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विश्व कप में भारत का आज दूसरा मुकाबला, दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में अफगानिस्तान के साथ भिडंत

#ind_vs_afg_wc_2023

वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय टीम आज अपना दूसरा मुकाबला अफगानिस्तान के खिलाफ खेलने जा रही है।दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में आज भारत और अफगानिस्तान के बीच मैच होना है।टीम इंडिया की नजर जीत के क्रम को जारी पर रखने पर होगी। उसने अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत हासिल की थी। वहीं, अफगानिस्तान को बांग्लादेश के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।

पाकिस्तान के खिलाफ 14 अक्तूबर को होने वाले महामुकाबले से पहले भारत इस मैच को जीतना चाहेगा। भारत-पाकिस्तान के बीच मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा। दूसरी ओर, अफगानिस्तान की टीम जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी। भारत के बाद उसका मुकाबला 15 अक्तूबर को गत चैंपियन इंग्लैंड से होगा।

बता दें कि अफगानिस्तानी टीम पहली बार भारत के खिलाफ उसी के घर में कोई वनडे मुकाबला खेलेगी।भारत और अफगानिस्तान के बीच अब तक 3 वनडे मैच खेले गए हैं, जिसमें दो मुकाबलों में भारतीय टीम ने जीत दर्ज की।जबकि एक मैच टाई रहा था। यह दोनों टीमों के बीच चौथा वनडे मुकाबला होगा।

भारतीय टीम की बात करें तो वह दिल्ली में चौथी बार विश्व कप में कोई मैच खेलेगी। एशियाई धरती पर चौथी बार टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। इससे पहले तीनों मौकों पर दिल्ली में टीम इंडिया कम से कम एक मैच जरूर खेली है। 1987 में उसने ऑस्ट्रेलिया को 56 रन से हराया था। 1996 में श्रीलंका के खिलाफ छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, 2011 में नीदरलैंड को पांच विकेट से परास्त किया था। इस तरह टीम ने यहां तीन विश्व कप मैच में दो जीते हैं।

वनडे वर्ल्ड कप में भारत-अफगानिस्तान का स्क्वॉड:

भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), ईशान किशन, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी, सूर्यकुमार यादव, शुभमन गिल, शार्दुल ठाकुर।

अफगानिस्तानी टीम: हशमतुल्लाह शाहिदी (कप्तान), रहमानुल्लाह गुरबाज, इब्राहिम जादरान, रियाज हसन, रहमत शाह, नजीबुल्लाह जादरान, मोहम्मद नबी, इकराम अलीखिल, अजमतुल्ला उमरजई, राशिद खान, मुजीब उर रहमान, नूर अहमद, फजलहक फारूकी, अब्दुल रहमान, नवीन उल हक।

अरुंधति रॉय पर चलेगा मुकदमा, दिल्ली के उपराज्यपाल ने दी मंजूरी

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दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने लेखिका अरुंधति रॉय और शेख शौकत हुसैन के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी दे दी है। इन दोनों पर 2010 में सार्वजनिक मंच से देश विरोधी भाषण देने का आरोप है। उपराज्यपाल कार्यालय ने मंगलवार को मामले को चलाने के लिए मंजूरी दी है।

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीआरपीसी की धारा 196 के तहत अरुंधतिरॉय और शेख शौकत हुसैन के खिलाफ मुकदमा चलाने को मंजूरी दे दी है। दोनों पर देश की एकता के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।कार्यालय ने कहा है कि कश्मीर केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय कानून के पूर्व प्रोफेसर डॉ.हुसैन और अरुंधति रॉय के खिलाफ दिल्ली में एक सार्वजनिक समारोह में उनके दिए गए भाषणों के लिए आईपीसी की धारा 153ए, 153 बी और 505 के अंतर्गत अपराध बनता है।

उपराज्यपाल कार्यालय ने बताया है कि मामला राजद्रोह से संबंधित है फिर भी आईपीसी की धारा 124 ए के तहत मुकदमा की मंजूरी नहीं दी गई है। उच्चतम न्यायालय ने पांच मई 2022 को धारा 124ए (देशद्रोह) के तहत तय आरोप, लंबित मुकदमें और अपील की कार्यवाही को स्थगित कर दिया था। अभी संविधान पीठ के पास लंबित है। ऐसे में इस धारा के तहत अभियोजन की मंजूरी नहीं दी जा सकती है। इस मामले के दो अन्य आरोपी कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और संसद में हुए हमले के आरोप से बरी और दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता सैयद अब्दुल रहमान गिलानी की मौत हो गए है।

