सरायकेला : चांडिल अनुमंडल कार्यालय के समक्ष नागरिक प्रतिवाद
सरायकेला : चांडिल अनुमंडल कार्यालय के समक्ष नागरिकों का एक प्रतिवाद धरना आयोजित हुआ । इसका आयोजन अनुमंडल स्तरीय सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक रूप से किया गया था।
इस सभा को नरेन गोप , गुरूआ पहाड़िया, अमर बिरहोर, अनन्त महतो , भद्रु सिंह मुंडा , सुचांद उराँव, अम्बिका यादव, मंथन आदि ने सम्बोधित किया। संचालन डोमन बास्के ने किया।
सभा के अन्त में एक प्रतिनिधिमंडल ने एस डी ओ को स्मारपत्र भी दिया। इस प्रतिनिधिमंडल में श्यामल मार्डी, अम्बिका यादव, डोमन बास्के, बासुदेव आदित्यदेव, भद्रु सिंह मुंडा, सुकलाल मुर्मु शामिल थे।
स्मारपत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की शत्रुतापूर्ण अवैध गिरफ्तारी , भूअर्जन कानून 2013 को कमजोर और खत्म करने की कोशिश, , वादे के बाद भी एम एस पी कानून न बनाना , ताजे किसान आंदोलन पर मोदी सरकार के द्वारा दमन,, वन संरक्षण कानून में संशोधन कर पूरे वन को पूँजीपतियों के लिऐ खोलने और वनाधिकार कानून तथा वन पर ग्राम सभा के अधिकार को छीनने जैसे प्रयासों का विरोध किया गया था।
इस तरह यह नागरिक प्रतिवाद अनुमंडलाधिकारी के जरिये केन्द्र सरकार को सम्बोधित था। उसकी निरंकुश आदिवासी विरोधी , गरीब विरोधी , गाँव विरोधी नीतियों के प्रति विरोध था।
रवि हांसदा, गोपाल मांझी, लखी मुर्मु, जगन्नाथ मार्डी , राधेश्याम मांझी, गुरूचरण सिंह मुंडा, अशोक आजाद, बहादुर लोहरा, मधुसूदन गोप, भीम बिरहोर, बीरबल बिरहोर, राजेश बिरहोर, पप्पू बिरहोर, कृष्णा माझी, महेन्द्र नाथ टुडु , उपेन्द्र गिरि, राजु चौधरी, मिथुन मुर्मु, मनमन सिंह और अन्य लोग भी इस अनुमंडलस्तरीय नागरिक प्रतिवाद में शामिल रहे।
सभा में वक्ताओं ने 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने , मोदी को हटाने के लिए एकजुट और तीव्र सघन अभियान की जरूरत भी बतायी।
Mar 12 2024, 18:31