आईएएस बनने के पहली बार गांव पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत,पिता ने कहा बेटी ने पूरा किया सपना
अमेठी । यूपीपीसीएस 2018 के रिजल्ट में परचम लहराने के बाद अब आईएएस बनी जाह्नवी दुबे बुधवार को पहली बार अपने गांव बनवीरपुर पहुंची जहां उनकी माता सुधा दुबे व पिता उमाशंकर दुबे सहित क्षेत्र के तमाम लोगों ने उनका भव्य फूल-मालाओं से स्वागत किया और क्षेत्र के बूढ़-बुजुर्गों ने उन्हें जीवन के पथ पर सदैव अग्रसर रहने के लिए शुभकामनाएं व आशीर्वाद दिया।
संग्रामपुर विकासखंड के बनवीरपुर निवासी जाह्नवी दुबे रिटायर्ड एडिशनल कमिश्नर उमाशंकर दुबे की सुपुत्री हैं। वह 2017 में नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी एनआईटी कुरुक्षेत्र से बीटेक इलेक्ट्रॉनिक एवं कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग ब्रांच से पढ़ाई पूरी की थी। और उसके बाद देश सेवा के लिए सिविल परीक्षा तैयारी प्रारंभ किया 2018 में यूपीपीसीएस की परीक्षा दी और जाह्नवी दुबे का वाराणसी में वाणिज्य कर विभाग (जीएसटी) में असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में चयन हुआ। जिसके बाद भी वह आईएएस बनने के सपने को लेकर वह पूरी लगन के साथ दिन-रात पढ़ाई में अपना समय देने लगी।
कठिन परिश्रम से उन्हें सफलता हाथ लगी और आईएएस बनकर अपने माता-पिता व जनपद का नाम रोशन किया। बुधवार को गांव पहुंचने की सूचना पर माता-पिता व क्षेत्र के लोगों ने भव्य स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें क्षेत्र के सम्मानित व बुजुर्ग लोग उपस्थित हुए। सभी लोगों ने उन्हें जीवन के पथ पर सदैव अग्रसर रहने व ईमानदारी कर्मठ निष्ठाता से कार्य करने का आशीर्वाद दिया। इस मौके पर जाह्नवी दुबे ने आए हुए लोगों व समाज को अपनी बेटियों को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाने की अपील की और कहा कि शिक्षा में बेटा व बेटी में फर्क नही करना चाहिए।
जिससे वह आईएएस-पीसीएस बनकर अपने माता-पिता व क्षेत्र का नाम रोशन कर देश सेवा में योगदान दे सकें। वही इस मौके पर जाह्नवी दुबे के पिता रिटायर्ड एडिशनल कमिश्नर उमाशंकर दुबे ने कहा कि उनके आईएएस बनने का सपना उनकी बेटी ने सरकार किया जिससे उनको अपार खुशी है।।
May 01 2024, 19:00