हेमकुंड साहिब आए पाकिस्तानी यात्रियों की बस हुई हादसे का शिकार, अनियंत्रित होकर खाई की तरफ लटकी, टला हादसा


उत्तराखंड के चमोली जिले में हेमकुंड साहिब की यात्रा पर पाकिस्तान से आए जत्थे की बस हादसे का शिकार हो गई। गोविंद घाट गुरुद्वारे की ओर आते समय बस अचानक तेज ढलान पर अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे बिजली के तारों के साथ खाई की तरफ लटक गई। गनीमत रही कि बस खाई में नहीं गिरी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

जानकारी के अनुसार, बस में 15 महिला, पुरुष व बच्चे सवार थे। बस हादसे की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष गोविन्दघाट पुलिस फोर्स के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने विभाग से बात कर बिजली सप्लाई बंद कराई। इसके बाद सभी यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया। पुलिस द्वारा तत्काल मिली सहायता से संगत खुश हुई और उनका आभार जताया।

11 अक्टूबर को बंद होंगे उत्तराखंड में हेमकुंड व लोकपाल के कपाट, इस वर्ष 1.75 लाख श्रद्धालुओं ने दरबार में टेका मत्था


उत्तराखंड के चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट बंद करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। धाम को गेंदे के फूलों से सजाया जा रहा है।

दोनों धाम के कपाट 11 अक्टूबर को दोपहर डेढ़ बजे बंद किए जाने हैं। कपाटबंदी के मौके पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) का भी हेमकुंड साहिब पहुंचने का कार्यक्रम है। श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने गोविंदघाट में यह जानकारी दी।

इस वर्ष 1.75 तीर्थ यात्रियों ने टेका दरबार में मत्था

बिंद्रा ने बताया कि कपाटबंदी का साक्षी बनने के लिए पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली से तीर्थयात्री बड़ी संख्या में गोविंदघाट और घांघरिया पहुंचने लगे हैं। इस वर्ष अब तक 1.75 लाख तीर्थयात्री दरबार साहिब में मत्था टेक चुके हैं।

सुबह दस बजे से कपाट बंद करने की प्रक्रिया होगी शुरू

बिंद्रा ने बताया कि 11 अक्टूबर को धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह दस बजे से शुरू होगी। सुखमणि साहिब पाठ के बाद 11:15 बजे सबद-कीर्तन होंगे और इसके करीब सवा घंटे बाद इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी जाएगी।

शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे कपाट

दोपहर एक बजे गुरुग्रंथ साहिब का हुक्मनामा लिया जाएगा और फिर पंज प्यारों की अगुआई में गुरुग्रंथ साहिब को दरबार साहिब से सतखंड साहिब ले जाया जाएगा। इसके बाद शीतकाल के लिए धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। इस मौके पर गुरुद्वारा गोविंदघाट के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह भी मौजूद रहे।

सुप्रीम कोर्ट पहुंचे राघव चड्ढा, राज्यसभा से सस्पेंशन के खिलाफ दी चुनौती

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आम आदमी पार्टी (आप) सांसद राघव चड्ढा राज्यसभा से निलंबन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। अगस्त के महीने में राघव चड्ढा को निलंबित कर दिया गया था। 5 सांसदों की सहमति के बिना उनका नाम सेलेक्ट कमिटी के लिए प्रस्तावित करने के आरोप में उन्हें निलंबित किया गया था। मामला अभी संसद की विशेषाधिकार कमिटी के पास है। राघव ने अपने निलंबन को गलत बताया है। इसके अलावा उन्होंने सरकारी बंगला खाली करने का आदेश देने वाले ट्रायल कोर्ट के फैसले को भी दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी। जिस पर जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस संजीव नरुला की बेंच 11 अक्टूबर को सुनवाई करेगी।

करीब दो महीने पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा पर दिल्ली सेवा विधेयक के संबंध में पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप लगा था। असल में चड्ढा ने इस मुद्दे पर प्रस्ताव पेश किया था। भारतीय जनता पार्टी के तीन, बीजू जनता दल के एक और अन्नाद्रमुक के एक सांसद ने प्रस्ताव पर नाम का विरोध किया। इसके बाद संसद में यह मसला उठा तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी जांच की मांग उठाई।फिर 11 अगस्त को संसद के मॉनसून सत्र के दौरान राघव चड्ढा को पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर करने के आरोप में राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था।

