*संयुक्त किसान मोर्चा व संयुक्त ट्रेड यूनियन ने धरना प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन*
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गोंडा। संयुक्त किसान मोर्चा, संयुक्त ट्रेड यूनियनें,तथा खेत मजदूरों के संगठनों की ओर से सम्पूर्ण भारत के जिला मुख्यालयों पर , आज दिनांक 3,अक्टूबर 2023, वर्ल्ड फेडरेशन आफ ट्रेड यूनियंस (WFTU), के स्थापना दिवस को ध्यान में रखते हुए तथा धरना प्रदर्शन करते हुए, संबंधित जिलाधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति को मांग पत्र आवशयक कार्यवाही करने हेतु भेजा गया है।
यह मांगपत्र आज हम संयुक्त किसान मोर्चा तथा संयुक्त ट्रेड यूनियनों की ओर से जिलाधिकारी गोंडा के माध्यम से भेजकर आशा करते हैं कि आप अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर समस्याओं के निराकरण की ओर कदम उठाने के लिए भारत सरकार को प्रेरित करेंगी।
मांग पत्र में 3 अक्टूबर 2021 के ही दिन लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी के बेटे आशीष मिश्र द्वारा एक कार के माध्यम से पांच किसानों की बेरहमी से कुचलकर हत्या कर दी गयी थी जिसमें एक पत्रकार मनीष कश्यप की भी मौत हो गयी थी। संगठन का मानना है की यह हत्या सुनियोजित थी।
26 नवम्बर 2020 को संयुक्त किसान मोर्चा तथा संयुक्त ट्रेड युनियनों ने तीन कृषि तथा चार श्रम कानूनों को वापस लेने का आंदोलन चलाया था जिसमें केन्द्र सरकार की किरकिरी हुई थी। उस आंदोलन की मांगों को याद दिलाने के लिए तिकोनिया चौराहा लखीमपुरखीरी पर किसानों ने प्रदर्शन किया था।प्रदर्शन से लौट रहे किसानों पर यह कार नाराज आशीष मिश्रा ने दौड़ाई थी जो टेनी की थी।उस घटना की बरसी पर यह मांग पत्र दिया जा रहा है।
लखीमपुरखीरी के तिकोनिया कांड में मारे गये किसानों के आरोपियों को सख्त सजा दो।तथा आरोपी आशीष मिश्र के पिता, जिनके गृह मंत्री रहते हुए न्याय मिलना मुश्किल है, को मंत्री पद से हटाकर मुकदमा चलाया जाए।किसानों से किया गया वादा , एम एस पी की गारंटी तथा फसल की लागत का डेढ़ गुना दाम तय किया जाए।
, बिजली ( संशोधन ) विधेयक बिल 2022 की वापसी तथा किसानों पर हुए मुकदमें वापस लिए जाय तथा
मृतकों के परिजनों को न्याय तथा पर्याप्त मुआवजा दिलाया जाय। , चार लेबर कोड को रद्द किया जाय तथा पुराने श्रम कानूनों का कड़ाई से पालन कराया जाय। श्रमिकों को रूपये 26000/ 00 प्रतिमाह न्यूनतम वेतन तथा इपीएस 95 में न्यूनतम रूपये 10000/00 मासिक पेंशन दिया जाए।
पुरानी पेंशन नीति को बहाल किया जाय तथा सभी को समाजिक सुरक्षा हित लाभ दिया जाए। , पब्लिक सेक्टर कंपनियों का निजीकरण बंद किया जाए तथा नौकरियों का ठेकाकरण बंद करते हुए सरकारी क्षेत्र का NMP ( National Monetisation Pipeline ) योजना को रद्द किया जाए।
प्रर्दशन में सत्य नारायण त्रिपाठी एटक, कौशलेंद्र पांडेय सीआईटीयू , ईश्वर शरण शुक्ला मैजापुर चीनी मिल, राम कृपाल यादव बिजली कर्मचारी संघ, विनीत तिवारी यूपीएमएसआरए, रविंद्र सिंह यूपीएमएसआरए, स्वामीनाथ अखिल भारतीय किसान सभा , राजेन्द्र श्रीवास्तव किसान सभा, सुरेश कुमार कनौजिया, अंबरीश तिवारी, पवन पांडेय, आदर्श पांडेय, महेश त्रिपाठी, रमेश चौहान खेत मजदूर यूनियन, मोइन अंसारी, खुशबू कनौजिया महिला फैडरेशन आदि शामिल रहे।
Oct 04 2023, 11:25