलहाल उनकी तलाश जारी है। भूस्खलन के कारण कई अंतर्राज्य राजमार्ग भी बाधित हो गए। मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री लालडुहोमा ने गृह मंत्री के. सपडंगा, मुख्य सचिव रेनू शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी के साथ एक बैठक की।