नौ अस्पतालों में खुलेगी एंटी रेबीज क्लीनिक,जिले में हर माह सामने आते हैं कुत्ते और बंदरों के काटने के 50 मामले
नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। जिले के राजकीय अस्पतालों में एंटी रेबीज क्लीनिक खुलेंगी। क्लीनिक में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक फिजिशियन, एक फार्मासिस्ट और एक - एक वार्ड बाॅय और स्टाॅफ नर्स की तैनाती होगी। जिले में हर माह कुत्ते और बंदरों के काटने के 50 मामले सामने आते हैं। गोपीगंज में हर दिन चार से पांच लोगों को बंदर काटने से जख्मी हो जाते हैं। राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण योजना के तहत जिले के नौ राजकीय चिकित्सालय में एंटी रेबीज क्लीनिक खोले जाने की योजना है। जिले के स्वास्थ्य अधिकारी राजकीय अस्पतालों में तैयारी में जुट गए हैं।
गोपीगंज व भदोही में एंटी रेबीज क्लीनिक का निर्माण भी शुरू हो चुका है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय, महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय,सौ शैय्या अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपीगंज, औराई,डीघ, भदोही, सुरियावां व दुर्गागंज में एंटी रेबीज क्लीनिक खोली जाएगी। नौ अस्पतालों में क्लीनिक तैयार होने के उपरांत जहां सबसे बेहतर सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। उसे माॅडल एंटी रेबीज क्लीनिक घोषित किया जाएगा। एपीडेमियोलाॅजिस्ट डॉ अजीत पाठक को मानीटरिंग के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है। सीएचसी गोपीगंज व भदोही में क्लीनिक निर्माण अंतिम चरण में है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने भदोही में निर्माणाधीन क्लीनिक का निरीक्षण कर जायजा भी लिया। बताया कि एक सप्ताह के भीतर क्लीनिक शुरू हो जाएगा।
वर्जन
जिले के सभी सीएचसी के साथ ही एमबीएस, जिला अस्पताल और सौ शैय्या में एंटी रेबीज क्लीनिक खोलने की योजना है। एक सप्ताह के भीतर जिले के सभी स्वास्थ्य सेंटरों में एंटी रेबीज क्लीनिक खोल दी जाएगी।
डॉ एसके चक सीएमओ
Mar 14 2024, 16:25