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*महिला दिवस पर नारी शक्ति को पीएम मोदी का तोहफा, घरेलू गैस सिलेंडर पर 100 रुपये की छूट का ऐलान*

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को बड़ी सौगात दी है।पीएम मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि उनकी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपये की की छूट का बड़ा फैसला किया है।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'महिला दिवस के अवसर पर आज हमने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 100 रुपये की छूट का बड़ा फैसला किया है। इससे नारी शक्ति का जीवन आसान होने के साथ ही करोड़ों परिवारों का आर्थिक बोझ भी कम होगा। यह कदम पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार बनेगा, जिससे पूरे परिवार का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।'

इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘रसोई गैस को और अधिक किफायती बनाकर, हमारा लक्ष्य परिवारों की भलाई में मदद करना और एक स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करना भी है। यह महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके लिए ‘जीवनयापन में आसानी’ सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।‘

पीएम मोदी का ये फैसला देशभर में सभी सिलेंडर धारकों पर लागू होगा। उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर की कीमतों पर 300 रुपए की छूट को अगले एक साल तक जारी रखने का फैसला बीते दिन केंद्रीय कैबिनेट ने लिया ही था। उससे आगे 100 रुपए प्रति सिलेंडर की छूट सभी सामान्य सिलेंडर ग्राहकों पर लागू होगी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में करीब 32.5 करोड़ एलपीजी कनेक्शन हैं। इसमें पीएम उज्ज्वला योजना के तहत करीब पौने दस करोड़ सिलेंडर विगत 10 सालों में दिए गए हैं।

कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री के. करुणाकरण की बेटी ने छोड़ा साथ, बीजेपी में हुईं शामिल

#k_karunakaran_daughter_padmaja_venugopal_joins_bjp

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी ने दक्षिण के राज्‍य केरल में बड़ी सेंधमारी की है। केरल के पूर्व मुख्यमंत्री के करुणाकरण की बेटी भाजपा में शामिल हो गई हैं। कांग्रेस नेता पद्मजा वेणुगोपाल कद्दावर कांग्रेसी पिता की विरासत छोड़कर भाजपा का दामन थामा है।इस एंट्री के बाद भाजपा आगामी चुनाव के लिए और मजबूत हो गई है। वहीं कांग्रेस के लिए इसे एक और बड़ा झटका माना जा रहा है।

बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने पद्मजा वेणुगोपाल को पार्टी की प्राथामिक सदस्‍यता दिलवाई। पद्मजा वेणुगोपाल बीते कुछ समय से कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रही थी। उनकी नाराजगी खुलकर सामने भी आ रही थी। इस बात की आशंकाएं लगाई जा रही थी कि वो पार्टी छोड़ सकती हैं। सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए पूर्व सीएम की बेटी ने गुरुवार को औपचारिक तौर पर दिल्‍ली के भाजपा मुख्‍यालय में पार्टी ज्‍वाइन कर ली।

सदस्यता ग्रहण करने के बाद पद्मजा ने कहा कि अपने सियासी करियर में वे पहली बार राजनीतिक दल बदल रही हैं। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से कांग्रेस की कार्यशैली से नाखुश थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा का दामन उन्होंने बिना किसी शर्त के थामा है। कांग्रेस नेताओं ने उनके फोन उठाना बंद कर दिए थे।पद्मजा वेणुगोपाल का आरोप है कि कांग्रेस आलाकमान तक अपनी पीड़ा और शिकायत पहुंचाने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि वे केरल से दिल्ली कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलने आईं, लेकिन उन्होंने भाव नहीं दिया। किसी ने मिलने की जहमत नहीं उठाई।

पद्मजा की बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को बुधवार को उस समय बल मिला जब कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने उनके पाला बदलने की खबरों को खारिज करने वाली एक फेसबुक पोस्ट हटा दी। शुरू में भाजपा में जाने के उनके संभावित कदम को लेकर आ रही खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए पद्मजा ने फेसबुक पर स्पष्ट किया था कि यह महज मजाक था। उन्होंने हालांकि बाद में पोस्ट हटा दी, जिसके बाद उनके भाजपा में जाने की अटकलों को बल मिला।