सदन में बोलने का मौका नहीं देने के लिए माइक बंद कर देने के मुद्दे पर राघव चड्ढा ने विशेषाधिकार समिति के सामने भी अपनी बात रखी। अभी तक इस समिति की तरफ से कोई रिपोर्ट नहीं आई है, वहीं इससे पहले राघव चड्ढा अपने निलंबन को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं। दूसरी ओर राधव चड्ढा को सितंबर 2022 में दिल्ली पंडरा रोड पर टाइप-7 बंगला अलॉट हुआ था। राज्यसभा सचिवालय के आदेश पर इस बंगले को भी खाली कराने के लिए कार्रवाई हुई। मामला दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पहुंचा। कोर्ट राघव के सरकारी बंगले को खाली कराने के आदेश पर लगी अंतरिम रोक हटा दी थी।

नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के निधन की अफवाह, जानें बेटी ने क्या कहा?

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नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन के निधन की अफवाह उड़ी थी।मंगलवार को सोशल मीडिया पर अमर्त्य सेन के निधन की खबर चल रही थी। हालांकि, अमर्त्य सेन के निधन की खबरों का उनकी बेटी नंदना देब सेन ने खंडन किया है। पीटीआई के हवाले से ये जानकारी सामने आई है। उन्होंने पिता नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन की मौत की खबर से इनकार किया है।

नंदना देब सेन ने कही ये बात

नंदना देब सेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, 'दोस्तों, आपकी चिंता के लिए धन्यवाद लेकिन यह फर्जी खबर है। बाबा पूरी तरह से ठीक हैं। हमने कैंब्रिज में अपने परिवार के साथ एक शानदार सप्ताह बिताया। कल रात जब हमने बाय कहा तो उनका गले लगाना हमेशा की तरह मजबूत था! वह हार्वर्ड में हर हफ्ते 2 कोर्स पढ़ा रहे हैं और अपनी किताब पर काम कर रहे हैं। हमेशा की तरह व्यस्त!

ऐसे फैली अफवाह

दरअसल अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता क्लाउडिया गोल्डिन के एक अनवेरीफाइड अकाउंट से ट्वीट किया गया था, जिसमें बताया गया था कि अमर्त्य सेन का कुछ मिनट पहले निधन हो गया है। गोल्डिन ने एक्स पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा कि एक भयावह खबर है। मेरे सबसे प्रिय प्रोफेसर अमर्त्य सेन का कुछ मिनट पहले निधन हो गया है। वहीं, हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कैस सनस्टीन रॉबर्ट वाल्मस्ले ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि अमर्त्य सेन की मृत्यु के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। मैं अब तक जितने लोगों को जानता हूं, उनकी बुद्धि अत्यंत प्रखर थी। वह दयालु, मजाकिया और शालीन थे, और कुछ साल पहले उनके साथ एक पाठ्यक्रम पढ़ाना खुशी और सौभाग्य की बात थी। दुनिया में एक खूबसूरत रोशनी बुझ गई है।उनके इस ट्वीट के बाद ही ये खबर वायरल होने लगी कि अमर्त्य सेन नहीं रहे। इसके बाद अमर्त्य सेन की बेटी नंदना देब सेन ने निधन की खबरों का खंडन किया।

अर्थशास्त्र में पहली बार नोबेल

बता दें कि साल 1998 में भारत के अमर्त्य सेन को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें अर्थशास्त्र के नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वैसे इससे पहले भी कई भारतीयों को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इसमें रवींद्रनाथ टैगौर, सीवी रमन, मदर टेरेसा शामिल है। लेकिन, अर्थशास्त्र में पहली बार भारत को ये पुरस्कार मिला था। इस वजह से भी भारत की काफी चर्चा हुई थी। बता दें कि अमर्त्य सेन के बाद कैलाश सत्यार्थी को भी इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।

13 अक्टूबर तक बढ़ाई गई आप नेता संजय सिंह की हिरासत, कोर्ट में बोले सांसद- हो सकता है मेरा एनकाउंटर

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पांच दिन की रिमांड पूरी होने के बाद ईडी ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को मंगलवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया था। ईडी को सांसद की फिर तीन की कस्टडी मिल गई है। ईडी ने कहा कि संजय सिंह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। वे ईडी के सवालों के जवाब सही ढंग से नहीं दे रहे हैं। इसलिए 5 दिन का रिमांड और दिया जाए। इसके बाद ईडी को तीन की रिमांड की अनुमति मिल गई।

