कोल्हान में एक कृषि वैज्ञानिक ने किया अपने प्रयोग से अद्भूद चम्तकार,एक लता का डीएनए चेंज कर बनाया लहसुन स्वाद वाला पौधा
सरायकेला : कोल्हान में बदल रहा पेड़ पौधे की प्रजाति ,आपने पेड़ पौधा के डीएनए के बारे में सुना होगा या फिर नहीं सुना होगा। आज हम आपको दिखाने जा रहे है, किस तरह महगाई को लेकर एक कृषि वैज्ञानिक ने लहसून के पौधे का डीएनए चेंज कर एक जंगली पौधे को लहसून के पौधे में बदल दिया है।
यह जंगली पौधा लता की तरह बढ़ता है और इसके पत्ते लहसून के तरह की काम करते है , जिससे आप सब्जी में डालकर लहसून का स्वाद ले सकते है । इस डॉक्टर का नाम है डॉo मानव है और डॉo मानव ने कई फलदार और पौधे को इन्होंने डीएनए ट्रांसमिशन करने का काम किया है ।
सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया थाना परिसर में इन्होंने लहसून के पौधे को एक जंगली लता में ट्रांसमिट कर दिया है। जिससे देखने के लिये लोग दूर दूर से आते है । कैसे यह लहसून का पौधा जंगली पेड में ट्रासमिट किया गया है ।
डॉo मानव बताते है कि सबसे पहले हमने ध्यान दिया है दिन प्रतिदिन हमरा जनसंख्या बढ़ती जा रही है लेकिन क्षेत्रफल उतना ही है । इसी को मद्देनजर रखते हमने जंगली लता को लहसून के पौधे में बदल दिया है ।
इस लहसून के लते को लोग अपने घर के अंदर भी लगा सकते है । इस लहसून के लता में वो सारी विटामिन है जो लहसून में पायी जाती है । बाजार में जो लहसून की महगाई है उसे समाप्त करने का प्रयास किया गया है । इस लहसून के दो चार पत्ते ही सब्जी में डालने से लहसून की कमी पूरी हो जायेगी ।
Mar 27 2024, 17:57