अब डेंगू के मरीजों को नहीं पड़ेगा भटकना ब्लड बैंक से मिलेगा प्लेटलेट्स,प्लाजा
नितेश श्रीवास्तव,भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक से अब जल्द ही लोगों को प्लेटलेट्स और प्लाज्मा मिल सकेगा। अस्पताल के ब्लड बैंक के पास स्थित बन रहे ब्लड कंपोनेट सेपरेशन यूनिट बनकर तैयार हो गया है। यूनिट के उपकरण भी अस्पताल में पहुंच गए हैं, लेकिन उनका इंस्टॉल नहीं किया जा सका है। लखनऊ की टीम उसे इंस्टॉल करने जल्द ही जिले में पहुंचेगी। इसके बाद यूनिट का संचालन कर दिया जाएगा।
जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक की क्षमता 300 यूनिट है। यहां अभी केवल मरीजों को आवश्यकता पड़ने पर खून मिलता है, लेकिन प्लाज्मा और प्लेटलेट्स के लिए बाहर जाना पड़ता है। ब्लड के कंपोनेंट को अलग करने के लिए किसी प्रकार के इंतजाम न होने से प्लेटलेटस, प्लाज्मा, पीआरबीसी आदि यूनिट की अलग से व्यवस्था न होने के कारण इसी जरूरत वाले मरीजों को अन्य जनपदों का रुख करना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के पास बन रहा ब्लड कंपोनेट सेपरेशन यूनिट लगभग तैयार है। जहां इच्छुक लोगों के प्लाज्मा और प्लेटलेट्स निकाले जाएंगे और जरूरतमंदों को दिया जा सकेगा। यूनिट के आवश्यक उपकरणों को इंस्टाल किया जाना है। लखनऊ की टीम जल्द ही उसे इंस्टॉल करने पहुंची।
कब, किस चीज की होती है जरूरत
ब्लड बैंक प्रभारी अनुपम अग्रवाल के अनुसार सामान्य खून की कमी वाले मरीजों को पीआरबीसी, जलने के कारण गंभीर हुए मरीजों प्लाज्मा चढ़ाने की जरुरत होती है। वहीं डेंगू व अन्य संक्रमण वाले मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ाया जाना है। अगर सही समय पर उन्हें यह मिले तो जान जाने की भी संभावना रहती है। ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट की सुविधा होने के बाद प्लेटलेट्स व प्लाज्मा रखने की भी सुविधा मिल सकेगी। इससे मरीजों को वाराणसी-प्रयागराज रेफर नहीं करना होगा। ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट में ब्लड से चार अलग-अलग तत्व निकाले जाएंगे। इसके बाद ब्लड के चार तत्वों में से जिस तत्व की जरूरत होगी। जरूरतमंदों को दिए जाएंगे।
यूनिट लगभग तैयार हो गया है। कई उपकरण भी आ चुके हैं, लेकिन अभी इस्टालमेंट नहीं हुआ है। उपकरण की स्प्लायर कंपनी को सूचित कर दिया गया है। इंस्टालमेंट के बाद लखनऊ की टीम निरीक्षण करेगी। उसके बाद यूनिट का संचालन होगा। - डॉ. राजेन्द्र कुमार, सीएमएस।
Mar 03 2024, 18:46