ईडी ने कोर्ट को बताया कि शराब व्यापारियों के लाइसेंस को क्लीयर करने के लिए घूस मांगी गई थी। ईडी ने कोर्ट में कहा कि घूस लेने के नहीं, घूस मांगने के सबूत हैं। शराब लाइसेंस के लिए घूस मांगी गई। सर्वेश मिश्रा भी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। जिसके लिए कल नया समन जारी किया गया है।

वहीं, संजय सिंह की वकील रेबेका जॉन ने कहा कि ईडी को कस्टडी का अधिकार नहीं है, जो मांगे जाने पर ऐसे ही मिल जाए। इसके लिए जांच एजेंसी के पास पुख्ता वजह होनी चाहिए। पिछले पांच दिन की जांच में बेतुके सवाल पूछे जा रहे हैं। संजय सिंह के हवाले से वकील ने कहा कि अगर मुझे सबूतों को मिटाना ही होता, तो मेरे पास 2021 से अब तक का समय था। ईडी की रिमांड दलीलों में नया कुछ नहीं है। संजय सिंह ने कोई फोन नष्ट नहीं किया। उनका पूरा घर CCTV से कवर है, CCTV में कोई बैग लेकर आता नहीं दिखा। अगर CDR में दिनेश अरोड़ा को फोन करने की तस्दीक होती है, तो सबूत आपके पास है, जांच कीजिए। संजय सिंह से पूछने की क्या जरूरत है।

सुनवाई के दौरान संजय सिंह ने कहा कि मुझसे रात के साढ़े दस बजे कहा गया कि आपको बाहर ले जाया जा रहा है। पूछने पर बताया कि तुगलक रोड थाने ले जा रहे हैं। मैंने फिर सवाल किया कि क्या जज की इजाजत ली है। मेरे अड़ने पर उन्होंने कहा कि मुझे लिखकर दीजिए। मैंने लिखकर दिया। दूसरे दिन भी यही हुआ।इसका मतलब है कि इनका दूसरा एजेंडा है। संजय सिंह ने कहा कि अगर बाहर ले जाकर मेरा एनकाउंटर कर दिया तो किसको जवाब देंगे। सिंह ने कहा कि अब जज साहब इनसे पूछिए, किस ऊपर वाले के कहने पर मुझे ऊपर भेजने की तैयारी थी, ये इनसे पूछिए। मेरा सिर्फ इतना अनुरोध है कि जहां भी ले जाना है, जज साहब को बता दीजिए।

हमास के साथ जंग के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को किया फोन, जानिए क्या हुई बातचीत

#israel_pm_benjamin_netanyahu_phone_pm_modi

इजरायल-फिलिस्तीन के बीच युद्ध जारी है। दोनों एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं। इससे मौत का आकंड़ा भी बढ़ता जा रहा है।इसी बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू युद्ध की स्थिति से दुनियाभर के नेताओं को अवगत करा रहे हैं और उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी फोन किया है। नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है। पीएम मोदी ने नेतन्याहू के साथ बातचीत में कहा कि भारत इस मौके पर इजरायल के साथ खड़ा है। पीएम मोदी ने इसकी जानकारी अपने एक्स हैंडल पर दी है।

पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, मैं प्रधान मंत्री नेतन्याहू को उनके फोन कॉल और मौजूदा स्थिति पर अपडेट प्रदान करने के लिए धन्यवाद देता हूं। भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजरायल के साथ मजबूती से खड़े हैं। भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की दृढ़ता से और स्पष्ट रूप से निंदा करता है।

इससे पहले भी भारत के पीएम मोदी ने इजराइल के साथ एकजुटता व्यक्त की थी। पीएम मोदी ने इसे 'आतंकवादी हमला' बताकर इसकी कड़ी निंदा की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि इस कठिन घड़ी में हम इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।' पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि इजरायल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरा सदमा लगा है। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।

