क्या राहुल गांधी ने चुनाव के लिए लिया आतंकवादी संगठन का सहारा, कांग्रेस नेता पर स्मृति ईरानी ने लगाए गंभीर आरोप
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केंद्रीय मंत्री एवं अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वायनाड का चुनाव जीतने के लिए उन्होंने आतंकी संगठन पीएफआई से समर्थन लिया है। अमेठी लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रहीं ईरानी ने यह भी आरोप लगाया कि अमेठी के लोगों ने 15 साल तक एक ऐसे सांसद को बर्दाश्त किया जिसने उनके लिए कुछ नहीं किया। स्मृति ईरानी सोमवार को मेरठ में एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान ये बातें कहीं।
केंद्रीय मंत्री एवं अमेठी सांसद स्मृति ईरानी सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर अमेठी लोकसभा क्षेत्र के सलोन विधानसभा पहुंचीं, जहां पर स्मृति ईरानी ने कार्यक्रम के दौरान गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला। ईरानी ने आरोप लगाया कि वायनाड का चुनाव जीतने के लिए राहुल ने आतंकी संगठन पीएफआई से समर्थन लिया है। उन्होंने कहा कि पीएफआई की चार्जशीट को देखने पर पता चलता है कि यह वही संगठन है, जिसने हर जिले में कितने हिंदुओं को मारना है, इसकी लिस्ट बना रखी है।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में राहुल गांधी को हरा चुकी ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी को अमेठी के लोगों को बताना चाहिए कि वह ऐसे संगठन की मदद से वायनाड का चुनाव क्यों लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कुछ दिन पहले वायनाड में थी और वहां उनको पता चला कि राहुल गांधी ने वायनाड को अपना परिवार घोषित कर दिया है। ईरानी ने कहा कि रंग बदलने की बात उन्होंने सुनी थी, लेकिन पहली बार ऐसा देखने को मिला कि लोग अपना परिवार भी बदलते हैं
इससे पहले गुरूवार को स्मृति ईरानी ने वायनाड से राहुल गांधी पर हमला बोला। स्मृति ने केरल में पीएफआई के राजनीतिक संगठन एसडीपीआई से समर्थन लेने पर राहुल पर निशाना साधा। राहुल गांधी के वायनाड से नामांकन और रोडशो के एक दिन बाद स्मृति ईरानी वायनाड पहुंची थी। जहां उन्हें बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में रोड शो करते हुए राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला था। इस दौरान स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर दो आरोप लगाए। पहला नामांकन के दौरान रोड शो में मुस्लिम लीग के झंडे छिपाए जाने का और दूसरा राहुल के आतंकी संगठन के राजनीतिक विंग के समर्थन लेने का। इस दौरान स्मृति ने कहा था कि मेरा ये मानना है कि कांग्रेस पार्टी के नामांकन रैली में मुस्लिम लीग के झंडे को छिपाना इस बात का संकेत है कि या तो राहुल गांधी मुस्लिम लीग के समर्थन से शर्मसार हैं या फिर जब वो उत्तर भारत में आएंगे तो मंदिर-मंदिर जाएंगे। तब लोगों से उत्तर भारत में मुस्लिम लीग के साथ उनके गठबंधन को छिपा पाएंगे। मैं वायनाड आकर ये देखकर स्तब्ध हूं कि पीएफआई जैसे आतंकवादी संगठन के बैन के बावजूद उसके राजनीतिक विंग से समर्थन राहुल गांधी अपने चुनाव के लिए ले रहे हैं।
Apr 09 2024, 10:00