चार बार मुख्यमंत्री रहे करुणाकरण की बेटी पद्मजा का भाजपा सदस्य बनना अहम माना जा रह है। दरअसल, भाजपा अपना जनाधार मजबूत करने के लिए दक्षिण भारत समेत ऐसे इलाकों पर फोकस कर रही है, जहां अभी पार्टी के पास पर्याप्त वोट और सांसद-विधायक नहीं हैं। केरल भी उन राज्यों में शामिल है, जहां भाजपा को अभी सत्ता पर असर डालने के नजरिए से शून्य से शुरुआत करनी है। ऐसे में पद्मजा वेणुगोपाल के बीजेपी में शामिल होने से केरल में बीजेपी को मजबूती मिलेगी।

बेंगलुरु में बूंद-बूंद को तरसे लोग, पानी की किल्लत के कारण कोचिंग क्लास और स्कूल बंद

#watercrisisbengaluru

बेंगलुरु शहर पानी की भारी किल्लत से जूझ रहा है। शहर में 3 हजार से अधिक बोरवेल सूख गए हैं। हालत इतनी गंभीर हो चुकी है कि स्कूल और कोचिंग सेंटर ने आपातकाल घोषित करते हुए, बच्चों को स्कूल आने के बजाए घर से ही क्लास लेने को कहा है।बेंगलुरु की सड़कों पर पानी के टैंकर को चक्कर लगाते देखना अब आम हो चला है।वहीं शहर के टैंकर वाले 5 हजार लीटर के लिए 500 रुपए की जगह 2 हजार रुपए वसूल रहे हैं।

शिक्षण संस्थानों में एक हफ्ते के लिए ‘आपातकाल’ की घोषणा

बेंगलुरु में पीने का पानी लगभग खत्म होने के कगार पर है। हालत इतनी खराब हो चुकी है कि कोचिंग सेंटर्स और स्कूलों ने बच्चों को स्कूल आने के बजाए, घर से ही क्लास लेने की सलाह दी है। संस्थानों ने एक हफ्ते के लिए ‘आपातकाल’ की घोषणा करते हुए ये निर्णय लिया कि बच्चे घर से ही क्लास लें क्योंकि स्कूल में पानी ही नहीं है। बेंगलुरु के विजयनगर में स्थित एक कोचिंग सेंटर ने बच्चों से ऑनलाइन ही क्लास लेने को कहा है। इसी तरह, बैनरघट्टा रोड पर स्थित एक स्कूल ने भी ऐसा ही निर्णय लिया है।

सीएम-डिप्टी सीएम के आवासों में भी पानी की किल्लत

स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बेंगलुरु के कुमारकृपा रोड स्थित कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के कार्यालय-सह-आवास के अंदर पानी के टैंकर देखे गए हैं। वहीं, उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने कहा कि बेंगलुरु के सदाशिवनगर में उनके घर का बोरवेल पहली बार पूरी तरह से सूख गया है, जबकि यह (घर) सदाशिवनगर सैंकी झील के बगल में स्थित है।

शहर में 3 हजार से अधिक बोरवेल सूखे

कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि शहर में 3 हजार से अधिक बोरवेल सूख गए हैं, जिनमें उनके घर का बोर भी शामिल है।शिवकुमार ने कहा कि पानी की जरूरत पूरी करने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हम सभी टैंकों को अपने कब्जे में ले रहे हैं और उन सोर्सेस की पहचान कर रहे हैं जहां पानी उपलब्ध है। 217 टनल भी ढूंढ लिया गया है। हालांकि शहर को कावेरी से जो पानी सप्लाई हो रहा है, वह जारी है।

राज्य के 236 तालुका में से 223 सूखे की चपेट में

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि राज्य के 236 तालुकों में से 223 सूखे की चपेट में हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 219 बुरी तरह प्रभावित हैं। सरकार ने सूखा प्रभावित इलाकों में पानी के समान वितरण को सुनिश्चित करने के लिए प्राइवेट वाटर टैंकर, बोरवेल्स और सिंचाई वाले कुओं को अपने कब्जे में लेने का फैसला किया है।

बारिश की कमी के कारण बिगड़े हालात

वर्ष 2023 में बारिश की कमी के कारण पूरा कर्नाटक, विशेष रूप से बेंगलुरु हाल के वर्षों में जल संकट की सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कम बारिश के लिए अल नीनो प्रभाव को जिम्मेदार ठहराया है।

