भारत ने ईरान से की 17 भारतीयों की रिहाई की मांग, जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री से बात
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ईरान ने सीरिया में अपने वाणिज्य दूतावास पर हमले के जवाब मे इजराइल पर 300 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया।हालांकि, ईरानी हवाई हमले इजराइल पर ज्यादा प्रभाव डालने या कोई नुकसान पहुंचाने में विफल रहे। दरअसल, इजराइल एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें हवा में नष्ट कर दिया। अब सबसे बड़ा सवाल है कि क्या इजरायल हमले का बदला लेगा? क्या ईरान के खिलाफ इजरायल कार्रवाई करेगा? मिडिल ईस्ट में इस बढ़ते तनाव के बीच भारत ने गंभीर चिंता व्यक्त की और दोनों देशों से संयम बरतने व हिंसा से पीछे हटने का आह्वान किया। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को ईरान के विदेश मंत्री एच. अमीराब्दोल्लाहियन से फोन पर भी बात की। इस दौरान उन्होंने, एमएससी एरीज के 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों की रिहाई का मुद्दा उठाया।
दरअसल, ईरान ने एक अप्रैल को दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर संदिग्ध इजराइली एयर स्ट्राइक में दो जनरल सहित ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के सात कर्मियों के मारे जाने की घटना के जवाब में शनिवार देर रात इजराइल पर सैंकड़ों ड्रोन और मिसाइलें दाग दीं। वहीं, ईरान की सेना ने शनिवार को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास इजराइल से जुड़े एक मालवाहक जहाज को अपने कब्जे में ले लिया था। जहाज पर चालक दल के 17 भारतीय सदस्य सवार थे। पुर्तगाली झंडे वाले जहाज एमएससी एरीज पर सवार भारतीयों की रिहायी सुनिश्चित करने के लिए भारत ईरान के संपर्क में है।
ईरान के विदेश मंत्री से बातचीत के बाद एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा कि ईरानी विदेश मंत्री से बात की। एमएससी एरीज के चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों की रिहाई का मुद्दा उठाया। एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज से अभी-अभी बातचीत हुई। मैंने शनिवार के घटनाक्रम पर अपनी चिंता साझा की। साथ ही व्यापक क्षेत्रीय स्थिति पर चर्चा की और संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की। भारत ने इस घटनाक्रम पर चिंता जताते हुए तत्काल तनाव कम करने की अपील की। भारत ने कहा कि क्षेत्र में उसके दूतावास भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती दुश्मनी से काफी चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, "ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के हालात बिगड़ने से हम गंभीर तौर पर चिंतित हैं। इससे पूरे क्षेत्र में शांति व स्थिरता के लिए खतरा हो गया है। हम तनाव को शीघ्रता से कम करने, संयम बनाकर रखने, हिंसा को छोड़ने और कूटनीति की राह अपनाने की अपील करते हैं। हम पूरी स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। उस क्षेत्र में हमारे दूतावास भारतीय समुदाय से लगातार संपर्क बना कर रखे हुए हैं। यह बहुत ही जरूरी है कि इस क्षेत्र में सुरक्षा व स्थिरता को बना कर रखा जाए।"
एस. जयशंकर की ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान के साथ बातचीत के बाद ईरान ने 17 भारतीयों की रिहाई को लकेर बयान जारी किया है। ईरान ने कहा है कि वह भारत सरकार के प्रतिनिधियों को एमएससी एरीज के 17 भारतीय दल के सदस्यों से मिलने की अनुमति देगा।
Apr 15 2024, 10:21