इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को जेल में टॉयलेट क्लीनर मिला खाना दिया गया
संकट में घिरे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक अदालत को बताया कि उनकी पत्नी बुशरा बीबी को "टॉयलेट क्लीनर" मिलाकर खाना दिया जा रहा था। उन्होंने दावा किया कि भोजन के अंदर रसायनों के कारण उनके पेट में रोजाना जलन होती थी, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया। क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान, जिन्हें पाकिस्तान में कई मामलों में दोषी ठहराया गया है, रावलपिंडी की अदियाला जेल में 190 मिलियन पाउंड के भ्रष्टाचार मामले में सुनवाई के दौरान यह आरोप लगाया।इमरान खान ने जस्टिस नासिर जावेद राणा को बताया कि अदालत कक्ष में अतिरिक्त दीवारें खड़ी की गई हैं, जिससे यह एक बंद
अदालत जैसा प्रतीत होता है।
इमरान खान ने कहा कि शौकत खानम अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ असीम यूसुफ ने शिफा इंटरनेशनल अस्पताल में बुशरा बीबी के परीक्षण कराने का सुझाव दिया था। हालांकि, उन्होंने कहा, जेल प्रशासन पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीआईएमएस) अस्पताल में परीक्षण करने पर अड़ा हुआ था। बाद में अदालत ने डॉ. यूसुफ को इमरान खान और बुशरा बीबी की मेडिकल जांच करने का आदेश दिया।
कार्यवाही के दौरान, इमरान खान द्वारा अतिरिक्त दीवारों के निर्माण की ओर इशारा करने के बाद, न्यायाधीश ने अधिकारियों से लकड़ी के तख्तों को हटाने के लिए कहा।जिसके बाद अदालत ने इमरान खान से "सुनवाई के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस" न करने को कहा। जवाब में, खान ने कहा कि अधिकारियों ने सुनवाई के बाद मीडिया को हटा दिया।
15 अप्रैल को, बुशरा बीबी ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय से उनकी पसंद के निजी अस्पताल में चिकित्सा जांच की अनुमति देने का अनुरोध किया था। वह यह पता लगाना चाहती थी कि क्या जेल अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए भोजन के माध्यम से उसे जहर दिया जा रहा है। बुशरा बीबी ने दावा किया कि वह सीने में जलन और गले और मुंह में दर्द से पीड़ित थीं। बुशरा बीबी को उनके बनिगाला आवास में हिरासत में रखा गया है, जिसे उप-जेल घोषित किया गया था।
49 साल की बुशरा बीबी को भ्रष्टाचार के मामले के साथ-साथ इमरान खान के साथ अवैध शादी के मामले में भी दोषी ठहराया गया था। इस हफ्ते की शुरुआत में इमरान खान ने कहा था कि बुशरा बीबी की कैद के लिए सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।







सिंगापुर सरकार ने भारत से आयत किये जाने वाले एवरेस्ट फिश करी मसाले को बाजार से वापस लेने का ऐलान किया है।मसाले में एथिलीन ऑक्साइड की अधिक मात्रा का आरोप लगाते हुए ये फैसला लिया गया है। यह कदम हांगकांग में खाद्य सुरक्षा केंद्र की ओर से जारी एक अधिसूचना बाद उठाया गया है। जिसमें मसाले में एथिलीन ऑक्साइड अधिक मात्रा के बारे में बताया गया था। बता दें कि एथिलीन ऑक्साइड एक तरह का कीटनाशक होता है। सिंगापुर खाद्य एजेंसी ने एक बयान में कहा, हांगकांग स्थित खाद्य सुरक्षा केंद्र ने एथिलीन ऑक्साइड की मौजूदगी के कारण भारत से आयातित एवरेस्ट फिश करी मसाला वापस मंगाने से जुड़ी एक अधिसूचना जारी की है। एसएफए ने आयातक एसपी मुथैया एंड संस पीटीई को निर्देश दिया है कि वह उत्पादों को व्यापक रूप से वापस मंगाने की पहल करे। एवरेस्ट फिश करी मसाले में पाए गए इथिलीन ऑक्साइड एक कीटनाशक है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल खेतों की फसल को कीटाणुओं से बचाने के लिए किया जाता है। खाने के सामान में इसका इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है। सिंगापुर की खाद्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, सिंगापुर के खाद्य नियमों के अनुसार मसालों को कीटाणुमुक्त करने के लिए इथिलीन ऑक्साइड के यूज की अनुमति है, लेकिन मसाले में इसकी मात्रा तय मात्रा से बहुत ज्यादा पाई गई है। सिंगापुर खाद्य सुरक्षा एजेंसी का कहना है कि यदि मसाले में इथिलीन ऑक्साइड की मात्रा थोड़ी है तो उसे खाने से कोई एकदम कोई खतरा नहीं है।लेकिन ऐसे केमिकल्स का लंबे समय तक सेवन करने से सेहत खराब हो सकती है। फूड एजेंसी की एडवायजरी में कहा गया है कि जिन उपभोक्ताओं ने कंटेमिनेटेड प्रोडक्ट को खरीदा है, उन्हें दृढ़ता से उपभोग न करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, जिन व्यक्तियों ने प्रभावित उत्पादों का सेवन किया है और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं से जूझ रहे हैं, उनसे डॉक्टरों से सलाह लेने का आग्रह किया जाता है।
Apr 20 2024, 10:11
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