20 शहरों में होगा जल संकट – नीति आयोग

गौरतलब है कि बेंगलुरु कोई पहला ऐसा शहर नहीं जहां जल संकट चरम पर पहुंचता जा रहा है। हाल ही में नीति आयोग की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि साल 2030 तक भारत के तरीबन 20 शहरों में भारी जल संकट देखने को मिल सकता है. रिपोर्ट में जिन शहरों का नाम शामिल है इसमें- दिल्ली, बेंगलुरु, गुजरात का गांधीनगर, गुरुग्राम, इंदौर, अमृतसर, लुधियाना, हैदराबाद, चेन्नई, गाजियाबाद जैसे और भी शहरों का नाम शामिल है।भारत के दक्षिणी राज्य तेलंगाना भी जल संकट की चपेट में आता दिख रहा है। बीते दिनों राज्य के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा कि राज्य में सूखा पड़ने जैसे हालात पैदा होते जा रहे हैं।

महाशिवरात्रि आज, इस शुभ मुहूर्त में करें शिवजी की पूजा, संवर जाएगा जीवन, उज्जैन में लगा श्रद्धालुओं का तांता

फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को हर साल महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। शिवरात्रि दिव्य और चमत्कारी शिव कृपा का महापर्व। कहते हैं कि शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करना बेहद आसान होता है। इस दिन महादेव की कृपा जिस पर हो जाए, उसका जीवन खुशियों से भर जाता है। इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार शुक्रवार, 8 मार्च को मनाया जाएगा। 

महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मध्यप्रदेश के उज्जैन में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान महाकाल के दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी हुई हैं। श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर रहे हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। महाशिवरात्रि हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन श्रद्धालु उपवास रखते हैं, रात भर जागरण करते हैं और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं।

उज्जैन में महाशिवरात्रि का त्योहार विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ भगवान महाकाल का ज्योतिर्लिंग स्थित है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। उज्जैन में प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है। पानी, भोजन और चिकित्सा की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के लिए भी पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।

इस बार की महाशिवरात्रि पर ग्रह पांच राशियों में होंगे। चंद्र और मंगल एक साथ मकर राशि में होंगे। यह संयोग लक्ष्मी नामक योग बना रहा है। इसलिए इस बार शिवरात्रि पर धन संबंधी बाधाएं दूर की जा सकती हैं। चंद्र और गुरु का प्रबल होना भी शुभ स्थितियां बना रहा है। इस बार की शिवरात्रि पर रोजगार की मुश्किलें भी दूर की जा सकती हैं। 

हिन्दू परंपरा के अनुसार, इस दिन शिवजी का प्राकट्य हुआ था। शिवजी का विवाह भी इस दिन माना जाता है। इस दिन व्रत, उपवास, मंत्रजाप और रात्रि जागरण का विशेष महत्व बताया गया है। शिवरात्रि की प्रत्येक पहर परम शुभ होती है। महाशिवरात्रि पर महादेव और मां पार्वती की विधिवत पूजा-अर्चना से भक्तों को मनचाहा वरदान मिलता है। ये पूजा चार प्रहर में की जाती है। 

पूजा का शुभ मुहूर्त

 

प्रथम प्रहर की पूजा समय- 8 मार्च शाम 06.25 बजे से रात्रि 09.28 बजे तक

दूसरे प्रहर की पूजा का समय- रात 09.28 बजे से 9 मार्च मध्य रात्रि 12.31 बजे तक

तीसरे प्रहर की पूजा का समय- 9 मार्च मध्य रात्रि 12.31 बजे से सुबह 03.34 बजे तक

चतुर्थ प्रहर की पूजा का समय- 9 मार्च को सुबह 03.34 बजे से सुबह 06.37 बजे तक

आपका दिल जीतने आया हूँ ..', कश्मीर को हज़ारों करोड़ की सौगात देकर बोले पीएम मोदी

अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर की अपनी पहली यात्रा में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में 'विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर' कार्यक्रम के दौरान 6,400 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का अनावरण किया। एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि वह "श्रीनगर के अद्भुत लोगों के बीच आकर बहुत उत्साहित हूँ। मैं आपका दिल जीतने आया हूँ।"

पीएम मोदी ने कहा कि, "आज समर्पित की जा रही विकास परियोजनाएं जम्मू-कश्मीर के विकास को बढ़ावा देंगी। विकसित भारत के लिए विकसित जम्मू-कश्मीर प्राथमिकता है।" उन्होंने कहा कि, "मुझे बताया गया है कि 285 ब्लॉकों के 1 लाख लोग वर्चुअली हमसे जुड़े हैं। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। यह वह नया जम्मू-कश्मीर है जिसका हम दशकों से इंतजार कर रहे थे। यह वह नया जम्मू और कश्मीर है। वह कश्मीर जिसके लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना जीवन बलिदान कर दिया। इस नए जम्मू-कश्मीर का भविष्य उज्ज्वल है और चुनौतियों से पार पाने का साहस भी है, आपके प्रसन्न चेहरों को देखकर, देश भर के 140 करोड़ लोग संतुष्ट महसूस कर रहे हैं।''