बता दें कि फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास ने शनिवार सुबह इजराइल पर रॉकेट दाग कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। हमास के अतंकियों ने इजराइल की सीमा में घुस कर आतंक मचाया था और लोगों की जान ली थी। हमास के अटैक में अब तक 900 से ज्यादा इजराइली लोग मारे जा चुके हैं जिनमें आम नागरिक और सैनिक शामिल हैं। हमास के हमले के बाद से ही इजराइल गुस्से में हैं और लगातार पलटवार कर रहा है। इजराइल डिफेंस फोर्स ने गाजा पट्टी में हमास के कई ठिकानों को तबाह कर दिया है। इसके अलावा हमलावर आतंकियों को भी इजराइल ने ठिकाने लगा दिया है। इजराइल का दावा है कि उसने अब तक 1500 से भी ज्यादा हमास के आतंकियों को मार गिराया है।

*एमपी से राहुल गांधी का बीजेपी पर कड़ा प्रहार, बोले-भाजपा की प्रयोगशाला में मरे हुए लोगों का होता है इलाज*

#mpcongressleaderrahulgandhispeechinrallytargetedpmmodi 

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं। राहुल गांधी ने शहडोल के ब्यौहारी में जन आक्रोश सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने व्यापम, महाकाल कॉरिडोर, जातिगत गणना का मुद्दा उठाया और इसके साथ ही प्रदेश की बीजेपी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा।कांग्रेस सांसद ने कहा यहां बीजेपी की लेबोरेटरी में मरे हुए लोगों का इलाज होता है। यहां भगवान शिव से चोरी की जाती है।बीजेपी की लेबोरेटरी हर रोज महिलाओं का बलात्कार होता है। बीजेपी के नेता आदिवासियों के ऊपर पेशाब करते हैं।

मध्यप्रदेश में मरे हुए लोगों का इलाज किया जाता है-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने वरिष्ठ भाजपा नेता आडवानी की एक किताब का जिक्र करते हुए कहा कि आडवानी जी ने कहा था कि आरएसएस और बीजेपी का सच्चा कारखाना गुजरात में नहीं है मगर मध्यप्रदेश में है। आडवानी जी ने कहा था कि मध्यप्रदेश उनका कारखाना है तो मैंने सोचा कि चलो देखें। मैं आपको इसके दो तीन उदाहरण देना चाहता हूं। भाजपा पर तंज कसते हुए राहुल ने कहा कि बीजेपी की लेबोरेटरी में मरे हुए लोगों का इलाज किया जाता है और उनका पैसा चोरी कर लिया जाता है। देश के किसी भी प्रदेश में मरे हुए लोगों का इलाज नहीं किया जाता, लेकिन मध्यप्रदेश में मरे हुए लोगों का इलाज किया जाता है।

महाकाल कॉरिडोर में शिव जी के नाम पर चोरी-राहुल गांधी

इसके साथ ही राहुल ने महाकाल कॉरिडोर में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया। राहुल गांधी ने महाकाल घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि पूरे देश में महाकाल के पैसे चोरी नहीं किए जाते लेकिन मध्यप्रदेश में महाकाल से चोरी की जाती है। उन्होंने कहा कि किसी अन्य प्रदेश में भगवान शिव के नाम पर चोरी नहीं होती, लेकिन मध्य प्रदेश में महाकाल कॉरिडोर में शिव जी के नाम पर चोरी की गई।बच्चों की किताबों, मिड डे मील का पैसा मध्यप्रदेश में चोरी किया जाता है। व्यापमं में एक करोड़ युवाओं का भविष्य बर्बाद किया जाता है। पटवारी बनने के लिए 15 लाख की रिश्वत ली जाती है। 

भाजपा के कारखाने में हर रोज महिलाओं से दुष्कर्म हो रहा-राहुल गांधी

बीजेपी पर हमलावर कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि बीजेपी की लेबोरेटरी में हर रोज तीन किसान आत्महत्या कर रहे हैं। भाजपा पर हमलावर होते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा के कारखाने में हर रोज महिलाओं से दुष्कर्म हो रहा है। बीजेपी की लेबोरेटरी में बीजपी नेता आदिवासियों के ऊपर पेशाब करते हैं। जो जानवरों को भी नहीं खिलाया जाता वो यहां आदिवासियों को खिलाया जाता है। 

पीएम आदिवासियों का दिस से सम्मान नहीं करते-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने जन आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, जिसकी जितनी हिस्सेदारी हो उसको उतनी ही भागीदारी मिलनी चाहिए। पीएम मोदी आदिवासियों की बात करते हैं लेकिन वह उनका दिल से सम्मान नहीं करते हैं। अगर वह ऐसा करते तो जातिगत जनगणना जरूर करवाते। राहुल गांधी ने आगे कहा कि अगर भारत सरकार 100 रुपए खर्च करती है तो OBC वर्ग के अफसर सिर्फ 5 रुपए का निर्णय लेते हैं। अब आप ये बताइए अगर भारत सरकार 100 रुपए खर्च करती है तो आदिवासी अफसर कितने रुपए का निर्णय लेते हैं? आदिवासी अफसर 100 रुपए में से सिर्फ 10 पैसे का निर्णय लेते हैं। आदिवासी वर्ग का इससे बड़ा अपमान नहीं किया जा सकता।

