तेज हवा के साथ ओलावृष्टि से फसले हुई बर्बाद, 60 वर्षों में नहीं देखी ओलावृष्टि
अमृतपुर फर्रुखाबाद। किसान की आय दोगुनी करने के लिए सरकार लगातार प्रयास तो कर रही है लेकिन मजबूत कदम नहीं उठा रही है।
आवारा पशुओं को लेकर किसान पहले से भयभीत हैं।
कई महीनों से आवारा पशुओं की रखवारी कर फसलों को अन्ना पशुओं से रात दिन एक करके खेतो की फसलों को बचाया। तो दूसरी तरफ ओला वृष्टि और बारिश से किसानों की फसले चौपट हो गई है। जिससे किसान भुखमरी के कगार पर पहुंचने को मजबूर हो गया है l
महंगी खाद बीज सिंचाई कर किसानों ने अपनी फसल गेहूं सरसों आलू तंबाकू तैयार कर भविष्य की योजना बना रहा था ईश्वर की मनसा अनुसार रविवार 11:07 पर अचानक भयंकर ओलावृष्टि होने लगी तो ओलावृष्टि के बारे में बुजुर्गों ने बताया कि इतनी भयंकर ओल वृष्टि लगभग 60 वर्षों से भी नहीं देखी गई इससे पहले तेज हवा के साथ वर्षा होने के कारण गेहूं की फसल गिरकर चौपट हो गई थी बची हुई फसल ओला भ्रष्ट ने पूरी कर दी।
जिसके चलते गेहूं सरसों आलू तंबाकू शौफ आदि फसलों को सर्वाधिक नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है जहां सबसे अधिक ओलावृष्टि गुडेरा चपरा भावन अमैयापुर खाखिन रतनपुर पिथनापुर अमृतपुर क्षेत्र में दर्ज की गई जहां सरकार किसानों की दोगुनी आय होने की बात कर रही है वही प्रकृति किसानों को भुखमरी की कगार पर पहुंचने का काम कर रही है।
ऐसी स्थिति में किसान अपने भविष्य के बारे में सोचने को मजबूर हो रहा है। बढ़ती महंगाई के साथ परिवार चलाना किसान के लिए कांटो भरी राह साबित होगा।
Mar 04 2024, 17:22