इससे पहले, प्रधान मंत्री ने लगभग 1,000 नए भर्ती हुए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए और महिलाओं, किसानों और उद्यमियों सहित विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। अपने आगमन पर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक प्रदर्शनी का दौरा किया जिसमें जम्मू और कश्मीर के स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित किया गया था। प्रदर्शनी में प्रधान मंत्री का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया था।

बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री का 'समग्र कृषि विकास कार्यक्रम' (एचएडीपी) क्षेत्र की कृषि-अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा देगा और बागवानी, कृषि और पशुधन पालन के तीन प्रमुख क्षेत्रों में गतिविधियों के पूर्ण स्पेक्ट्रम को कवर करेगा। इस कार्यक्रम से लगभग 2.5 लाख किसानों को कौशल-विकास प्रशिक्षण से लैस करने की उम्मीद है और लगभग 2,000 किसान सेवा केंद्र स्थापित किए जाएंगे और कृषक समुदाय के कल्याण के लिए मजबूत मूल्य श्रृंखलाएं स्थापित की जाएंगी।

बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई पर्यटन परियोजनाएं इन स्थलों पर विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं का निर्माण करके देश भर के प्रमुख तीर्थ और पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के समग्र अनुभव को बेहतर बनाने के उनके दृष्टिकोण के अनुरूप हैं। हजरतबल तीर्थ परियोजना के अलावा, पहल में मेघालय में पूर्वोत्तर सर्किट में पर्यटन सुविधाएं, बिहार और राजस्थान में आध्यात्मिक सर्किट, बिहार में ग्रामीण और तीर्थंकर सर्किट और तेलंगाना और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कुछ अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।

दिल्ली: ED की शिकायत पर सीएम केजरीवाल के खिलाफ नया समन जारी, कोर्ट ने 16 मार्च को पेश होने को कहा

 दिल्ली शराब नीति मामले से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

ताजा मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने कथित शराब नीति मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन का पालन नहीं करने के लिए ईडी की दूसरी शिकायत पर अरविंद केजरीवाल को नया समन जारी किया है।

16 मार्च को पेश होने के लिए कहा

दिल्ली शराब घोटाला मामले में कथित तौर पर समन से बचने के लिए ईडी की नई शिकायत के बाद दिल्ली की अदालत ने अरविंद केजरीवाल को 16 मार्च को पूछताछ के लिए तलब किया है।

उत्तराखंड में पहली बार शुरू होगा आयुर्वेद डायटीशियन कोर्स, आईएमएसी ने शासन को भेजा प्रस्ताव

 उत्तराखंड में पहली बार आयुर्वेद चिकित्सा में डायटीशियन कोर्स करने की सुविधा मिलेगी, इसके लिए भारतीय चिकित्सा परिषद ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। मंजूरी मिलने के बाद इसी सत्र से यह कोर्स शुरू किया जाएगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि डायटीशियन कोर्स रोजगारपरक होगा। इस कोर्स को करने के बाद देश-विदेश में भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय चिकित्सा परिषद का शिक्षा की गुणवत्ता के साथ आयुर्वेद में नए कोर्स शुरू करने की योजना है। प्रदेश में अभी तक आयुर्वेद विश्वविद्यालय स्तर पर भी डायटीशियन कोर्स नहीं है।

इसे देखते हुए परिषद ने इस कोर्स को शुरू करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। जिस पर उच्च स्तर पर विचार विमर्श चल रहा है। परिषद के अनुसार विदेशों में आयुर्वेद डायटीशियन की काफी मांग है। वर्तमान में लोगों का निरोग रहने के लिए खानपान और दिनचर्चा में आयुर्वेद पद्धति की तरफ रुझान बढ़ा है।

इस बाबत सचिव आयुष डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने बताया, भारतीय चिकित्सा परिषद से आयुर्वेद डायटीशियन कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव मिला है। इस पर विचार विमर्श किया जा रहा है। इसके बाद इस कोर्स को संचालित करने की अनुमति दी जाएगी।

उत्तराखंड में 16 किमी लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर 12 किमी हिस्से पर जमी तीन से पांच फीट बर्फ हटाया जा रहा, बढ़ा बर्फ खिसकने का खतरा