जातीय जनगणना कराने का किया वादा

राहुल गांधी ने शहडोल की इस चुनावी रैली के दौरान जातीय सर्वे कराने का वादा किया। उन्होंने कहा, हम मोदी जी पर इतना दबाव डाल देंगे कि उनको जातीय जनगणना करानी ही पडेगी। बीजेपी वाले इससे बच नहीं सकते। जातीय सर्वे समाज के एक्सरे की तरह है इससे पता चलेगा कि कौन कितना पिछड़ा है और कितनी मुसीबत में है। राहुल गांधी ने कहा, कांग्रेस की कार्य समिति ने जाति आधारित जनगणना का समर्थन करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है क्योंकि यह हिंदुस्तान के भविष्य के लिए जरूरी है। जातिगत जनगणना के बाद विकास का एक नया रास्ता खुलेगा। कांग्रेस पार्टी इस काम को पूरा करके ही छोड़ेगी। याद रखिए, जब हम वादा करते हैं, तो उसे तोड़ते नहीं हैं। देश में जातिगत जनगणना होगी और हिंदुस्तान के गरीबों को उनकी हिस्सेदारी मिलेगी।

अफगानिस्तान में भूकंप से अब तक 4000 लोगों की मौत, लगभग 2000 घर जमींदोज, राहत बचाव कार्य जारी, जानिए, अब तक का पूरा अपडेट


पश्चिमी अफगानिस्तान में शनिवार (7 अक्टूबर) को आए हालिया भूकंप के विनाशकारी परिणाम हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं और व्यापक विनाश हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, इन भूकंपों के परिणामस्वरूप 4,000 से अधिक लोग या तो मारे गए हैं और कई घायल हुए हैं। अफगानिस्तान राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ANDMA) ने बताया कि 6.2 तीव्रता के दो शक्तिशाली भूकंपों से लगभग 2,000 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।

ANDMA के प्रवक्ता मुल्ला सैक ने काबुल में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान ये गंभीर आंकड़े बताए। उन्होंने कहा है कि, "अब तक, हमें हताहतों के संबंध में जो आंकड़े प्राप्त हुए हैं, दुर्भाग्य से 4,000 से अधिक लोग हैं। हमारे आंकड़ों के अनुसार, लगभग 20 गांवों में, लगभग 1,980 से 2,000 घर पूरी तरह से ढह गए हैं।' ये भूकंप हेरात प्रांत और आस-पास के इलाकों में शनिवार दोपहर को आए, शुरुआती झटके स्थानीय समयानुसार 11:10 बजे के आसपास आए। इस विनाशकारी स्थिति के जवाब में, बड़े पैमाने पर राहत प्रयास शुरू किए गए हैं, जिसमें विभिन्न संस्थानों की 35 टीमों में 1,000 से अधिक बचावकर्मी प्रभावित क्षेत्रों में अथक प्रयास कर रहे हैं। अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधान मंत्री मोहम्मद हसन अखुंद ने सोमवार को हेरात प्रांत में प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के लिए अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल का व्यक्तिगत रूप से नेतृत्व किया।

सहायता की तत्काल आवश्यकता को समझते हुए, चीन आगे आया है। रविवार को, चीन ने आपातकालीन मानवीय सहायता के रूप में अफगान रेड क्रिसेंट को 200,000 डॉलर नकद की पेशकश करके मदद का हाथ बढ़ाया। इस योगदान का उद्देश्य प्रभावित क्षेत्रों में वर्तमान में चल रहे महत्वपूर्ण बचाव और आपदा राहत प्रयासों में सहायता करना है। पश्चिमी अफगानिस्तान में भूकंप ने निस्संदेह महत्वपूर्ण पीड़ा और विनाश का कारण बना है, जिससे प्रभावित समुदायों पर तत्काल और दीर्घकालिक प्रभावों को कम करने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों संस्थाओं से एक समन्वित और त्वरित प्रतिक्रिया की आवश्यकता है।