 16 किमी लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर 12 किमी हिस्से पर जमी तीन से पांच फीट बर्फ की सफाई का काम शुरू हो गया है, लेकिन मौसम की बेरुखी काम में आड़े आ रही है। 50 मजदूर बर्फ की सफाई में जुटे हैं। पैदल मार्ग पर हिमखंडों के सक्रिय होने से बर्फ के खिसकने का खतरा बना है।

एक से तीन मार्च के बीच हुई बर्फबारी से केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर धाम तक बर्फ जमी है। पैदल मार्ग पर इस बार जंगल चट्टी से ही तीन फीट से अधिक बर्फ जमी है। भीमबली, रामबाड़ा, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, छानी कैंप तक पांच से सात फीट तक बर्फ जमी है। रुद्रा प्वाइंट से केदारनाथ तक पांच किमी क्षेत्र में भी पांच से आठ फीट तक बर्फ जमी है।

शीतकाल में केदारनाथ की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस और आईटीबीपी के जवान पानी से जुड़ी जरूरतों को बर्फ पिघलाकर पूरा कर रहे हैं। धाम में पेयजल लाइन भी जम गई है। इधर, लोनिवि गुप्तकाशी डिवीजन ने 50 मजदूरों के साथ पैदल मार्ग पर रामबाड़ा से बर्फ सफाई का काम शुरू कर दिया है। दो-तीन टोलियों में मजदूर बर्फ को साफ कर रहे हैं।

अत्यधिक बर्फ होने के कारण उन्हें काफी मुश्किल हो रही है। विभागीय अफसरों का कहना है कि जिस तरह से हालात हैं, उसमें काम करने में काफी दिक्कत हो रही है। मौसम ठीक रहा और चटक धूप खिली रही, तो भी बर्फ पिघलने में लगभग एक माह का समय लग सकता है।

पैदल मार्ग पर टीएफटी चट्टी, कुवेर गदेरा, भैरव गदेरा, हथनी गदेरा सहित छह हिमखंड जोन भारी बर्फ के कारण सक्रिय हैं। यहां 25 से 40 फीट लंबाई और 40 से 60 फीट तक ऊंचाई वाले क्षेत्र में हिमखंड हैं। ऊंचाई से बर्फ खिसककर तेजी से नीचे की तरफ आ रही है, जिससे बर्फ को काटकर रास्ता बनाना आसान नहीं है।

पैदल मार्ग में जंगल चट्टी से रामबाड़ा तक तीन से पांच फीट तक बर्फ जमी है। साथ ही रामबाड़ा से आगे सभी हिमखंड जोन भी सक्रिय हैं, जिससे बर्फ साफ करने का काम आसान नहीं है। बावजूद 50 मजदूरों द्वारा बीते दो दिनों से रामबाड़ा से बर्फ सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। आने वाले दिनों में मजदूरों की संख्या और बढ़ाई जाएगी।

लश्कर-ए-तैयबा का सदस्य मोहम्मद कासिम गुज्जर आतंकवादी घोषित, फिलहाल पीओके में बना रखा है ठिकाना

#lashkar_e_taiba_member_mohammad_qasim_gujjar_declared_terrorist

भारत सरकार ने लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य मोहम्मद कासिम गुज्जर को आतंकी घोषित किया है। कासिम वर्तमान में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में रह रहा है। गृह मंत्रालय ने गुरुवार को उसे गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम यानी यूएपीए के तहत आतंकवादी घोषित किया है।मोहम्मद कासिम विभिन्न आतंकी हमलों और बम विस्फोटों में भी शामिल रहा है और वह इन आतंकी घटनाओं में कई लोगों की मौत और हमलों के लिए जिम्मेदार है।

गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना के माध्यम से घोषणा की कि जम्मू के रियासी जिले के अंगराला का 32 वर्षीय स्थायी निवासी मोहम्मद कासिम देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचता रहा है और आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहा है।गृह मंत्रालय ने कहा कि आतंकियों की इस सूची में 56 लोगों के नाम पहले से शामिल हैं। मोहम्मद कासिम इस सूची में 57वां आतंकी है।

गृह मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आदेश जारी करते हुए बताया, "मोहम्मद कासिम गुज्जर उर्फ़ 'सलमान' उर्फ़ 'सुलेमान' को आतंकी इसलिए घोषित किया गया है क्योंकि वह लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है। ड्रोन से हथियार पहुंचाने, गोला-बारूद की सप्लाई, आईईडी ब्लास्ट समेत कई आतंकी घटनाओं में उसका नाम आया है। उसका स्थायी पता अंगराला, तहसील माहौर, जिला रियासी, जम्मू है। वर्तमान में वो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में रह रहा है।

गृह मंत्रालय ने कहा कि मोहम्मद कासिम कई नए टेरर मॉड्यूल में शामिल रहा है। साथ ही उसने सोशल मीडिया और ऑनलाइन इंक्रिप्टेड कम्युनिकेशन एप्लिकेशन के जरिए भी लोगों में दहशत फैलाने का काम किया।मोहम्मद कासिम के आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप के तहत गृह मंत्रालय का कहना है कि गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 35 की उप-धारा (1) के खंड (ए) के तहत यह कार्रवाई की है और उसे आतंकी नामित किया गया है।

शतरंज के महान खिलाड़ी गैरी कास्परोव अपने ही देश में “आतंकवादी” घोषित, रूस का एक लिजेंड के साथ ये कैसा व्यवहार?

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गैरी कास्परोव दुनिया के महानतम शतरंज खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते हैं। हालांकि, अब 'अपने' ही देश रूस में आतंकी बना दिए गए हैं। शतरंज ग्रैंडमास्टर और राजनीतिक कार्यकर्ता गैरी कास्परोव को रूस की वित्तीय निगरानी संस्था ने 'आतंकवादियों और चरमपंथियों' की सूची में डाल दिया है। 60 वर्षीय पूर्व विश्व शतरंज चैंपियन लंबे समय से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक रहे हैं और यूक्रेन में रूस के सैन्य हमले की लगातार निंदा करते रहे हैं।

आंतकियों की लिस्ट में शामिल किए जाने के बाद गैरी कास्परोव ने बयान जारी किया है। पुतिन की शासन का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने लिखा, "यह सम्मान मेरे लिए नहीं बल्कि पुतिन के फासीवादी शासन के लिए अधिक फिट बैठता है।" उन्‍होंने आगे कहा कि पुतिन और उनके सभी साथियों को आतंक के राज्य प्रायोजकों की सूची में शामिल करने के लिए आज एक अच्छा दिन होगा," उन्होंने उन देशों की अमेरिकी सूची का जिक्र करते हुए कहा, जो "अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के कृत्यों के लिए बार-बार समर्थन प्रदान करते हैं।

आतंकी की लिस्ट में शामिल लोगों की बैंक से लेनदेन पर प्रतिबंध लग जाता है। गैरी को जब भी कोई लेन-देन करनी होगी तो उन्‍हें सबसे पहले सरकारी एजेंसियों से इजाजत लेनी पड़ेगी।

2005 में अपने पेशेवर शतरंज करियर को समाप्त करने के बाद, कास्परोव रूसी विपक्ष में सक्रिय हो गए। लेकिन पुतिन के उत्पीड़न से बचने के लिए गैरी ने 2013 में देश छोड़ दिया था। गैरी कास्‍परोव रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर आलोचक रहे हैं। वह अक्‍सर पुतिन की नीतियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्‍ट करते रहते हैं और उन्‍हें आइना दिखाने का काम करते हैं। रूस-यूक्रेन वार भी वह हमेशा पुतिन के खिलाफ ही खड़े नजर आए। इन्‍हीं कारणों के चलते कास्‍परोव का नाम आतंकी सूची में शामिल किया गया है। कास्‍परोव को आतंकियों की सूची में शामिल करने पर मानवाधिकार समूहों कड़ी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है। उनका कहना है कि ये रूसी सरकार का आलोचकों का मुंह बंद कराने का हथकंडा है।

कास्परोव को व्यापक रूप से दुनिया के बेहतरीन शतरंज खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। गैरी कास्‍परोव का शतरंज करियर काफी लंबा रहा। वह महज 12 साल की उम्र में ही सोवियत संघ के अंडर-18 चेस चैंपियन बन गए थे। 2005 में उन्‍होंने शतरंज से संन्‍यास ले लिया।गैरो कास्‍परोव ने 1985 में सोवियत रूस के अनातोली कारपोव को हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने गौरव प्राप्‍त किया था। उस समय वह महज 22 साल के थे। 20 साल से ज्यादा लंबे करियर में वह अधिकतर समय वर्ल्ड नंबर-1 खिलाड़ी रहे। वह 255 महीनों तक टॉप पर रहे, जो एक विश्‍व रिकॉर्ड है।